हरियाणा में अब कचरा कलेक्शन की लाइव ट्रैकिंग होगी:CM सैनी ने ऐप-वेब पोर्टल लॉन्च किया, गाड़ियों-मैनपावर की मिलेगी जानकारी

हरियाणा में अब कचरा कलेक्शन की लाइव ट्रैकिंग होगी:CM सैनी ने ऐप-वेब पोर्टल लॉन्च किया, गाड़ियों-मैनपावर की मिलेगी जानकारी

हरियाणा में अब डोर-टू-डोर ट्रैस कलेक्शन की रियल टाइम मॉनिटरिंग हो सकेगी। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने रियल टाइम ट्रैकिंग पोर्टल और मोबाइल ऐप का शुभारंभ कर दिया है। इस डिजिटल पहल से नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर परिषदों में लाइव लोकेशन के आधार पर कचरा कलेक्शन के काम में लगी गाड़ियां और मैनपावर की सटीक जानकारी ऑनलाइन मिल सकेगी। प्रत्येक नागरिक अपने क्षेत्र और एरिया में चलने वाली गाड़ी की लाइव ट्रैकिंग देख सकता है। इस कदम से यह भी सुनिश्चित होगा कि हर घर से नियमित रूप से कचरा उठाया जा रहा है या नहीं। वर्तमान में 37 नगर पालिकाएं इस पोर्टल पर लाइव हो चुकी हैं। सीएम सैनी ने यह फैसला चंडीगढ़ में जिला नगर आयुक्तों (DMC) और नगर निगम आयुक्तों (MC) के साथ एक मीटिंग में फैसला लिया। मीटिंग में शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल भी मौजूद रहे। CM बोले- सड़कों पर कूड़ा दिखना नहीं चाहिए शहरों में लेगेसी वेस्ट पर सख्त निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरों में सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए। किसी भी शहर में कूड़े-कचरे के ढेर नहीं दिखाई दिए जाने चाहिएं। सरकार का लक्ष्य शहरों को स्वच्छ बनाना है, इसलिए सभी अधिकारियों को जिम्मेवारी के साथ काम करने की आवश्यकता है। स्वच्छता हमारी पहली प्राथमिकता है। 15 जून तक सड़क सुधार काम हों पूरे नगर निकायों में खराब सड़कों को लेकर निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क सुधार कार्यों को तय समय में पूरा किया जाए। निकायों में किसी भी सड़क पर गड्ढे नहीं होने चाहिए। संबंधित अधिकारी सड़कों की मरम्मत की मॉनिटरिंग करें। सड़कों की मरम्मत और रि-कारपेटिंग के कार्य में तेजी लाई जाए और 15 जून तक सभी सड़कों के नवीनीकरण के कार्य को पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि जिन निकायों में स्वच्छता से संबंधित नए टेंडर लग चुके हैं, मुख्यालय के अधिकारी उन निकायों का दौरा करें और कार्यों की स्थिति व प्रगति के संबंध में आगामी 7 दिनों में रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इसके अलावा, कार्यप्रणाली के प्रदर्शन के आधार पर संबंधित एजेंसी और कॉन्ट्रेक्टर पर कार्रवाई करें। सफाई कर्मियों की हाजिरी जरूरी हो मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी सफाई कर्मियों की हाजिरी लगवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जो निकाय स्वच्छता के मामले में बेहतरीन प्रदर्शन करेगी, उसे सम्मानित किया जाएगा। साथ ही, सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने वाले एजेंसी कॉन्ट्रेक्टर को भी सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहरों में सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए शहरों के मुख्य एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स पर सीसीटीवी कैमरे लगवाना सुनिश्चित करें। इससे आपराधिक गतिविधियों में भी कमी आएगी। ड्रेनों की सफाई को दें सर्वोच्च प्राथमिकता ​​​​​​​मुख्यमंत्री ने ड्रेनों की सफाई की प्रगति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि स्पष्ट समय-सीमा निर्धारित करते हुए ड्रेनों की सफाई से लंबित कार्यों को बिना देरी के पूरा करें। 15 जून तक सभी निकायों के अंतर्गत पड़ने वाले सभी ड्रेनों की सफाई सुनिश्चित करें। मानसून सीजन से पहले अधिकारी ड्रेनों की सफाई को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। सीवरेज सफाई से पहले सुरक्षा जांच अनिवार्य ​​​​​​​नायब सिंह सैनी ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि आज भी सीवरेज सफाई के दौरान जानी नुकसान होता है। इसलिए ऐसी व्यवस्था बनाई जाए कि सीवरेज सफाई से पहले सुरक्षा जांच अनिवार्य की जाए। यह चेक किया जाए कि सीवरेज में किसी प्रकार की गैस या अन्य जानलेवा रसायन की उपस्थिति न हों, ताकि सीवर मैन की जान को नुकसान न हो। उन्होंने कहा कि सिस्टम को सुधारने के लिए हमें कड़े कदम उठाने पड़ेंगे। हरियाणा में अब डोर-टू-डोर ट्रैस कलेक्शन की रियल टाइम मॉनिटरिंग हो सकेगी। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने रियल टाइम ट्रैकिंग पोर्टल और मोबाइल ऐप का शुभारंभ कर दिया है। इस डिजिटल पहल से नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर परिषदों में लाइव लोकेशन के आधार पर कचरा कलेक्शन के काम में लगी गाड़ियां और मैनपावर की सटीक जानकारी ऑनलाइन मिल सकेगी। प्रत्येक नागरिक अपने क्षेत्र और एरिया में चलने वाली गाड़ी की लाइव ट्रैकिंग देख सकता है। इस कदम से यह भी सुनिश्चित होगा कि हर घर से नियमित रूप से कचरा उठाया जा रहा है या नहीं। वर्तमान में 37 नगर पालिकाएं इस पोर्टल पर लाइव हो चुकी हैं। सीएम सैनी ने यह फैसला चंडीगढ़ में जिला नगर आयुक्तों (DMC) और नगर निगम आयुक्तों (MC) के साथ एक मीटिंग में फैसला लिया। मीटिंग में शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल भी मौजूद रहे। CM बोले- सड़कों पर कूड़ा दिखना नहीं चाहिए शहरों में लेगेसी वेस्ट पर सख्त निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरों में सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए। किसी भी शहर में कूड़े-कचरे के ढेर नहीं दिखाई दिए जाने चाहिएं। सरकार का लक्ष्य शहरों को स्वच्छ बनाना है, इसलिए सभी अधिकारियों को जिम्मेवारी के साथ काम करने की आवश्यकता है। स्वच्छता हमारी पहली प्राथमिकता है। 15 जून तक सड़क सुधार काम हों पूरे नगर निकायों में खराब सड़कों को लेकर निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क सुधार कार्यों को तय समय में पूरा किया जाए। निकायों में किसी भी सड़क पर गड्ढे नहीं होने चाहिए। संबंधित अधिकारी सड़कों की मरम्मत की मॉनिटरिंग करें। सड़कों की मरम्मत और रि-कारपेटिंग के कार्य में तेजी लाई जाए और 15 जून तक सभी सड़कों के नवीनीकरण के कार्य को पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि जिन निकायों में स्वच्छता से संबंधित नए टेंडर लग चुके हैं, मुख्यालय के अधिकारी उन निकायों का दौरा करें और कार्यों की स्थिति व प्रगति के संबंध में आगामी 7 दिनों में रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इसके अलावा, कार्यप्रणाली के प्रदर्शन के आधार पर संबंधित एजेंसी और कॉन्ट्रेक्टर पर कार्रवाई करें। सफाई कर्मियों की हाजिरी जरूरी हो मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी सफाई कर्मियों की हाजिरी लगवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जो निकाय स्वच्छता के मामले में बेहतरीन प्रदर्शन करेगी, उसे सम्मानित किया जाएगा। साथ ही, सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने वाले एजेंसी कॉन्ट्रेक्टर को भी सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहरों में सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए शहरों के मुख्य एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स पर सीसीटीवी कैमरे लगवाना सुनिश्चित करें। इससे आपराधिक गतिविधियों में भी कमी आएगी। ड्रेनों की सफाई को दें सर्वोच्च प्राथमिकता ​​​​​​​मुख्यमंत्री ने ड्रेनों की सफाई की प्रगति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि स्पष्ट समय-सीमा निर्धारित करते हुए ड्रेनों की सफाई से लंबित कार्यों को बिना देरी के पूरा करें। 15 जून तक सभी निकायों के अंतर्गत पड़ने वाले सभी ड्रेनों की सफाई सुनिश्चित करें। मानसून सीजन से पहले अधिकारी ड्रेनों की सफाई को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। सीवरेज सफाई से पहले सुरक्षा जांच अनिवार्य ​​​​​​​नायब सिंह सैनी ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि आज भी सीवरेज सफाई के दौरान जानी नुकसान होता है। इसलिए ऐसी व्यवस्था बनाई जाए कि सीवरेज सफाई से पहले सुरक्षा जांच अनिवार्य की जाए। यह चेक किया जाए कि सीवरेज में किसी प्रकार की गैस या अन्य जानलेवा रसायन की उपस्थिति न हों, ताकि सीवर मैन की जान को नुकसान न हो। उन्होंने कहा कि सिस्टम को सुधारने के लिए हमें कड़े कदम उठाने पड़ेंगे।   हरियाणा | दैनिक भास्कर