हरियाणा के रोहतक जिले के गांव मदीना में गुरुवार शाम को उस वक्त हलचल मच गई, जब यहां एकाएक दिल्ली पुलिस पहुंची। पुलिस की गिरफ्त में दो आरोपी भी थे। जिनकी निशानदेही पर पुलिस ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में अचानक खुदाई शुरू कर दी। लोगों का इसका कारण भी समझ नहीं आया। लेकिन, कुछ ही देर बाद वहां हडकंप की स्थिति बन गई, जब खुदाई के दौरान जमीन से एक लड़की का शव निकला। खेत में खुदाई से निकले महिला के शव को पुलिस ने सभी आवश्यक कार्रवाई करने के बाद शव को कब्जे में लिया और आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। करवाचौथ के दिन गई थी मिलने स्थानीय निवासी नवीन ने बताया कि जब यहां पुलिस आई, तो पता लगा कि कोई घटना हुई है। यहां पहुंची पुलिस और कुछ परिजनों से बातचीत में पता लगा कि खेत में करीब 6 फीट गहरा गड्डा खोद कर एक लड़की को दबाया हुआ है। पुलिस ने खुदाई करवा कर उसमें से 20 साल की मोनी (बदला हुआ नाम) निवासी नांगलोई, दिल्ली का शव निकाला गया है। मोनी, 12वीं कक्षा की छात्रा थी। जिसका एक समुदाय विशेष के लड़के साथ लव अफेयर हो गया था। लड़की के परिवार वालों को पता लगा, तो उन्होंने इसका विरोध किया। लेकिन, लड़की छुपके से उससे मिलती रही। अब लड़की करीब 8 माह की गर्भवती भी थी। वह करवाचौथ के दिन लड़के से मिलने गई थी। जिसके बाद से वह लापता हो गई थी। बताया जा रहा है कि लड़की की उसके प्रेमी ने ही हत्या की और शव को खुर्द-बुर्द करने की नीयत से दफना दिया है। हरियाणा के रोहतक जिले के गांव मदीना में गुरुवार शाम को उस वक्त हलचल मच गई, जब यहां एकाएक दिल्ली पुलिस पहुंची। पुलिस की गिरफ्त में दो आरोपी भी थे। जिनकी निशानदेही पर पुलिस ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में अचानक खुदाई शुरू कर दी। लोगों का इसका कारण भी समझ नहीं आया। लेकिन, कुछ ही देर बाद वहां हडकंप की स्थिति बन गई, जब खुदाई के दौरान जमीन से एक लड़की का शव निकला। खेत में खुदाई से निकले महिला के शव को पुलिस ने सभी आवश्यक कार्रवाई करने के बाद शव को कब्जे में लिया और आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। करवाचौथ के दिन गई थी मिलने स्थानीय निवासी नवीन ने बताया कि जब यहां पुलिस आई, तो पता लगा कि कोई घटना हुई है। यहां पहुंची पुलिस और कुछ परिजनों से बातचीत में पता लगा कि खेत में करीब 6 फीट गहरा गड्डा खोद कर एक लड़की को दबाया हुआ है। पुलिस ने खुदाई करवा कर उसमें से 20 साल की मोनी (बदला हुआ नाम) निवासी नांगलोई, दिल्ली का शव निकाला गया है। मोनी, 12वीं कक्षा की छात्रा थी। जिसका एक समुदाय विशेष के लड़के साथ लव अफेयर हो गया था। लड़की के परिवार वालों को पता लगा, तो उन्होंने इसका विरोध किया। लेकिन, लड़की छुपके से उससे मिलती रही। अब लड़की करीब 8 माह की गर्भवती भी थी। वह करवाचौथ के दिन लड़के से मिलने गई थी। जिसके बाद से वह लापता हो गई थी। बताया जा रहा है कि लड़की की उसके प्रेमी ने ही हत्या की और शव को खुर्द-बुर्द करने की नीयत से दफना दिया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा BJP का पूर्व CM हुड्डा को चैलेंज:30 MLA इकट्ठा करके दिखाएं; JJP के 10 विधायक भी लाएं, भाजपा के एग्रेशन की ये वजह
हरियाणा BJP का पूर्व CM हुड्डा को चैलेंज:30 MLA इकट्ठा करके दिखाएं; JJP के 10 विधायक भी लाएं, भाजपा के एग्रेशन की ये वजह हरियाणा सरकार के अल्पमत को लेकर कांग्रेस के दावे को BJP ने चैलेंज किया है। भाजपा नेता और CM के पब्लिसिटी एडवाइजर ने कहा है कि मैं भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चैलेंज करता हूं कि वह अपनी पार्टी के 30 विधायकों को एक जगह इकट्ठा करा लें। साथ ही जननायक जनता पार्टी (JJP) के 10 विधायक एक साथ आ जाएं तो मैं ये मान लूंगा कि हरियाणा में भाजपा सरकार अल्पमत में है। इसके बाद भाजपा पटल पर जाकर अपना बहुमत साबित करेगी। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ऐसी अफवाहें फैलाने के लिए हरियाणा के लोगों से माफी मांगें। हुड्डा ने मंगलवार को चंडीगढ़ में बीजेपी सरकार के अल्पमत में होने का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि प्रदेश सरकार अल्पमत में है। हमने पहले भी राज्यपाल को लिखा था और अब फिर राज्यपाल को लिखेंगे। उन्होंने कहा कि सुनने में आ रहा है कि ये (BJP), जननायक जनता पार्टी (JJP) के 2 विधायकों से इस्तीफा दिलवा देंगे। एक तरह से BJP वाले हॉर्स ट्रेडिंग में लगे हैं। इन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। भाजपा के चैलेंज की ये 2 वजहें… कांग्रेस की गुटबाजी
भाजपा के द्वारा पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को ये चैलेंज देने की वजह सबसे बड़ी गुटबाजी है। 10 जून को पूर्व सीएम के द्वारा बुलाई गई कांग्रेस दल की मीटिंग में 27 विधायक ही पहुंचे। चूंकि वरुण चौधरी अब अंबाला से सांसद बन चुके हैं तो अभी सदन में कांग्रेस के पास 29 विधायक ही बचे हुए हैं। जबकि सीएलपी में तोशाम विधायक किरण चौधरी और सढौरा से विधायक रेनू वाला नहीं शामिल हुईं। ये विधायक एसआरके गुट के हैं। वह नहीं चाहते कि हुड्डा प्रदेश में कांग्रेस को लीड करें। भाजपा इसी गुटबाजी को अब हवा देने में लग गई है। जजपा में पड़ चुकी है फूट
भाजपा जानती है कि जजपा में फूट पड़ी हुई है। जजपा की ओर से हाल ही में विधानसभा स्पीकर के सामने ये याचिका लगाई है। याचिका में कहा गया है कि जींद के नरवाना से विधायक सुरजाखेड़ा पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के के नामांकन में शामिल हुए थे, जबकि जोगीराम सिहाग ने हिसार सीट से बीजेपी कैंडिडेट रणजीत सिंह चौटाला के पक्ष में प्रचार किया। याचिका के साथ इन विधायकों के वीडियो को आधार बनाया गया है। पार्टी ने मांग की है कि इन विधायकों ने पार्टी विरोधी कार्य किए हैं, इसलिए उनकी सदस्यता भंग की जाए। ऐसे में यदि इनकी सदस्यता रद्द हो जाती है तो जजपा के पास 8 ही विधायक बचेंगे। इसके अलावा देवेंद्र बबली, राज कुमार गौतम भी खुलेआम बगावत कर रहे हैं। कांग्रेस क्यों कर रही है अल्पमत का दावा
हरियाणा के CM नायब सैनी के करनाल विधानसभा का उपचुनाव जीतने के बाद भी BJP के पास सदन में बहुमत कम होने का कांग्रेस दावा कर रही है। कांग्रेस कह रही है कि हलोपा के गोपाल कांडा और एक निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत का साथ होने के बाद भी संयुक्त विपक्ष के सामने भाजपा बहुमत के आंकड़े से 1 नंबर दूर है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा दावा कर रहे हैं कि सरकार अल्पमत में है, इसलिए विधानसभा भंग होनी चाहिए। इधर, सदन में कांग्रेस-जजपा और INLD यदि साथ आ गए तो सैनी सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। जजपा नेता दुष्यंत चौटाला भी राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर सरकार से फ्लोर टेस्ट कराने की मांग कर चुके हैं। हरियाणा में ऐसे हालात बनने की ये हैं बड़ी वजहें.. भाजपा-जजपा गठबंधन टूटा, सीएम चेहरा बदला
हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर की अगुआई में भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार चल रही थी। लोकसभा चुनाव से पहले सीट शेयरिंग को लेकर जजपा और भाजपा का गठबंधन टूट गया। इसके बाद जजपा सरकार से अलग हो गई। भाजपा के पास 41 विधायक थे, उन्होंने 5 निर्दलीय और एक हलोपा विधायक को साथ लेकर सरकार बना ली। खट्टर की जगह नायब सैनी सीएम बने। 3 निर्दलीय विधायकों ने साथ छोड़ा
लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा सरकार को झटका लगा। सरकार को समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायक रणधीर गोलन, सोमवीर सांगवान और धर्मवीर गोंदर ने कांग्रेस के साथ चले गए। उन्होंने सीएम नायब सैनी की सरकार से समर्थन वापस ले लिया। इसके बाद सरकार के पास भाजपा के 40, हलोपा का एक और 2 निर्दलीय विधायकों का समर्थन बचा। एक निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का मतदान के दिन निधन हो गया। हरियाणा विधानसभा में बदली स्थिति
लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा विधानसभा के नंबरों में और बदलाव हो चुका है। 90 विधायकों वाली विधानसभा में अब 87 विधायक ही बचे हैं। सिरसा की रानियां विधानसभा से रणजीत सिंह चौटाला के इस्तीफे, बादशाहपुर विधानसभा सीट से विधायक राकेश दौलताबाद के निधन और अंबाला लोकसभा सीट से मुलाना से कांग्रेस विधायक वरुण चौधरी के चुनाव जीतने के बाद यह स्थिति बनी है। 87 सदस्यीय इस विधानसभा में अब बहुमत का आंकड़ा 46 से गिरकर 44 हो गया है। भाजपा के पास 43, विपक्ष संयुक्त हुआ तो उनके 44 विधायक
मौजूदा स्थिति की बात करें तो भाजपा के पास 41 विधायक हैं। इसके अलावा उन्हें हलोपा विधायक गोपाल कांडा और एक निर्दलीय नयनपाल रावत का समर्थन प्राप्त है। भाजपा के पास 43 विधायक हैं। वहीं विपक्ष में भाजपा से एक ज्यादा यानी 44 विधायक हैं। इनमें कांग्रेस के 29, जजपा के 10, निर्दलीय 4 और एक इनेलो विधायक शामिल हैं। अगर ये सब एक साथ आ जाते हैं तो फिर सरकार अल्पमत में आ सकती है। हरियाणा में BJP सरकार और एकजुट विपक्ष का गणित समझें… क्या हरियाणा में सरकार गिरने का खतरा है?
1. फिलहाल ऐसा नहीं है। सीएम नायब सैनी की सरकार ने ढ़ाई महीने पहले ही 13 मार्च को बहुमत साबित किया। जिसके बाद 6 महीने तक फिर अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जाता। इतना समय बीतने के बाद अक्टूबर-नवंबर में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं। फिर ऐसी मांग की जरूरत नहीं रहेगी। 2. इसके साथ ही जजपा ने अपने 2 विधायकों की सदस्यता रद्द करने के लिए विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता के यहां याचिका दायर की हुई है। अगर JJP के 2 विधायकों की सदस्यता रद्द हो जाती है तो फिर सरकार के पक्ष में 43 और विपक्षी विधायकों की संख्या गिरकर 42 हो जाएगी, जिससे सरकार फिर बहुमत में ही रहेगी। स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता भाजपा से विधायक हैं। फ्लोर टेस्ट की नौबत आई तो BJP सरकार कैसे बचाएगी?
BJP के सूत्रों के मुताबिक सरकार को किसी कीमत पर गिरने की स्थिति तक नहीं पहुंचने दिया जाएगा। अगर फ्लोर टेस्ट की नौबत आई तो जजपा के 2 विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा और जोगीराम सिहाग इस्तीफा दे सकते हैं। इन दोनों ने बागी होकर लोकसभा चुनाव में भाजपा का साथ दिया था। ऐसी सूरत में विपक्ष के एकजुट होने पर भी उनके पास भाजपा के 43 के मुकाबले 42 ही विधायक रह जाएंगे।
फतेहाबाद में युवक की गोली मारकर हत्या:सीसीवीटी फुटेज आया सामने, दोनों दुकान पर कर रहे थे हंसी- मजाक
फतेहाबाद में युवक की गोली मारकर हत्या:सीसीवीटी फुटेज आया सामने, दोनों दुकान पर कर रहे थे हंसी- मजाक फतेहाबाद में दोस्त ने गोली मारकर युवक की हत्या कर दी। जिसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। घटना के वक्त दोनों साथ में बैठकर हंसी- मजाक करते रहे थे। इसी दौरान गोली चल गई। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है। मामला में बीती शाम सिरसा रोड पर धर्म कांटे का है। मृतक की पहचान 45 वर्षीय मनोज बंसल निवासी शिव नगर सिरसा के नाम से हुई है। पुरानी तहसील निवासी संदीप गोयल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसके मामा मनोज बंसल सिरसा रोड पर सिंगला धर्मकांटा चलाते थे। संदीप ने कहा कि शाम को जब वह अपनी दुकान पर मौजूद था, तो शिवनगर निवासी निशांत सिंगला उसके पास आया और बताया कि पलविंदर उर्फ पम्मा ने उसके मामा को गोली मार दी है। वह निशांत को लेकर तुरंत नागरिक अस्पताल पहुंचा। जहां पता चला कि उसके मामा को मृत घोषित कर दिया गया है। घटना सीसीटीवी में कैद इसके बाद वह दोनों सिरसा रोड स्थित धर्म कांटा पर गए, वहां पर कमरे पर खून बिखरा हुआ था। संदीप ने बताया कि इसके बाद उन्होंने वहां की सीसीटीवी फुटेज चेक की, तो उसमें देखने को मिला कि उसके मामा और तीन चार लोग खड़े हैं। संदीप ने कहा कि इसी दौरान हंसी मजाक चल रही थी और पलविंदर की पिस्टल से गोली चल गई, जो मनोज के सिर में जा लगी। हालांकि यह पता नहीं चल पाया कि गोली किन हालातों में चली।
जींद में 3 युवकों से 25 लाख रुपए का फ्रॉड:उत्तर प्रदेश में फोरेस्ट गार्ड लगवाने का झांसा; फर्जी जॉइनिंग लेटर-आईकार्ड थमाए
जींद में 3 युवकों से 25 लाख रुपए का फ्रॉड:उत्तर प्रदेश में फोरेस्ट गार्ड लगवाने का झांसा; फर्जी जॉइनिंग लेटर-आईकार्ड थमाए हरियाणा के जींद में एक युवक से उत्तर प्रदेश में फोरेस्ट गार्ड की नौकरी दिलवाने का झांसा देकर 25 लाख रुपए हड़प लिए। उसे फर्जी जॉइनिंग लैटर थमा दिया। जींद सिटी थाना में पुलिस ने 2 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। अभी किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जींद सिटी थाना में दी शिकायत में गांव बिशनपुरा निवासी दीपक ने बताया कि उनके संपर्क में पटियाला चौक जींद निवासी अनिल पाल व सुनील पाल आए थे। दोनों ने कहा कि वे नौकरी लगवाने का काम करते हैं और उनकी उत्तर प्रदेश में नौकरी लगवा देंगे। वह उनकी बातों में आ गए और खुद समेत गांव के ही विनोद और घिमाना गांव निवासी साहिल को नौकरी लगवाने के लिए बात की। दोनों को विनोद ने 12 लाख, साहिल ने 12 लाख व दीपक ने एक लाख रुपए दे दिए। रुपए लेने के बाद वे उनको लखनऊ ले गए। वहां पर तीन माह तक रखा और इसी दौरान उनको फोरेस्ट गार्ड का जॉइनिंग लेटर व आई कार्ड दे दिया। जब उन्होंने इनकी जांच करवाई तो वे फर्जी मिले। बाद में आरोपियों ने यह कहकर वापस भेज दिया कि उनका काम करवाने में कुछ समय लगेगा, लेकिन उसके बाद उनकी नौकरी नहीं लगवाई। बाद में उनसे रुपए वापस मांगे तो देने से मना कर दिया और जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने पटियाला चौक निवासी अनिलपाल व सुनीलपाल के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।