हरियाणा के पानीपत में पुलिस चौकी के सामने जहर पीकर सुसाइड करने के मामले में शुक्रवार को SP लोकेंद्र सिंह ने 8 मरला चौकी इंचार्ज सुशील और हेड कॉन्स्टेबल अभिमन्यु को सस्पेंड कर दिया। हेड कॉन्स्टेबल पर आरोप है कि उसने युवक से रिश्वत मांगी थी। उसकी प्रताड़ना से तंग आकर युवक ने जहर पी लिया। SP ने मामले की जांच मॉडल टाउन थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राकेश को सौंपी थी। उधर, मृतक गुरमीत के परिवार ने दैनिक भास्कर को एक ऑडियो क्लिप देकर दावा किया कि ये सुसाइड से पहले गुरमीत और हेड कॉन्स्टेबल के बीच हुई बातचीत की है। हालांकि, भास्कर इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता। परिवार का दावा है कि ऑडियो में गुरमीत बार-बार कह रहा है कि सर जी, मेरे पास पैसे नहीं है। मैं फोन बेच कर, आपके पैसे दूंगा, लेकिन पुलिसकर्मी उसे धमकाते हुआ कह रहा है कि तेरे खिलाफ पर्चा दर्ज करूंगा। पैसों का बंदोबस्त न होने के चलते गुरमीत ने 26 दिसंबर को चौकी के बाहर जहर पी लिया। 31 दिसंबर को करनाल के कल्पना चावला अस्पताल में उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने दादा की शिकायत पर आरोपी पुलिसकर्मी समेत 3 के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। परिजनों ने भी आरोपियों की गिरफ्तारी कर कोर्ट में पेश न करने तक पोस्टमॉर्टम करवाने व शव लेने से इनकार कर दिया है। ऑडियो में गुरमीत और अभिमन्यु की बातचीत पढ़िए… अभिमन्यु : हैलो
गुरमीत : हैलो अभिमन्यु : हां भाई।
गुरमीत : मेरे धौरे पैसे नहीं हैं जी, सर मैं आपके पैसे फोन बेच के दे दूंगा, हमारा राजीनामा तो हो गया है। अभिमन्यु – मैंने तो तुझे कुछ कहा ही नहीं।
गुरमीत : हैं जी? अभिमन्यु : मैंने कुछ नहीं कहा तुझे, सुरेश क्या कह गया था तुझे? फिर इस पर कोई साइन तो कर जा।
गुरमीत : साइन तो कर दूंगा, सर जी मेरी बात सुनो, मैं पैसे आने के बाद आपके पैसे दे दूंगा जी। अभिमन्यु : बकवास ना कर ठीक है। आना हो तो आजा, नहीं तेरे खिलाफ पर्चा दूंगा।
गुरमीत : मेरी बात सुनो सर, मैं अपना फोन बेच रहा हूं। 8 महीने पहले ही लिया था पुराना फोन
गुरमीत के दादा मामन राम ने बताया कि गुरमीत (24) तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। वह टयूबवैल मोटर मैकेनिक था। उसने जिंदगी में पहली ही बार टच फोन लिया था। यह फोन करीब 7 माह पहले सेकेंड हैंड 4 हजार रुपए में लिया था। इसी वजह से उसे अब इस फोन को बेचने में दिक्कत आ रही थी। अगर यह फोन उसका बिक गया होता, तो वह अभिमन्यु को रिश्वत दे देता। जहर पीने से पहले दोस्त को भेजी थी ऑडियो क्लिप
दादा ने बताया कि 26 दिसंबर की दोपहर को गुरमीत ने अपने दोस्त हड़ताड़ी निवासी ललित के पास फोन किया। जिसको कहा कि उसने एक ऑडियो रिकॉर्डिंग वॉट्सऐप पर भेजी है। वह पुलिसवाले की धमकी से परेशान हो गया है। इसलिए वह जहर पी रहा है। दोस्त ने तुरंत चचेरे भाई सूरज को फोन कर इस बारे में बताया। इसके बाद गुरमीत ने सूरज को भी फोन किया और कहा कि उसने जहर पी लिया है और वह चौकी के बाहर पड़ा है। अब सिलसिलेवार ढंग से पूरा मामला समझिए… 1. झगड़े का केस निपटाने के लिए रिश्वत मांगी
SP को दी शिकायत में मामन राम ने बताया कि वह बिंझौल गांव का रहने वाला है। उसके पोते गुरमीत (24) का गांव के रहने वाले राजपाल के साथ झगड़ा हो गया था। झगड़े के दौरान राजपाल को चोट लगी थी। जिसकी शिकायत राजपाल ने 8 मरला चौकी पुलिस को दी थी। इसके बाद राजपाल को 5 हजार रुपए देकर इनका आपस में समझौता हो गया, लेकिन बाद में 8 मरला चौकी के जांच अधिकारी हेड कॉन्स्टेबल अभिमन्यु, राजपाल और समझौता कराने वाले सुरेश ने मिलीभगत करके उस पर उसके पोते पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। आरोपियों ने कहा कि पुलिस को दी उसकी शिकायत का निपटारा करना है तो 5 हजार रुपए देने होंगे। 2. रिश्वत न देने पर जेल में डालने की धमकी
मामन ने कहा कि गुरमीत ने हेड कॉन्स्टेबल अभिमन्यु व सुरेश को कहीं से उधार लेकर 3 हजार रुपए दिए। बाकी 2 हजार रुपए देने के लिए अभिमन्यु से समय मांगा, लेकिन उसने कहा कि बाद में कहां से पैसे आएंगे, देने अभी भी हैं और बाद में भी। इसलिए अभी दे दे। तब गुरमीत ने अभिमन्यु को कहा कि वह अपना मोबाइल बेच देगा, जिसके बाद उन्हें पैसे देगा। इसके बाद अभिमन्यु तैश में आ गया और कहा कि ज्यादा दिन नहीं है तेरे पास, अगर देरी की तो तुझे राजपाल की शिकायत पर मुकदमा दर्ज करके जेल के अंदर डाल दूंगा। इसके बाद गुरमीत अपने घर आ गया। अभिमन्यु आए दिन गुरमीत को लगातार फोन करके परेशान व तंग करता रहा और लगातार मुकदमा दर्ज करने की धमकियां देता रहा। गुरमीत इसे नजर अंदाज करता रहा, लेकिन अभिमन्यु ने उसे फोन करना और धमकाना जारी रखा। 3. चौकी में बुलाकर पीटने का आरोप
दादा ने बताया कि 25 दिसंबर को गुरमीत को चौकी में बुलाया। जहां अभिमन्यु ने उसकी थप्पड़ों व डंडों से पिटाई की। उसे डराया गया कि अभी उसे हवालात के अंदर कर देंगे। सुबह से शाम तक उसे चौकी में बैठाकर रखा। इसके बाद राजपाल ने अभिमन्यु को कॉल किया और इस शर्त पर छोड़ा कि वह सुबह चौकी में पेश होकर 2 हजार रुपए दे देगा। 26 दिसंबर को गुरमीत, राजपाल और सुरेश के साथ चौकी में गया और अभिमन्यु को कहा कि उसके पास पैसे नहीं है, उसे थोड़ा और समय दे दो। राजपाल और सुरेश ने भी समय देने को कहा। गुरमीत वहां से चला गया, लेकिन कुछ ही देर बाद अभिमन्यु ने राजपाल और सुरेश के कहने पर गुरमीत को फोन किया और कहा कि वह उसे अंदर करेगा। अगर अंदर नहीं जाना तो पैसे लेकर जल्दी आ आए। 4. पुलिस चौकी के बाहर जहर निगला तंग होकर गुरमीत ने बाहर दुकान से जहर लेकर पैसे न होने के कारण 8 मरला चौकी के सामने अभिमन्यु को कहा कि उसे परेशान मत करो। अभिमन्यु ने कहा कि पैसे तो देने ही होंगे, नहीं तो अभी जेल में डाल दूंगा। जिसके बाद गुरमीत ने चौकी के सामने जहर खा लिया। गुरमीत के भाई नीरज के पास कहीं से फोन आया कि गुरमीत ने जहर खा लिया है और वह 8 मरला चौकी के सामने बिना कपड़ों के पड़ा हुआ है। सूचना मिलते ही परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे। गुरमीत को वहां से सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां से उसे करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया। वहां इलाज के दौरान 31 दिसंबर को उसकी मौत हो गई। ********************** गुरमीत से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा में पुलिस चौकी के बाहर खुदकुशी:पुलिसवाले को रिश्वत देने के लिए ₹5 हजार नहीं थे हरियाणा के पानीपत में पुलिस हेड कॉन्स्टेबल समेत 3 लोगों की प्रताड़ना से परेशान एक युवक ने आत्महत्या कर ली। युवक को जहर खाने के बाद गंभीर हालत में करनाल के कल्पना चावला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां मंगलवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पढ़ें पूरी खबर हरियाणा के पानीपत में पुलिस चौकी के सामने जहर पीकर सुसाइड करने के मामले में शुक्रवार को SP लोकेंद्र सिंह ने 8 मरला चौकी इंचार्ज सुशील और हेड कॉन्स्टेबल अभिमन्यु को सस्पेंड कर दिया। हेड कॉन्स्टेबल पर आरोप है कि उसने युवक से रिश्वत मांगी थी। उसकी प्रताड़ना से तंग आकर युवक ने जहर पी लिया। SP ने मामले की जांच मॉडल टाउन थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राकेश को सौंपी थी। उधर, मृतक गुरमीत के परिवार ने दैनिक भास्कर को एक ऑडियो क्लिप देकर दावा किया कि ये सुसाइड से पहले गुरमीत और हेड कॉन्स्टेबल के बीच हुई बातचीत की है। हालांकि, भास्कर इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता। परिवार का दावा है कि ऑडियो में गुरमीत बार-बार कह रहा है कि सर जी, मेरे पास पैसे नहीं है। मैं फोन बेच कर, आपके पैसे दूंगा, लेकिन पुलिसकर्मी उसे धमकाते हुआ कह रहा है कि तेरे खिलाफ पर्चा दर्ज करूंगा। पैसों का बंदोबस्त न होने के चलते गुरमीत ने 26 दिसंबर को चौकी के बाहर जहर पी लिया। 31 दिसंबर को करनाल के कल्पना चावला अस्पताल में उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने दादा की शिकायत पर आरोपी पुलिसकर्मी समेत 3 के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। परिजनों ने भी आरोपियों की गिरफ्तारी कर कोर्ट में पेश न करने तक पोस्टमॉर्टम करवाने व शव लेने से इनकार कर दिया है। ऑडियो में गुरमीत और अभिमन्यु की बातचीत पढ़िए… अभिमन्यु : हैलो
गुरमीत : हैलो अभिमन्यु : हां भाई।
गुरमीत : मेरे धौरे पैसे नहीं हैं जी, सर मैं आपके पैसे फोन बेच के दे दूंगा, हमारा राजीनामा तो हो गया है। अभिमन्यु – मैंने तो तुझे कुछ कहा ही नहीं।
गुरमीत : हैं जी? अभिमन्यु : मैंने कुछ नहीं कहा तुझे, सुरेश क्या कह गया था तुझे? फिर इस पर कोई साइन तो कर जा।
गुरमीत : साइन तो कर दूंगा, सर जी मेरी बात सुनो, मैं पैसे आने के बाद आपके पैसे दे दूंगा जी। अभिमन्यु : बकवास ना कर ठीक है। आना हो तो आजा, नहीं तेरे खिलाफ पर्चा दूंगा।
गुरमीत : मेरी बात सुनो सर, मैं अपना फोन बेच रहा हूं। 8 महीने पहले ही लिया था पुराना फोन
गुरमीत के दादा मामन राम ने बताया कि गुरमीत (24) तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। वह टयूबवैल मोटर मैकेनिक था। उसने जिंदगी में पहली ही बार टच फोन लिया था। यह फोन करीब 7 माह पहले सेकेंड हैंड 4 हजार रुपए में लिया था। इसी वजह से उसे अब इस फोन को बेचने में दिक्कत आ रही थी। अगर यह फोन उसका बिक गया होता, तो वह अभिमन्यु को रिश्वत दे देता। जहर पीने से पहले दोस्त को भेजी थी ऑडियो क्लिप
दादा ने बताया कि 26 दिसंबर की दोपहर को गुरमीत ने अपने दोस्त हड़ताड़ी निवासी ललित के पास फोन किया। जिसको कहा कि उसने एक ऑडियो रिकॉर्डिंग वॉट्सऐप पर भेजी है। वह पुलिसवाले की धमकी से परेशान हो गया है। इसलिए वह जहर पी रहा है। दोस्त ने तुरंत चचेरे भाई सूरज को फोन कर इस बारे में बताया। इसके बाद गुरमीत ने सूरज को भी फोन किया और कहा कि उसने जहर पी लिया है और वह चौकी के बाहर पड़ा है। अब सिलसिलेवार ढंग से पूरा मामला समझिए… 1. झगड़े का केस निपटाने के लिए रिश्वत मांगी
SP को दी शिकायत में मामन राम ने बताया कि वह बिंझौल गांव का रहने वाला है। उसके पोते गुरमीत (24) का गांव के रहने वाले राजपाल के साथ झगड़ा हो गया था। झगड़े के दौरान राजपाल को चोट लगी थी। जिसकी शिकायत राजपाल ने 8 मरला चौकी पुलिस को दी थी। इसके बाद राजपाल को 5 हजार रुपए देकर इनका आपस में समझौता हो गया, लेकिन बाद में 8 मरला चौकी के जांच अधिकारी हेड कॉन्स्टेबल अभिमन्यु, राजपाल और समझौता कराने वाले सुरेश ने मिलीभगत करके उस पर उसके पोते पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। आरोपियों ने कहा कि पुलिस को दी उसकी शिकायत का निपटारा करना है तो 5 हजार रुपए देने होंगे। 2. रिश्वत न देने पर जेल में डालने की धमकी
मामन ने कहा कि गुरमीत ने हेड कॉन्स्टेबल अभिमन्यु व सुरेश को कहीं से उधार लेकर 3 हजार रुपए दिए। बाकी 2 हजार रुपए देने के लिए अभिमन्यु से समय मांगा, लेकिन उसने कहा कि बाद में कहां से पैसे आएंगे, देने अभी भी हैं और बाद में भी। इसलिए अभी दे दे। तब गुरमीत ने अभिमन्यु को कहा कि वह अपना मोबाइल बेच देगा, जिसके बाद उन्हें पैसे देगा। इसके बाद अभिमन्यु तैश में आ गया और कहा कि ज्यादा दिन नहीं है तेरे पास, अगर देरी की तो तुझे राजपाल की शिकायत पर मुकदमा दर्ज करके जेल के अंदर डाल दूंगा। इसके बाद गुरमीत अपने घर आ गया। अभिमन्यु आए दिन गुरमीत को लगातार फोन करके परेशान व तंग करता रहा और लगातार मुकदमा दर्ज करने की धमकियां देता रहा। गुरमीत इसे नजर अंदाज करता रहा, लेकिन अभिमन्यु ने उसे फोन करना और धमकाना जारी रखा। 3. चौकी में बुलाकर पीटने का आरोप
दादा ने बताया कि 25 दिसंबर को गुरमीत को चौकी में बुलाया। जहां अभिमन्यु ने उसकी थप्पड़ों व डंडों से पिटाई की। उसे डराया गया कि अभी उसे हवालात के अंदर कर देंगे। सुबह से शाम तक उसे चौकी में बैठाकर रखा। इसके बाद राजपाल ने अभिमन्यु को कॉल किया और इस शर्त पर छोड़ा कि वह सुबह चौकी में पेश होकर 2 हजार रुपए दे देगा। 26 दिसंबर को गुरमीत, राजपाल और सुरेश के साथ चौकी में गया और अभिमन्यु को कहा कि उसके पास पैसे नहीं है, उसे थोड़ा और समय दे दो। राजपाल और सुरेश ने भी समय देने को कहा। गुरमीत वहां से चला गया, लेकिन कुछ ही देर बाद अभिमन्यु ने राजपाल और सुरेश के कहने पर गुरमीत को फोन किया और कहा कि वह उसे अंदर करेगा। अगर अंदर नहीं जाना तो पैसे लेकर जल्दी आ आए। 4. पुलिस चौकी के बाहर जहर निगला तंग होकर गुरमीत ने बाहर दुकान से जहर लेकर पैसे न होने के कारण 8 मरला चौकी के सामने अभिमन्यु को कहा कि उसे परेशान मत करो। अभिमन्यु ने कहा कि पैसे तो देने ही होंगे, नहीं तो अभी जेल में डाल दूंगा। जिसके बाद गुरमीत ने चौकी के सामने जहर खा लिया। गुरमीत के भाई नीरज के पास कहीं से फोन आया कि गुरमीत ने जहर खा लिया है और वह 8 मरला चौकी के सामने बिना कपड़ों के पड़ा हुआ है। सूचना मिलते ही परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे। गुरमीत को वहां से सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां से उसे करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया। वहां इलाज के दौरान 31 दिसंबर को उसकी मौत हो गई। ********************** गुरमीत से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा में पुलिस चौकी के बाहर खुदकुशी:पुलिसवाले को रिश्वत देने के लिए ₹5 हजार नहीं थे हरियाणा के पानीपत में पुलिस हेड कॉन्स्टेबल समेत 3 लोगों की प्रताड़ना से परेशान एक युवक ने आत्महत्या कर ली। युवक को जहर खाने के बाद गंभीर हालत में करनाल के कल्पना चावला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां मंगलवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पढ़ें पूरी खबर हरियाणा | दैनिक भास्कर