हरियाणा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने दो स्टेट लेवल की नियुक्तियां की हैं। ये दोनों नियुक्तियां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने इसको लेकर एक राष्ट्र एक एक चुनाव समिति का गठन किया है। इस समिति का प्रदेश संयोजक जींद के सफीदों के रहने वाले एडवोकेट वेदपाल को बनाया गया है। इसके अलावा संघ से जुड़े कुरुक्षेत्र निवासी मदन मोहन छाबड़ा को सह संयोजक नियुक्त किया है। ये दोनों नियुक्तियां वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर काफी अहम मानी जा रही हैं। सह संयोजक ने बताया कि एक साथ चुनाव कराने का विचार कोई नया नहीं है। देश में पहले भी एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव होते थे। दरअसल, साल 1951-52 में देश में पहली बार चुनाव कराए गए थे। उस दौरान लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराए गए थे। हालांकि, 1967 के बाद से परंपरा बिगड़ गई। कहीं राज्य की विधानसभा को भंग करना पड़ा, तो कभी लोकसभा चुनाव पहले ही हो गए। हालात ऐसे हो गए हैं कि अब देश में हर साल कहीं न कहीं चुनाव होता ही है। यहां देखिए नियुक्ति लेटर… हरियाणा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने दो स्टेट लेवल की नियुक्तियां की हैं। ये दोनों नियुक्तियां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने इसको लेकर एक राष्ट्र एक एक चुनाव समिति का गठन किया है। इस समिति का प्रदेश संयोजक जींद के सफीदों के रहने वाले एडवोकेट वेदपाल को बनाया गया है। इसके अलावा संघ से जुड़े कुरुक्षेत्र निवासी मदन मोहन छाबड़ा को सह संयोजक नियुक्त किया है। ये दोनों नियुक्तियां वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर काफी अहम मानी जा रही हैं। सह संयोजक ने बताया कि एक साथ चुनाव कराने का विचार कोई नया नहीं है। देश में पहले भी एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव होते थे। दरअसल, साल 1951-52 में देश में पहली बार चुनाव कराए गए थे। उस दौरान लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराए गए थे। हालांकि, 1967 के बाद से परंपरा बिगड़ गई। कहीं राज्य की विधानसभा को भंग करना पड़ा, तो कभी लोकसभा चुनाव पहले ही हो गए। हालात ऐसे हो गए हैं कि अब देश में हर साल कहीं न कहीं चुनाव होता ही है। यहां देखिए नियुक्ति लेटर… हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
जींद में ट्रेन की चपेट में आकर युवक की मौत:रेल लाइन पर बैठकर खा रहा था खाना; कैथल का रहने वाला था मृतक
जींद में ट्रेन की चपेट में आकर युवक की मौत:रेल लाइन पर बैठकर खा रहा था खाना; कैथल का रहने वाला था मृतक हरियाणा में जींद के सफीदों में रेलवे स्टेशन के पास बुधवार देर रात ट्रेन की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक की पहचान कैथल जिले के गांव बालू निवासी 30 वर्षीय पवन के रूप में हुई है। परिजनों के अनुसार पवन मानसिक रूप से परेशान था और पिछले 9 महीने से घर से लापता था। बताया जा रहा है कि हादसा उस समय हुआ जब वह रेलवे लाइन पर बैठकर खाना खा रहा था। जानकारी के मुताबिक बुधवार देर रात सफीदों रेलवे स्टेशन के नजदीक ट्रैक पर एक युवक अचानक रेलगाड़ी के नीचे आ गया। युवक रेलवे ट्रैक के बीच में बैठकर खाना खा रहा था और अचानक ट्रेन आ गई और उसके नीचे आने से मौत हो गई। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो रेलवे लाइन पर रोटी व सब्जी बिखरी हुई थी। रात में शव को नागरिक अस्पताल में रखवाया गया। सुबह शव की शिनाख्त गांव बालू निवासी पवन के रूप में हुई। पवन के पिता दलबीर ने बताया कि वह पिछले नौ माह से घर से गायब था और बचपन से ही मानसिक रूप से परेशान रहता था। उन्होंने पवन को काफी ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन वह कहीं पर भी नहीं मिला। किसी ने सुबह इस घटना की सूचना उन्हें दी।
हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री पर आरोप तय:जूनियर महिला कोच का यौन शोषण केस; चंडीगढ़ कोर्ट में अब गवाहों के बयान दर्ज होंगे
हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री पर आरोप तय:जूनियर महिला कोच का यौन शोषण केस; चंडीगढ़ कोर्ट में अब गवाहों के बयान दर्ज होंगे हरियाणा में 3 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले BJP नेता पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जूनियर महिला कोच के यौन शोषण मामले में चंडीगढ़ की कोर्ट ने उन पर आरोप तय कर दिए हैं। संदीप सिंह के खिलाफ कोर्ट ने IPC की धारा 354, 354 A, 354 B, 506 और 509 के तहत किए गए आरोप तय किए हैं। इस मामले की अगली सुनवाई 17 अगस्त को होगी। इसी दिन गवाहों के बयान दर्ज किए जाएंगे। इससे पहले सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह की आरोपों को हटाने की याचिका और पीड़िता की ओर रेप की कोशिश की धारा जोड़ने की याचिका खारिज कर दी थी। बता दें कि कोच के आरोपों के बाद संदीप सिंह से खेल विभाग वापस ले लिया गया था। हालांकि तत्कालीन सीएम मनोहर लाल की कैबिनेट में वह मंत्री बने रहे। हालांकि खट्टर की जगह नायब सैनी के CM बनने के बाद संदीप को दोबारा मंत्री नहीं बनाया गया। महिला कोच के संदीप पर लगाए 5 गंभीर आरोप 1. मंत्री ने स्नैपचैट व इंस्टाग्राम पर मैसेज भेजे
जूनियर महिला कोच ने आरोप लगाया था कि 2016 रियो ओलिंपिक में हिस्सा लेने के बाद वह खेल विभाग में जूनियर कोच के तौर पर भर्ती हुई थी। जिसके बाद खेल मंत्री संदीप सिंह ने इंस्टाग्राम और स्नैपचैट पर उसको मैसेज भेजे। फिर मुझे चंडीगढ सेक्टर 7 लेक साइड मिलने के लिए बुलाया। मैं नहीं गई तो वे मुझे इंस्टाग्राम पर ब्लॉक और अनब्लॉक करते रहे। महिला कोच के आरोपों के मुताबिक 1 जुलाई को मंत्री ने उसे स्नैपचैट कॉल किया। जिसमें डॉक्यूमेंट्स वैरिफिकेशन के लिए मुझे सेक्टर 7, चंडीगढ़ में अपने आवास पर आने के लिए कहा। 2. मंत्री ने कहा- तुम मुझे खुश रखो, मैं तुम्हें खुश रखूंगा
महिला कोच ने कहा कि इसके बाद वह मंत्री के सरकारी घर पर पहुंची। वहां वे कैमरा वाले ऑफिस में नहीं बैठना चाहते थे। वह मुझे अलग केबिन में लेकर गए। वहां मेरे पैर पर हाथ रखा। मंत्री ने कहा कि तुम मुझे खुश रखो, मैं तुम्हें खुश रखूंगा। मेरी बात मानने पर आपको सभी सुविधाएं और मनचाही जगह पोस्टिंग मिलेगी। 3. मेरी टी-शर्ट फट गई
महिला कोच ने संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि शाम करीब 6.50 बजे मंत्री संदीप सिंह ने उससे छेड़छाड़ की। इस दौरान महिला कोच की टी-शर्ट फट गई। किसी तरह वह उनके चंगुल से छूटकर बाहर गई। 4. बात नहीं मानी तो ट्रांसफर कर दिया
महिला कोच ने आरोप लगाया कि जब मैंने मंत्री की बात नहीं मानी तो मेरी ट्रांसफर कर दी गई। मेरी ट्रेंनिग तक रोक दी गई। मैंने घटना की शिकायत के लिए DGP कार्यालय, CM हाउस और तत्कालीन गृह मंत्री अनिल विज समेत हर स्तर पर प्रयास किया, लेकिन कहीं भी सुनवाई नहीं हुई। 5. रेप की कोशिश के भी लगाए थे आरोप
इसके बाद महिला कोच ने दावा किया था कि संदीप सिंह ने उसे डॉक्यूमेंट चेक करने के लिए चंडीगढ़ स्थित सरकारी आवास बुलाकर रेप करने की कोशिश की थी। वह उनके घर पहुंची और स्टाफ से वॉशरूम पूछा। स्टाफ ने उसे बैडरुम के वॉशरूम में भेज दिया। जब वह बाहर आई तो मंत्री उसके सामने खड़ा हुआ था। उसने अचानक मेरा हाथ पकड़ कर सामने पड़े बेड पर पुश कर दिया। इसके बाद मैं बेड पर गिर गई और वह भी इस दौरान बेड पर आ गया। कोच ने दावा किया कि उसने उसकी टी-शर्ट पकड़कर ऊपर करने की कोशिश की। इसके बाद मेरे नजदीक आने और मुझे किस करने की कोशिश की। उसने यह भी दावा किया था कि उसके द्वारा मंत्री से छोड़ने की काफी रिक्वेस्ट की गई, लेकिन मंत्री उसे जबरन बाथरुम में लेकर गया, जहां उसने अपना लोअर भी उतार दिया। साथ ही मुझे काफी फोर्स से अपनी ओर खींचा। इस दौरान मंत्री ने बाथरुम की कुंडी भी लगा दी। जब मैंने इसका विरोध किया गया तो वह मेरे साथ जबरदस्ती करने की कोशिश करने लगा। जब मंत्री नहीं माना तो मैंने उनको थप्पड़ मार दिया। इसके बाद मंत्री ने भी मुझे भी थप्पड़ मारा। इस पर मैं रोने लगी। तब मंत्री कहने लगा कि स्पोर्ट्स वाली लड़कियां वर्जिन नहीं होती हैं। मंत्री संदीप ने कहा था- आरोप गलत, ट्रांसफर किया तो साजिश
खेल मंत्री रहते संदीप ने इन सब आरोपों को खारिज कर दिया था। उनका कहना था कि उनके खिलाफ साजिश रची गई है। जिसमें उन्हें फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महिला कोच पंचकूला में रहने के लिए इस तरह के आरोप लगा रही है। उन्होंने महिला कोच का ट्रांसफर झज्जर कर दिया और वह पंचकूला रहना चाहती थी, इसलिए ऐसे आरोप लगा रही है। आरोप तय होने में डेढ़ साल का समय लगा
संदीप सिंह के खिलाफ आरोप तय करने की कार्रवाई में ही लगभग डेढ़ वर्ष से ज्यादा समय लगा है। 26 दिसंबर 2022 को जूनियर महिला कोच ने हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न सहित अन्य आरोप लगाते हुए चंडीगढ़ पुलिस में शिकायत दी थी। जांच के बाद 31 दिसंबर की रात 11 बजे सेक्टर-26 थाने में संदीप सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 342, 354, 354ए, 354बी, 506 के तहत पुलिस ने केस दर्ज किया था। चंडीगढ़ पुलिस की SIT ने की जांच
इस मामले की जांच के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने DSP पलक गोयल के सुपरविजन में मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम (SIT) गठित की गई थी। इसमें साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रंजीत सिंह, महिला थाना प्रभारी इंस्पेक्टर उषा और एक महिला एसआई को शामिल किया गया था। एसआईटी की जांच के बाद संदीप सिंह के खिलाफ पुलिस ने आईपीसी की धारा 509 भी जोड़ी थी।
हरियाणा BJP का निकाय चुनाव के दावेदारों को टास्क:नए मेंबर जोड़ने वालों को ही टिकट, सरकार में भी तभी मिलेगी जिम्मेदारी
हरियाणा BJP का निकाय चुनाव के दावेदारों को टास्क:नए मेंबर जोड़ने वालों को ही टिकट, सरकार में भी तभी मिलेगी जिम्मेदारी हरियाणा BJP निकाय चुनाव को लेकर मेगा प्लानिंग कर रही है। पार्टी ने सदस्यता अभियान को लेकर निकाय चुनाव के दावेदारों को एक नया टास्क दे दिया है। पार्टी की ओर से सभी दावेदारों को कहा गया है कि सदस्यता अभियान में नए मेंबरों को जोड़ने वालों को ही टिकट दी जाएगी। टिकट के लिए यह बड़ा आधार बनेगा। इसके साथ ही पार्टी के संगठन और सरकार में राजनीतिक पदों पर भी ऐसे कार्यकर्ताओं और नेताओं को प्राथमिकता दी जाएगी। भाजपा ने इस बार 50 लाख नए सदस्य बनाने का टारगेट रखा है। पार्टी अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने इसकी वजह हरियाणा विधानसभा चुनाव बताई है। इस चुनाव में पार्टी को 55 लाख 54 हजार वोट मिले थे। इसलिए पार्टी ने दिया ये टास्क
हरियाणा की 90 विधानसभाओं में कुल 20 हजार 629 बूथ हैं। BJP ने हर बूथ में कम से कम 250 सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है। फिलहाल प्रदेश में 23 लाख से ज्यादा सदस्य बनाए जा चुके हैं। आने वाले दिनों में 26 विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्येक में 50 हजार से ज्यादा सदस्य बनाए जाएंगे। प्रदेश के 5 विधानसभा क्षेत्र अपना लक्ष्य पूरा कर चुके हैं। इनमें से गुरुग्राम में 1 लाख 5 हजार, करनाल में 55 हजार, हिसार में 54 हजार, रोहतक में 52 हजार और यमुनानगर में 52 हजार सदस्य बनाए जा चुके हैं। भाजपा का सदस्यता अभियान आगामी 5 दिसंबर तक जारी रहेगा। क्योंकि जनवरी या फरवरी में निकाय चुनाव प्रस्तावित है, पार्टी की ये कसरत जाहिर तौर पर चुनाव में जीत दिलाने का काम करेगी। चुनाव की अब तक क्या-क्या हो चुकी तैयारियां… 1. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की मदद करने वाले पार्षदों की लिस्ट तैयार की जा रही है। चुनाव में इन पार्षदों की पार्टी टिकट काटने की प्लानिंग पर काम कर रही है। इसको लेकर केंद्रीय नेतृत्व से भी मंजूरी मिल चुकी है। 2. शपथ के बाद CM नायब सैनी नगर निकायों को लेकर बैठक कर चुके हैं। बैठक में CM ने आदेश दिए थे कि शहरों में सफाई व्यवस्था ठीक की जाए। किसी भी शहरी क्षेत्र में सड़कों पर पशु घूमते हुए नहीं दिखने चाहिए। 2. प्रॉपर्टी आईडी को लेकर CM नायब सैनी हर जिला मुख्यालय पर समाधान शिविर लगाने के निर्देश दे चुके हैं। अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है कि हर शिकायत का समाधान हो। अच्छे काम करने वाले कर्मचारियों को सम्मानित किया जाएगा और लापरवाही करने वालों पर सख्त एक्शन लिया जाएगा। चुनाव से पहले माहौल बनाने में जुटी सरकार
सरकार निकाय चुनाव से पहले माहौल बनाने में जुट गई है। प्रदेश में 30 से ज्यादा निकायों में चुनाव होने हैं। बराड़ा, बवानीखेड़ा, लोहारू, सिवानी, फरूख नगर, नारनौंद, जुलाना, बेरी, कलायत, सिवान, इंद्री, नीलोखेड़ी, मंडी अटेली, कनीना, तावड़ू, हथीन, कलानौर, खरखौदा और रादौर नगर पालिका में चुनाव लंबित हैं। इसके अलावा 11 में से 10 नगर निगमों में चुनाव पेंडिंग हैं। पंचकूला नगर निगम का कार्यकाल 2026 तक है, बाकी निगमों में चुनाव पेंडिंग पड़े हैं। चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट बनाने की तैयारी शुरू की
निगम चुनाव की सुगबुगाहट के बाद राज्य चुनाव आयोग (SEC) भी अलर्ट हो गया है। इसे लेकर हरियाणा सरकार को लेटर लिखा है। लोकसभा चुनाव से पहले ही आयोग नगर निकाय चुनाव को लेकर वार्ड वाइज वोटर लिस्ट की तैयारी शुरू कर चुका है। इसलिए सरकार कर रही निकाय चुनाव पर फोकस 1. विधानसभा चुनाव की जीत का मिलेगा फायदा
हरियाणा में विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली जीत का फायदा होगा। 2019 में 40 सीटों के मुकाबले इस बार बीजेपी ने 48 सीटों पर जीत पर दर्ज की है। यह दूसरा मौका है जब बीजेपी ने 2014 के बाद पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई है। यदि निकाय चुनाव होते हैं और उसमें पार्टी को जीत मिलती है तो विधानसभा चुनाव की जीत का बड़ा फैक्टर होगा। 2. चेहरे बदलने का विधानसभा चुनाव में दिखा फायदा
BJP ने हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कई सीटों पर चेहरे बदले थे। इनमें से अधिकतर प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी। यानी साफ है कि भाजपा का प्रत्याशी बदलने का फॉर्मूला काम कर गया। इस फॉर्मूले को देखते हुए अब बीजेपी निगम चुनाव में भी इस पर फोकस करेगी। इससे पार्टी के दो उद्देश्य हल होंगे। एक तो बागियों का पत्ता साफ होगा और जिताऊ और नए चेहरे को मौका मिलेगा। 3. शहरी सीटों पर बीजेपी की अच्छी पकड़
एक वजह यह भी है कि हरियाणा के शहरी क्षेत्रों में BJP की कांग्रेस के मुकाबले अच्छी पकड़ है। लोकसभा चुनाव में 5 सीटों पर मिली हार के बाद भी भाजपा को शहरी सीटों पर कांग्रेस के मुकाबले ज्यादा जीत मिली थी। विधानसभा चुनाव में भी BJP का शहरी सीटों पर अच्छा प्रदर्शन रहा। दोनों चुनाव के आंकड़ों को देखते हुए निकाय चुनाव में बीजेपी इसको फायदे के रूप में देख रही है। ——————————- हरियाणा से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें-
कांग्रेस MLA की BJP से नजदीकी बढ़ीं, खट्टर-अनिल विज के पैर छुए, मंच से बोले- सैनी बढ़िया मुख्यमंत्री; कांडा बंधु टेंशन में हरियाणा के सिरसा से कांग्रेस MLA गोकुल सेतिया की BJP से नजदीकियां बढ़ने लगी हैं। इसकी शुरुआत कुछ दिन पहले 21 नवंबर को सिरसा में मेडिकल कॉलेज के उद्घाटन कार्यक्रम से हुई। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सैनी पहुंचे थे। उन्होंने प्रोटोकॉल के हिसाब से न केवल कांग्रेस विधायक को तवज्जो दी, बल्कि स्वागत के लिए आए गोकुल सेतिया के लिए काफिला रुकवाकर उनका हाल भी पूछा। इससे विधायक सेतिया भी गदगद नजर आए। उन्होंने मंच से ही मुख्यमंत्री नायब सैनी की तारीफ की। पूरी खबर पढें