हरियाणा के 2 जिलों में टाइगर और तेंदुए दिखने के बाद दहशत है। इनकी मूवमेंट भिवानी और रेवाड़ी में देखी गई है। जिसके बाद से लोग डरे हुए हैं। टाइगर और तेंदुए राजस्थान के अलवर के सरिस्का टाइगर रिजर्व से हरियाणा में घुसे हैं। इनकी वीडियो भी सामने आई हैं। अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि जब तक इन दोनों का रेस्क्यू नहीं हो जाता, तब तक सतर्क रहें, अकेले और रात के समय घर से बाहर न निकलें। बाघ या तेंदुआ दिखे तो उसे उकसाने की कोशिश न करें। क्योंकि वे तभी हमला करेंगे जब कोई उन्हें परेशान करेगा। शुक्रवार की सुबह रेस्क्यू टीम रेवाड़ी में झाबुआ के जंगल में पहुंची। यहां टाइगर के पग मार्क फिर से मिले। इसके बाद जब टीम ने कैमरा को चेक किया। इसमें टाइगर की तस्वीरें सामने आईं। बीते दिन तेंदुआ भिवानी जिले के बहल कस्बे के गांव मतानी के खेतों में नजर आया। उस वक्त ग्रामीण खेतों में काम करने के लिए गए थे। तेंदुए को देखते ही उन्होंने तुरंत उसकी वीडियो बना ली। रेवाड़ी और भिवानी में दिखे टाइगर और तेंदुए की तस्वीरें…. खेतों में नहीं जा रहे ग्रामीण, बच्चों को घर के अंदर रहने को कहा
तेंदुए का पता चलते ही मतानी समेत आसपास के गांवों में दहशत फैल गई है। ग्रामीण हाथों में डंडे लेकर घूम रहे हैं। फिलहाल कोई भी खेतों की तरफ नहीं जा रहा है। इसके अलावा बच्चों को भी घर के अंदर रखा गया है ताकि कहीं तेंदुआ आबादी की तरफ आकर उन पर हमला न कर दे। शहर से 60 किमी दूर तेंदुआ
प्रशासन के मुताबिक तेंदुआ जिस जगह पर पहली बार देखा गया, वह गांव भिवानी शहर से करीब 60 किमी दूर है। इसलिए उसके अभी शहर में घुसने का खतरा नहीं है। हालांकि तेंदुआ गांव से किस तरफ रुख करता है, इसको लेकर कुछ नहीं कहा जा सकता। इंस्पेक्टर बोले- कल शाम मिली थी सूचना, चेकिंग में नहीं मिला
भिवानी के वन्य-जीव जंतु विभाग के इंस्पेक्टर देवेंद्र हुड्डा ने बताया कि गांव मतानी में तेंदुआ दिखाई देने की सूचना कल देर शाम को मिली थी। जिसके बाद वहां पर तैनात वन दरोगा अजय कुमार को चेकिंग के लिए भेजा गया है। यहां तेंदुआ नहीं मिला। जिस खेत में तेंदुआ दिखाई देने की बात कही गई है वह आबादी से दूर है। 7 महीने पहले भी रेवाड़ी में घुसा था बाघ
7 महीने पहले भी बाघ सरिस्का के जंगल से निकलकर रेवाड़ी में घुस गया था। उस समय बाघ ने हरियाणा बॉर्डर के आस-पास गांव में वन कर्मियों पर हमला कर दिया था। जिसमें एक वन कर्मचारी को टाइगर ने दबोच लिया था, लेकिन वह बच गया था। उससे पहले कोटकासिम के पास एक किसान पर हमला किया था, लेकिन वन कर्मचारी के हाथों में यह टाइगर नहीं आया। बाघ वापसी उसी रास्ते से सरिस्का वन क्षेत्र चला गया था। हरियाणा के 2 जिलों में टाइगर और तेंदुए दिखने के बाद दहशत है। इनकी मूवमेंट भिवानी और रेवाड़ी में देखी गई है। जिसके बाद से लोग डरे हुए हैं। टाइगर और तेंदुए राजस्थान के अलवर के सरिस्का टाइगर रिजर्व से हरियाणा में घुसे हैं। इनकी वीडियो भी सामने आई हैं। अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि जब तक इन दोनों का रेस्क्यू नहीं हो जाता, तब तक सतर्क रहें, अकेले और रात के समय घर से बाहर न निकलें। बाघ या तेंदुआ दिखे तो उसे उकसाने की कोशिश न करें। क्योंकि वे तभी हमला करेंगे जब कोई उन्हें परेशान करेगा। शुक्रवार की सुबह रेस्क्यू टीम रेवाड़ी में झाबुआ के जंगल में पहुंची। यहां टाइगर के पग मार्क फिर से मिले। इसके बाद जब टीम ने कैमरा को चेक किया। इसमें टाइगर की तस्वीरें सामने आईं। बीते दिन तेंदुआ भिवानी जिले के बहल कस्बे के गांव मतानी के खेतों में नजर आया। उस वक्त ग्रामीण खेतों में काम करने के लिए गए थे। तेंदुए को देखते ही उन्होंने तुरंत उसकी वीडियो बना ली। रेवाड़ी और भिवानी में दिखे टाइगर और तेंदुए की तस्वीरें…. खेतों में नहीं जा रहे ग्रामीण, बच्चों को घर के अंदर रहने को कहा
तेंदुए का पता चलते ही मतानी समेत आसपास के गांवों में दहशत फैल गई है। ग्रामीण हाथों में डंडे लेकर घूम रहे हैं। फिलहाल कोई भी खेतों की तरफ नहीं जा रहा है। इसके अलावा बच्चों को भी घर के अंदर रखा गया है ताकि कहीं तेंदुआ आबादी की तरफ आकर उन पर हमला न कर दे। शहर से 60 किमी दूर तेंदुआ
प्रशासन के मुताबिक तेंदुआ जिस जगह पर पहली बार देखा गया, वह गांव भिवानी शहर से करीब 60 किमी दूर है। इसलिए उसके अभी शहर में घुसने का खतरा नहीं है। हालांकि तेंदुआ गांव से किस तरफ रुख करता है, इसको लेकर कुछ नहीं कहा जा सकता। इंस्पेक्टर बोले- कल शाम मिली थी सूचना, चेकिंग में नहीं मिला
भिवानी के वन्य-जीव जंतु विभाग के इंस्पेक्टर देवेंद्र हुड्डा ने बताया कि गांव मतानी में तेंदुआ दिखाई देने की सूचना कल देर शाम को मिली थी। जिसके बाद वहां पर तैनात वन दरोगा अजय कुमार को चेकिंग के लिए भेजा गया है। यहां तेंदुआ नहीं मिला। जिस खेत में तेंदुआ दिखाई देने की बात कही गई है वह आबादी से दूर है। 7 महीने पहले भी रेवाड़ी में घुसा था बाघ
7 महीने पहले भी बाघ सरिस्का के जंगल से निकलकर रेवाड़ी में घुस गया था। उस समय बाघ ने हरियाणा बॉर्डर के आस-पास गांव में वन कर्मियों पर हमला कर दिया था। जिसमें एक वन कर्मचारी को टाइगर ने दबोच लिया था, लेकिन वह बच गया था। उससे पहले कोटकासिम के पास एक किसान पर हमला किया था, लेकिन वन कर्मचारी के हाथों में यह टाइगर नहीं आया। बाघ वापसी उसी रास्ते से सरिस्का वन क्षेत्र चला गया था। हरियाणा | दैनिक भास्कर