हरियाणा के करनाल में नकाबपोश बदमाशों ने महिला सरपंच के घर पर दिनदहाड़े फायरिंग कर दी। सरपंच के ससुर को गोलियां लगी हैं। उनको करनाल के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। घटना की सूचना के बाद मुनक पुलिस मौके पर पहुंच गई। चारों तरफ वीटी करवा दी गई है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है। मामला पुरानी रंजिश से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। गांव बंबरेहड़ी में अजय कुमार की पत्नी सरपंच हैं। शुक्रवार को अजय और उसके पिता महेंद्र घर पर थे। तभी घर के बाहर एक बाइक आई। जिस पर तीन लोग सवार थे। तीनों के हाथों में पिस्टल थी। उन्होंने आते ही घर पर फायर कर दिए। महेंद्र के दोनों हाथों पर गोलियां लगी। इसके साथ पेट में छर्रे लगे। जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। हम खबर को अपडेट कर रहे हैं… हरियाणा के करनाल में नकाबपोश बदमाशों ने महिला सरपंच के घर पर दिनदहाड़े फायरिंग कर दी। सरपंच के ससुर को गोलियां लगी हैं। उनको करनाल के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। घटना की सूचना के बाद मुनक पुलिस मौके पर पहुंच गई। चारों तरफ वीटी करवा दी गई है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है। मामला पुरानी रंजिश से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। गांव बंबरेहड़ी में अजय कुमार की पत्नी सरपंच हैं। शुक्रवार को अजय और उसके पिता महेंद्र घर पर थे। तभी घर के बाहर एक बाइक आई। जिस पर तीन लोग सवार थे। तीनों के हाथों में पिस्टल थी। उन्होंने आते ही घर पर फायर कर दिए। महेंद्र के दोनों हाथों पर गोलियां लगी। इसके साथ पेट में छर्रे लगे। जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। हम खबर को अपडेट कर रहे हैं… हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रेवाड़ी में बढ़े डेंगू के मरीज:एक दिन में 11 पॉजिटिव मिले; 16 का अस्पताल में चल रहा इलाज, 110 पहुंचा आंकड़ा
रेवाड़ी में बढ़े डेंगू के मरीज:एक दिन में 11 पॉजिटिव मिले; 16 का अस्पताल में चल रहा इलाज, 110 पहुंचा आंकड़ा हरियाणा के रेवाड़ी जिले में डेंगू ने पूरी तरह तरह पैर पसार लिए है। एक दिन में 11 नए डेंगू पॉजिटिव केस सामने आए है। इनमें सहारनवास से दो, गोकलगढ़, बुडानी, कुमरोद्धा, छुरियावास, भूडला, कुंडल, शक्तिनगर, देवनगर, बलभद्र सराय से एक-एक केस मिला है। जिसके बाद जिले में डेंगू का आंकड़ा 110 के पहुंच गया है। जिससे सीधे तौर पर अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाया जा रहे जागरूकता अभियान का कोई खास असर नहीं पड़ रहा है। रोजाना डेंगू के केस बढ़ते जा रहे है। डेंगू के बढ़ते केस के बीच स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 3215 घरों का निरीक्षण किया है। डिप्टी सिविल सर्जन एवं नोडल अधिकारी डॉ. अमित यादव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से 96 संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेकर टेस्ट किए। जिनमें से 11 डेंगू पॉजिटिव मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग ने अब तक 2917 डेंगू के संदिग्ध मरीजों के सैंपल लिए हैं। इनमें डेंगू के 110 मरीज मिल चुके हैं। टीम अभी तक जिलेभर के 14 लाख 20 हजार 466 घरों को चैक कर चुकी है। सर्वे के दौरान टीमों को घरों में लार्वा मिलने पर 3317 घरों के मालिकों को नोटिस दिया गया है। 16 मरीजों का अस्पताल में चल रहा इलाज स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि फिलहाल जिले में डेंगू के 16 मरीजों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। सरकारी और प्राइवेट अस्पताल में भर्ती 90 मरीजों को छुट्टी मिल चुकी है। डेंगू के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए अब सैंपलिंग भी बढ़ा दी गई है। कहां कितने केस मिले रेवाड़ी शहरी क्षेत्र- 48 सीएचसी गुरावड़ा- 12 सीएचसी मीरपुर- 16 सीएचसी बावल- 8 सीएचसी खोल- 8 सीएचसी नाहड़- 9 ऐसे करें डेंगू-मलेरिया से बचाव मलेरिया हेल्थ इंस्पेक्टर बिरेंद्र सिंह ने बताया कि डेंगू और मलेरिया से बचाव के लिए घर में आसपास साफ-सफाई रखें। ठहरे हुए पानी में काला तेल डालें। घरों के बर्तन, कूलर, पानी की टंकी की सफाई करते रहे, जिससे मच्छरों का लार्वा न पनप सके। डेंगू और मलेरिया के लक्षण होने पर ब्लड की जांच कराकर डॉक्टर की सलाह पर ही दवा लें। ज्यादा से ज्यादा पेय पदार्थ का सेवन करें। पिछले 10 साल के डेंगू के केस वर्ष केस
2015- 10 2016- 10 2017- 137 2018- 82 2019- 27 2020- 39 2021- 306 2022- 324 2023- 406
रेवाड़ी में दूषित पानी से परेशान लोगों ने लगाया जाम:साल्हावास रोड 1 घंटे तक जाम रहा, पुलिस ने सख्ती दिखाई तो लोगों ने रोड खाली किया
रेवाड़ी में दूषित पानी से परेशान लोगों ने लगाया जाम:साल्हावास रोड 1 घंटे तक जाम रहा, पुलिस ने सख्ती दिखाई तो लोगों ने रोड खाली किया हरियाणा में रेवाड़ी जिले के कोसली कस्बा में शुक्रवार को सीवर ओवरफ्लो की समस्या से परेशान लोगों ने मेन रोड पर जाम लगा दिया। जाम की वजह से सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी लाइनें लग गई। सूचना के बाद कोसली थाना पुलिस मौके पर पहुंची। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने सख्ती दिखाई तो जाम लगाने वाले लोगों ने सड़क को खोल दिया। दरअसल, कोसली कस्बा के साल्हावास रोड पर संगम सिनेमा के सामने कॉलोनी के लोग पिछले काफी समय से सीवर ओवरफ्लो की समस्या से परेशान है। सीवर का गंदा पानी लोगों को घरों तक पहुंच रहा है। इतना ही नहीं वाटर सप्लाई तक में दूषित पानी पहुंचने का खतरा बना हुआ है। दूषित पानी की वजह से पनपने वाले मच्छरों के कारण बीमारी फैलने का भी लोगों को डर है। स्थानीय लोगों की माने तो इसको लेकर कई बार अधिकारियों को शिकायत की, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। देखिए रोड़ जाम की फोटोज…। एक घंट जाम रहा रोड परेशान होकर काफी संख्या में स्थानीय लोगों ने शुक्रवार सुबह साल्हावास रोड को जाम कर दिया। सूचना के बाद कोसली थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजेंद्र कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस टीम ने जाम लगाने वाले लोगों को काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन जब लोग सड़क से नहीं उठे तो पुलिस ने कार्रवाई करने की चेतावनी दी। इसके बाद स्थानीय लोगों ने जाम खोल दिया। करीब एक घंटे तक लगे जाम की वजह से सड़क से गुजरने वाले वाहन चालक भीषण गर्मी में परेशान रहे।
डेंगू को लेकर हरियाणा में अलर्ट:CM की हेल्थ मिनिस्टर के साथ मीटिंग; जिलों में फॉगिंग के निर्देश, 4000 केस मिले, एक की मौत
डेंगू को लेकर हरियाणा में अलर्ट:CM की हेल्थ मिनिस्टर के साथ मीटिंग; जिलों में फॉगिंग के निर्देश, 4000 केस मिले, एक की मौत हरियाणा में डेंगू को लेकर सरकार अलर्ट हो गई है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री आरती राव के साथ रिव्यू मीटिंग की। मीटिंग के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि हमारे मामला संज्ञान में आया की डेंगू से बहुत सारे लोग पीड़ित हो रहे हैं। मीटिंग में डिस्कशन हुआ कि सभी DC को आदेश दिए गए हैं कि वो अपने स्तर पर फॉगिंग करवाएं। आज शाम से ही ये निर्देश लागू हो जाएंगे। हरियाणा में अब 4000 से अधिक डेंगू के मामले आ चुके हैं। डेंगू के नए मामलों में जहां पंचकूला जिला सबसे ऊपर है। वहीं जीटी रोड बेल्ट पर पड़ने वाले कई जिलों में डेंगू के केस लगातार रिपोर्ट हो रहे हैं, जिसके चलते स्थिति चिंताजनक है। पंचकूला और हिसार सहित हरियाणा में डेंगू के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हिसार और पंचकूला हॉट स्पॉट सेंटर बन गए हैं। हिसार के अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में डेंगू के कारण एक युवक की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में हिसार, पंचकूला, गुरुग्राम, करनाल, रेवाड़ी, सोनीपत और फरीदाबाद जिले हैं। बढ़ते केसों को लेकर सैंपलिंग में तेजी
डेंगू के बढ़ते केसों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिंग तेजी से शुरू कर दी है। डेंगू के साथ वायरल भी बढ़ रहा है और डेंगू केस मिलने की सूचना नगर निगम को भी भेजी जाती है। ये भी बता दें कि घर-घर जाकर मच्छरों के प्रजनन स्रोतों की पहचान और उन्मूलन के लिए गतिविधियां चलाई जा रही हैं। अब तक कुल 3,56,74,860 घरों का दौरा किया गया और 1,79,875 घरों में लारवा पाया गया। 10 वर्ष में साल 2021 में सबसे ज्यादा 11836 केस आए
2015 में प्रदेश में कुल 9921 डेंगू के केस आए थे। वहीं 2016 में 2494 केस रिपोर्ट हुए। इसके बाद 2017 में 4550 और 2018 में नए मामलों में व्यापक स्तर पर कमी दर्ज की गई। इस साल बीमारी के कुल 1936 मामले रिपोर्ट हुए। फिर 2020 में 1377 केस कंफर्म हुए। इसके बाद 2021 में डेंगू के मामलों में कई गुना इजाफा हुआ है और एक साल की अवधि में 11836 मामले कंफर्म हुए। फिर अगले 2022 में 8996 नए केस आए। 2023 में 8081 मामले आ चुके हैं। इस साल अब तक 4 हजार से ज्यादा मामले रिपोर्ट हो चुके हैं। 10 वर्षों में इतने लोगों की हो चुकी है मौत
हरियाणा में बीमारी से अब तक 4 लोगों की जान जा चुकी है। हालांकि माना जा रहा है कि ज्यादा लोगों की मौत बीमारी से हुई है लेकिन विभाग द्वारा कुछ मौत को संदिग्ध की कैटेगरी में रखा है। वहीं ये भी बता दें कि पिछले साल 2022 में बीमारी से सबसे ज्यादा 18 लोगों की मौत हुई थी, वहीं 2015 में बीमारी ने 13 लोगों की जान ले ली। 2016 से लेकर साल 2020 तक 5 साल की अवधि में बीमारी से कोई मौत नहीं हुई। साल 2015 से लेकर 2023 तक 9 साल की अवधि में कुल 44 लोगों की मौत हुई है। इस लिहाज से हर साल औसतन 5 से ज्यादा लोगों की मौत बीमारी के चलते हुई है। साल 2024 में अब तक चार मरीजों की मौत बीमारी से हो चुकी है। महामारी की श्रेणी में डेंगू
हरियाणा में प्रचलित सभी चार वीबीडी को महामारी रोग अधिनियम 1897 के तहत 31 मार्च, 2027 तक अधिसूचित किया गया है और सभी निजी अस्पतालों/प्रयोगशालाओं को अधिसूचना जारी कर दी गई है कि वे प्रत्येक मामले की जानकारी पता लगने के 24 घंटे के भीतर स्वास्थ्य अधिकारियों को दें। मलेरिया के निदान के लिए सभी जिलों में घर-घर जाकर बुखार की निगरानी तेज कर दी गई है। मई से अक्टूबर तक हर महीने की 1 से 10 तारीख तक मलेरिया के लिए बुखार के मामलों की जांच के लिए सभी गांवों में रैपिड फीवर सर्वे किया गया। सभी जिलों में डेंगू की जांच को मजबूत किया गया है। सीएचसी/पीएचसी स्तर पर भी रक्त के नमूने लेने शुरू कर दिए गए हैं, जिसमें उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया है।