हरियाणा में किसानों को MSP को लेकर भाजपा-कांग्रेस में लड़ाई शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के MSP को लेकर की गई घोषणा के बाद अब भूपेंद्र हुड्डा ने बड़ा दांव खेला है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इसे नाकाफी बताते हुए कहा है कि केंद्र में जब कांग्रेस की सरकार आएगी तो हम MSP की लीगल गारंटी कानून बनाएंगे। वहीं मुख्यमंत्री नायब सैनी ने भी एमएसपी को लेकर कांग्रेस पर सीधे हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि हरियाणा सरकार ने किसानों को सब फसलों पर एमएसपी दी है। सिर्फ ‘बातों के धनी’ और किसान के हितों पर ‘होंठ बजाने’ वाली पंजाब की सरकार और साथ ही बड़बोले युवराज के सिपहसालार, कर्नाटक और हिमाचल की कांग्रेस सरकारों को भी मैं कहना चाहता हूं कि हरियाणा की तर्ज पर किसानों की हर फसल MSP पर खरीद शुरू करे। सीएम ने कहा है कि सिर्फ वही दो फसलें न खरीदें जिसके लिए पैसा केंद्र सरकार देती है। भाजपा के ये नेता भी हमलावर स्पीकर बोले- मान सरकार पर तंज कसा पंचकूला से भाजपा विधायक और विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि किसानों की सभी फसलों को MSP पर खरीदने की घोषणा पर मुख्यमंत्री नायब सैनी जी का आभार। उन्होंने भगवंत मान की अगुवाई वाली AAP की पंजाब सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि क्या, अपने आप को किसान हितैषी बताने वाले भगवंत मान बताएं कि पंजाब में कितनी फसलों को MSP पर खरीदा जा रहा है। कांग्रेस ने कुछ नहीं किया हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने एमएसपी पर कहा है कि एमएसपी पर रिपोर्ट 2004 में आई थी। जब कांग्रेस सत्ता में थी। उन्होंने 10 साल में कुछ क्यों नहीं किया। अब जब भाजपा की सरकार ने हरियाणा में एमएसपी को लेकर घोषणा कर दी है, तब वह अनर्गल बयान दे रहे हैं। विज ने कहा कि हरियाणा सरकार का यह फैसला ऐतिहासिक है। हरियाणा में विपक्ष मुद्दा विहीन हरियाणा में MSP पर कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने भी विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने बयान दिया है कि हरियाणा 24 फसलों पर MSP देने वाला पहला प्रदेश बन चुका है। हरियाणा सरकार किसान हित में काम कर रही है। हरियाणा प्रदेश में विपक्ष मुद्दा विहीन हो चुका है, इसलिए इनकी पार्टी के नेता अनर्गल बयान दे रहे हैं। हरियाणा में किसानों को MSP को लेकर भाजपा-कांग्रेस में लड़ाई शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के MSP को लेकर की गई घोषणा के बाद अब भूपेंद्र हुड्डा ने बड़ा दांव खेला है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इसे नाकाफी बताते हुए कहा है कि केंद्र में जब कांग्रेस की सरकार आएगी तो हम MSP की लीगल गारंटी कानून बनाएंगे। वहीं मुख्यमंत्री नायब सैनी ने भी एमएसपी को लेकर कांग्रेस पर सीधे हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि हरियाणा सरकार ने किसानों को सब फसलों पर एमएसपी दी है। सिर्फ ‘बातों के धनी’ और किसान के हितों पर ‘होंठ बजाने’ वाली पंजाब की सरकार और साथ ही बड़बोले युवराज के सिपहसालार, कर्नाटक और हिमाचल की कांग्रेस सरकारों को भी मैं कहना चाहता हूं कि हरियाणा की तर्ज पर किसानों की हर फसल MSP पर खरीद शुरू करे। सीएम ने कहा है कि सिर्फ वही दो फसलें न खरीदें जिसके लिए पैसा केंद्र सरकार देती है। भाजपा के ये नेता भी हमलावर स्पीकर बोले- मान सरकार पर तंज कसा पंचकूला से भाजपा विधायक और विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि किसानों की सभी फसलों को MSP पर खरीदने की घोषणा पर मुख्यमंत्री नायब सैनी जी का आभार। उन्होंने भगवंत मान की अगुवाई वाली AAP की पंजाब सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि क्या, अपने आप को किसान हितैषी बताने वाले भगवंत मान बताएं कि पंजाब में कितनी फसलों को MSP पर खरीदा जा रहा है। कांग्रेस ने कुछ नहीं किया हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने एमएसपी पर कहा है कि एमएसपी पर रिपोर्ट 2004 में आई थी। जब कांग्रेस सत्ता में थी। उन्होंने 10 साल में कुछ क्यों नहीं किया। अब जब भाजपा की सरकार ने हरियाणा में एमएसपी को लेकर घोषणा कर दी है, तब वह अनर्गल बयान दे रहे हैं। विज ने कहा कि हरियाणा सरकार का यह फैसला ऐतिहासिक है। हरियाणा में विपक्ष मुद्दा विहीन हरियाणा में MSP पर कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने भी विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने बयान दिया है कि हरियाणा 24 फसलों पर MSP देने वाला पहला प्रदेश बन चुका है। हरियाणा सरकार किसान हित में काम कर रही है। हरियाणा प्रदेश में विपक्ष मुद्दा विहीन हो चुका है, इसलिए इनकी पार्टी के नेता अनर्गल बयान दे रहे हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा विधानसभा में 7 दिन में बदल जाएगा नंबर गेम:5 MLA लड़ रहे लोकसभा चुनाव; जीते तो कांग्रेस की 2, BJP की एक सीट घटेगी
हरियाणा विधानसभा में 7 दिन में बदल जाएगा नंबर गेम:5 MLA लड़ रहे लोकसभा चुनाव; जीते तो कांग्रेस की 2, BJP की एक सीट घटेगी हरियाणा में 4 जून को लोकसभा चुनाव का परिणाम आते ही विधानसभा का नंबर गेम फिर से बदल जाएगा। इसकी वजह यह है कि इस बार लोकसभा चुनाव में दो बड़े राष्ट्रीय दल भाजपा, कांग्रेस के साथ ही क्षेत्रीय दल जजपा और इनेलों के 5 विधायक मैदान में हैं। 2024 के आम चुनाव में कांग्रेस के दो, भाजपा के एक विधायक लड़ रहे हैं। वहीं जजपा और इनेलो से भी एक-एक प्रत्याशी लोकसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। यदि ये विधायक लोकसभा चुनाव जीत जाते हैं, तो निश्चित तौर पर कांग्रेस के 28, भाजपा के 39, जजपा के 9 विधायक विधानसभा में बचेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला की पार्टी INLD का एक भी विधायक विधानसभा में नहीं होगा। दौलताबाद के निधन से अल्पमत में चल रही सैनी सरकार हरियाणा में गुरुग्राम के निर्दलीय विधायक के निधन से BJP सरकार पर अल्पमत का संकट गहराया हुआ है। गुरुग्राम की बादशाहपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का कल (25 मई) को निधन हो गया है। इसके बाद विधानसभा में सदस्यों की संख्या 87 हो गई है, ऐसे में बहुमत का आंकड़ा 44 हो गया है, लेकिन भाजपा सरकार के पास अभी 42 ही विधायकों का समर्थन बचा है।ऐसे में विपक्षी फिर सरकार को फ्लोर टेस्ट करवाने के लिए घेर सकते हैं। कांग्रेस और JJP पहले ही गवर्नर को लेटर लिखकर नायब सैनी सरकार के बहुमत साबित करने की मांग कर चुकी है। यहां समझिए विधानसभा का पूरा अंकगणित जानिए.. हरियाणा विधानसभा में मौजूदा स्थिति क्या है? हरियाणा विधानसभा में कुल 90 सीटें हैं। करनाल से मनोहर लाल खट्टर और रानियां से निर्दलीय रणजीत चौटाला के इस्तीफे के बाद 88 विधायक बचे थे। इसके बाद बादशाहपुर से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का निधन हो गया। ऐसे में अब कुल विधायक 87 रह गए हैं और बहुमत का आंकड़ा 44 का हो गया है। ऐसे शुरू हुई अल्पमत की चर्चा लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर को सीएम की कुर्सी से हटाकर लोकसभा टिकट दे दी। उनकी जगह नायब सैनी सीएम बनाए गए। उन्हें भाजपा के 41, हलोपा के 1 और 6 निर्दलीय समेत 48 विधायकों का समर्थन मिला था।हालांकि पहले खट्टर और फिर सरकार के समर्थन वाले रणजीत चौटाला ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद लोकसभा चुनाव के बीच 3 निर्दलीय विधायकों धर्मपाल गोंदर, रणधीर गोलन और सोमबीर सांगवान ने समर्थन वापस ले लिया। जिसके बाद सरकार के पास 43 विधायकों का समर्थन बचा।अब सरकार के साथ कितने विधायक बचे? खट्टर के इस्तीफे के बाद भाजपा के पास अपने 40 विधायक हैं। इसके अलावा उन्हें हलोपा के गोपाल कांडा और निर्दलीय नैनपाल रावत का समर्थन प्राप्त है। विपक्षी दलों की क्या स्थिति है? हरियाणा में कांग्रेस के पास 30 विधायक हैं। इसके अलावा जजपा के 10 और इनेलो का एक विधायक है। 4 निर्दलीय भी अब सरकार के विपक्ष में हैं। भाजपा के 42 के मुकाबले पूरे विपक्ष में 45 विधायक हो गए हैं।हालांकि जजपा की ओर से अपने 2 विधायक जोगीराम सिहाग और राम निवास के विरुद्ध स्पीकर को दल-बदल विरोधी कानून के अंतर्गत याचिका दी गई है, जिसमें दोनों की सदस्यता समाप्त करने की मांग की गई है। अगर यह मंजूर हुआ तो भी विपक्ष के पास ज्यादा विधायक होंगे। सैनी चुनाव जीते तो फिर सरकार और विपक्ष बराबर हो जांएगे इसमें एक और दिलचस्प स्थिति 4 जून को बनेगी। सीएम नायब सैनी खट्टर की जगह करनाल से विधानसभा उपचुनाव लड़ रहे हैं। अगर वह सीट जीत जाते हैं तो फिर सत्ता पक्ष के पास 43 विधायक हो जाएंगे। अगर जजपा के 2 विधायकों की सदस्यता रद्द हो जाती है तो फिर पक्ष और विपक्ष, दोनों बराबर हो जाएंगे। क्या हरियाणा में सरकार गिरने का खतरा है? फिलहाल ऐसा नहीं है। सीएम नायब सैनी की सरकार ने ढ़ाई महीने पहले ही 13 मार्च को बहुमत साबित किया। जिसके बाद 6 महीने तक फिर अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जाता। इतना समय बीतने के बाद अक्टूबर-नवंबर में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं। फिर ऐसी मांग की जरूरत नहीं रहेगी।
पन्नू मर्डर साजिश का आरोपी बोला- मेरी जान को खतरा:कोर्ट में कहा- पहचान उजागर हुई, पेशी से छूट मिले; FBI ने जारी किया था फोटो
पन्नू मर्डर साजिश का आरोपी बोला- मेरी जान को खतरा:कोर्ट में कहा- पहचान उजागर हुई, पेशी से छूट मिले; FBI ने जारी किया था फोटो खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में आरोपी विकास यादव ने दिल्ली कोर्ट में एक एप्लिकेशन दाखिल की है। विकास ने अदालत से कहा कि उसे सुनवाई में हाजिर होने से छूट दी जाए। विकास ने वजह बताई कि अब उसकी पहचान, उसके घर का पता और उसकी फोटोज दुनिया में उजागर हो गई हैं। ऐसे में उसकी जान को गंभीर खतरा है इसलिए उसे सुनवाई से छूट दी जाए। अमेरिकी जांच एजेंसी FBI ने 18 अक्टूबर को विकास पर पन्नू की हत्या की साजिश के आरोप तय किए थे। इसके अलावा उस पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप भी लगाए गए। FBI का कहना है कि विकास भारत की इंटेलिजेंस एजेंसी RAW से जुड़ा था। FBI ने पोस्टर जारी कर विकास यादव को मोस्ट वांटेड बताया था। विकास ने एप्लिकेशन में 4 कारण बताए… 1. पहचान उजागर कर दी
विकास यादव ने अपनी याचिका में कहा, “मुझ पर लगे आरोप झूठे और निराधार हैं। मेरी निजी जानकारी जैसे पता, बैकग्राउंड और फोटो दुनियाभर में सर्कुलेट कर दिए गए हैं। ऐसे में बुरे लोगों से मेरी जान को गंभीर खतरा है।” 2. दुश्मन लगातार निगरानी कर रहा
विकास ने कहा, “दुश्मन मुझ पर लगातार नजर रख रहा है। वे लगातार मेरी खोज कर रहे हैं, हर जगह मेरी तलाश की जा रही है। सुरक्षा की खातिर मेरे पास छिपे रहने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है।” 3. कोर्ट में पेश हुआ तो खतरा
पूर्व रॉ अफसर ने कहा, “जान पर खतरा लगातार बना हुआ है। अगर मैं कोर्ट में फिजिकली सुनवाई के लिए जाता हूं तो दुश्मनों को मुझे नुकसान पहुंचाने का मौका मिल जाएगा।” 4. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भी खतरा
विकास ने लिखा, “हालात देखते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश होना भी खतरे से खाली नहीं है। टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर मेरी लोकेशन को ट्रेस किया जा सकता है।” ‘विकास ने निखिल को दी पन्नू की सारी जानकारी’
FBI ने चार्जशीट में कहा है कि विकास ने ही निखिल गुप्ता को इस साजिश में शामिल किया और निर्देश दिए, जिसमें पन्नू के बारे में पूरी जानकारी थी। इसमें पन्नू का एड्रेस, मोबाइल नंबर और रोजाना की हर एक गतिविधि शामिल थी। इसके बाद ही गुप्ता ने पन्नू की हत्या के लिए एक अपराधी से संपर्क किया, जिसे उसने कॉन्ट्रैक्ट किलर समझा था। हालांकि वह असल में अमेरिका के ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन (DEA) का सीक्रेट एजेंट था। FBI का कहना है कि यादव ने इस हत्या के लिए 1 लाख डॉलर (करीब 83 लाख रुपए) देने की योजना बनाई थी। पिछले साल दिल्ली पुलिस ने विकास को गिरफ्तार किया था
विकास यादव को दिल्ली पुलिस ने 18 दिसंबर को गिरफ्तार किया था। उसके खिलाफ दिल्ली के एक बिजनेसमैन ने हत्या के प्रयास और किडनैपिंग का केस दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस ने विकास और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया था। व्यापारी ने विकास और गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के संबंधों के बारे में भी बताया था। इस मामले में विकास को इस साल अप्रैल में जमानत मिल चुकी है। बिजनेसमैन ने बताया- विकास ने कहा था लॉरेंस ने मारने की सुपारी दी है
बिजनेसमैन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कर बताया था कि उसकी और विकास की मुलाकात नवंबर में हुई थी। खुद को एक सीनियर सरकारी अधिकारी बताने वाले व्यक्ति ने विकास से उसका परिचय करवाया था। इसके बाद विकास ने उसे बताया कि वह एक अंडरकवर एजेंट है। हालांकि उसने कभी अपने काम और ऑफिस के बारे में बिजनेसमैन को नहीं बताया। विकास ने 11 दिसंबर को उसे लोधी रोड बुलाया। जहां विकास और उसके एक साथी ने बिजनेसमैन को किडनैप कर लिया। वे उसे डिफेंस कॉलोनी इलाके के एक फ्लैट में ले गए। यहां विकास ने उसे बताया कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने उसे मारने की सुपारी दी है। उन्होंने उसके साथ मारपीट की और उसकी सोने की चेन, अंगूठिया और कैश छीन लिया। इसके बाद वे उसे सड़क किनारे छोड़कर भाग गए। विकास ने बिजनेसमैन को धमकाया था कि अगर उसने पुलिस में शिकायत दी तो अच्छा नहीं होगा। ———————————— विकास यादव से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें 1. FBI का दावा- विकास ने निखिल को दी पन्नू की हर जानकारी FBI ने चार्जशीट में कहा है कि विकास ने निखिल गुप्ता को साजिश में शामिल किया। उसे पन्नू का एड्रेस, मोबाइल नंबर और रोजाना की एक्टिविटी के बारे में बताया। पन्नू की हत्या की साजिश में भारत का नाम आने के बाद कनाडाई PM जस्टिन ट्रूडो ने दावा किया था कि CC1 यानी विकास निज्जर की हत्या में भी शामिल था। हालांकि, अमेरिका ने इसे खारिज कर दिया है। पढ़िए पूरी खबर 2. पन्नू बोला- कनाडा को भारतीय उच्चायोग का खुफिया नेटवर्क बताया खालिस्तान समर्थक आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने 16 अक्टूबर को एक इंटरव्यू में कहा कि उसने कनाडा को भारत के खिलाफ जानकारियां दी हैं। पन्नू ने ये भी कहा कि उसका संगठन सिख फॉर जस्टिस 2-3 साल से कनाडाई PM जस्टिन ट्रूडो के संपर्क में है। उसी ने भारतीय उच्चायोग के खुफिया नेटवर्क के बारे में ट्रूडो को जानकारी दी है। पढ़िए पूरी खबर…
करनाल की बेटी से यूपी में दहेज प्रताड़ना:शराब के नशे में पति ने की मारपीट; महिला बोली- कार-फ्रिज की कर रहे मांग
करनाल की बेटी से यूपी में दहेज प्रताड़ना:शराब के नशे में पति ने की मारपीट; महिला बोली- कार-फ्रिज की कर रहे मांग करनाल की महिला ने ससुराल पक्ष पर दहेज उत्पीड़न, मारपीट और मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए है। महिला ने कहा कि शराब पीकर पति मारपीट करता है और कार और फ्रिज की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। करनाल निवासी राखी की शादी 29 जून 2020 को शामली (उत्तर प्रदेश) निवासी युवक के साथ हिंदू रीति-रिवाज़ से हुई थी। शादी में मायके वालों ने लाखों रुपए खर्च करके दहेज का सामान दिया था, लेकिन ससुरालवालों की मांगें फिर भी खत्म नहीं हुईं। महिला ने बताया कि कुल मिलाकर शादी पर लगभग आठ लाख रुपए खर्च किए गए। लेकिन शादी के कुछ दिनों बाद ही ससुरालवाले दहेज को लेकर ताने देने लगे। ससुराल पक्ष ने पंचायत में मानी गलती महिला ने बताया कि 2021 में भी उसने ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत की थी। उस समय पंचायत के माध्यम से समझौता हुआ और ससुरालवालों ने अपनी गलती मानते हुए भविष्य में उसे प्रताड़ित न करने का वादा किया। लेकिन समझौते के बाद भी कुछ ही महीनों में ससुरालवालों ने फिर से दहेज की मांग शुरू कर दी। बेटी के जन्म पर दिए ताने महिला ने 2021 में पहली बेटी को जन्म दिया। इसके बाद ससुराल वालों ने उसे मनहूस और अपशकुनी कहकर ताने मारने शुरू कर दिए। 2023 में दूसरी बेटी के जन्म के बाद स्थिति और खराब हो गई। उन्होंने उसे दोबारा घर से बाहर निकाल दिया और धमकी दी कि जब तक दहेज की मांग पूरी नहीं होगी, उसे ससुराल में रहने नहीं दिया जाएगा। महिला को घर से निकाला महिला ने बताया कि बीती 13 फरवरी की रात ससुराल वालों ने उससे मारपीट की और घर से निकाल दिया। अगले दिन, जब उसका भाई उसे लेने ससुराल पहुंचा, तो उसके साथ भी दुर्व्यवहार किया गया। ससुरालवालों ने दहेज का सामान देने से इनकार कर दिया। महिला इस समय अपने मायके में रह रही है।