हरियाणा में आज फिर बदलेगा मौसम:18 तक बारिश के आसार; 2 दिन में 3 की मौत, गुरुग्राम में 24 घंटे में हुई भारी बारिश

हरियाणा में आज फिर बदलेगा मौसम:18 तक बारिश के आसार; 2 दिन में 3 की मौत, गुरुग्राम में 24 घंटे में हुई भारी बारिश

हरियाणा में आज भी मौसम में बदलाव देखा जा सकता है। मौसम विभाग ने बारिश का येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इंद्री, रादौर, थानेसर, शाहाबाद, अंबाला, कालका, बराड़ा, जगाधरी, नारायणगढ़, पंचकूला में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। यहां गरज-चमक के साथ बिजली गिरने का भी खतरा है। इस दौरान 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलेंगी। फिलहाल बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं के असर से प्रदेश के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश गुरुग्राम में दर्ज की गई। यहां 81.5 एमएम बारिश दर्ज की गई। वहीं, बारिश के कारण दो दिन में तीन लोगों की मौत हो चुकी है। कहां कितनी बारिश हुई पिछले 24 घंटों में गुरुग्राम में 81.5 मिमी, फरीदाबाद में 56.4, दादरी में 34, झज्जर में 33.4, पलवल में 37.5, नूंह में 36.6, रेवाड़ी में 47.3, रोहतक में 16.4, यमुनानगर में 10.4 मिमी बारिश हुई। प्रदेश में 6 जिले ऐसे हैं जहां बारिश सामान्य से कम हुई है। 17 और 18 सितंबर को कई इलाकों में फिर से बारिश हो सकती है। आगे ऐसा ही रहेगा मौसम HAU के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. एमएल खीचड़ ने बताया कि हरियाणा में 18 सितंबर तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान मानसून ट्रफ उत्तर दिशा की ओर सामान्य स्थिति में रहेगी तथा अरब सागर से आने वाली नम हवाओं के कारण प्रदेश में मानसूनी हवाओं की सक्रियता बढ़ने की संभावना है, जिसके चलते प्रदेश के अधिकांश जिलों में रुक-रुक कर तेज हवाएं चलने तथा गरज के साथ छींटे पड़ने के साथ कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इस दौरान कुछ स्थानों पर भारी बारिश की भी संभावना है। इस दौरान दिन के तापमान में हल्की गिरावट तथा वातावरण में नमी की मात्रा में वृद्धि होने की भी संभावना है। हरियाणा में अब तक क्या है मानसून की स्थिति हरियाणा में अब सिर्फ 3% ही कम बारिश बची है। प्रदेशभर में मानसून की सक्रियता के चलते पिछले 24 घंटे में 15.9 मिलीमीटर बारिश हुई है। मानसून सीजन में अब तक 390.4 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है , जो सामान्य 401.1 मिलीमीटर से महज 3 फीसदी ही कम है। हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में मात्र 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है। हरियाणा में आज भी मौसम में बदलाव देखा जा सकता है। मौसम विभाग ने बारिश का येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इंद्री, रादौर, थानेसर, शाहाबाद, अंबाला, कालका, बराड़ा, जगाधरी, नारायणगढ़, पंचकूला में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। यहां गरज-चमक के साथ बिजली गिरने का भी खतरा है। इस दौरान 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलेंगी। फिलहाल बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं के असर से प्रदेश के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश गुरुग्राम में दर्ज की गई। यहां 81.5 एमएम बारिश दर्ज की गई। वहीं, बारिश के कारण दो दिन में तीन लोगों की मौत हो चुकी है। कहां कितनी बारिश हुई पिछले 24 घंटों में गुरुग्राम में 81.5 मिमी, फरीदाबाद में 56.4, दादरी में 34, झज्जर में 33.4, पलवल में 37.5, नूंह में 36.6, रेवाड़ी में 47.3, रोहतक में 16.4, यमुनानगर में 10.4 मिमी बारिश हुई। प्रदेश में 6 जिले ऐसे हैं जहां बारिश सामान्य से कम हुई है। 17 और 18 सितंबर को कई इलाकों में फिर से बारिश हो सकती है। आगे ऐसा ही रहेगा मौसम HAU के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. एमएल खीचड़ ने बताया कि हरियाणा में 18 सितंबर तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान मानसून ट्रफ उत्तर दिशा की ओर सामान्य स्थिति में रहेगी तथा अरब सागर से आने वाली नम हवाओं के कारण प्रदेश में मानसूनी हवाओं की सक्रियता बढ़ने की संभावना है, जिसके चलते प्रदेश के अधिकांश जिलों में रुक-रुक कर तेज हवाएं चलने तथा गरज के साथ छींटे पड़ने के साथ कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इस दौरान कुछ स्थानों पर भारी बारिश की भी संभावना है। इस दौरान दिन के तापमान में हल्की गिरावट तथा वातावरण में नमी की मात्रा में वृद्धि होने की भी संभावना है। हरियाणा में अब तक क्या है मानसून की स्थिति हरियाणा में अब सिर्फ 3% ही कम बारिश बची है। प्रदेशभर में मानसून की सक्रियता के चलते पिछले 24 घंटे में 15.9 मिलीमीटर बारिश हुई है। मानसून सीजन में अब तक 390.4 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है , जो सामान्य 401.1 मिलीमीटर से महज 3 फीसदी ही कम है। हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में मात्र 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर