हरियाणा के 6 जिलों में बारिश:हिसार में 6 साल का रिकॉर्ड टूटा; 8 सितंबर तक मौसम खराब, फिर मानसून धीमा पड़ेगा

हरियाणा के 6 जिलों में बारिश:हिसार में 6 साल का रिकॉर्ड टूटा; 8 सितंबर तक मौसम खराब, फिर मानसून धीमा पड़ेगा

हरियाणा के कई जिलों में मंगलवार को सुबह से लेकर शाम तक तेज बारिश हुई। हिसार में सितंबर में हुई बारिश का 6 साल का रिकॉर्ड टूट गया। यहां सुबह 57 MM बारिश दर्ज की गई। इससे शहर के निचले हिस्सों में जलभराव हो गया। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि सूबे में 8 सितंबर तक मानसून एक्टिव रहेगा। इसके बाद इसकी सक्रियता कम हो जाएगी। अभी तक 11 जिलों में सामान्य व 11 में सामान्य से कम बारिश हुई है। आज 4 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इनमें गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल और नूंह शामिल हैं। सुबह चंडीगढ़, पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर , भिवानी और पलवल के कुछ इलाकों में बारिश हुई। GT रोड बेल्ट पर लगने वाले जिलों में बादल छाए हुए हैं। कहां, कितनी बारिश हुई मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 6 सितंबर तक तेज बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। इसके बाद 8 तारीख तक जाते-जाते यह धीमा हो जाएगा। 24 घंटे के दौरान सिरसा के डबवाली में 80 मिलीमीटर, पानीपत में 7.2 मिलीमीटर, हिसार में 57 मिलीमीटर, यमुनानगर में 4.4 मिलीमीटर, झज्जर में 3.3 मिलीमीटर, अंबाला में 1.6 मिलीमीटर, 20 मिलीमीटर बारिश, भिवानी और फतेहाबाद में 2 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। मानसून सीजन में अब तक 305.2 MM बारिश इस मानसून सीजन में 305.2 MM बारिश हुई है। अभी मानसून का कोटा पूरा होने में 105 मिलीमीटर की कमी है। मानसून अमूमन सितंबर के अंत तक विदा होता है। IMD के मुताबिक अभी कहीं-कहीं बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है , लेकिन अलर्ट जारी नहीं किया गया है। मौसम में आए इस बदलाव से दिन के पारे में 0.2 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है। चरखी दादरी में सबसे अधिक 36.1 डिग्री पारा आंका गया है। जुलाई में कम हुई बरसात हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है। हरियाणा के कई जिलों में मंगलवार को सुबह से लेकर शाम तक तेज बारिश हुई। हिसार में सितंबर में हुई बारिश का 6 साल का रिकॉर्ड टूट गया। यहां सुबह 57 MM बारिश दर्ज की गई। इससे शहर के निचले हिस्सों में जलभराव हो गया। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि सूबे में 8 सितंबर तक मानसून एक्टिव रहेगा। इसके बाद इसकी सक्रियता कम हो जाएगी। अभी तक 11 जिलों में सामान्य व 11 में सामान्य से कम बारिश हुई है। आज 4 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इनमें गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल और नूंह शामिल हैं। सुबह चंडीगढ़, पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर , भिवानी और पलवल के कुछ इलाकों में बारिश हुई। GT रोड बेल्ट पर लगने वाले जिलों में बादल छाए हुए हैं। कहां, कितनी बारिश हुई मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 6 सितंबर तक तेज बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। इसके बाद 8 तारीख तक जाते-जाते यह धीमा हो जाएगा। 24 घंटे के दौरान सिरसा के डबवाली में 80 मिलीमीटर, पानीपत में 7.2 मिलीमीटर, हिसार में 57 मिलीमीटर, यमुनानगर में 4.4 मिलीमीटर, झज्जर में 3.3 मिलीमीटर, अंबाला में 1.6 मिलीमीटर, 20 मिलीमीटर बारिश, भिवानी और फतेहाबाद में 2 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। मानसून सीजन में अब तक 305.2 MM बारिश इस मानसून सीजन में 305.2 MM बारिश हुई है। अभी मानसून का कोटा पूरा होने में 105 मिलीमीटर की कमी है। मानसून अमूमन सितंबर के अंत तक विदा होता है। IMD के मुताबिक अभी कहीं-कहीं बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है , लेकिन अलर्ट जारी नहीं किया गया है। मौसम में आए इस बदलाव से दिन के पारे में 0.2 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है। चरखी दादरी में सबसे अधिक 36.1 डिग्री पारा आंका गया है। जुलाई में कम हुई बरसात हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर