हरियाणा के 36 शहरों में आंधी का अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान बादलवाई के साथ गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है। वहीं 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। इस दौरान हल्की बूंदाबांदी भी होने के आसार हैं। हांसी, हिसार, आदमपुर, नारनौंद , नाथूसर चोपटा, ऐलनाबाद, फतेहाबाद, रानियां, घरौंदा, करनाल, इंद्री, राडौर, गोहाना, जुलाना, इसराना, सफीदों, जींद, पानीपत, असंध, कैथल, निलोखेरी, नरवाना, नसरसा, टोहाना, कलायत, रतिया, डबवाली, थानेसर, गुहला, पेहोवा, शाहाबाद, अंबाला, बराडा , जगाधरी, नारायणगढ़, पंचकूला में ऐसे आसार बने हुए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, 6 से 8 जून तक कहीं – कहीं बूंदाबांदी या धूलभरी हवाएं चल सकती हैं। 9 जून से फिर से पारा बढ़ने लगेगा। लू का टूट चुका 42 साल का रिकॉर्ड हरियाणा में इस बार गर्मी को लेकर लू के सारे रिकॉर्ड टूट चुके हैं। 3 दिन पहले ही प्रदेश में 42 साल का रिकॉर्ड तोड़कर नया रिकॉर्ड बनाया है। साल 1982 में लगातार 19 दिन लू चली थी। इस बार 23 दिन पार हो गए हैं। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हरियाणा में अभी ऐसे ही हालत रहने वाले हैं। मौसम में आए इस बदलाव की वजह मौसम विशेषज्ञ मई में सामान्य से कम बारिश होना बता रहे हैं। बारिश के आसार, तापमान में बदलाव नहीं जून महीने में भी गर्मी से राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं। IMD के अनुसार, आज प्रदेश के कई जिलों में बूंदाबांदी या हल्की बारिश होने के असार हैं, लेकिन दिन के तापमान में ज्यादा गिरावट आने की संभावना नहीं है। वैसे भी 5 दिन पहले एक्टिव हुए पश्चिमी विक्षोभ का असर अब खत्म हो चुका है। इस वजह से मौसम फिर से शुष्क बना हुआ है। इससे दिन के तापमान में फिर से बढ़ोतरी होने के आसार हैं। रात के तापमान में भी 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी होने की पूरी संभावना है। आगे कैसा रहेगा मौसम मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में 2 दिन बाद फिर से बदलाव के आसार हैं। 5 से 6 जून यानी आज और कल एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है। इससे 6 जून को गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है। वहीं, जून में प्रदेश में सामान्य से अधिक गर्मी पड़ सकती है। हालांकि, मई में भी सामान्य से ज्यादा गर्मी पड़ी है। जून में भी लू चलने की संभावना जताई गई है। हरियाणा के 36 शहरों में आंधी का अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान बादलवाई के साथ गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है। वहीं 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। इस दौरान हल्की बूंदाबांदी भी होने के आसार हैं। हांसी, हिसार, आदमपुर, नारनौंद , नाथूसर चोपटा, ऐलनाबाद, फतेहाबाद, रानियां, घरौंदा, करनाल, इंद्री, राडौर, गोहाना, जुलाना, इसराना, सफीदों, जींद, पानीपत, असंध, कैथल, निलोखेरी, नरवाना, नसरसा, टोहाना, कलायत, रतिया, डबवाली, थानेसर, गुहला, पेहोवा, शाहाबाद, अंबाला, बराडा , जगाधरी, नारायणगढ़, पंचकूला में ऐसे आसार बने हुए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, 6 से 8 जून तक कहीं – कहीं बूंदाबांदी या धूलभरी हवाएं चल सकती हैं। 9 जून से फिर से पारा बढ़ने लगेगा। लू का टूट चुका 42 साल का रिकॉर्ड हरियाणा में इस बार गर्मी को लेकर लू के सारे रिकॉर्ड टूट चुके हैं। 3 दिन पहले ही प्रदेश में 42 साल का रिकॉर्ड तोड़कर नया रिकॉर्ड बनाया है। साल 1982 में लगातार 19 दिन लू चली थी। इस बार 23 दिन पार हो गए हैं। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हरियाणा में अभी ऐसे ही हालत रहने वाले हैं। मौसम में आए इस बदलाव की वजह मौसम विशेषज्ञ मई में सामान्य से कम बारिश होना बता रहे हैं। बारिश के आसार, तापमान में बदलाव नहीं जून महीने में भी गर्मी से राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं। IMD के अनुसार, आज प्रदेश के कई जिलों में बूंदाबांदी या हल्की बारिश होने के असार हैं, लेकिन दिन के तापमान में ज्यादा गिरावट आने की संभावना नहीं है। वैसे भी 5 दिन पहले एक्टिव हुए पश्चिमी विक्षोभ का असर अब खत्म हो चुका है। इस वजह से मौसम फिर से शुष्क बना हुआ है। इससे दिन के तापमान में फिर से बढ़ोतरी होने के आसार हैं। रात के तापमान में भी 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी होने की पूरी संभावना है। आगे कैसा रहेगा मौसम मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में 2 दिन बाद फिर से बदलाव के आसार हैं। 5 से 6 जून यानी आज और कल एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है। इससे 6 जून को गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है। वहीं, जून में प्रदेश में सामान्य से अधिक गर्मी पड़ सकती है। हालांकि, मई में भी सामान्य से ज्यादा गर्मी पड़ी है। जून में भी लू चलने की संभावना जताई गई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के भाजपा विधायकों में मंत्रीपद की दौड़:5 MLA दिल्ली में डटे, केंद्रीय मंत्रियों से मिल रहे; गंगवा बोले- सिफारिश से पद नहीं मिलता
हरियाणा के भाजपा विधायकों में मंत्रीपद की दौड़:5 MLA दिल्ली में डटे, केंद्रीय मंत्रियों से मिल रहे; गंगवा बोले- सिफारिश से पद नहीं मिलता हरियाणा में 17 अक्टूबर को होने वाले नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह से पहले भाजपा विधायक मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए भरपूर प्रयास कर रहे हैं। पिछले 2 दिन से दिल्ली के हरियाणा भवन में एक कांग्रेस विधायक के अलावा भाजपा के 5 विधायक डटे हुए हैं। ये सभी केंद्रीय नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। इन विधायकों में फतेहाबाद से कांग्रेस विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया, नलवा से भाजपा विधायक रणधीर पनिहार, भिवानी से घनश्याम सर्राफ, सफीदों से रामकुमार गौतम, हांसी से विनोद भयाना और इंद्री से विधायक रामकुमार कश्यप शामिल हैं। 2 दिन हरियाणा भवन में रुकने के बाद सोमवार को रणबीर गंगवा हरियाणा के लिए रवाना हो गए। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा- मैं यहां निजी काम से रुका हुआ था। अब हिसार जा रहा हूं। हमारा संगठन किसी को सिफारिश के आधार पर कोई पद नहीं देता। संगठन को हर विधायक का अच्छे से पता है, वह अपने अनुसार तय करेगा। इसके अलावा हरियाणा भवन में राज्यसभा सांसद सुभाष बराला और विधायक कृष्णलाल पंवार आए थे। बराला दोपहर तक यहां रुके। इसके बाद वह दिल्ली के राजेंद्र प्रसाद रोड स्थित अपने सरकारी आवास के लिए निकल गए। गौतम ने कहा- जो जिम्मेदारी मिलेगी तैयार हूं विधायक रामकुमार गौतम ने कहा- ‘जननायक जनता पार्टी को जनता ने आईना दिखा दिया है। मैं हमेशा कहता था कि भाजपा बहुमत से सरकार बनाएगी। पार्टी मुझे जो भी जिम्मेदारी देगी, मैं उसके लिए तैयार हूं। मेरे ऊपर किसी तरह का कोई भ्रष्टाचार या किसी अन्य तरह का आरोप नहीं है।’ नायब सैनी ने कामाख्या माता के दर्शन किए कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी सोमवार को असम के गुवाहाटी में कामाख्या माता मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे। उनके साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली भी मौजूद थे। यहां उन्होंने कहा कि 16 तारीख को हमारे ऑब्जर्वर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव आएंगे। हमारे सभी विधायकों की उनके साथ मीटिंग होगी। इसके बाद 17 तारीख को शपथ ग्रहण समारोह होगा। पहले दिन यह विधायक ले सकते हैं शपथ पहले दिन मुख्यमंत्री के साथ विपुल गोयल, महीपाल ढांडा, कृष्ण बेदी, कृष्णलाल पंवार, रणबीर गंगवा, सुनील सांगवान, बिमला चौधरी, लक्ष्मण यादव, अरविंद शर्मा और श्याम सिंह राणा शपथ ले सकते हैं। इसके अलावा, कृष्णलाल पंवार या अनिल विज को स्पीकर बनाया जा सकता है। श्रुति चौधरी उपराष्ट्रपति और विज जेपी नड्डा से मिले रविवार को राज्यसभा सांसद किरण चौधरी ने अपनी तोशाम से विधायक बेटी श्रुति चौधरी के साथ दिल्ली में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की। इसके अलावा पूर्व गृहमंत्री और अंबाला कैंट से भाजपा विधायक अनिल विज दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले। 16 को विधायक दल की मीटिंग 8 अक्टूबर को राज्य में आए विधानसभा चुनाव के रिजल्ट में भाजपा ने 48 सीट जीतीं। भाजपा को बहुमत मिलने के बाद नायब सैनी 2 बार दिल्ली में प्रधानमंत्री समेत केंद्रीय नेताओं से मिले। पहले 12 और 15 अक्टूबर को शपथ ग्रहण की बात सामने आई। हालांकि बाद में 17 अक्टूबर को शपथ की डेट फाइनल हुई। इससे एक दिन पहले 16 अक्टूबर को चंडीगढ़ में विधायक दल की मीटिंग होगी। इसमें अमित शाह और डॉ. मोहन यादव ऑब्जर्वर के तौर पर शामिल होंगे। इसके बाद विधायक दल के नेता राज्यपाल के पास सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
हरियाणा कांग्रेस की 8 मेंबरी कमेटी का EVM पर फोकस:हुड्डा के समधी अध्यक्ष; राठौड़ बोले- कांग्रेस को पार्टी के लोगों ने ही नुकसान पहुंचाया
हरियाणा कांग्रेस की 8 मेंबरी कमेटी का EVM पर फोकस:हुड्डा के समधी अध्यक्ष; राठौड़ बोले- कांग्रेस को पार्टी के लोगों ने ही नुकसान पहुंचाया हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद इसके कारणों को जानने के लिए प्रदेश कांग्रेस ने एक 8 सदस्यीय कमेटी बनाई है। यह कमेटी के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने बनाई है और इसका अध्यक्ष पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समधी करण सिंह दलाल को बनाया गया है। आज मंगलवार को दोपहर 12 बजे इस कमेटी की पहली मीटिंग होगी। इस मीटिंग में तय होगा कि यह कमेटी काम कैसे करेगी, और हरियाणा में कांग्रेस की हार के कारणों का कैसे पता लगाएगी। 90 विधानसभाओं में कांग्रेस के विधायकों और प्रत्याशियों से मुलाकात की जाएगी। सभी मेंबर एक साथ एक टीम के रूप में विधानसभाओं में जाएंगे या विधानसभा क्षेत्र की रिपोर्ट के लिए अलग-अलग मेंबर जाएंगे, यह सब मीटिंग में ही तय होगा। बता दें कि कांग्रेस हाईकमान की भेजी फैक्ट फाइंडिंग कमेटी पहले ही हार के कारणों पर सभी नेताओं से वन टू वन बात कर चुकी है। हालांकि, उसकी रिपोर्ट सामने नहीं आई है। EVM से जुड़े मुद्दों पर फोकस करेगी कमेटी
अब यह नई 8 मेंबरी कमेटी विशेष रूप से EVM से जुड़े मुद्दों पर फोकस करेगी, जोकि देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसके अलावा कांग्रेस ने माना है कि कुछ आंतरिक पार्टी विरोधी गतिविधियों ने भी पार्टी को नुकसान पहुंचाया है, जिन पर समिति की ओर से विचार किया जाएगा। समिति उन सभी विधायकों से बातचीत करेगी, जो चुनाव में जीतकर आए हैं और उन प्रत्याशियों से भी चर्चा करेगी, जो चुनाव हार गए। इसके साथ ही पार्टी में संगठन निर्माण में देरी और विपक्षी दल के प्रति जनता के असंतोष के मुद्दों पर भी समिति द्वारा विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी। यह समिति एक सप्ताह में रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद पार्टी की ओर से आवश्यक कदम उठाए जाने की उम्मीद है। कमेटी में 5 हारे हुए नेता
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से बनाई कमेटी में करण सिंह दलाल अध्यक्ष हैं। कमेटी के सदस्यों में पार्टी के लीगल सेल के अध्यक्ष केसी भाटिया और नूंह के विधायक आफताब अहमद के अलावा चुनाव हारने वाले 5 नेता शामिल हैं। इनमें घरौंडा सीट से कैंडिडेट रहे वीरेंद्र राठौड़, बड़खल से कैंडिडेट रहे विजय प्रताप सिंह, पानीपत सिटी से चुनाव हारे वीरेंद्र बुल्ले शाह, दादरी सीट से उम्मीदवार रहीं डॉ. मनीषा सांगवान और सोनीपत जिले की खरखौदा सीट से चुनाव हारे पूर्व विधायक जयवीर वाल्मीकि शामिल हैं। कमेटी के सदस्य वीरेंद्र राठौड़ ने बताया है कि EVM का मुद्दा पूरे देश में है। इस मुद्दे पर कमेटी का विशेष फोकस रहेगा। इसमें डाटा फाइल अपलोड करने का एक महत्वपूर्ण विषय है। दूसरा, कांग्रेस में कांग्रेस के ही लोगों ने पार्टी नेताओं का नुकसान किया। ऐसे मुद्दों पर एक विस्तृत रिपोर्ट कमेटी तैयार करेगी। राठौड़ बोले- 14 सीटों के रिजल्ट को मैन्युपुलेट किया गया
राठौड़ का कहना है कि हरियाणा की जनता बदलाव चाहती थी। हालांकि, अब यह बात कहना ठीक नहीं लगेगा, क्योंकि चुनावी परिणाम आ चुके हैं, लेकिन कुछ मुद्दे जरूर हैं जिन पर चर्चा होना जरूरी है। राठौड़ ने एक वॉट्सऐप मैसेज का जिक्र करते हुए कहा कि काउंटिंग शुरू होने से पहले मैसेज मिला, जिसमें लिखा था कि 14 ऐसी सीटें हैं, जिन्हें कांग्रेस जीत रही है, लेकिन डेटा फाइल्स को अपलोड कर इन 14 सीटों के रिजल्ट को मैन्युपुलेट कर दिया। हालांकि, मैं यह नहीं कह रहा कि इसमें पूरी सच्चाई है, लेकिन यह एक ऐसा प्रश्न चिह्न जरूर खड़ा करता है कि किसी भी व्यक्ति को गिनती शुरू होने से पहले उन 14 सीटों की जानकारी कैसे हुई कि यही 14 सीटें कांग्रेस हारेगी? यही 14 सीटें कांग्रेस हारी भी और इन्हीं सीटों की वजह से कांग्रेस की सरकार नहीं बन पाई। कहीं न कहीं सबूत इस तरफ इशारा जरूर कर रहे है। हालांकि, इस बात को साबित करना मुश्किल है, लेकिन सोचने पर जरूर मजबूर किया जा रहा है। ऐसा क्या हुआ कि इस प्रकार के नतीजे आए? भाजपा की कैबिनेट ही चुनाव हार गई
वीरेंद्र राठौर ने भाजपा के पक्ष में आए चुनावी नतीजों को लेकर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा कैबिनेट ने अच्छा काम किया होता तो अनिल विज को छोड़कर सभी कैबिनेट मंत्री क्यों चुनाव हारते? अगर विधायकों ने काम अच्छा काम किया होता तो 11 उम्मीदवारों की जमानत जब्त न होती। भाजपा 89 सीटों पर चुनाव लड़ी और 89 में से 10 कैबिनेट मंत्री चुनाव हारे और 11 लोगों की जमानत जब्त हो गई। फिर बचीं 69 सीटें। ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि ऐसी कौन सी आंधी भाजपा की चल रही थी कि 69 में से 48 सीटें भाजपा जीत गई? आज भी लोग इस नतीजे को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। विकसित देश EVM का इस्तेमाल नहीं करते
राठौड़ ने कहा कि किसी भी चीज को साबित करने के लिए सबूत चाहिए, लेकिन जब टेक्नोलॉजी से फ्रॉड किए जाते हैं तो उन्हें साबित करना आसान नहीं होता। आज टेक्नोलॉजी उस लेवल पर है, जहां डेटा को मैन्युपुलेट करना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन लोगों का विश्वास इलेक्शन कमीशन और EVM पर होना जरूरी है। देश की जनता कह रही है कि बैलट से इलेक्शन करवाए जाएं। विकसित देश EVM का इस्तेमाल नहीं करते। जाट और नॉन-जाट पॉलिटिक्स पर राठौड़ ने कहा कि यह सोशल मीडिया के माध्यम से प्रोपेगेट कर समाज को बांटने का काम भाजपा करती है। यहां वोटर बीजेपी के खिलाफ था। जो लोग BJP से त्रस्त थे, छोटा व्यापारी BJP की नीतियों से परेशान था। यहां जाट और नॉन-जाट का सवाल बेमाना है। वहीं, कांग्रेस के संगठन और नेता प्रतिपक्ष को लेकर राठौड़ करते हैं कि विपक्ष का नेता तो पार्टी हाईकमान ही तय करेगी। और संगठन भी जल्दी बन जाना चाहिए। बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हवा होने के बाद भी पार्टी को 37 सीटें मिली हैं। वहीं, भाजपा 48 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में कामयाब रही।
हरियाणा में BJP की पहली लिस्ट जारी, 67 नाम:CM लाडवा से लड़ेंगे; राम रहीम को 6 बार पैरोल-फरलो देने वाले पूर्व जेलर को भी टिकट
हरियाणा में BJP की पहली लिस्ट जारी, 67 नाम:CM लाडवा से लड़ेंगे; राम रहीम को 6 बार पैरोल-फरलो देने वाले पूर्व जेलर को भी टिकट हरियाणा में BJP ने बुधवार, 4 सितंबर को 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की। इनमें 8 मंत्रियों को दोबारा टिकट मिला है। 25 नए चेहरे हैं। 8 विधायकों का टिकट काटा गया है। लिस्ट में 8 महिलाएं हैं। CM नायब सैनी करनाल की जगह कुरुक्षेत्र की लाडवा सीट से चुनाव लड़ेंगे। अनिल विज को अंबाला कैंट से ही टिकट दिया गया है। हरियाणा की सभी 90 सीटों पर एक फेज में 5 अक्टूबर को मतदान होगा। रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएगा। 2019 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा और जननायक जनता पार्टी के गठबंधन ने राज्य में सरकार बनाई थी। लिस्ट की 6 खास बातें पहली लिस्ट में 25 नए चेहरे
BJP की लिस्ट में 25 नए चेहरे हैं। शाहबाद (SC) से सुभाष कलसाना नए चेहरे हैं। इन्हें ABVP कोटे से टिकट दिया गया है। पिहोवा से पूर्व मंत्री संदीप सिंह का टिकट काट कर पहली बार सरदार कमलजीत सिंह अजराना को चुनाव मैदान में उतारा गया है। करनाल विधानसभा सीट से जगमोहन आनंद को पहली बार टिकट मिला है। समालखा से मोहन भड़ाना, खरखौदा (अजा) से पवन खरखौदा, सोनीपत से निखिल मदान, रतिया (SC) से सुनीता दुग्गल, कालावली (अजा) से राजिंदर देसुजोधा, रानिया से शीशपाल कंबोज, नलवा से रणधीर सिंह पनिहार को उम्मीदवार बनाया गया है। बाढड़ा से उमेद पासुवास, तोशाम से श्रुति चौधरी, दादरी से सुनील सांगवान, बवानी खेड़ा (SC) कपूर वाल्मीकि, महम से दीपक हुड्डा, गढ़ी सापला किलोई से मंजू हुड्डा, कलानौर (SC) से रेनू डाबला, बहादुरगढ़ से दिनेश कौशिक, झज्जर (SC) कप्तान बिरधाना, बेरी से संजय कबलाना, अटेली से आरती राव, कोसली से अनिल डहिना, गुरुग्राम से मुकेश शर्मा, पलवल से गौरव गौतम को पहली बार बीजेपी ने टिकट दिया है। सिरसा सीट कांडा के लिए छोड़ने के संकेत
भाजपा ने पहली लिस्ट में सिरसा सीट पर उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया। सिरसा से हरियाणा लोकहित पार्टी (हलोपा) के गोपाल कांडा 2019 में जीते थे। इस समय हलोपा NDA का हिस्सा है। हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी कह चुके हैं कि विधानसभा चुनाव कांडा के साथ मिलकर लड़ा जा सकता है। इन सीटों पर टिकट होल्ड 2 टर्म से भाजपा सरकार, एंटी इनकंबेंसी का खतरा
राज्य में 2 टर्म से भाजपा की सरकार चल रही है। साल 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पूर्ण बहुमत हासिल कर सरकार बनाई थी। तब मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री बनाया गया। इसके बाद 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा बहुमत से चूक गई। भाजपा ने 10 सीट जीतने वाली जननायक जनता पार्टी (JJP) के साथ गठबंधन की सरकार बनाई। तब मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री और दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम बने। साल 2024 में लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर भाजपा और जजपा का गठबंधन टूट गया। इसके बाद भाजपा ने मनोहर लाल को बदलकर नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बना दिया। लगातार 2 बार से सरकार बना रही भाजपा के सामने एंटी इनकंबेंसी की चुनौती है। ये खबर भी पढ़ें… भाजपा की पहली लिस्ट के 67 उम्मीदवारों की डिटेल प्रोफाइल:पहली लिस्ट में 5 हारे चेहरों पर दांव, 10 दलबदलुओं को भी टिकट दी हरियाणा में भाजपा ने 67 नामों की जो पहली लिस्ट जारी की है, उसमें 25 नए चेहरे हैं। इस लिस्ट में 5 टिकट उन नेताओं को मिले हैं, जो पिछली बार हारे थे। 2 विधायकों की सीट बदली गई है। 8 विधायकों की टिकट काटी गई है। 67 सीटों में 16 टिकटें OBC और 13-13 जाट और SC उम्मीदवारों को मिली है। SC के लिए 17 सीटें रिजर्व हैं। (पूरी खबर पढ़ें)