हरियाणा के JEE छात्र ने राजस्थान में किया सुसाइड:पिता एडवोकेट; बोले- 9 जनवरी को प्रैक्टिकल के लिए घर बुलाया था

हरियाणा के JEE छात्र ने राजस्थान में किया सुसाइड:पिता एडवोकेट; बोले- 9 जनवरी को प्रैक्टिकल के लिए घर बुलाया था

हरियाणा के महेंद्रगढ़ के छात्र ने राजस्थान के कोटा में सुसाइड कर लिया। छात्र नीरज का परिवार महेंद्रगढ़ की आदर्श कॉलोनी में रहता है। उसके पिता बबलू प्रजापति वकील हैं। वे स्थानीय कोर्ट में वकालत करते हैं। नीरज को JEE मेंस की कोचिंग के लिए कोटा भेजा था। बेटे के सुसाइड की मौत से परिवार में मातम पसरा है। रिश्तेदार, साथी वकील व अन्य सुबह ही बबलू के घर जुटने लगे थे। बाद में वे पैतृक गांव नावां में रवाना हुए। 9 जनवरी को नीरज का प्रैक्टिकल था। इसके लिए उसे घर आने के लिए कहा था। नीरज (19) ने मंगलवार रात को कोटा में अपने हॉस्टल के कमरे में फंदा लगा कर सुसाइड कर लिया था। सुबह परिजनों को बेटे की मौत की सूचना मिली। पिता बबलू अन्य परिजनों के साथ कोटा रवाना हो गए। वहीं रिश्तेदार भी उनके आदर्श कॉलोनी में मकान पर जुटने लगे। बबलू के 2 बेटे हैं। नीरज जहां कोटा में JEE की तैयारी कर रहा था, वहीं दूसरा सीकर में NEET की तैयारी कर रहा है। 2 साल से कोटा में रह रहा था
परिजनों के अनुसार नीरज JEE मेंस एग्जाम की तैयारी कर रहा था। उसको 2 साल पहले कोटा के राजीव गांधी नगर क्षेत्र में आनंद कुंज रेजीडेंसी हॉस्टल में छोड़ा था। पिता बबलू के मुताबिक बेटे नीरज ने पढ़ाई के दबाव में नहीं, बल्कि हॉस्टल वालों की वजह से जान दी है। हालांकि नीरज के सुसाइड का कोई सही रीजन तो उसके बेस्ट फ्रेंड भी नहीं बता सके हैं। कोटा के एडिशनल एसपी दिलीप सैनी ने बताया शव को एमबीबीएस हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया है। छात्र तनाव में नहीं था
ASP सैनी के अनुसार हॉस्टल स्टाफ ने बताया कि नीरज मंगलवार शाम अपने दोस्त के साथ बाहर खाना खाने गया था। वह तनाव में था, ऐसा नहीं लगा। रात में अटेंडेंस लेने के दौरान उसने कमरा नहीं खोला। रोशनदान से झांककर देखा, तब सुसाइड का पता चला। वह पंखे के हुक से फंदे से लटक रहा था। कोटा में 2025 में स्टूडेंट के सुसाइड का पहला मामला है। परिजनों से कल हुई थी बात
पिता ने कहा कि नीरज से मंगलवार दोपहर 3 बजकर 20 मिनट पर फोन पर बात हुई थी। मैंने उसे बोला था 9 जनवरी को तेरा प्रैक्टिकल है। घर आने के लिए ट्रेन की टिकट बनवा लेना। इसके बाद एक-दो बार फोन किया था, लेकिन उसने नहीं उठाया। हॉस्टल वालों पर लगाया आरोप
पिता ने हॉस्टल वालों पर आरोप लगाया कि मुझे संतुष्टि नहीं हो रही कि मेरे बच्चे ने आत्महत्या की है। अगर मेरे बच्चे ने पंखे से लटक कर सुसाइड किया है तो पंखे की पंखुड़ियां नहीं टूटी न ही पंखा नीचे आया। न ही उसमें इतनी जगह थी की रस्सी अंदर चली जाए। उन्होंने कहा कि आज सुबह उसके बेस्ट फ्रेंड से फोन पर बात की। उससे पूछा था कि नीरज का किसी से कोई झगड़ा तो नहीं हुआ। उसने बोला आप यहां आ जाइए। यहां बात कर लेना। किसी ने कुछ नहीं बताया। हरियाणा के महेंद्रगढ़ के छात्र ने राजस्थान के कोटा में सुसाइड कर लिया। छात्र नीरज का परिवार महेंद्रगढ़ की आदर्श कॉलोनी में रहता है। उसके पिता बबलू प्रजापति वकील हैं। वे स्थानीय कोर्ट में वकालत करते हैं। नीरज को JEE मेंस की कोचिंग के लिए कोटा भेजा था। बेटे के सुसाइड की मौत से परिवार में मातम पसरा है। रिश्तेदार, साथी वकील व अन्य सुबह ही बबलू के घर जुटने लगे थे। बाद में वे पैतृक गांव नावां में रवाना हुए। 9 जनवरी को नीरज का प्रैक्टिकल था। इसके लिए उसे घर आने के लिए कहा था। नीरज (19) ने मंगलवार रात को कोटा में अपने हॉस्टल के कमरे में फंदा लगा कर सुसाइड कर लिया था। सुबह परिजनों को बेटे की मौत की सूचना मिली। पिता बबलू अन्य परिजनों के साथ कोटा रवाना हो गए। वहीं रिश्तेदार भी उनके आदर्श कॉलोनी में मकान पर जुटने लगे। बबलू के 2 बेटे हैं। नीरज जहां कोटा में JEE की तैयारी कर रहा था, वहीं दूसरा सीकर में NEET की तैयारी कर रहा है। 2 साल से कोटा में रह रहा था
परिजनों के अनुसार नीरज JEE मेंस एग्जाम की तैयारी कर रहा था। उसको 2 साल पहले कोटा के राजीव गांधी नगर क्षेत्र में आनंद कुंज रेजीडेंसी हॉस्टल में छोड़ा था। पिता बबलू के मुताबिक बेटे नीरज ने पढ़ाई के दबाव में नहीं, बल्कि हॉस्टल वालों की वजह से जान दी है। हालांकि नीरज के सुसाइड का कोई सही रीजन तो उसके बेस्ट फ्रेंड भी नहीं बता सके हैं। कोटा के एडिशनल एसपी दिलीप सैनी ने बताया शव को एमबीबीएस हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया है। छात्र तनाव में नहीं था
ASP सैनी के अनुसार हॉस्टल स्टाफ ने बताया कि नीरज मंगलवार शाम अपने दोस्त के साथ बाहर खाना खाने गया था। वह तनाव में था, ऐसा नहीं लगा। रात में अटेंडेंस लेने के दौरान उसने कमरा नहीं खोला। रोशनदान से झांककर देखा, तब सुसाइड का पता चला। वह पंखे के हुक से फंदे से लटक रहा था। कोटा में 2025 में स्टूडेंट के सुसाइड का पहला मामला है। परिजनों से कल हुई थी बात
पिता ने कहा कि नीरज से मंगलवार दोपहर 3 बजकर 20 मिनट पर फोन पर बात हुई थी। मैंने उसे बोला था 9 जनवरी को तेरा प्रैक्टिकल है। घर आने के लिए ट्रेन की टिकट बनवा लेना। इसके बाद एक-दो बार फोन किया था, लेकिन उसने नहीं उठाया। हॉस्टल वालों पर लगाया आरोप
पिता ने हॉस्टल वालों पर आरोप लगाया कि मुझे संतुष्टि नहीं हो रही कि मेरे बच्चे ने आत्महत्या की है। अगर मेरे बच्चे ने पंखे से लटक कर सुसाइड किया है तो पंखे की पंखुड़ियां नहीं टूटी न ही पंखा नीचे आया। न ही उसमें इतनी जगह थी की रस्सी अंदर चली जाए। उन्होंने कहा कि आज सुबह उसके बेस्ट फ्रेंड से फोन पर बात की। उससे पूछा था कि नीरज का किसी से कोई झगड़ा तो नहीं हुआ। उसने बोला आप यहां आ जाइए। यहां बात कर लेना। किसी ने कुछ नहीं बताया।   हरियाणा | दैनिक भास्कर