हरियाणा के पानीपत शहर में शनिवार को आस्था अस्पताल में हंगामा हो गया। अस्पताल में भर्ती युवती ने कंपाउंडर पर छेड़छाड़ करने के आरोप लगाए। परिवार कहना है कि कंपाउंडर ने इजेक्शन लगाने की बात कहते हुए मां-बाप को कमरे से बाहर निकाल दिया। इसके बाद कंपाउंडर ने युवती के प्राइवेट पार्ट समेत शरीर के अन्य हिस्सों को टच किया। युवती होश में आई तो कंपाउंडर उसके साथ गलत हरकत कर रहा था। इसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई। परिवार के लोगों ने डॉक्टर पर भी कार्रवाई न करने का आरोप लगाया। इसके बाद आरोपी कंपाउंडर को पुलिस अपने साथ ले गई। कमरा अंदर से बंद किया
एक व्यक्ति ने बताया कि उसकी 19 वर्षीय बेटी को 4-5 दिन से उल्टी दस्त की शिकायत थी। पहले वह दूसरे अस्पताल में भर्ती थी। कल सुबह वह उसे आस्था अस्पताल में लेकर आए थे। यहां डॉक्टरों ने उसे एडमिट कर लिया। रात करीब 3 और साढ़े 5 बजे के बीच में कंपाउंडर आया और बेटी को इंजेक्शन लगाने की बात कही। उसने मां-बाप को बाहर निकाल लिया और अंदर से कमरा बंद कर लिया। बेटी उस समय बेहोशी की हालत में थी। कमरे में बेटी के अलावा एक और महिला भी थी। वह भी एक तरह से बेहोश ही थी। बेटी ने रोते हुए घटना के बारे में बताया कुछ देर बाद वे लोग अंदर गए तो बेटी रो रही थी। जब उसने बेटी ने रोने का कारण पूछा तो उसने बताया कि कंपाउंडर ने उसके साथ गलत हरकत की। वह बेहोशी में थी। जब उसे होश आया तो कंपाउंडर ने अपनी पेंट खोली हुई थी। अपने प्राइवेट पार्ट को उससे टच करवा रहा था। इसके अलावा उसके प्राइवेट पार्ट को भी टच कर रहा था। डॉक्टर ने कंपाउंडर को मारकर भगाया व्यक्ति ने बताया कि इसके बाद उन्होंने तुरंत डॉक्टर और स्टाफ के दूसरे लोगों को सूचना दी। रात को डॉक्टर आए। उनकी बेटी ने कंपाउंडर की हरकत के बारे में उन्हें बताया। इसके बाद कंपाउंडर माफी मांगने लगा। डॉक्टर ने कंपाउंडर को मारकर भगा दिया। डॉक्टर ने उनसे कहा कि आप कुछ कार्रवाई न करना। हमने उसे नौकरी से निकाल दिया है। व्यक्ति ने कहा कि डॉक्टर ने कंपाउंडर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। तभी पुलिस बुलाकर उसे सौंपना चाहिए था। रात को कमरे में महिला कर्मचारी की ड्यूटी होनी चाहिए थी। अंदर युवती और महिला के होने के बावजूद पुरुष इंजेक्शन लगाने के लिए आया। अस्पताल के डॉक्टर ने कुछ कहने से मना किया घटना के बाद डॉ. सुनील महाजन से अस्पताल स्टाफ के जरिए बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने अपना पक्ष देने से मना करते हुए कहा कि मैं पुलिस को बयान दे चुका हूं। अभी लंच कर रहा हूं। मुझे फिलहाल मीडिया से कोई बात नहीं करनी। SHO बोले- मौखिक तौर पर शिकायत मिली
पानीपत के सिटी थाना प्रभारी राजबीर सिंह ने बताया कि छेड़छाड़ की मौखिक तौर पर शिकायत मिली थी। लड़की के बयान लिए हैं, उसके आधार आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं लड़की के परिवार वालों से मारपीट की बात सामने नहीं आई है। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। हरियाणा के पानीपत शहर में शनिवार को आस्था अस्पताल में हंगामा हो गया। अस्पताल में भर्ती युवती ने कंपाउंडर पर छेड़छाड़ करने के आरोप लगाए। परिवार कहना है कि कंपाउंडर ने इजेक्शन लगाने की बात कहते हुए मां-बाप को कमरे से बाहर निकाल दिया। इसके बाद कंपाउंडर ने युवती के प्राइवेट पार्ट समेत शरीर के अन्य हिस्सों को टच किया। युवती होश में आई तो कंपाउंडर उसके साथ गलत हरकत कर रहा था। इसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई। परिवार के लोगों ने डॉक्टर पर भी कार्रवाई न करने का आरोप लगाया। इसके बाद आरोपी कंपाउंडर को पुलिस अपने साथ ले गई। कमरा अंदर से बंद किया
एक व्यक्ति ने बताया कि उसकी 19 वर्षीय बेटी को 4-5 दिन से उल्टी दस्त की शिकायत थी। पहले वह दूसरे अस्पताल में भर्ती थी। कल सुबह वह उसे आस्था अस्पताल में लेकर आए थे। यहां डॉक्टरों ने उसे एडमिट कर लिया। रात करीब 3 और साढ़े 5 बजे के बीच में कंपाउंडर आया और बेटी को इंजेक्शन लगाने की बात कही। उसने मां-बाप को बाहर निकाल लिया और अंदर से कमरा बंद कर लिया। बेटी उस समय बेहोशी की हालत में थी। कमरे में बेटी के अलावा एक और महिला भी थी। वह भी एक तरह से बेहोश ही थी। बेटी ने रोते हुए घटना के बारे में बताया कुछ देर बाद वे लोग अंदर गए तो बेटी रो रही थी। जब उसने बेटी ने रोने का कारण पूछा तो उसने बताया कि कंपाउंडर ने उसके साथ गलत हरकत की। वह बेहोशी में थी। जब उसे होश आया तो कंपाउंडर ने अपनी पेंट खोली हुई थी। अपने प्राइवेट पार्ट को उससे टच करवा रहा था। इसके अलावा उसके प्राइवेट पार्ट को भी टच कर रहा था। डॉक्टर ने कंपाउंडर को मारकर भगाया व्यक्ति ने बताया कि इसके बाद उन्होंने तुरंत डॉक्टर और स्टाफ के दूसरे लोगों को सूचना दी। रात को डॉक्टर आए। उनकी बेटी ने कंपाउंडर की हरकत के बारे में उन्हें बताया। इसके बाद कंपाउंडर माफी मांगने लगा। डॉक्टर ने कंपाउंडर को मारकर भगा दिया। डॉक्टर ने उनसे कहा कि आप कुछ कार्रवाई न करना। हमने उसे नौकरी से निकाल दिया है। व्यक्ति ने कहा कि डॉक्टर ने कंपाउंडर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। तभी पुलिस बुलाकर उसे सौंपना चाहिए था। रात को कमरे में महिला कर्मचारी की ड्यूटी होनी चाहिए थी। अंदर युवती और महिला के होने के बावजूद पुरुष इंजेक्शन लगाने के लिए आया। अस्पताल के डॉक्टर ने कुछ कहने से मना किया घटना के बाद डॉ. सुनील महाजन से अस्पताल स्टाफ के जरिए बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने अपना पक्ष देने से मना करते हुए कहा कि मैं पुलिस को बयान दे चुका हूं। अभी लंच कर रहा हूं। मुझे फिलहाल मीडिया से कोई बात नहीं करनी। SHO बोले- मौखिक तौर पर शिकायत मिली
पानीपत के सिटी थाना प्रभारी राजबीर सिंह ने बताया कि छेड़छाड़ की मौखिक तौर पर शिकायत मिली थी। लड़की के बयान लिए हैं, उसके आधार आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं लड़की के परिवार वालों से मारपीट की बात सामने नहीं आई है। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर