हरियाणा के करनाल में थार कार चालक की हुड़दंगबाजी ने बाइक सवारों के साथ-साथ अन्य लोगों की भी जान जोखिम में डाल दी। थार ने बाइक को टक्कर मारी और बाइक को एक किलोमीटर दूर तक घसीटते हुए ले गया। गनीमत रही कि बाइक सवारों की जान बच गई। बुलेट सवार युवकों ने थार पकड़ने की काफी कोशिश की, लेकिन ड्राइवर उसे दौड़ाता रहा। इसी बीच एक बुजुर्ग महिला थार की टक्कर से बाल-बाल बची और एक रिक्शावाले को भी टक्कर मार दी। थार द्वारा बाइक को घसीटने का भी वीडियो सामने आया है। अभी आरोपी ड्राइवर की पहचान नहीं हो पाई है। हॉस्पिटल चौक पर टक्कर मारी जानकारी के मुताबिक थार गाड़ी में एक लड़का और लड़की मौजूद थे। थार लड़का चला रहा था। शुक्रवार रात करीब 10 बजे थार चालक ने हॉस्पिटल चौक पर बाइक को टक्कर मारी। जिसमें बाइक पर सवार 2 युवक सड़क पर जा गिरे। बाइक थार के पीछे ही फंस गई और थार वाला उसे पूरे शहर में घुमाता रहा। सड़क पर घसीटने की वजह से बाइक से चिंगारियां निकलीं। इसके बाद ड्राइवर नेशनल हाईवे पर चढ़ गया और निर्मल कुटिया चौक के पास ओवरब्रिज पर बाइक को छोड़कर थार फरार हो गई। इसके बाद बुजुर्ग महिला टक्कर लगने से बाल-बाल बची। फिर रिक्शेवाले को टक्कर मारी। इसके बाद बैरिकेड्स तोड़कर ड्राइवर फरार हो गया। पुलिस बोली- CCTV कैमरे खंगाल रहे सेक्टर 13 चौकी के इंचार्ज विकास कुमार ने बताया कि पुलिस के पास वीडियो आई है। आरोपी ड्राइवर की तलाश शुरू कर दी गई है। थार में लड़की थी या नहीं, या थार को कौन चला रहा था, यह जांच का विषय है। फिलहाल पुलिस CCTV कैमरे खंगाल रही है। जल्दी ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होगा। हरियाणा के करनाल में थार कार चालक की हुड़दंगबाजी ने बाइक सवारों के साथ-साथ अन्य लोगों की भी जान जोखिम में डाल दी। थार ने बाइक को टक्कर मारी और बाइक को एक किलोमीटर दूर तक घसीटते हुए ले गया। गनीमत रही कि बाइक सवारों की जान बच गई। बुलेट सवार युवकों ने थार पकड़ने की काफी कोशिश की, लेकिन ड्राइवर उसे दौड़ाता रहा। इसी बीच एक बुजुर्ग महिला थार की टक्कर से बाल-बाल बची और एक रिक्शावाले को भी टक्कर मार दी। थार द्वारा बाइक को घसीटने का भी वीडियो सामने आया है। अभी आरोपी ड्राइवर की पहचान नहीं हो पाई है। हॉस्पिटल चौक पर टक्कर मारी जानकारी के मुताबिक थार गाड़ी में एक लड़का और लड़की मौजूद थे। थार लड़का चला रहा था। शुक्रवार रात करीब 10 बजे थार चालक ने हॉस्पिटल चौक पर बाइक को टक्कर मारी। जिसमें बाइक पर सवार 2 युवक सड़क पर जा गिरे। बाइक थार के पीछे ही फंस गई और थार वाला उसे पूरे शहर में घुमाता रहा। सड़क पर घसीटने की वजह से बाइक से चिंगारियां निकलीं। इसके बाद ड्राइवर नेशनल हाईवे पर चढ़ गया और निर्मल कुटिया चौक के पास ओवरब्रिज पर बाइक को छोड़कर थार फरार हो गई। इसके बाद बुजुर्ग महिला टक्कर लगने से बाल-बाल बची। फिर रिक्शेवाले को टक्कर मारी। इसके बाद बैरिकेड्स तोड़कर ड्राइवर फरार हो गया। पुलिस बोली- CCTV कैमरे खंगाल रहे सेक्टर 13 चौकी के इंचार्ज विकास कुमार ने बताया कि पुलिस के पास वीडियो आई है। आरोपी ड्राइवर की तलाश शुरू कर दी गई है। थार में लड़की थी या नहीं, या थार को कौन चला रहा था, यह जांच का विषय है। फिलहाल पुलिस CCTV कैमरे खंगाल रही है। जल्दी ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में संदिग्ध परिस्थितियों में विवाहिता लापता:1 साल पहले हुई थी शादी, मौसी की बेटी पर भगाने का आरोप
करनाल में संदिग्ध परिस्थितियों में विवाहिता लापता:1 साल पहले हुई थी शादी, मौसी की बेटी पर भगाने का आरोप हरियाणा के करनाल के सदर थाना क्षेत्र में एक विवाहिता संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई। एक साल पहले यूपी की युवती की शादी करनाल में हुई थी। पति ने विवाहिता की मौसी की बेटी पर उसे भगा ले जाने का आरोप लगाया है। सदर थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर विवाहिता की तलाश शुरू कर दी है। पति ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी शादी 13 अप्रैल 2023 को यूपी की युवती से हुई थी। घर पर किसी तरह की कोई परेशानी नहीं थी और न ही उसका किसी से कोई झगड़ा था। कल सुबह साढ़े 10 बजे वह घर पर किसी को बताए बिना गांव के ही एक युवक के साथ बाइक पर सवार होकर चली गई। मौसी की लड़की पर आरोप विवाहिता के पति ने पुलिस का दी शिकायत में उसकी पत्नी को भागने में उसकी मौसी के लड़की का हाथ है। पत्नी के लापता होने के बाद जब फोन चेक किया तो उसकी मौसी की लड़की के नंबर पर कई बार बात हुई थी। जब उसकी मौसी की लड़की से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने एक नंबर दिया। जिसने अपने बारे में सही जानकारी नहीं दी। माता पिता को दी जानकारी पति ने बताया कि उसकी पत्नी के घर से जाने व उसकी मौसी के लड़की ने जो नंबर दिया था। उसके बारे में उसके मायके वालों को जानकारी दे दी है। अब अगर भविष्य में अगर कोई उसके साथ कोई अनहोनी घटना होती है। उसकी जिम्मेदार वह खुद होगी। पुलिस कर रही मामले की जांच सदर थाना की जांच अधिकारी गीता ने बताया की पुलिस ने पति की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस विवाहिता की तलाश कर रही है। पुलिस इस मामले में हर पहलू पर गहनता से जांच कर रही है। जल्द ही विवाहिता की तलाश कर ली जाएगी।
डेयरी से करोड़पति बना हरियाणा का युवक:एक गाय 67 लीटर दूध दे रही, अमूल-नेस्ले में भी बिक्री, हर महीने 20 लाख की कमाई
डेयरी से करोड़पति बना हरियाणा का युवक:एक गाय 67 लीटर दूध दे रही, अमूल-नेस्ले में भी बिक्री, हर महीने 20 लाख की कमाई जीवन में लक्ष्य बनाकर चलें तो मुकाम हासिल हो ही जाता है, इस कहावत को करनाल के गुढा गांव का रहने वाला गुरमेश उर्फ डिम्पल दहिया (35) ने सच साबित किया है। आठवीं क्लास पास करने के बाद जब गुरमेश ने पढ़ाई छोड़ी तो कई लोगों ने उसका मजाक उड़ाया, कई लोगों ने उससे ये तक कहा कि वो जीवन में कुछ नहीं कर पाएगा, लेकिन आज गुरमेश डेयरी फार्मिंग के जरिए करोड़पति बन गए हैं। 2004 में 10 गाय से एक डेयरी की शुरूआत करने वाले गुरमेश ने आज डेयरी फार्मिंग में महारत हासिल कर ली है। उनके पास इस समय 60 गाय हैं। कभी उनकी डेयरी में महज 100 लीटर दूध का उत्पादन होता था, लेकिन आज मिल्क प्रोडक्शन 1400 से 1500 लीटर प्रतिदिन है। इस दूध को वह नेस्ले और अमूल जैसी कंपनियों को सप्लाई करते हैं। जिससे वह हर महीने 15 से 20 लाख रुपए आराम से कमा लेते हैं। गुरमेश बताते हैं कि उन्होंने पशुपालन अपने पिता से सीखा है बचपन से ही वो अपने पिता के साथ काम में लगे रहते थे और उन्हें पशुपालन में हमेशा से ही रुचि रही है। वहीं, गुरमेश के पास ऐसी गाय भी है जो रोजाना 67 लीटर दूध देती है। डेयरी का आइडिया कहां से आया?
गुरमेश बताते हैं कि उनके पिता रणधीर सिंह पशुपालन का काम करते थे। 2004 से पहले हमारे पास 10-12 पशु होते थे। जिनमें भैंसे भी ओर गाय भी होती थीं। 2004 में हमने अपने डेयरी के काम को बढ़ाया। पास के गांव शेखपुरा खालसा से 11 हजार 400 रुपए की एचएफ नस्ल की गाय ली थी। जिसके नीचे 20 लीटर दूध था, उस समय 20 लीटर दूध देने वाली गाय को टॉप गाय की कैटेगरी में माना जाता था। 2006 में फिर हमने 29 हजार की एक और गाय ली, जो 30 लीटर दूध देती थी। हम बाहर से गाय खरीदते थे, इसलिए आइडिया यह आया कि क्यों न हम अपनी ही ब्रीड तैयार करें। जिसके बाद से डेयरी फार्मिंग की तरफ ओर भी ज्यादा रुझान हो गया। शुरुआत में क्या दिक्कतें आईं?
दूध का प्रोडक्शन और ब्रीड सुधार में इतना इंटरेस्ट बना की, घर पर पशु बांधने के लिए जगह ही कम पड़ गई थी। कोई बछिया चक्की से बांधनी पड़ती थी तो किसी को चारपाई के पावे से ही बांध दिया जाता। घर पर हमारे पास 25 से ज्यादा गाय हो चुकीं थी। भैंस में खर्च ज्यादा आता है आमदनी कम
गुरमेश बताते है कि वह शुरुआत से ही गाय पालते आ रहे हैं, उनके पास 55 एचएफ नस्ल की गाय हैं और 5 जर्सी नस्ल की गाय हैं। लोग कहते भी हैं कि भैंस भी पाल लिया करो, लेकिन भैंस पालने में खर्च ज्यादा आता है और दूध का प्रोडक्शन भी गाय के मुकाबले कम होता है। इसलिए शुरू से ही गाय की तरफ रुझान है। हमारे पास 36 दूधारू, 10 हिप्पर (पहली बार गर्भवती), 15 काफ गाय हैं जो 0 से एक साल के बीच की उम्र की होती हैं। सबसे महंगी गाय कितने की और किस नस्ल की?
गुरमेश ने के पास ऐसी गाय है जो 40 लीटर से ज्यादा दूध देती है। कुछ गाय ऐसी भी हैं जो 60 लीटर से ज्यादा दूध देती हैं। इसके अलावा एक गाय वो भी है, जो 67 लीटर दूध एक ही दिन में देती है। एचएफ नस्ल की इस गाय का दिन में तीन बार दूध निकालना पड़ता है। हालांकि इस गाय को खरीदने के लिए कई लोग 5 लाख रुपए तक देने को तैयार हैं लेकिन हमने ये गाय नहीं बेची। दरअसल वो अपनी इस गाय को पशु मेलों में होने वाली प्रतियोगिताओं के लिए तैयार कर रहे हैं। ब्रीड के लिए सांड किस नस्ल का? कहां से लाए?
गुरमेश बताते हैं ब्रीडिंग के लिए वह विदेशी कंपनियों के सीमन का इस्तेमाल करते हैं। जिसमें एचएफ (होलीस्टन फ्रिजियम सीमन), यूएसए की कंपनी डब्ल्युडब्ल्युएस (वर्ल्ड वाइड सीरीज) और यूएसए की एबीएस ग्लोबल नाम की कंपनी शामिल है। इसके अलावा वो नीदरलैंड की कंपनी सीआरवी, कनाडा की कंपनी सी- मेक्स से भी सीमन मंगाते है। गुजरात की एसईजी कंपनी के सीमन का यूज भी वो करते हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि जिस तरह से डेयरी से आमदनी होती है उस हिसाब से खर्चे भी हैं। आमदनी का 60 फीसदी हिस्सा डेयरी में पशुओं पर ही खर्च हो जाता है। डेयरी फार्मिंग से कितनी कमाई होती है
गुरमेश के मुताबिक, वह अपनी डेयरी का दूध लॉकल में नहीं बेचते बल्कि अमूल और नेस्ले कंपनी को बेचते हैं। जहां पर उन्हें फैंट के हिसाब से दूध का रेट मिलता है। दूध उत्पादन भी सर्दियों और गर्मियों के अनुसार घटता बढ़ता रहता है। दूध घटने पर नुकसान होता है, लेकिन जब दूध सर्दियों में बढ़ता है तो थोड़ा फायदा होने लगता है। कंपनियों में दूध 38 रुपए से 40 रुपए के हिसाब से चला जाता है। पीक सीजन में उनकी डेयरी पर 1500 लीटर दूध का उत्पादन हो जाता है। दूध निकालने के लिए विदेशी मशीनें इस्तेमाल की जाती हैं। उनके पास 4 मशीने हैं लेकिन वह सिर्फ 2 मशीनों का इस्तेमाल करते हैं और दो घंटे में सारी गायों का दूध निकाल लेते हैं।
हरियाणा में DSP-इंस्पेक्टरों की ग्रेडिंग:14 जिलों का रिव्यू कर चुके शत्रुजीत कपूर; योग्यता, ईमानदारी, डिसिप्लिन पर मिल रहे नंबर
हरियाणा में DSP-इंस्पेक्टरों की ग्रेडिंग:14 जिलों का रिव्यू कर चुके शत्रुजीत कपूर; योग्यता, ईमानदारी, डिसिप्लिन पर मिल रहे नंबर हरियाणा पुलिस में कार्यरत प्रत्येक अधिकारी एवं कर्मचारी की कार्यक्षमता बढ़ाने व कार्यों के मापदंड को निर्धारित करने के लिए तैयार किए गए आकलन प्रपत्र के सार्थक परिणाम आने लगे हैं। पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर के नेतृत्व में इस आकलन प्रपत्र के आधार पर हरियाणा पुलिस में कार्यरत प्रत्येक अधिकारी एवं कर्मचारी का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया गया है। इससे अच्छा काम करने वाले पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ रहा है और अन्य पुलिसकर्मी अच्छा काम करने के लिए प्रेरित हो रहे हैं। इसी कड़ी में पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने नारनौल पुलिस जिला का दौरा किया और वहां वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति में उप पुलिस अधीक्षकों, निरीक्षकों एवं प्रबंधक अफसरों की परफोरमेंस को लेकर ग्रेडिंग की। पुलिस महानिदेशक द्वारा स्वयं 14 जिलों का दौरा करते हुए पुलिस अधिकारियों की परफॉर्मेंस को रिव्यू किया गया हैं। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक संजय कुमार द्वारा 9 जिलों (डबवाली पुलिस जिला मिलाकर) तथा अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रोहतक रेंज के के राव द्वारा चरखी दादरी जिला को विजिट किया गया। प्रत्येक रैंक के पुलिसकर्मी की हो रही है ग्रेडिंग पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर द्वारा लगभग 9 महीने पहले पुलिस विभाग में कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा किए जाने वाले कार्यों के आंकलन को लेकर आंकलन प्रपत्र(एसेसमेंट प्रोफॉर्मा) तैयार करते हुए उन्हें वितरित किया गया था। उन्होंने बताया कि हरियाणा पुलिस की अलग-2 युनिट जैसे- सीआईए, क्राइम यूनिट, साइबर यूनिट, अनुसंधान अधिकारियों, महिला पुलिस थानों, एसएचओ सहित अन्य यूनिट के कार्यों को परिभाषित करते हुए मुख्य निष्पादन संकेतक (की परफॉर्मेंस इंडिकेटर) तैयार किए गए हैं। प्रत्येक कार्य को लेकर अधिकारी अथवा कर्मचारी की जवाबदेही तय की गई है। इसके उन्हें अलग से अंक दिए जाते हैं ताकि पुलिस की कार्य प्रणाली को और अधिक बेहतर बनाया जा सके। कार्य के अनुरूप ग्रेडिंग को लेकर स्पष्टता उन्होंने बताया कि आंकलन प्रपत्र को तैयार करते समय प्रत्येक अधिकारी अथवा कर्मचारी के उत्तरदायित्वों का बारीकी से अध्ययन करते हुए इन्हें बिंदुवार परिभाषित किया गया है। प्रत्येक पुलिस अधिकारी अथवा कर्मचारी इस प्रपत्र में वर्णित बिंदु अनुसार काम करते हुए खुद को नंबर देते हैं। जो पुलिसकर्मी निर्धारित मापदंडो के अनुसार कार्य नहीं करते, उनके लिए आकलन प्रपत्र में नेगेटिव मार्किंग का भी प्रावधान किया गया है। आकलन प्रपत्र में पुलिसकर्मी को समग्र आकलन के आधार पर 10 नंबर संबंधित पुलिस प्रमुख द्वारा अलग से दिए जाने का प्रावधान भी किया गया है। नंबर पुलिसकर्मी की योग्यता, ईमानदारी तथा अनुशासन के आधार पर दिए जाते हैं। शिकायतकर्ता के फीडबैक की भूमिका है महत्वपूर्ण कपूर ने कहा कि आकलन प्रपत्र को तैयार करते समय शिकायतकर्ता की संतुष्टि को महत्व दिया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा थानों आदि में दर्ज शिकायतों पर की गई कार्यवाही को लेकर शिकायतकर्ताओं से फीडबैक लिया जाता है। इसके तहत शिकायतकर्ताओं से पुलिस विभाग द्वारा की गई कार्यवाही से संतुष्टि को लेकर पूछा जाता है। यदि इस दौरान शिकायतकर्ता द्वारा कार्यवाही को लेकर असंतुष्टि जताई जाती है तो उससे कारण पूछा जाता है। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस थाने में 80 प्रतिशत से अधिक शिकायतकर्ताओं द्वारा संतुष्टि जताई जाती है तो संबंधित थाना, चौकी अथवा पुलिसकर्मी को 10 नंबर मिलते हैं। इसी प्रकार, प्रपत्र में नशा मुक्ति अभियान, महिला सुरक्षा, अपराध नियंत्रण, थानों में प्राप्त शिकायतों की संतुष्टि दर, दबंगो के खिलाफ कार्रवाई, साइबर अपराध नियंत्रण आदि को लेकर उल्लेखनीय कार्य करने वाले थानाध्यक्षों, चौकी प्रभारियों व अन्य पुलिसकर्मियों को अलग से नंबर दिए जाने का प्रावधान किया गया है। जिलों की कवरेज का ब्योरा पुलिस महानिदेशक द्वारा अब तक फरीदाबाद, झज्जर, पंचकूला, गुरूग्राम, सोनीपत, अंबाला, कुरूक्षेत्र, हिसार, जींद, हांसी, कैथल, पानीपत, रोहतक तथा नारनौल पुलिस जिला का दौरा करते हुए पुलिस अधिकारियों तथा कर्मचारियों के परफोरमेंस को रिव्यू किया जा चुका हैं। इसी प्रकार अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) द्वारा यमुनानगर, करनाल, सिरसा, फतेहाबाद, भिवानी, डबवाली, पलवल, नूंह, रेवाड़ी जिलों का दौरा किया गया है जबकि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रोहतक रेंज कृष्ण कुमार राव द्वारा चरखी दादरी जिला का दौरा करते हुए उनकी परफोरमेंस को रिव्यू किया गया।