हरियाणा के सोनीपत में एक कंपनी के 7 कर्मचारियों पर कंपनी के ही दूसरे कर्मचारी की हत्या करने का आरोप लगा है। दरअसल, करीब 3 महीने पहले केवीजी एग्रो प्राइवेट लिमिटेड में कार्यरत शिफ्ट इंचार्ज निर्मल मिश्रा की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। आज 7 अक्टूबर को मृतक के भाई आशीष ने आरोप लगाया है कि उसके भाई की हत्या की पीछे कंपनी के ही लोगों का हाथ है। उसने बताया की उसका मृतक भाई कंपनी में कार्यरत कर्मियों के हितों को लेकर मैनेजमेंट के सामने लगातार आवाज उठाता रहता था जिसकी वजह से कंपनी के एमडी के साथ साथ दूसरे अधिकारी भी उससे परेशान थे। पुलिस को शिकायत देने वाले मृतक के भाई आशीष मिश्रा ने कंपनी के एमडी, प्रोडक्शन मैनेजर और जीएम समेत 7 कर्मचारियों पर हत्या का आरोप लगाया है। वहीं खरखौदा पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मामले में छानबीन में जुट गई है। जानिए क्या है पूरा मामला… सड़क किनारे मिला था शव, कंपनी बोली सड़क हादसा है
आशीष मिश्रा ने इस पूरे मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि उसका भाई खरखौदा क्षेत्र के गांव सिसाना में केवीजी एग्रो प्राइवेट लिमिटेड में करीब 4 साल से कार्यरत था। वह नौकरी के लिए ही खरखौदा में था वैसे उसका पूरा परिवार उत्तरप्रदेश के इलाहबाद का रहने वाला है। 28 जून 2024 को कम्पनी से लगभग 1 किलोमीटर दूर सड़क के किनारे उसका 29 वर्षीय भाई निर्मल गंभीर रूप से घायल अवस्था में पड़ा मिला। रोहतक पीजीआई में इलाज के लिए उसे भर्ती कराया गया था लेकिन इसी दौरान उसकी मौत हो गई। आशीष ने आगे बताया कि कंपनी के अधिकारियों ने उनके परिवार पर दबाव बनाया था वह पुलिस को सड़क हादसा बताएं। परिजनों से कहा गया कि हर कर्मचारी की मौत के बाद कंपनी परिवार को कुछ लाभ देती है लेकिन अगर उन्होंने सड़क हादसा नहीं बताया तो वो लाभ भी नहीं मिलेगा। हालांकि अभी तक उन्हें कोई लाभ नहीं दिया गया है। निर्मल का एक 3 साल का बच्चा है और परिवार में वह अकेले कमाने वाला था। इतना ही नहीं कंपनी ने उसके भाई के शव का पोस्टमॉर्टम भी नहीं होने दिया था। मैनेजमेंट के निशाने पर था निर्मल
आशीष मिश्रा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका भाई निर्मल मिश्रा एक जुझारू किस्म का व्यक्ति था। वह मैनेजमेंट के समक्ष कर्मचारियों की समस्याओं को रखता था। कुछ समय पहले कर्मचारियों की वेतन बढ़ोतरी, प्रमोशन, कर्मचारियों से ओवर टाइम लिए गए कार्यों के भुगतान न करने को लेकर उसकी मैनेजमेंट के अधिकारियों से काफी बहस भी हुई थी। इस बात को लेकर कंपनी के कुछ लोगों ने उस पर दबाव डाला और कहा- अपने फायदे की सोचो, जिसमें तुम्हारा हित हो, उसे मैनेजमेंट से पूरा करवा दिया जाएगा। तुम सभी कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर मैनेजमेंट से दुश्मनी क्यों लेते हो। हालांकि इसके बावजूद कई मौकों पर निर्मल कर्मचारियों के हित के लिए कंपनी अधिकारियों से लड़ता रहा। साजिश कर ले गए कंपनी से बाहर
आशीष मिश्रा के अनुसार 28 जून को निर्मल की दोपहर डेढ़ बजे ओवर टाइम के साथ दूसरी शिफ्ट में ड्यूटी थी। उसी समय कंपनी का एक कर्मचारी अक्षय आया और निर्मल से कहा कि विकास शर्मा सर ने तुम्हें साथ लेकर कम्पनी के कार्य से बाहर चलने को कहा है। उस समय निर्मल का ओवर टाइम शिफ्ट आधा घंटा शेष था। इसलिए वह जाना नही चाहता था। लेकिन उसी समय दूसरे कर्मचारी विंध्याचल राय व राम चरण राय और रामकरन भी आ गए। इन सब ने निर्मल से कहा कि विकास सर का आदेश है कि तुम अक्षय के साथ जाकर कम्पनी का कार्य करके आओ। निर्मल अपने प्रति हो रही किसी भी साजिश से अनभिज्ञ था। वह अक्षय के साथ उसकी मोटर साइकिल पर बैठ कर कम्पनी के काम से बाहर गया। इसके बाद दोपहर बाद 3:30 बजे निर्मल गम्भीर अवस्था में कम्पनी से लगभग 1 किलोमीटर दूर सड़क किनारे मरणासन्न अवस्था में पड़ा मिला। कंपनी के ड्राइवर ने उसको देखा और इसके बाद उसे अस्पताल पहुंचाया गया। कंपनी के एमडी समेत इन पर केस दर्ज
थाना खरखौदा के SI बिजेंद्र ने बताया कि निर्मल की मौत को हत्या बताते हुए उसके भाई आशीष मिश्रा ने थाने में शिकायत दी है। पुलिस ने शिकायत पर केवीजी एग्रो कंपनी के एमडी विनय कुमार गुप्ता, प्रोडक्शन मैनेजर विकास शर्मा, जीएम अनित रंजन भारती के साथ मैनेजमेंट के विश्वासपात्र कर्मचारियों अक्षय, विंध्याचल राय, राम चरण व रामकरन के खिलाफ धारा 302, 201, 120 B IPC के तहत केस दर्ज किया है। मामले को लेकर अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। हरियाणा के सोनीपत में एक कंपनी के 7 कर्मचारियों पर कंपनी के ही दूसरे कर्मचारी की हत्या करने का आरोप लगा है। दरअसल, करीब 3 महीने पहले केवीजी एग्रो प्राइवेट लिमिटेड में कार्यरत शिफ्ट इंचार्ज निर्मल मिश्रा की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। आज 7 अक्टूबर को मृतक के भाई आशीष ने आरोप लगाया है कि उसके भाई की हत्या की पीछे कंपनी के ही लोगों का हाथ है। उसने बताया की उसका मृतक भाई कंपनी में कार्यरत कर्मियों के हितों को लेकर मैनेजमेंट के सामने लगातार आवाज उठाता रहता था जिसकी वजह से कंपनी के एमडी के साथ साथ दूसरे अधिकारी भी उससे परेशान थे। पुलिस को शिकायत देने वाले मृतक के भाई आशीष मिश्रा ने कंपनी के एमडी, प्रोडक्शन मैनेजर और जीएम समेत 7 कर्मचारियों पर हत्या का आरोप लगाया है। वहीं खरखौदा पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मामले में छानबीन में जुट गई है। जानिए क्या है पूरा मामला… सड़क किनारे मिला था शव, कंपनी बोली सड़क हादसा है
आशीष मिश्रा ने इस पूरे मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि उसका भाई खरखौदा क्षेत्र के गांव सिसाना में केवीजी एग्रो प्राइवेट लिमिटेड में करीब 4 साल से कार्यरत था। वह नौकरी के लिए ही खरखौदा में था वैसे उसका पूरा परिवार उत्तरप्रदेश के इलाहबाद का रहने वाला है। 28 जून 2024 को कम्पनी से लगभग 1 किलोमीटर दूर सड़क के किनारे उसका 29 वर्षीय भाई निर्मल गंभीर रूप से घायल अवस्था में पड़ा मिला। रोहतक पीजीआई में इलाज के लिए उसे भर्ती कराया गया था लेकिन इसी दौरान उसकी मौत हो गई। आशीष ने आगे बताया कि कंपनी के अधिकारियों ने उनके परिवार पर दबाव बनाया था वह पुलिस को सड़क हादसा बताएं। परिजनों से कहा गया कि हर कर्मचारी की मौत के बाद कंपनी परिवार को कुछ लाभ देती है लेकिन अगर उन्होंने सड़क हादसा नहीं बताया तो वो लाभ भी नहीं मिलेगा। हालांकि अभी तक उन्हें कोई लाभ नहीं दिया गया है। निर्मल का एक 3 साल का बच्चा है और परिवार में वह अकेले कमाने वाला था। इतना ही नहीं कंपनी ने उसके भाई के शव का पोस्टमॉर्टम भी नहीं होने दिया था। मैनेजमेंट के निशाने पर था निर्मल
आशीष मिश्रा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका भाई निर्मल मिश्रा एक जुझारू किस्म का व्यक्ति था। वह मैनेजमेंट के समक्ष कर्मचारियों की समस्याओं को रखता था। कुछ समय पहले कर्मचारियों की वेतन बढ़ोतरी, प्रमोशन, कर्मचारियों से ओवर टाइम लिए गए कार्यों के भुगतान न करने को लेकर उसकी मैनेजमेंट के अधिकारियों से काफी बहस भी हुई थी। इस बात को लेकर कंपनी के कुछ लोगों ने उस पर दबाव डाला और कहा- अपने फायदे की सोचो, जिसमें तुम्हारा हित हो, उसे मैनेजमेंट से पूरा करवा दिया जाएगा। तुम सभी कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर मैनेजमेंट से दुश्मनी क्यों लेते हो। हालांकि इसके बावजूद कई मौकों पर निर्मल कर्मचारियों के हित के लिए कंपनी अधिकारियों से लड़ता रहा। साजिश कर ले गए कंपनी से बाहर
आशीष मिश्रा के अनुसार 28 जून को निर्मल की दोपहर डेढ़ बजे ओवर टाइम के साथ दूसरी शिफ्ट में ड्यूटी थी। उसी समय कंपनी का एक कर्मचारी अक्षय आया और निर्मल से कहा कि विकास शर्मा सर ने तुम्हें साथ लेकर कम्पनी के कार्य से बाहर चलने को कहा है। उस समय निर्मल का ओवर टाइम शिफ्ट आधा घंटा शेष था। इसलिए वह जाना नही चाहता था। लेकिन उसी समय दूसरे कर्मचारी विंध्याचल राय व राम चरण राय और रामकरन भी आ गए। इन सब ने निर्मल से कहा कि विकास सर का आदेश है कि तुम अक्षय के साथ जाकर कम्पनी का कार्य करके आओ। निर्मल अपने प्रति हो रही किसी भी साजिश से अनभिज्ञ था। वह अक्षय के साथ उसकी मोटर साइकिल पर बैठ कर कम्पनी के काम से बाहर गया। इसके बाद दोपहर बाद 3:30 बजे निर्मल गम्भीर अवस्था में कम्पनी से लगभग 1 किलोमीटर दूर सड़क किनारे मरणासन्न अवस्था में पड़ा मिला। कंपनी के ड्राइवर ने उसको देखा और इसके बाद उसे अस्पताल पहुंचाया गया। कंपनी के एमडी समेत इन पर केस दर्ज
थाना खरखौदा के SI बिजेंद्र ने बताया कि निर्मल की मौत को हत्या बताते हुए उसके भाई आशीष मिश्रा ने थाने में शिकायत दी है। पुलिस ने शिकायत पर केवीजी एग्रो कंपनी के एमडी विनय कुमार गुप्ता, प्रोडक्शन मैनेजर विकास शर्मा, जीएम अनित रंजन भारती के साथ मैनेजमेंट के विश्वासपात्र कर्मचारियों अक्षय, विंध्याचल राय, राम चरण व रामकरन के खिलाफ धारा 302, 201, 120 B IPC के तहत केस दर्ज किया है। मामले को लेकर अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर