हरियाणा के पलवल में ओवरलोडेड ट्रॉला से ASI को कुचलने की कोशिश की, लेकिन एएसआई ने ट्रॉला के आगे दौड़कर अपनी जान बचाई। होडल में पुलिस ने चेक पोस्ट पर ओवरलोडेड वाहन को रोकने की कोशिश की। ड्राइवर ने ट्रॉला को रोकने की बजाय उस पुलिस वाले को ही कुचलने का प्रयास किया, जाे कि आगे आकर उसके ट्रॉले को रोकने का प्रयास कर रहा था। अच्छा हुआ कि पुलिसकर्मी नीचे नहीं गिरा। वरना उसकी मौके पर ही कुचलकर मौत हो जाती। बाद में पुलिस ने वहां मौजूद लोगों की मदद से ट्रॉला चालक को पकड़ लिया, जबकि कंडक्टर मौके से फरार हो गया। होडल थाना पुलिस ने ट्रॉला चालक और कंडक्टर के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने और हत्या के प्रयास समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। नाकाबंदी कर वाहनों की जांच कर रही थी पुलिस होडल थाना प्रभारी तेजपाल ने बताया कि एएसआई वीरेंद्र सिंह ने रिपोर्ट में कहा है कि वह अपनी टीम के साथ पुलिस चौकी के सामने नाकाबंदी कर वाहनों की जांच कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस को एक ओवरलोड ट्रॉला आता दिखाई दिया। पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया। ट्रॉला चालक ने नाकाबंदी से थोड़ा आगे अपनी ट्राली रोक दी। पुलिस ने उसके कागजात चेक करने शुरू कर दिए। पीछे भागकर बचाई जान उन्होंने बताया कि इसी दौरान वहां एक और ट्रॉला पहुंच गया। जब होमगार्ड विष्णु उसके चालक के पास पहुंचा तो उसने अपनी ट्राली पीछे की और दूसरी तरफ भाग गया। इस दौरान चालक ने एएसआई वीरेंद्र को टक्कर मारने का प्रयास किया। एएसआई ने ट्राली के आगे लगे बंपर पर अपने दोनों हाथ रख लिए और पीछे की तरफ पुन्हाना मोड़ की तरफ भागने लगा। पुलिस ASI ने बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाई भाग रहे ड्राइवर को लोगों ने पकड़ा इस दौरान वहां लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। भाग रहे ट्रॉला को थोड़ी आगे रोक लिया। ट्रॉला के रुकते ही कंडक्टर भीड़ का फायदा उठाकर मौके से भाग गया, जबकि ड्राइवर ने जब भागने का प्रयास किया तो लोगों की भीड़ व होमगार्ड विष्णु ने उसे पकड़ लिया। ट्राला ड्राइवर की पहचान नंगला अहसानपुर निवासी तालीम के तौर पर हुई है। हत्या के प्रयास की धारा में केस दर्ज होडल थाना पुलिस ने ASI वीरेंद्र की लिखित तहरीर पर आरोपी ट्रॉला ड्राइवर के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालकर क्षमता से अधिक वजन भरकर ASI को जान से मारने की नीयत से ट्राला को तेज रफ्तार से चलाकर वारदात करने सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। ड्राइवर को गिरफ्तार कर ट्रॉला को कब्जे में ले लिया है। पुलिस ट्रॉला से फरार हुए कंडक्टर की तलाश में जुटी हुई है। हरियाणा के पलवल में ओवरलोडेड ट्रॉला से ASI को कुचलने की कोशिश की, लेकिन एएसआई ने ट्रॉला के आगे दौड़कर अपनी जान बचाई। होडल में पुलिस ने चेक पोस्ट पर ओवरलोडेड वाहन को रोकने की कोशिश की। ड्राइवर ने ट्रॉला को रोकने की बजाय उस पुलिस वाले को ही कुचलने का प्रयास किया, जाे कि आगे आकर उसके ट्रॉले को रोकने का प्रयास कर रहा था। अच्छा हुआ कि पुलिसकर्मी नीचे नहीं गिरा। वरना उसकी मौके पर ही कुचलकर मौत हो जाती। बाद में पुलिस ने वहां मौजूद लोगों की मदद से ट्रॉला चालक को पकड़ लिया, जबकि कंडक्टर मौके से फरार हो गया। होडल थाना पुलिस ने ट्रॉला चालक और कंडक्टर के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने और हत्या के प्रयास समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। नाकाबंदी कर वाहनों की जांच कर रही थी पुलिस होडल थाना प्रभारी तेजपाल ने बताया कि एएसआई वीरेंद्र सिंह ने रिपोर्ट में कहा है कि वह अपनी टीम के साथ पुलिस चौकी के सामने नाकाबंदी कर वाहनों की जांच कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस को एक ओवरलोड ट्रॉला आता दिखाई दिया। पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया। ट्रॉला चालक ने नाकाबंदी से थोड़ा आगे अपनी ट्राली रोक दी। पुलिस ने उसके कागजात चेक करने शुरू कर दिए। पीछे भागकर बचाई जान उन्होंने बताया कि इसी दौरान वहां एक और ट्रॉला पहुंच गया। जब होमगार्ड विष्णु उसके चालक के पास पहुंचा तो उसने अपनी ट्राली पीछे की और दूसरी तरफ भाग गया। इस दौरान चालक ने एएसआई वीरेंद्र को टक्कर मारने का प्रयास किया। एएसआई ने ट्राली के आगे लगे बंपर पर अपने दोनों हाथ रख लिए और पीछे की तरफ पुन्हाना मोड़ की तरफ भागने लगा। पुलिस ASI ने बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाई भाग रहे ड्राइवर को लोगों ने पकड़ा इस दौरान वहां लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। भाग रहे ट्रॉला को थोड़ी आगे रोक लिया। ट्रॉला के रुकते ही कंडक्टर भीड़ का फायदा उठाकर मौके से भाग गया, जबकि ड्राइवर ने जब भागने का प्रयास किया तो लोगों की भीड़ व होमगार्ड विष्णु ने उसे पकड़ लिया। ट्राला ड्राइवर की पहचान नंगला अहसानपुर निवासी तालीम के तौर पर हुई है। हत्या के प्रयास की धारा में केस दर्ज होडल थाना पुलिस ने ASI वीरेंद्र की लिखित तहरीर पर आरोपी ट्रॉला ड्राइवर के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालकर क्षमता से अधिक वजन भरकर ASI को जान से मारने की नीयत से ट्राला को तेज रफ्तार से चलाकर वारदात करने सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। ड्राइवर को गिरफ्तार कर ट्रॉला को कब्जे में ले लिया है। पुलिस ट्रॉला से फरार हुए कंडक्टर की तलाश में जुटी हुई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
भिवानी में बदमाश से भिड़ी गर्भवती महिला:घर में घुसकर की फायरिंग, हमलावर से छीना रिवॉल्वर, पति की बचाई जान
भिवानी में बदमाश से भिड़ी गर्भवती महिला:घर में घुसकर की फायरिंग, हमलावर से छीना रिवॉल्वर, पति की बचाई जान हरियाणा के भिवानी जिले में एक सामाजिक कार्यकर्ता पर जानलेवा हमला हुआ है। सजग भारत मजदूर यूनियन प्रधान रमेश चौपड़ा के घर में एक नकाबपोश बदमाश ने घुसकर गोलियां चला दीं। हालांकि उनकी गर्भवती पत्नी सीमा की सूझबूझ से बड़ी घटना होने से टल गई। घटना मंगलवार रात करीब 8:30 बजे की है। मां ने कचरा डालने के लिए खोला गेट जानकारी के अनुसार रमेश चौपड़ा जब अपनी कार से घर लौटे और कपड़े बदल रहे थे, तभी उनकी मां के कचरा डालने के लिए गेट खोलने का फायदा उठाकर एक युवक घर में घुस आया। बदमाश ने कपड़े से अपना चेहरा ढक रखा था। उसने कमरे में घुसते ही बेड पर बैठे रमेश पर गोलियां चला दीं। गनीमत रही कि पीछे से सीमा ने बदमाश का हाथ पकड़ लिया, जिससे गोलियां दीवार में जा लगी। रिवॉल्वर छीनने पर हुआ फरार साहस दिखाते हुए रमेश और सीमा ने बदमाश से छीना-झपटी कर उसकी रिवॉल्वर छीन ली, लेकिन वह मौके से फरार हो गया। रमेश का कहना है कि उनकी किसी से कोई रंजिश नहीं है। उन्होंने बताया कि 7 जनवरी को कुछ बच्चों के साथ क्रिकेट बॉल को लेकर मामूली विवाद हुआ था, जिन पर उन्हें शक है। सीसीटीवी खंगालने में जुटी पुलिस औद्योगिक थाना क्षेत्र के एसएचओ सुमित कुमार के अनुसार पुलिस ने मौके से बरामद रिवॉल्वर को कब्जे में ले लिया है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। डीएसपी आर्यन चौधरी सहित पुलिस टीम मामले की जांच कर रही है।
चरखी-दादरी में शादियों में हर्ष फायरिंग पर रोक:अठगामा खाप बोली- हथियार ले जाने पर करेंगे शिकायत; 4 दिन पहले हुई लड़की की मौत
चरखी-दादरी में शादियों में हर्ष फायरिंग पर रोक:अठगामा खाप बोली- हथियार ले जाने पर करेंगे शिकायत; 4 दिन पहले हुई लड़की की मौत चरखी दादरी जिले में सर्वजातीय अठगामा खाप ने शादी या किसी भी समारोह में हर्ष फायरिंग पर पूरी तरह से रोक लगाने का फैसला लिया है। साथ ही किसी समारोह में कोई व्यक्ति हथियार शस्त्र लेकर जाता है, तो उसके खिलाफ पंचायत द्वारा कार्रवाई के लिए पुलिस को अवगत करवाया जाएगा। इसके अलावा नशा मुक्ति को लेकर जागरूकता के साथ सामाजिक कुरुतियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया। अठगामा खाप घसौला की कार्यकारिणी की बैठक रविवार को गांव घसौला के पंचायत भवन में प्रधान रणवीर पूर्व सरपंच की अध्यक्षता में आयोजित की गई। पंचायत में समाज हित के लिए सामाजिक कुरीतियों को दूर करने सहित कई सामाजिक मुद्दों पर चर्चा की गई। पंचायत में जिसमें युवाओं को नशे से दूर रखने, विवाह शादियों व समारोह में हथियार व शस्त्र ले जाने व प्रयोग करने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया। वहीं खाप ने किसान आंदोलन व उनकी मांगों का पूर्ण समर्थन करने का फैसला लिया है। चार दिन पहले हर्ष फायरिंग में हुई थी लड़की की मौत चरखी दादरी में 4 दिन पहले शादी समारोह में हर्ष फायरिंग के दौरान झज्जर जिले के बहु निवासी 13 वर्षीय जिया की मौत हो गई थी। जिसके बाद खाप पंचायत भी हरकत में आई है और हर्ष फायरिंग पर पूर्णतः रोक लगाने का फैसला लिया। बैठक में ये रहे मौजूद बैठक में उप प्रधान सत्यवीर गोठड़ा, सचिव करतार सिंह संतोखपुरा, कोषाध्यक्ष राजबीर बलकरा, सह सचिव आजाद खेड़ी सनवाल, पूर्व सरपंच सोमबीर बलकरा, खाप संरक्षक धर्मपाल महराणा, बलबीर बलकरा, रामवीर संतोखपुरा, राजेश गोठड़ा, इन्द्रजीत, राम कुमार व बबलू महराणा इत्यादि उपस्थित रहे।
हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो में सिफारिशी नियुक्ति बंद:ACB चीफ की DGP को चिट्ठी, अधिकारी–मंत्रियों से सिफारिश का फैशन नहीं चलेगा, ऑनलाइन अप्लाई कराएं
हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो में सिफारिशी नियुक्ति बंद:ACB चीफ की DGP को चिट्ठी, अधिकारी–मंत्रियों से सिफारिश का फैशन नहीं चलेगा, ऑनलाइन अप्लाई कराएं हरियाणा सरकार के एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) में अब कर्मचारियों और अधिकारियों की सिफारिशी नियुक्ति नहीं होगी। इस बारे में 23 दिसंबर को ही नियुक्त हुए ACB के नए चीफ ADGP आलोक कुमार मित्तल ने DGP शत्रुजीत कपूर को चिट्ठी भेजी है। जिसमें यह भी कहा गया कि एसीबी में नियुक्ति के लिए अधिकारियों–मंत्रियों के सिफारिश का एडहॉक फैशन के बजाय पारदर्शिता से काम होगा। इसके लिए इच्छुक अधिकारियों–कर्मचारियों को ऑनलाइन पोर्टल के जरिए आवेदन करने को कहा गया है। यह नियुक्ति डेपुटेशन के आधार पर होगी। ADGP की DGP को लिखी चिट्ठी में क्या…
एंटी करप्शन ब्यूरो में डेप्यूटेशन के इच्छुक अधिकारियों के लिए ACB ने एक पोर्टल बनाया है। ट्रांसफर पॉलिसी के अधीन जो अधिकारी एसीबी के लिए योग्य हैं, वह इस पर ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। अफसरों और मिनिस्ट्रियल कैडर की तरफ से नाम प्रस्तावित करने के अनौपचारिक फैशन के बजाय यह काम ऑनलाइन पारदर्शिता से होगा। इस पोर्टल का लिंक ACB की ऑफिशियल वेबसाइट www.acb.haryana.gov.in पर दिया गया है। DGP ने सभी अधिकारियों को भेजी सूचना
ACB चीफ ADGP मित्तल ने डीजीपी से अनुरोध किया कि इसके बारे में सभी पुलिस यूनिट को सूचित कर दें ताकि इव्छुक अधिकारी इस पोर्टल के जरिए आवेदन कर सके। इसके बाद DGP ऑफिस से सभी पुलिस कमिश्नर, SP और पुलिस हेडक्वार्टर की ब्रांचों में इसके बारे में सूचना भेज दी गई है। एंटी करप्शन ब्यूरो से जुड़े 3 पॉइंट्स… 1. हरियाणा गठन के बाद 3 बार बदला गया नाम
1 नवंबर 1966 को हरियाणा का गठन हुआ था। इसके एक साल बाद जून 1967 में रिश्वतखोरी पर कार्रवाई के लिए स्टेट विजिलेंस ब्यूरो (SVB) बनाया गया था। इसकी शुरुआत एक विशेष जांच एजेंसी (SIA) के तौर पर हुई थी, बाद में साल 1978 में इसका नाम बदलकर स्टेट विजिलेंस ब्यूरो कर दिया गया। फिर फरवरी, 2023 में इसका नाम बदलकर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो यानी ACB कर दिया गया। यह फैसला तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में डिविजनल विजिलेंस ब्यूरो के पुलिस उप महानिरीक्षकों (डीआईजी) और पुलिस अधीक्षकों के साथ हुई अहम बैठक में लिया गया था। 3. राज्य से जिला स्तर पर एक्टिव किया गया
शुरुआत में ACB राज्य स्तर पर काम करती थी। इसके बाद तत्कालीन सीएम मनोहर लाल ने ही रिश्वत के मामलों पर प्रभावी कार्रवाई के लिए इसे जिला स्तर पर भी एक्टिव किया। अब एसीबी राज्य, मंडल और जिला स्तर पर काम करती है। इसके लिए अलग से नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं। 3. पिछले साल 104 जगह रेड, 155 केस दर्ज किए
ACB ने साल 2024 में 104 जगहों पर रेड की। इसमें 86 सरकारी कर्मचारियों– अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया। जिनमें 6 गजटेड ऑफिसर, 80 अराजपत्रित अधिकारी और 31 निजी व्यक्ति शामिल थे। इन 86 गिरफ्तार आरोपियों से रिश्वत के बदले लिए 88 लाख से ज्यादा रुपए बरामद किए गए। ACB ने इस मामले में 155 केस दर्ज किए। जिनमें 104 केस रंगेहाथों पकड़ने और 51 मामले शिकायत व जांच के बाद दर्ज किए गए।