हरियाणा की अंबाला पुलिस ने नकली शराब की फैक्ट्री पकड़ी है। पुलिस को मौके पर हरियाणा और पंजाब में बिकने वाली देसी शराब के ब्रांड की सैकड़ों पेटियां मिली हैं। स्प्रिट सहित हजारों खाली बोतलें, लेबल, होलोग्राम, क्यूआर कोड, ढक्कन, बड़े-बड़े ड्रम मौके से बरामद किए गए। शहजादपुर थाने से कुछ ही दूरी पर यह फैक्ट्री चल रही थी। मौके से 3 लोगों को गिरफ्तार में लिया गया है, जो शराब को चाय की छलनी से छानकर बोतलों में पैक कर रहे थे। आरोपी गुरप्रीत सिंह निवासी गांव उपरली धमोली, सुरेंद्र सिंह निवासी गांव बपोली, संदीप निवासी गांव धनाना, सचिन निवासी गांव गोबिंदपुर थाना शहजादपुर जिला अंबाला को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें 4 दिन का पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। छह महीने पहले ही यमुनानगर में भी नकली शराब फैक्ट्री पकड़ी गई थी। यहां बनी शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई थी। बरामद सामान शराब की 109 पेटियां, 80 लीटर तैयारशुदा अवैध शराब, 2 कैन शराब 100 लीटर, 3 ड्रम स्पिरिट कुल 540 लीटर, 12 खाली ड्रम, 30 ड्रमी, 20 लीटर की 6 बोतल, 9600 खाली बोतलें, 4 टंकी, फूड कलर, कार्मेल कलर, भारी मात्रा में ढक्कन, रैपर, गत्ता पेटी, होलोग्राम नंबर, क्यूआर कोड, मधानी व शराब बनाने के अन्य उपकरणों व गाड़ी बरामद किए हैं। रिहायशी इलाके में शराब बनाने की मिली सूचना
शहजादपुर थाना पुलिस को बुधवार की रात सूचना मिली कि रिहायशी इलाके में नकली शराब बनाई जा रही है। सूचना मिलते ही पुलिस ने रात करीब 10 बजे बताए गए मकान में छापा मारा तो अंदर काम कर रहे 3 लोग भागने लगे। पुलिस ने तीनों को पकड़ लिया। अंदर जाकर देखा तो शराब बनाई जा रही थी। शराब बनाने संबंधी कोई भी कागजात नहीं दिखा सके
पुलिस को मकान के अंदर से हरियाणा और पंजाब में बिकने वाले देसी शराब के अलग-अलग ब्रांड की सैकड़ों पेटियां मिलीं। शराब बनाने की मशीनों से लेकर आरओ, बड़े-बड़े ड्रम, कार्टून से लेकर केमिकल व खाली बोतलें व ढक्कन बरामद हुए। पुलिस ने जब हिरासत में लिए गए लोगों से फैक्ट्री का लाइसेंस सहित अन्य कागजात मांगे तो वे कुछ नहीं दिखा सके। इस पर पुलिस ने एक्साइज टीम को मामले की जानकारी दी। मोटा संतरा, हीर सौंफी और माल्टा ब्रांड के रैपर मिले
पुलिस को जांच में हरियाणा ब्रांड हीर सौंफी, मोटा संतरा ही नहीं बल्कि पंजाब के माल्टा ब्रांड से पैक की गईं शराब की बोतलें भी मिलीं। शुरूआती गिनती में पैक की गई पेटियों की संख्या 150 के आसपास बताई गई। बताया जा रहा है कि इस शराब को हरियाणा और पंजाब में सप्लाई किया जा रहा था। एक्साइज विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे
डिप्टी एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर कृष्ण कुमार मौके पर पहुंचे और शराब फैक्ट्री का मुआयना कर उसे सील करवा दिया। बताया कि शराब की बोतलों की काउंटिंग चल रही है। शुरूआती जांच में सामने आया है कि ये लोग दोनों राज्यों में शराब सप्लाई कर चुके हैं। पता किया जा रहा है कि शराब कहां-कहां सप्लाई की गई। पता लगने पर उसकी सैंपलिंग करवाई जाएगी। बिट्टू नाम का युवक चला रहा था फैक्ट्री
शहजादपुर थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह ने बताया कि अभी पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। यह मकान और फैक्ट्री बिट्टू नाम के युवक की बताई जा रही है, जो फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम दबिश दे रही है। इसके अलावा यह भी पता किया जा रहा है कि इस फैक्ट्री में कितने पैमाने पर रोजाना शराब बनाई जा थी और कितने लोग इस गोरखधंधे में शामिल हैं। 2024 में यमुनानगर में जहरीली शराब पीने से हुई थी कई मौतें
बता दें कि नवंबर 2024 में भी अंबाला के धनौरा में नकली शराब की फैक्ट्री पकड़ी गई थी। इसी फैक्ट्री की शराब पीने के कारण कई लोगों की मौत हो गई थी। बाद में पुलिस ने नकली शराब बनाने वाले पूरे गिरोह को जेल भेज दिया था। अब दोबारा नकली शराब बनाने का मामला सामने आया है। हरियाणा की अंबाला पुलिस ने नकली शराब की फैक्ट्री पकड़ी है। पुलिस को मौके पर हरियाणा और पंजाब में बिकने वाली देसी शराब के ब्रांड की सैकड़ों पेटियां मिली हैं। स्प्रिट सहित हजारों खाली बोतलें, लेबल, होलोग्राम, क्यूआर कोड, ढक्कन, बड़े-बड़े ड्रम मौके से बरामद किए गए। शहजादपुर थाने से कुछ ही दूरी पर यह फैक्ट्री चल रही थी। मौके से 3 लोगों को गिरफ्तार में लिया गया है, जो शराब को चाय की छलनी से छानकर बोतलों में पैक कर रहे थे। आरोपी गुरप्रीत सिंह निवासी गांव उपरली धमोली, सुरेंद्र सिंह निवासी गांव बपोली, संदीप निवासी गांव धनाना, सचिन निवासी गांव गोबिंदपुर थाना शहजादपुर जिला अंबाला को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें 4 दिन का पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। छह महीने पहले ही यमुनानगर में भी नकली शराब फैक्ट्री पकड़ी गई थी। यहां बनी शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई थी। बरामद सामान शराब की 109 पेटियां, 80 लीटर तैयारशुदा अवैध शराब, 2 कैन शराब 100 लीटर, 3 ड्रम स्पिरिट कुल 540 लीटर, 12 खाली ड्रम, 30 ड्रमी, 20 लीटर की 6 बोतल, 9600 खाली बोतलें, 4 टंकी, फूड कलर, कार्मेल कलर, भारी मात्रा में ढक्कन, रैपर, गत्ता पेटी, होलोग्राम नंबर, क्यूआर कोड, मधानी व शराब बनाने के अन्य उपकरणों व गाड़ी बरामद किए हैं। रिहायशी इलाके में शराब बनाने की मिली सूचना
शहजादपुर थाना पुलिस को बुधवार की रात सूचना मिली कि रिहायशी इलाके में नकली शराब बनाई जा रही है। सूचना मिलते ही पुलिस ने रात करीब 10 बजे बताए गए मकान में छापा मारा तो अंदर काम कर रहे 3 लोग भागने लगे। पुलिस ने तीनों को पकड़ लिया। अंदर जाकर देखा तो शराब बनाई जा रही थी। शराब बनाने संबंधी कोई भी कागजात नहीं दिखा सके
पुलिस को मकान के अंदर से हरियाणा और पंजाब में बिकने वाले देसी शराब के अलग-अलग ब्रांड की सैकड़ों पेटियां मिलीं। शराब बनाने की मशीनों से लेकर आरओ, बड़े-बड़े ड्रम, कार्टून से लेकर केमिकल व खाली बोतलें व ढक्कन बरामद हुए। पुलिस ने जब हिरासत में लिए गए लोगों से फैक्ट्री का लाइसेंस सहित अन्य कागजात मांगे तो वे कुछ नहीं दिखा सके। इस पर पुलिस ने एक्साइज टीम को मामले की जानकारी दी। मोटा संतरा, हीर सौंफी और माल्टा ब्रांड के रैपर मिले
पुलिस को जांच में हरियाणा ब्रांड हीर सौंफी, मोटा संतरा ही नहीं बल्कि पंजाब के माल्टा ब्रांड से पैक की गईं शराब की बोतलें भी मिलीं। शुरूआती गिनती में पैक की गई पेटियों की संख्या 150 के आसपास बताई गई। बताया जा रहा है कि इस शराब को हरियाणा और पंजाब में सप्लाई किया जा रहा था। एक्साइज विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे
डिप्टी एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर कृष्ण कुमार मौके पर पहुंचे और शराब फैक्ट्री का मुआयना कर उसे सील करवा दिया। बताया कि शराब की बोतलों की काउंटिंग चल रही है। शुरूआती जांच में सामने आया है कि ये लोग दोनों राज्यों में शराब सप्लाई कर चुके हैं। पता किया जा रहा है कि शराब कहां-कहां सप्लाई की गई। पता लगने पर उसकी सैंपलिंग करवाई जाएगी। बिट्टू नाम का युवक चला रहा था फैक्ट्री
शहजादपुर थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह ने बताया कि अभी पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। यह मकान और फैक्ट्री बिट्टू नाम के युवक की बताई जा रही है, जो फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम दबिश दे रही है। इसके अलावा यह भी पता किया जा रहा है कि इस फैक्ट्री में कितने पैमाने पर रोजाना शराब बनाई जा थी और कितने लोग इस गोरखधंधे में शामिल हैं। 2024 में यमुनानगर में जहरीली शराब पीने से हुई थी कई मौतें
बता दें कि नवंबर 2024 में भी अंबाला के धनौरा में नकली शराब की फैक्ट्री पकड़ी गई थी। इसी फैक्ट्री की शराब पीने के कारण कई लोगों की मौत हो गई थी। बाद में पुलिस ने नकली शराब बनाने वाले पूरे गिरोह को जेल भेज दिया था। अब दोबारा नकली शराब बनाने का मामला सामने आया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
