हरियाणा में नंबरदार की पीट-पीटकर हत्या:गली में घूमते समय पड़ोसी घर में खींचकर ले गए; बीच-बचाव में आए भतीजे को भी लहूलुहान किया

हरियाणा में नंबरदार की पीट-पीटकर हत्या:गली में घूमते समय पड़ोसी घर में खींचकर ले गए; बीच-बचाव में आए भतीजे को भी लहूलुहान किया

हरियाणा के सोनीपत में एक नंबरदार की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। उसके सिर में गंभीर चोट लगी मिली हैं। बताया जा रहा है कि गांव में ही कुछ व्यक्तियों के साथ उसकी कहासुनी हुई थी। इसलिए, माना जा रहा है कि इसी के चलते उसकी हत्या की गई है। वारदात के बाद पुलिस ने 4 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल में लाया गया। जांच जारी है। घूमते हुए सुभाष को पकड़ा
शिकायतकर्ता अजमेर पुत्र रामकिशन निवासी नैना तातारपुर ने बताया वह 3 भाई हैं। 31 मई को उनके सबसे बड़े भाई सुभाष (40) का झगड़ा हमारे पड़ोसी ईश्वर के साथ गली को लेकर हो गया था। इस झगड़े का उसी दिन भाईचारे में राजीनामा भी हो गया। फिर 1 जून को रात करीब 10 बजे सुभाष गली में खाना खाकर घूम रहे थे। इसी दौरान झगड़े की रंजिश रखते हुए ईश्वर, उसके लड़के हिमान्शु व हन्नी, उसकी पत्नी नीलम, उसका भाई संजय व उसकी पत्नि बेबी, ईश्वर का दूसरा भाई बंटी और उसकी छोटी बहन एक साथ वहां पहुंचे। ये सभी सुभाष को लाठी-डंडों और अन्य तेजधार हथियारों से मारते हुए घसीटकर अपने घर के अन्दर ले गए। छुड़वाने पहुंचे तो भतीजे को भी पीटा
अजमेर ने बताया कि वह और उनका भतीजा गौरव सुभाष को छुड़वाने के लिए ईश्वर के घर में गए तो सभी सुभाष को मारने में लगे थे। सुभाष जमीन पर पड़ा हुआ था। अजमेर ने कहा कि जब वे सुभाष को छुड़वाने लगे तो आरोपियों ने गौरव के सिर व मुंह पर चोटें मारी। जब बचाव के शोर मचाया तो आसपास के लोग और परिजन आ गए। उन्होंने हमें छुड़वाया। इस दौरान भी ईश्वर जान से मारने की धमकी दे रहा था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया
अजमेर का कहना है कि वह अपने भाई और भतीजे गौरव को इलाज के लिए सोनीपत ले गया, जहां डॉक्टर ने भाई को मृत घोषित कर दिया और गौरव को ICU में भर्ती कर लिया। अजमेर ने मांग की कि ईश्वर और उसके घरवालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। पुलिस ने शिकायत मिलने पर IPC की धारा 148, 149, 323, 302, 506, 342 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। इसके बाद 4 लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ शुरू की है। 2007 में नंबरदार नियुक्त हुआ
पुलिस का कहना है कि सुभाष गांव का नंबरदार था। जब सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचकर छानबीन की गई तो शव के सिर में चोट के निशान थे। वहीं, गांव नैना तेतारपुर के सरपंच अनूप ने बताया कि सुभाष वर्ष 2007 में गांव में नंबरदार नियुक्त हुआ था। गांव ने कुछ लोगों के साथ उसकी कहासुनी हो गई थी। यही पुरानी रंजिश अब खूनी संघर्ष में बदल गई है। पुलिस को फिलहाल 8 व्यक्तियों के नाम वारदात में बताए गए हैं। परिजनों ने इन पर सुभाष की हत्या के आरोप लगाए हैं। थाना मोहाना पुलिस इनसे सुभाष की हत्या को लेकर पूछताछ कर रही है। हरियाणा के सोनीपत में एक नंबरदार की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। उसके सिर में गंभीर चोट लगी मिली हैं। बताया जा रहा है कि गांव में ही कुछ व्यक्तियों के साथ उसकी कहासुनी हुई थी। इसलिए, माना जा रहा है कि इसी के चलते उसकी हत्या की गई है। वारदात के बाद पुलिस ने 4 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल में लाया गया। जांच जारी है। घूमते हुए सुभाष को पकड़ा
शिकायतकर्ता अजमेर पुत्र रामकिशन निवासी नैना तातारपुर ने बताया वह 3 भाई हैं। 31 मई को उनके सबसे बड़े भाई सुभाष (40) का झगड़ा हमारे पड़ोसी ईश्वर के साथ गली को लेकर हो गया था। इस झगड़े का उसी दिन भाईचारे में राजीनामा भी हो गया। फिर 1 जून को रात करीब 10 बजे सुभाष गली में खाना खाकर घूम रहे थे। इसी दौरान झगड़े की रंजिश रखते हुए ईश्वर, उसके लड़के हिमान्शु व हन्नी, उसकी पत्नी नीलम, उसका भाई संजय व उसकी पत्नि बेबी, ईश्वर का दूसरा भाई बंटी और उसकी छोटी बहन एक साथ वहां पहुंचे। ये सभी सुभाष को लाठी-डंडों और अन्य तेजधार हथियारों से मारते हुए घसीटकर अपने घर के अन्दर ले गए। छुड़वाने पहुंचे तो भतीजे को भी पीटा
अजमेर ने बताया कि वह और उनका भतीजा गौरव सुभाष को छुड़वाने के लिए ईश्वर के घर में गए तो सभी सुभाष को मारने में लगे थे। सुभाष जमीन पर पड़ा हुआ था। अजमेर ने कहा कि जब वे सुभाष को छुड़वाने लगे तो आरोपियों ने गौरव के सिर व मुंह पर चोटें मारी। जब बचाव के शोर मचाया तो आसपास के लोग और परिजन आ गए। उन्होंने हमें छुड़वाया। इस दौरान भी ईश्वर जान से मारने की धमकी दे रहा था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया
अजमेर का कहना है कि वह अपने भाई और भतीजे गौरव को इलाज के लिए सोनीपत ले गया, जहां डॉक्टर ने भाई को मृत घोषित कर दिया और गौरव को ICU में भर्ती कर लिया। अजमेर ने मांग की कि ईश्वर और उसके घरवालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। पुलिस ने शिकायत मिलने पर IPC की धारा 148, 149, 323, 302, 506, 342 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। इसके बाद 4 लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ शुरू की है। 2007 में नंबरदार नियुक्त हुआ
पुलिस का कहना है कि सुभाष गांव का नंबरदार था। जब सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचकर छानबीन की गई तो शव के सिर में चोट के निशान थे। वहीं, गांव नैना तेतारपुर के सरपंच अनूप ने बताया कि सुभाष वर्ष 2007 में गांव में नंबरदार नियुक्त हुआ था। गांव ने कुछ लोगों के साथ उसकी कहासुनी हो गई थी। यही पुरानी रंजिश अब खूनी संघर्ष में बदल गई है। पुलिस को फिलहाल 8 व्यक्तियों के नाम वारदात में बताए गए हैं। परिजनों ने इन पर सुभाष की हत्या के आरोप लगाए हैं। थाना मोहाना पुलिस इनसे सुभाष की हत्या को लेकर पूछताछ कर रही है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर