हरियाणा में किसानों-पुलिस में टकराव:DC ऑफिस में सांसदों-प्रशासन की चल रही थी मीटिंग, बाहर बवाल; किसानों ने लाठीचार्ज का आरोप लगाया

हरियाणा में किसानों-पुलिस में टकराव:DC ऑफिस में सांसदों-प्रशासन की चल रही थी मीटिंग, बाहर बवाल; किसानों ने लाठीचार्ज का आरोप लगाया

हरियाणा के यमुनानगर में DC कार्यालय में संयुक्त किसान मोर्चा और पुलिस के बीच टकराव हो गया। इस दौरान धक्कामुक्की हुई। किसानों का आरोप है कि पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया। यहीं नहीं पुलिस ने उन्हें कार्यालय से घसीट कर बाहर निकाला। यमुनानगर में मंगलवार सुबह संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य अपनी 3 मांगों को लेकर ज्ञापन देने DC कार्यालय पर पहुंचे थे। यहां कमरा नंबर 203 में दिशा मीटिंग चल रही थी। जिसमें कुरुक्षेत्र के सांसद नवीन जिंदल, अंबाला के सांसद वरुण चौधरी, यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा, जगाधरी के विधायक अकरम खान समेत अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे। किसान नेता बोले- पराली जलाने के नाम पर झूठे केस दर्ज किए
भारतीय किसान यूनियन नेता सुभाष गुर्जर ने बताया कि अनाज मंडियों में फसलों में नमी के नाम पर पेमेंट मे बहुत ज्यादा कटौती की जा रही है। पराली जलाने के नाम पर प्रशासन की ओर से किसानों पर झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। उनको सरकार वापस ले। तीसरी मांग यह थी कि जिन किसानों की पोर्टलों पर एंट्री नहीं हुई, उनकी एंट्री की जाए। इन सब मांगों को लेकर किसान ज्ञापन देने के लिए सचिवालय पहुंचे थे। जिला प्रशासन की ओर से 7 सदस्यों को मीटिंग के लिए अंदर भेजने का प्रावधान किया गया था, लेकिन वहां पर भी किसानों और सांसदों के बीच किसी प्रकार की कोई बातचीत नहीं हो सकी। पुलिस ने किसानों को हिरासत में लिया
जिससे गुस्साए किसानों ने जबरन कार्यालय में जाने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस कर्मियों और किसानों के बीच धक्कामुक्की हो गई। पुलिस ने किसानों को वैन में बैठाया और वहां से ले गए। 7 अक्टूबर को पक्का मोर्चा लगाएंगे
किसान नेता सुभाष ने कहा कि 7 अक्टूबर को यहां पक्का मोर्चा लगाएंगे। इस दिन पूरे जिला के किसान आएंगे। इसमें प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के नेताओं को बुलाएंगे। यहां दिखाएंगे कि किसानों की क्या ताकत है। हरियाणा के यमुनानगर में DC कार्यालय में संयुक्त किसान मोर्चा और पुलिस के बीच टकराव हो गया। इस दौरान धक्कामुक्की हुई। किसानों का आरोप है कि पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया। यहीं नहीं पुलिस ने उन्हें कार्यालय से घसीट कर बाहर निकाला। यमुनानगर में मंगलवार सुबह संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य अपनी 3 मांगों को लेकर ज्ञापन देने DC कार्यालय पर पहुंचे थे। यहां कमरा नंबर 203 में दिशा मीटिंग चल रही थी। जिसमें कुरुक्षेत्र के सांसद नवीन जिंदल, अंबाला के सांसद वरुण चौधरी, यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा, जगाधरी के विधायक अकरम खान समेत अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे। किसान नेता बोले- पराली जलाने के नाम पर झूठे केस दर्ज किए
भारतीय किसान यूनियन नेता सुभाष गुर्जर ने बताया कि अनाज मंडियों में फसलों में नमी के नाम पर पेमेंट मे बहुत ज्यादा कटौती की जा रही है। पराली जलाने के नाम पर प्रशासन की ओर से किसानों पर झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। उनको सरकार वापस ले। तीसरी मांग यह थी कि जिन किसानों की पोर्टलों पर एंट्री नहीं हुई, उनकी एंट्री की जाए। इन सब मांगों को लेकर किसान ज्ञापन देने के लिए सचिवालय पहुंचे थे। जिला प्रशासन की ओर से 7 सदस्यों को मीटिंग के लिए अंदर भेजने का प्रावधान किया गया था, लेकिन वहां पर भी किसानों और सांसदों के बीच किसी प्रकार की कोई बातचीत नहीं हो सकी। पुलिस ने किसानों को हिरासत में लिया
जिससे गुस्साए किसानों ने जबरन कार्यालय में जाने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस कर्मियों और किसानों के बीच धक्कामुक्की हो गई। पुलिस ने किसानों को वैन में बैठाया और वहां से ले गए। 7 अक्टूबर को पक्का मोर्चा लगाएंगे
किसान नेता सुभाष ने कहा कि 7 अक्टूबर को यहां पक्का मोर्चा लगाएंगे। इस दिन पूरे जिला के किसान आएंगे। इसमें प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के नेताओं को बुलाएंगे। यहां दिखाएंगे कि किसानों की क्या ताकत है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर