हरियाणा के पानीपत में थार गाड़ी के ड्राइवर को स्टंट करना महंगा पड़ गया। उसने नाबालिग को कार की छत पर बैठाकर वीडियो बनाई और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी। वीडियो समालखा पुलिस तक पहुंच गया। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए BNS की धारा 281,125 के तहत मामला दर्ज किया है। जिस व्यक्ति के नाम पर गाड़ी है, वह कांग्रेस नेता है। गाड़ी पर बैठा नाबालिग लड़का नेता का भतीजा है। जबकि लड़के के पिता फायरमैन हैं। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि गाड़ी कौन चला रहा था। हालांकि, लड़के के पिता का कहना है कि उन्हें इन वीडियो के बारे में कुछ नहीं पता। साइबर सेल की मदद से निकली जानकारी समालखा थाना पुलिस को दी शिकायत में ASI राजबीर सिंह ने बताया कि वह थाने में बतौर जांच अधिकारी नियुक्त है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक वीडियो वायरल हो रही थी। जिसको देखने पर पता लगा कि एक थार गाड़ी का ड्राइवर गाड़ी को खतरनाक स्टंट करते हुए लापरवाही से चला रहा है। थार की छत पर उसने एक नाबालिग लड़के को बिठाया हुआ है। वायरल वीडियो के बारे में साइबर टीम की मदद से जानकारी जुटाई तो पता लगा कि उपरोक्त थार गाड़ी का मालिक समालखा के भापरा गांव निवासी नरेंद्र बेनीवाल की है। सोशल मीडिया पर कई वीडियो अपलोड हुए जांच में पता चला कि सोशल मीडिया अकाउंट पर और भी ऐसे कई वीडियो अपलोड किए हुए हैं। आरोपी ड्राइवर ने थार गाड़ी को खतरनाक स्टंट करते हुए तेज रफ्तार और लापरवाही से चलाकर नाबालिग बच्चे की जान को जोखिम में डालकर अपराध किया है। लड़के के पिता बोले- हमने बच्चे को धमकाया इस बारे में नाबालिग बच्चे के पिता फायरमैन जितेंद्र बेनीवाल का कहना है कि उन्हें भी नहीं पता था कि बेटे ने इस तरह की कोई वीडियो शूट कर सोशल मीडिया पर डाली हैं। जैसे ही उन्हें इस बात का पता चला तो हमने उसे धमकाया और दोबारा गाड़ी न देने की बात कही। बच्चे ने यह वीडियो बाहर शूट कर बाहर ही एडिट किया और सोशल मीडिया पर डाल दीं। इस बारे में किसी भी परिजन को नहीं पता। गाड़ी चलाने वाला भी घर का दूसरा बालिग बच्चा है। *********************** स्टंट से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा में काली थार-स्कॉर्पियो गोल-गोल घूमाईं हरियाणा के गुरुग्राम में सोहना रोड पर काली थार और स्कॉर्पियो से स्टंट करने का वीडियो सामने आया था। युवकों ने थार और स्कॉर्पियो को बीच सड़क पर गोल-गोल घुमाया। अचानक साइकिल सवार व्यक्ति सामने आ गया। थार के ड्राइवर ने अचानक ब्रेक लगाए, जिससे वह बाल-बाल बच गया। पढ़ें पूरी खबर हरियाणा के पानीपत में थार गाड़ी के ड्राइवर को स्टंट करना महंगा पड़ गया। उसने नाबालिग को कार की छत पर बैठाकर वीडियो बनाई और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी। वीडियो समालखा पुलिस तक पहुंच गया। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए BNS की धारा 281,125 के तहत मामला दर्ज किया है। जिस व्यक्ति के नाम पर गाड़ी है, वह कांग्रेस नेता है। गाड़ी पर बैठा नाबालिग लड़का नेता का भतीजा है। जबकि लड़के के पिता फायरमैन हैं। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि गाड़ी कौन चला रहा था। हालांकि, लड़के के पिता का कहना है कि उन्हें इन वीडियो के बारे में कुछ नहीं पता। साइबर सेल की मदद से निकली जानकारी समालखा थाना पुलिस को दी शिकायत में ASI राजबीर सिंह ने बताया कि वह थाने में बतौर जांच अधिकारी नियुक्त है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक वीडियो वायरल हो रही थी। जिसको देखने पर पता लगा कि एक थार गाड़ी का ड्राइवर गाड़ी को खतरनाक स्टंट करते हुए लापरवाही से चला रहा है। थार की छत पर उसने एक नाबालिग लड़के को बिठाया हुआ है। वायरल वीडियो के बारे में साइबर टीम की मदद से जानकारी जुटाई तो पता लगा कि उपरोक्त थार गाड़ी का मालिक समालखा के भापरा गांव निवासी नरेंद्र बेनीवाल की है। सोशल मीडिया पर कई वीडियो अपलोड हुए जांच में पता चला कि सोशल मीडिया अकाउंट पर और भी ऐसे कई वीडियो अपलोड किए हुए हैं। आरोपी ड्राइवर ने थार गाड़ी को खतरनाक स्टंट करते हुए तेज रफ्तार और लापरवाही से चलाकर नाबालिग बच्चे की जान को जोखिम में डालकर अपराध किया है। लड़के के पिता बोले- हमने बच्चे को धमकाया इस बारे में नाबालिग बच्चे के पिता फायरमैन जितेंद्र बेनीवाल का कहना है कि उन्हें भी नहीं पता था कि बेटे ने इस तरह की कोई वीडियो शूट कर सोशल मीडिया पर डाली हैं। जैसे ही उन्हें इस बात का पता चला तो हमने उसे धमकाया और दोबारा गाड़ी न देने की बात कही। बच्चे ने यह वीडियो बाहर शूट कर बाहर ही एडिट किया और सोशल मीडिया पर डाल दीं। इस बारे में किसी भी परिजन को नहीं पता। गाड़ी चलाने वाला भी घर का दूसरा बालिग बच्चा है। *********************** स्टंट से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा में काली थार-स्कॉर्पियो गोल-गोल घूमाईं हरियाणा के गुरुग्राम में सोहना रोड पर काली थार और स्कॉर्पियो से स्टंट करने का वीडियो सामने आया था। युवकों ने थार और स्कॉर्पियो को बीच सड़क पर गोल-गोल घुमाया। अचानक साइकिल सवार व्यक्ति सामने आ गया। थार के ड्राइवर ने अचानक ब्रेक लगाए, जिससे वह बाल-बाल बच गया। पढ़ें पूरी खबर हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में सरकारी भर्तियों के रिजल्ट पर रोक:ECI ने कांग्रेस सांसद की शिकायत पर एक्शन लिया; राज्य सरकार की रिपोर्ट के बाद फैसला
हरियाणा में सरकारी भर्तियों के रिजल्ट पर रोक:ECI ने कांग्रेस सांसद की शिकायत पर एक्शन लिया; राज्य सरकार की रिपोर्ट के बाद फैसला हरियाणा में चुनाव आचार संहिता के दौरान हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) और हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन (HPSC) की सरकारी भर्तियों पर भारत चुनाव आयोग (ECI) ने बड़ा एक्शन लिया है। ECI ने कांग्रेस सांसद जयराम रमेश की शिकायत का संज्ञान लेते हुए राज्य में विधानसभा चुनाव पूरा होने तक हरियाणा में चल रही भर्ती प्रक्रिया के परिणाम की घोषणा पर रोक लगा दी है। आयोग ने HSSC द्वारा हरियाणा पुलिस में कॉन्स्टेबल के 5600 पदों, TGT और PTI के 76 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया पर यह कार्रवाई की है। चुनाव की घोषणा से पहले शुरू हुई थी भर्ती
हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर लगी आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के संबंध में कांग्रेस सांसद ने शिकायत की थी। शिकायत के बाद आयोग ने राज्य सरकार से इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी, जिसकी जांच के बाद राज्य सरकार द्वारा दिए गए तथ्यों का पता लगने पर आदर्श आचार संहिता (MCC) का भर्ती प्रक्रिया में कोई उल्लंघन नहीं मिला है। तथ्यों की जांच में आयोग ने पाया है कि भर्ती प्रक्रिया चुनाव की घोषणा से पहले शुरू की गई थी। मौजूदा MCC निर्देशों के तहत है, जहां वैधानिक अधिकारी अपना काम जारी रख सकते हैं। हालांकि, समान अवसर बनाए रखने के लिए और यह सुनिश्चित करने के लिए कि किसी को कोई अनुचित लाभ न मिले, इसे देखते हुए ECI ने निर्देश दिया है कि संबंधित अधिकारियों (HSSC और HPSC) द्वारा इन भर्ती के परिणामों की घोषणा विधानसभा चुनाव पूरे होने तक न की जाएगी। हरियाणा के CEO भर्तियों पर रोक की बात नकार चुके
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) पंकज अग्रवाल ने 20 अगस्त को चुनाव आचार संहिता के दौरान सरकारी भर्तियों पर रोक नहीं लगने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि HSSC और HPSC आचार संहिता में भी भर्ती के विज्ञापन निकाल सकता है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में कांग्रेस की शिकायत आई थी, उन्हें जवाब भेज दिया गया है। अग्रवाल ने कहा कि चुनाव की घोषणा के बाद जिन अधिकारियों के ट्रांसफर हुए, उसके लिए आयोग की तरफ से परमिशन ली गई थी। इसके अलावा सरकार से किसी नई परमिशन के लिए उनके पास कोई अर्जी नहीं आई है। हरियाणा कांग्रेस ने इन भर्तियों पर सवाल उठाए थे
हरियाणा कांग्रेस ने HSSC की ओर से निकाली गईं खेल डिपार्टमेंट में 76 पदों पर भर्ती पर सवाल उठाए थे। इसके अलावा कांग्रेस ने हरियाणा पुलिस की 5600 कॉन्स्टेबल भर्तियों के नोटिफिकेशन को लेकर भी शिकायत की थी। कांग्रेस की ओर से कहा गया था कि इन भर्तियों का नोटिफिकेशन आचार संहिता लगने के बाद जारी किया गया था। 7200 नई भर्तियां करेगा HSSC
वहीं, HSSC के सदस्य भूपेंद्र सिंह ने दावा किया है कि आयोग जल्द ही 7200 नई भर्तियां करेगा। इसके लिए विज्ञापन जारी करने की तैयारी की जा रही है। इन भर्तियों में 5600 पुलिस भर्तियां भी शामिल हैं। आयोग के सदस्य का यह भी कहना था कि आचार संहिता के चलते कुछ परिस्थितियों में परीक्षाओं पर असर हो सकता है, और कानूनी सलाह की जरूरत भी पड़ सकती है। हालांकि, आयोग पारदर्शी परीक्षाएं करवाएगा। खेल डिपार्टमेंट भी निकली भर्ती
HSSC ने माउंटेड आर्म्ड पुलिस में पुरुष कॉन्स्टेबल के 66 पदों के लिए भी आवेदन मांगे हैं। आयोग ने TGT फिजिकल एजुकेशन के 76 पद विज्ञापित किए हैं। इनके लिए आवेदन 24 अगस्त से 6 सितंबर तक हो सकेंगे। आयोग ने ALM के 45, डिप्टी रेंजर के 2, जेल वॉर्डर मेल के 33, महिला वॉर्डर का 1, सहायक जेल अधीक्षक के 2 और जूनियर कोच के कई पद विज्ञापित किए हैं। इनके लिए आवेदन 24 अगस्त से 6 सितंबर तक भरे जा सकेंगे। इसके अलावा, HSSC ने खेल कोटे से कॉन्स्टेबल और सब इंस्पेक्टर के पद भी विज्ञापित किए हैं। इनमें पुरुष कॉन्स्टेबल के 150, महिला कॉन्स्टेबल के 15 और पुरुष सब इंस्पेक्टर के 15 पद हैं। इन पर केवल CET पास खिलाड़ी ही आवेदन कर सकेंगे।
हरियाणा में BJP के बाद कांग्रेस में बगावत:पूर्व मंत्री ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया; टिकट न मिलने से नाराज हुए
हरियाणा में BJP के बाद कांग्रेस में बगावत:पूर्व मंत्री ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया; टिकट न मिलने से नाराज हुए हरियाणा के करनाल में भाजपा के बाद कांग्रेस नेताओं ने भी बगावत शुरू कर दी है। नीलोखेड़ी (रिजर्व) सीट से टिकट न मिलने पर पूर्व मंत्री राजकुमार वाल्मीकि ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। वह धर्मपाल गोंदर को कांग्रेस उम्मीदवार बनाए जाने से नाराज हैं। राजकुमार वाल्मीकि ने कहा, ‘इस बार पूरी उम्मीद थी कि उन्हें टिकट मिलेगी, लेकिन पार्टी ने धर्मपाल गोंदर को प्राथमिकता दी। इसलिए वे अब आजाद मैदान में उतरने का फैसला कर चुके हैं।’ राजकुमार वाल्मीकि का राजनीतिक सफर राजकुमार वाल्मीकि 1991 में करनाल जिले के जुंडला हलके से कांग्रेस के विधायक चुने गए थे। इसके बाद उन्हें मंत्री बनाया गया। इसके बाद 1998 और 2014 में कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा और हार गए। 2019 विधानसभा चुनाव में जब कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दी तो वह इनेलो में शामिल हो गए। 2023 में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा जब करनाल पहुंची तो वह दोबारा कांग्रेस में शामिल हो गए। इसके बाद से वह नीलोखेड़ी से टिकट मांग रहे थे। हम इस खबर को लगातार अपडेट कर रहे हैं…
हरियाणा के 1.20 लाख कर्मचारियों की जॉब सिक्योरिटी पर संकट:ऑर्डिनेंस बनने से पहले आचार संहिता लागू; 2 वजहें जिससे अफसर भी ऑर्डर जारी नहीं कर पाएंगे
हरियाणा के 1.20 लाख कर्मचारियों की जॉब सिक्योरिटी पर संकट:ऑर्डिनेंस बनने से पहले आचार संहिता लागू; 2 वजहें जिससे अफसर भी ऑर्डर जारी नहीं कर पाएंगे हरियाणा में विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही प्रदेश के 1.20 लाख कर्मचारियों की नौकरी की सुरक्षा पर संकट मंडराने लगा है। सीएम नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में सरकारी विभागों, बोर्डों, निगमों और संस्थाओं में 5 साल से अधिक समय से कार्यरत 1.20 लाख अस्थायी कर्मचारियों को नौकरी की सुरक्षा देने के लिए अध्यादेश को मंजूरी दे दी गई। इसकी अधिसूचना 14 अगस्त को जारी कर दी गई। अगले दिन 15 अगस्त की छुट्टी थी और 16 अगस्त की शाम को आदर्श आचार संहिता लागू हो गई। इस वजह से अब 1.20 लाख कर्मचारियों को जॉब सिक्योरिटी मिलने में पेंच फंस गया है। इन 2 करणों से फंसा पेंच जॉब सिक्योरिटी फंसने के 2 कारण बताए जा रहे हैं। पहला कारण है कि अध्यादेश को कैसे लागू किया जाना था, उसको लेकर निर्देश जारी होने थे। ये अभी जारी नहीं हुए और अब अगर जारी करने होंगे तो पहले भारत निर्वाचन आयोग (ECI) से अनुमति लेनी होगी। इतनी जल्दी यह अनुमति मिलना मुश्किल होता है। दूसरा कारण यह है, कि आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद सामान्य तौर पर संबंधित अफसर इस तरह के आदेश जारी करने से बचते हैं। उन्हें पता होता है कि इस तरह के मामलों में कंट्रोवर्सी तैयार हो जाती है। एक्सटेंशन लेक्सर्च की भी जॉब सिक्योरिटी लटकी आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने के कारण सरकारी कॉलेजों में कार्यरत एक्सटेंशन लेक्चरर्स को जॉब सिक्योरिटी देने का जो अध्यादेश 17 अगस्त को होने वाली मंत्रिमंडल की बैठक में लाया जाना था , अब वह भी नहीं लाया जा सकेगा । इसलिए उनके लिए कोई एक्ट नहीं बन पाएगा। चूंकि एक्सटेंशन लेक्चरर्स के लिए एक्ट नहीं बन पाएगा तो यूनिवर्सिटीज में कार्यरत सहायक प्रोफेसरों को भी कोई भी जॉब सिक्योरिटी नहीं मिल पाएगी। हड़ताल पर चल रहे NHM के कर्मचारियों को भी अब कोई राहत सरकार नहीं दे पाएगी। हुड्डा ने 2014 में बनाई थी रेगुलराइजेशन पॉलिसी साल 2014 में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार ने जून, 2014 में रेगुलराइजेशन पॉलिसीज जारी कर दी थी, ताकि समय रहते संबंधित अफसर संबंधित पात्र कर्मचारियों को रेगुलर करने का आदेश पारित कर दें। इसके बावजूद कुछ विभागों के अधिकारियों ने आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने की तिथि तक भी आदेश जारी नहीं किए थे। जिस कारण काफी संख्या में अस्थावी कर्मचारी रेगुलर होने से रह गए थे। आज तक वे अस्थायी ही चल रहे हैं।