हरियाणा में कल (7 नवंबर) से मौसम बदलने वाला है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण हरियाणा में कोहरा और बादल छाए रहने की संभावना है। अभी तक दिन में सूरज की तपिश महसूस हो रही थी लेकिन कल से मौसम बदलेगा। हालांकि पश्चिमी विक्षोभ का आंशिक असर हरियाणा में देखने को मिलेगा। मौजूदा स्थिति की बात करें तो हरियाणा में न्यूनतम तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है। गुरुवार को हिसार का न्यूनतम तापमान 6 डिग्री पर पहुंच गया। वहीं, सोनीपत में सबसे कम 5.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। हिसार में न्यूनतम तापमान में 3.9 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। अब आने वाले दो दिनों में रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी, जबकि दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। आज रात से बदलेगी हवा की दिशा भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में 6 दिसंबर तक हल्की गति से ठंडी उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने की संभावना है। इससे रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। बुधवार देर रात चली हवाओं के कारण रात का तापमान 9.9 डिग्री से गिरकर 6 डिग्री पर आ गया। इसी तरह सोनीपत का न्यूनतम तापमान भी 5.3 डिग्री पर पहुंच गया। अब आने वाले दिनों में 7 दिसंबर से एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव के कारण हवाओं के रुख में बदलाव की संभावना है, जिससे हल्की गति से उत्तर-पूर्वी हवाएं चलने की संभावना है, जिससे 7 और 8 दिसंबर को प्रदेश में आंशिक बादल छाए रहने की संभावना है। पिछले साल कोहरा पड़ा था अगर 2023 के आंकड़ों पर गौर करें तो नवंबर के आखिर में दो दिन हल्की बूंदाबांदी हुई थी। इसके चलते दिसंबर के पहले हफ्ते में कोहरा और पाला जम गया था। उस समय बारिश के चलते तापमान 10 डिग्री के आसपास था। लेकिन इस साल नवंबर में बारिश नहीं हुई। अब पहाड़ों पर बर्फबारी के चलते ठंडी हवाएं मैदानी इलाकों की तरफ आ रही हैं, जिसके चलते रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। हरियाणा में कल (7 नवंबर) से मौसम बदलने वाला है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण हरियाणा में कोहरा और बादल छाए रहने की संभावना है। अभी तक दिन में सूरज की तपिश महसूस हो रही थी लेकिन कल से मौसम बदलेगा। हालांकि पश्चिमी विक्षोभ का आंशिक असर हरियाणा में देखने को मिलेगा। मौजूदा स्थिति की बात करें तो हरियाणा में न्यूनतम तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है। गुरुवार को हिसार का न्यूनतम तापमान 6 डिग्री पर पहुंच गया। वहीं, सोनीपत में सबसे कम 5.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। हिसार में न्यूनतम तापमान में 3.9 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। अब आने वाले दो दिनों में रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी, जबकि दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। आज रात से बदलेगी हवा की दिशा भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में 6 दिसंबर तक हल्की गति से ठंडी उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने की संभावना है। इससे रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। बुधवार देर रात चली हवाओं के कारण रात का तापमान 9.9 डिग्री से गिरकर 6 डिग्री पर आ गया। इसी तरह सोनीपत का न्यूनतम तापमान भी 5.3 डिग्री पर पहुंच गया। अब आने वाले दिनों में 7 दिसंबर से एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव के कारण हवाओं के रुख में बदलाव की संभावना है, जिससे हल्की गति से उत्तर-पूर्वी हवाएं चलने की संभावना है, जिससे 7 और 8 दिसंबर को प्रदेश में आंशिक बादल छाए रहने की संभावना है। पिछले साल कोहरा पड़ा था अगर 2023 के आंकड़ों पर गौर करें तो नवंबर के आखिर में दो दिन हल्की बूंदाबांदी हुई थी। इसके चलते दिसंबर के पहले हफ्ते में कोहरा और पाला जम गया था। उस समय बारिश के चलते तापमान 10 डिग्री के आसपास था। लेकिन इस साल नवंबर में बारिश नहीं हुई। अब पहाड़ों पर बर्फबारी के चलते ठंडी हवाएं मैदानी इलाकों की तरफ आ रही हैं, जिसके चलते रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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विनेश को अयोग्य करार देने पर भड़के बॉक्सर विजेंदर सिंह:बोले- मैंने 3 ओलिंपिक खेले, यह साजिश; सुनवाई नहीं तो बैग उठा हिंदुस्तान लौट आएं
विनेश को अयोग्य करार देने पर भड़के बॉक्सर विजेंदर सिंह:बोले- मैंने 3 ओलिंपिक खेले, यह साजिश; सुनवाई नहीं तो बैग उठा हिंदुस्तान लौट आएं पेरिस ओलिंपिक में गोल्ड मेडल मुकाबले से पहले पहलवान विनेश फोगाट को अयोग्य करार देने पर बॉक्सर विजेंदर सिंह भड़क उठे। विजेंदर ने इसे साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि मैंने 3 ओलिंपिक खेले हैं लेकिन ऐसा कभी न देखा और न ही सुना। उन्होंने कहा कि इंडियन अथॉरिटीज को कड़ा ऑब्जेक्शन दर्ज कराना चाहिए। अगर सुनवाई नहीं होती तो बैग उठाकर वापस लौट आना चाहिए। बता दें कि विनेश फोगाट को आज 50 kg रेसलिंग में अमेरिका की पहलवान से फाइनल मुकाबला खेलना था। इससे पहले ही उनका 100 ग्राम वजन ज्यादा बताकर उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया गया। विनेश ने कल मंगलवार को ही जापान की ओलिंपिक चैंपियन समेत 3 पहलवानों को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। बॉक्सर विजेंदर सिंह की कही अहम बातें 1. पहले ट्रायल, फिर फाइनल वेट होता है
विजेंदर ने कहा- ऐसा तो नहीं होता है कि 100 ग्राम में निकाल दिया जाता है। जैसे गेम में बहुत सारी तकनीकी चीजें होती हैं, जिनका काफी लोगों को पता नहीं होता है। वहां पर 2 वेट मशीन होती है। पहला ट्रायल वेट होता है, उस मशीन पर जाकर चेक करते हैं। उसके बाद फाइनल वेट के लिए जाते हैं। 100 ग्राम वेट ज्यादा होने के बाद एक मौका मिलता है कि आप 30 मिनट ले लीजिए। आपको वजन कम करके आजाएं। वेट दोबारा से हो जाएगा। 2. हिंदुस्तान के खिलाफ साजिश
डिसक्वालिफाई करना बहुत कठोर फैसला है, किसी भी एथलीट के ऊपर। ऐसा बर्ताव क्यों किया गया है, यह मालूम नहीं, लेकिन हमने अभी तक ओलिंपिक में ना ही देखा और ना ही सुना। पहली बार ऐसा हुआ है। वह भी स्पेशली हमारे हिंदुस्तान के एथलीट के साथ कि उसको निकाल दिया और उसे कोई मेडल भी नहीं मिलेगा। कहीं ना कहीं यह किसने व क्यों किया है। लगता है कि हिंदुस्तान के खिलाफ कोई ना कोई साजिश है। 3. अथॉरिटी कड़े कदम उठाएं, सुनवाई नहीं तो वापस आएं
वहां पर जो हिंदुस्तान की अथॉरिटी गई है, उनको वहां प्रोटेस्ट या ऑब्जेक्शन दर्ज करवाना चाहिए। हिंदुस्तान इस निर्णय से खुश नहीं है। उसके खिलाफ विरोध दर्ज करवाएं। अपनी ओर से कड़े कदम उठाएं। अगर यह लगता है कि कोई सुनवाई नहीं हो रही है तो अपना बैग उठाएं और चुपचाप हिंदुस्तान आ जाएं। उनका पता लगना चाहिए कि हिंदुस्तान कोई खैरात में नहीं आया है। हम बेस्ट है और बेस्ट एथलीट हैं, तभी हम पेरिस पहुंचे हैं। यह नहीं कि आपने 100 ग्राम वेट ऊपर दिया और निकाल दिया। ऐसा कभी नहीं होता। 4. एथलीट की कमी नहीं तो करें ओलिंपिक का बहिष्कार
अगर ऑब्जेक्शन सही और वाजिब है। कहीं हमारे एथलीट व टीम की कमी नहीं है तो एक स्ट्रांग निर्णय लेते हुए ओलिंपिक का बहिष्कार करके वापस आ जाना चाहिए। बिना मेडल के वापस आना चाहिए, हमारी कोई झोली थोड़ी भरी है कि 15-20 मेडल हों। दो-तीन मेडल आए थे। दो-तीन मेडल और आ जाते तो हम खुश होते। लेकिन अब लगता है कि इसकी जांच होनी चाहिए तो कठोर निर्णय लेना पड़ेगा। ऐसे बातों से काम नहीं चलता। अब पढ़िए साक्षी, बजरंग पूनिया और गीता फोगाट ने क्या कहा… साक्षी बोली- वजन कम करना मुकाबला खेलने से मुश्किल
पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि विनेश फोगाट द्वारा खून तक निकालने की बात सुनकर बहुत बुरा लगा। यह सुनकर बहुत परेशान हूं और बार-बार उसी बारे में सोच रही हूं कि वह किस चीज से गुजर रही होगी। उन्होंने कहा कि हमारे लिए वजन कम कर मैच खेलना बहुत आसान होता है। वेट कट करना हमारे लिए सबसे पहला स्ट्रगल है। खेल तो हम हर हाल में लेंगे, क्योंकि बहुत सालों से अभ्यास किया हुआ है। हमें अच्छा लगता है, लेकिन जो वेट से पहले के 3-4 दिन और जब वेट कट करते हैं तो वह सबसे ज्यादा स्ट्रगल का समय होता है। बजरंग बोले- माटी की बेटी हो, इसलिए ये मेडल भी माटी का
बजरंग पूनिया ने सोशल मीडिया X पर लिखा कि विनेश तुम हिम्मत और नैतिकता की गोल्ड मेडलिस्ट हो। माटी की बेटी हो इसलिए ये मेडल भी माटी का है। बहुत हौसले से लड़ी हो, कल जब खेलने से पहले ओलिंपिक ऑफिशियल्स ने वजन लिया तो आपका वजन एकदम परफेक्ट था। आज सुबह जो हुआ उस पर कोई यकीन नहीं करना चाहता। 100 ग्राम यकीन ही नहीं हो रहा कि यह तुम्हारे साथ हुआ है। पूरा देश आंसू नहीं रोक पा रहा है। सब देशों के ओलिंपिक मेडल एक तरफ और आपका मेडल एक तरफ। दुनिया का हर इंसान आपके लिए दुआ कर रहा था। दुनिया की हर महिला को यह मेडल पर्सनल मेडल जैसा लग रहा था। काश दुनिया की सब महिलाओं की ये आवाजें सही जगह पहुंच पाएं। उम्मीद करता हूं कि ओलिंपिक खेल रहीं दुनिया की सभी महिला पहलवान विनेश के साथ सॉलिडेरिटी में खड़ी होंगी। विनेश फोगाट को सिल्वर मेडल मिलना चाहिए। गीता फोगाट बोली- विनेश गोल्डन गर्ल है
गीता फोगाट ने लिखा- विनेश फोगाट हमारी गोल्डन गर्ल है, आपने जो किया है वो इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा। जिंदगी एक संघर्ष है और उस संघर्ष का नाम विनेश है। एक पल आप ओलिंपिक के फाइनल में पहुंचकर इतिहास रच देती हैं और अगले ही पल में दुर्भाग्यपूर्ण सब कुछ हाथ से चला जाता है। बहन इस वक्त जो तकलीफ आप महसूस कर रही होंगी, उसका हम अंदाजा भी नहीं लगा सकते। पर हर सच्चे हिंदुस्तानी की आज आंखें नम हैं। चैंपियन हमेशा चैंपियन होते हैं। विनेश को सिल्वर मिलना चाहिए। ये खबरें भी पढ़ें… विनेश फोगाट पेरिस ओलिंपिक से बाहर,पता चलते ही बेहोश हुईं:सिर्फ 100 ग्राम वजन ज्यादा निकला; अस्पताल में भर्ती पहलवान की पहली फोटो सामने आई हरियाणा की पहलवान विनेश फोगाट पेरिस ओलिंपिक से बाहर हो गई हैं। उन्हें वजन मेंटेन न होने पर डिसक्वालीफाई कर दिया गया है। उनका वजन 50 kg से सिर्फ 100 ग्राम ज्यादा निकला। विनेश का गोल्ड मेडल के लिए आज बुधवार रात को करीब 10 बजे गोल्ड मेडल के लिए अमेरिका की रेसलर सारा एन हिल्डरब्रांट से फाइनल मुकाबला होना था। रूल्स के मुताबिक विनेश सिल्वर मेडल के भी योग्य नहीं रह जाएंगी। इसके बाद 50 kg कैटेगरी में सिर्फ गोल्ड और ब्रॉन्ज मेडल दिया जाएगा। (पूरी खबर पढ़ें) विनेश फोगाट वजन घटाने के लिए रात भर जागी:साइकिलिंग-स्कीपिंग की, बाल-नाखून तक काटे; बजरंग पूनिया बोले- लड़कियों का वेट कम होने में प्रॉब्लम हरियाणा की धाकड़ पहलवान विनेश फोगाट पेरिस ओलिंपिक से डिसक्वालीफाई हो गईं। 50 Kg वेट कैटेगरी में उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा मिलने पर आज रात होने वाला फाइनल मैच नहीं खेल पाएंगी। साथ ही उन्हें कोई मेडल भी नहीं मिलेगा। स्पोर्ट स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक सेमीफाइनल मैच जीतने के बाद विनेश फोगाट का वजन हुआ। विनेश का वेट करीब 52 किलो था। इसे कम करने के लिए उन्होंने अपना खून-पसीना एक कर दिया। जीत के बाद एक बार भी आराम नहीं किया। रातभर जागीं और वजन कम करने की पुरजोर कोशिश की। (पूरी खबर पढ़ें) विनेश फोगाट का वजन कम क्यों नहीं हुआ, CMO बोले- 1 दिन में 3 फाइट, एनर्जी के लिए बीच में खाना-पीना पड़ा; 15 मिनट में 100 ग्राम नहीं घटा सके पेरिस ओलिंपिक में एक दिन में ओलिंपिक चैंपियन समेत 3 पहलवानों को पटखनी देकर फाइनल में पहुंची विनेश फोगाट को अचानक अयोग्य करार दे दिया गया। इसके बारे में दावा किया गया कि उसका वेट 50 किलो के मुकाबले 50 किलो 100 ग्राम था। इसका खुलासा होते ही सोशल मीडिया से लेकर राजनीति तक में घमासान मच गया। जिसके बाद इसको लेकर कई तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। यहां तक कि विनेश के सपोर्ट स्टाफ को लेकर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं। इसके बाद विनेश की सेहत से जुड़े अधिकारी मीडिया के सामने आए और पूरी सच्चाई बयान की है। (पूरी खबर पढ़ें)
कुरूक्षेत्र की धरती से हरियाणा जीतने का मंत्र देंगे शाह:29 जून को आएंगे गृहमंत्री, प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक लेंगे
कुरूक्षेत्र की धरती से हरियाणा जीतने का मंत्र देंगे शाह:29 जून को आएंगे गृहमंत्री, प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक लेंगे हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) तीसरी बार सत्ता तक पहुंचना चाहती है। हरियाणा में विधानसभा चुनाव को 3 महीने का समय बचा है। ऐसे में भाजपा जल्द ही चुनावी शंखनाद फूंकने वाली है। अबकी बार हरियाणा में चुनाव जीतने की रणनीति गृहमंत्री अमित शाह ने अपने हाथों में ले ली है। वह 29 जून को हरियाणा के कुरूक्षेत्र आ रहे हैं। कुरूक्षेत्र में वह भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक लेंगे। इस बैठक में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर सहित प्रदेश भाजपा की कोर टीम के सदस्य ओपी धनखड़, सुधा यादव, कैप्टन अभिमन्यु, सुभाष बराला और रामबिलास शर्मा मौजूद रहेंगे। इसके साथ-साथ हरियाणा के सभी मंत्री, विधायक और सांसद बैठक में भाग लेंगे। इतना ही नहीं करीब 2500 से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ता इस बैठक में हिस्सा लेंगे। हरियाणा में तीसरी बाद सत्ता तक पहुंचना चाहती है भाजपा हरियाणा में 2014 से ही भाजपा की सरकार है। केंद्र में 2014 को नरेंद्र मोदी के सामान्तर ही हरियाणा में खट्टर सरकार बनी थी। 2019 में भी हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया और भाजपा जजपा के सहयोग से सत्ता तक पहुंची। मगर अबकी बार खट्टर सांसद का चुनाव जीतकर केंद्र में मंत्री बन गए हैं और उनकी जगह नायब सिंह सैनी मुख्यमंत्री बन गए। ऐसे में यह चुनाव भाजपा के लिए आसान नहीं है। खट्टर के जाने के बाद भाजपा के पास प्रदेश में कोई बड़ा चेहरा नहीं है। इसलिए चुनाव के रण में उतरने से पहले अमित शाह कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देंगे। भाजपा की राह आसान नहीं 2019 में जहां भाजपा ने लोकसभा में हरियाणा की 10 में से 10 सीटें जीती थीं वहीं बार इस बार लोकसभा में भाजपा 5 सीटें कांग्रेस से हार गई। कांग्रेस लोकसभा चुनावों में मजबूत बनकर उभरी है और हरियाणा की 90 विधानसभा में से कांग्रेस ने गठबंधन में रहते हुए 46 विधानसभा सीटों पर बढ़त बनाकर उभरी वहीं भाजपा 42 विधानसभा सीटों पर आगे रही। ऐसे में भाजपा के सामने इस बार मुकाबला टफ है। इन कारणों से भाजपा के सामने कड़ी चुनौती 1. सत्ता विरोधी लहर : भाजपा हरियाणा में सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रही है। हरियाणा में 10 साल से भाजपा की सरकार है। हरियाणा की जनता प्रदेश में बदलाव की ओर देख रही है। हालांकि भाजपा ने मुख्यमंत्री का चेहरा बदला मगर इसका फायदा लोकसभा चुनाव में नहीं मिला। लोकसभा चुनाव में भाजपा को जरूर मोदी के नाम के वोट मिले मगर अबकी बार विधानसभा चुनाव की राह कठिन है। 2. जाट और एससी समाज की नाराजगी : भाजपा के सामने सबसे बड़ी चुनौती जाट और एससी समाज को साधने की है। लोकसभा चुनाव में दोनों समाज ने भाजपा के खिलाफ होकर एकजुट होकर वोट किया। इसका परिणाम था कि जिन विधानसभा में जाट समाज या एससी समाज का प्रभाव है उन विधानसभा में भाजपा की हार हुई है। भाजपा के सामने सबसे बड़ी चुनौती दोनों वर्गों को साधने की है। 3. किसान आंदोलन और अग्निवीर योजना : भाजपा के सामने केंद्र सरकार की योजनाओं को लेकर लोगों में नाराजगी है। केंद्र सरकार की ओर से बनाए तीन कृषि कानून को लेकर काफी लंबा आंदोलन हुआ। इसमें हरियाणा के किसानों ने अग्रणी भूमिका निभाई। हरियाणा सरकार ने किसानों के साथ कई मोर्चों पर जबरदस्ती की और साथ नहीं दिया। इस कारण किसान हरियाणा सरकार से नाराज हो गए। वहीं केंद्र की अग्निवीर योजना से हरियाणा के युवा खासकर ग्रामीण इलाकों से आने वाले युवा नाराज हैं। हरियाणा में बड़े स्तर पर युवा आर्मी भर्ती की तैयारी करते हैं। अब यहां पढ़िए लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन 11.06% वोट शेयर घटा हरियाणा में इस लोकसभा चुनाव में भाजपा को 46.06 वोट प्रतिशत मिले हैं। जबकि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा का 58 प्रतिशत वोट शेयर था। 5 सालों में पार्टी का प्रदेश में 11.06 वोट प्रतिशत घटा है। वहीं, कांग्रेस का वोट शेयर देखें तो इस चुनाव में 43.73% वोट शेयर लेकर भाजपा को कड़ी टक्कर दी है। 2019 में कांग्रेस को सिर्फ 28.42% वोट शेयर मिला था। 5 साल में कांग्रेस के वोट शेयर में 15.31% वोट शेयर की बढ़ोतरी हुई है। रिजर्व सीटों पर BJP का बुरा हाल हरियाणा में कुल 17 विधानसभा सीटें अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित हैं। इनमें से मात्र 4 सीटों पर ही BJP को जीत मिली है। वहीं, कांग्रेस को 11, आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए भी बेहतर नतीजे आए हैं। AAP ने 2 सीटों पर लीड ली है। ये दोनों आरक्षित सीटें कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट में आती हैं। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित 17 सीटों में से कांग्रेस ने मुलाना, सढौरा, खरखौदा, कलानौर, झज्जर, बवानीखेड़ा, उकलाना, कालांवाली, रतिया, नरवाना और होडल सीटें जीती हैं। AAP ने शाहाबाद और गुहला चीका, जबकि BJP ने नीलोखेड़ी, इसराना, पटौदी और बावल सीटें जीती हैं। इन मंत्रियों के गढ़ में पिछड़ी पार्टी भाजपा विधायकों के अंबाला शहर से असीम गोयल (परिवहन मंत्री), जगाधरी से कंवरपाल गुर्जर (कृषि मंत्री), पिहोवा से संदीप सिंह (पूर्व खेल मंत्री), कलायत से कमलेश ढांडा (पूर्व मंत्री), आदमपुर से भव्य बिश्नोई, नलवा से रणबीर सिंह गंगवा, बवानीखेड़ा से बिशंबर वाल्मीकि (राज्य मंत्री), फतेहाबाद से दूडाराम, रतिया से लक्ष्मण नापा, लोहारू से जेपी दलाल (कृषि मंत्री), कोसली से लक्ष्मण यादव, हथीन से प्रवीण डागर, होडल से जगदीश नागर के विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा उम्मीदवार की हार हुई। विधानसभा चुनाव में पुराने फॉर्मूले पर लौटेगी BJP… माइक्रो मैनेजमेंट पर करेगी फोकस विधानसभा चुनाव में हरियाणा भाजपा ‘माइक्रो मैनेजमेंट’ के फॉर्मूले पर चलेगी और बूथ स्तर तक के कार्यकर्ता के घर तक पहुंचेगी। यानी इस बार भाजपा हरियाणा जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। विपक्ष के लिए ऐसा चक्रव्यूह तैयार किया जाएगा, जिसे भेदना आसान नहीं होगा। भाजपा ने अपने पहले कार्यक्रम में ही संकेत दिए हैं कि इस बार किसी भी दूसरे दल के लिए भाजपा को टक्कर देना इतना आसान नहीं होगा। जिस तरह केंद्रीय नेताओं ने हर कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री कहा है, उससे साफ है कि इस बार विधानसभा चुनाव में हर कार्यकर्ता को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाएगी। कार्यकर्ताओं को मिलेगी तवज्जो रविवार को हरियाणा दौरे के दौरान केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि नेता में जो भी कमी हो, वह कमी कार्यकर्ता बताएंगे। कार्यकर्ता के कहने पर फीडबैक लेने के बाद उस कमी को ठीक किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर बड़ा बदलाव करने से भी भाजपा पीछे नही हटेगी। इसका सीधा-सीधा मतलब ये है कि इस बार विधानसभा चुनाव में भाजपा लंगर-लंगोट कसकर मैदान में उतर चुकी है। सियासी जानकारों का कहना है कि लोकसभा चुनाव में मिले फीडबैक के बाद हरियाणा भाजपा में बड़े बदलाव होने तय माने जा रहे हैं।
झज्जर में किसान की तेजधार हथियार से काट कर हत्या:पशुओं के बाड़े में सो रहा था; पूर्व सरपंच परिवार से था जमीन विवाद
झज्जर में किसान की तेजधार हथियार से काट कर हत्या:पशुओं के बाड़े में सो रहा था; पूर्व सरपंच परिवार से था जमीन विवाद हरियाणा के झज्जर में जमीनी विवाद में एक किसान की तेजधार हथियार से वार कर हत्या कर दी गई। उस पर 2015 में भी जानलेवा हमला किया गया था। इसमें पूर्व सरपंच समेत कुछ लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेजा था। अब वे जमानत पर बाहर थे और अब उन्होंने किसान की हत्या कर दी। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। आरोपी फरार हैं। पुलिस ने किसान के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। जानकारी के अनुसार झज्जर के गांव सुंदरहेटी में 59 वर्षीय गजे सिंह पुत्र अमीलाल रात को पशु बाड़े में भैंसों के पास सो रहा था। सुबह करीब 5 बजे उसकी बेटी पशुओं को चारा डालने गई तो उसने देखा कि पिता गजे सिंह खून से लथपथ हालत में था। उसने शोर मचाया तो परिजन व आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। गजे सिंह की मौत हो चुकी थी। उसके शरीर पर तेजधार हथियार से वार के निशान थे। इसके बाद वारदात की सूचना पुलिस को दी गई। गजे सिंह विवाहित था और खेती बाड़ी का काम करता था l उसके दो बेटे और तीन बेटी हैं l गजे सिंह रात को अपने घर में भैंसों के पास सो रहा था तो उसकी तेजधार हथियार से सोते हुए वार कर हत्या कर दी गई। सूचना के बाद झज्जर के साल्हावास थाने से जांच अधिकारी एएसआई जगबीर सिंह मौके पर पहुंचे। हालात का जायजा लेकर फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया। पुलिस ASI जगबीर ने बताया कि सूचना मिली थी कि गांव सुंदरहेटी में गजे सिंह नामक एक व्यक्ति की तेजधार हथियार से चोट मारकर हत्या की गई है। पुलिस ने मामले पूछताछ की तो सामने आया कि मृतक गजे सिंह और पूर्व सरपंच रामेहर के परिवार के साथ पुराना जमीनी विवाद चलता आ रहा है। 2015 में रामेहर के परिवार के लोगों ने गजे सिंह के पर जानलेवा हमला किया था। इसमें रामेहर के परिवार के चार लोगों के खिलाफ धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुराने केस में हमलावर हाईकोर्ट से जमानत पर बाहर हैं। इनमें पूर्व सरपंच राममेहर भी शामिल है। पुलिस द्वारा इस मामले में गजे सिंह के बेटे मोहित के बयान पर रामेहर के परिवार के करीब एक दर्जन लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। वारदात के बाद से आरोपी फरार हैं और उनको पकड़ने के लिए पुलिस की टीम में गठित की हैं। मृतक के शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर झज्जर के नागरिक अस्पताल में मेडिकल बोर्ड के माध्यम से शव का पोस्टमार्टम कराया है। इसके बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है l