हरियाणा में निजी ब्लड बैंक अब बिना किसी पूर्व अनुमति के रक्तदान शिविर लगा सकेंगे। राज्य सरकार ने 12 नवंबर को हुई हरियाणा राज्य औषधि सलाहकार बोर्ड की बैठक में यह अहम फैसला लिया। अब जारी नए आदेश के अनुसार रक्तदान शिविरों के लिए सिविल सर्जन से अनुमति लेने की जरूरत नहीं होगी। हालांकि शिविर के बारे में जानकारी देना अनिवार्य होगा। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस फैसले का मकसद रक्तदान को बढ़ावा देना और सरकारी ब्लड बैंकों में पर्याप्त रक्त यूनिट सुनिश्चित करना है। प्रदेश में जरूरतमंद मरीजों को समय पर रक्त उपलब्ध कराने के लिए यह कदम उठाया गया है। नए नियम के तहत क्या हैं शर्तें? प्राइवेट ब्लड बैंक को शिविर आयोजित करने से पहले संबंधित जिले के सिविल सर्जन को सूचित करना होगा। इसके अलावा रक्तदान शिविर से एकत्रित ब्लड यूनिटों का 10 से 30 प्रतिशत सरकारी ब्लड सेंटर को देना अनिवार्य होगा, यदि आवश्यक हो। अन्य राज्यों के ब्लड बैंकों को लेनी पड़ेगी अनुमति हरियाणा में बाहर से आकर शिविर लगाने वाले अन्य राज्यों के ब्लड बैंकों को पुराने नियमों के तहत पहले की तरह पूर्व अनुमति लेनी होगी। इस आदेश से राज्य में स्वैच्छिक रक्तदान को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। सुधार के लिए उठाए गए अन्य कदम स्वास्थ्य विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि शिविर आयोजित करने वाले निजी ब्लड बैंकों को राज्य द्वारा निर्धारित मानकों का पालन करना होगा। आदेश में यह सुनिश्चित किया गया है कि रक्तदान शिविर स्वैच्छिक और सुरक्षित हों। स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी दी है कि यदि कोई ब्लड बैंक नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इससे यह सुनिश्चित होगा कि रक्तदान प्रक्रिया पारदर्शी और सुरक्षित बनी रहे। हरियाणा में निजी ब्लड बैंक अब बिना किसी पूर्व अनुमति के रक्तदान शिविर लगा सकेंगे। राज्य सरकार ने 12 नवंबर को हुई हरियाणा राज्य औषधि सलाहकार बोर्ड की बैठक में यह अहम फैसला लिया। अब जारी नए आदेश के अनुसार रक्तदान शिविरों के लिए सिविल सर्जन से अनुमति लेने की जरूरत नहीं होगी। हालांकि शिविर के बारे में जानकारी देना अनिवार्य होगा। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस फैसले का मकसद रक्तदान को बढ़ावा देना और सरकारी ब्लड बैंकों में पर्याप्त रक्त यूनिट सुनिश्चित करना है। प्रदेश में जरूरतमंद मरीजों को समय पर रक्त उपलब्ध कराने के लिए यह कदम उठाया गया है। नए नियम के तहत क्या हैं शर्तें? प्राइवेट ब्लड बैंक को शिविर आयोजित करने से पहले संबंधित जिले के सिविल सर्जन को सूचित करना होगा। इसके अलावा रक्तदान शिविर से एकत्रित ब्लड यूनिटों का 10 से 30 प्रतिशत सरकारी ब्लड सेंटर को देना अनिवार्य होगा, यदि आवश्यक हो। अन्य राज्यों के ब्लड बैंकों को लेनी पड़ेगी अनुमति हरियाणा में बाहर से आकर शिविर लगाने वाले अन्य राज्यों के ब्लड बैंकों को पुराने नियमों के तहत पहले की तरह पूर्व अनुमति लेनी होगी। इस आदेश से राज्य में स्वैच्छिक रक्तदान को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। सुधार के लिए उठाए गए अन्य कदम स्वास्थ्य विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि शिविर आयोजित करने वाले निजी ब्लड बैंकों को राज्य द्वारा निर्धारित मानकों का पालन करना होगा। आदेश में यह सुनिश्चित किया गया है कि रक्तदान शिविर स्वैच्छिक और सुरक्षित हों। स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी दी है कि यदि कोई ब्लड बैंक नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इससे यह सुनिश्चित होगा कि रक्तदान प्रक्रिया पारदर्शी और सुरक्षित बनी रहे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में युवक ने खुद के पेट में घोंपा चाकू:बहन की लव मैरिज से आहत था; पुलिस लाइन में बहन को मनाने आया था हरियाणा के करनाल के पुलिस लाइन स्थित सेफ हाउस में सोमवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। एक युवक सेफ हाऊस में रह रही अपनी बहन से मिलने पहुंचा। उसकी बहन ने घर से भाग कर लव मैरिज की थी। युवक बहन को साथ ले जाना चाहता था। उसने बातचीत की, लेकिन बहन अपने फैसले पर अड़ी रही। गुस्साए युवक ने अपने पेट में चाकू घोंप लिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया। युवक का इलाज चल रहा है। जानकारी के अनुसार, नगला मेघा गांव की रहने वाली लड़की कुछ दिन पहले संदिग्ध हालात में लापता हो गई थी। लड़की ने बाद में लव मैरिज कर ली। परिवार वालों से जान का खतरा बताते हुए प्रेमी युगल ने कोर्ट से सुरक्षा की गुहार लगाई थी। इसके बाद लड़की को सेफ हाउस भेज दिया गया था। अब युवती के परिजनों को पता चला कि उनकी बहन सेफ हाउस में है। लड़की का भाई मनीष सोमवार को बहन से मिलने के लिए सेफ हाउस पहुंचा था। वहां उसने बहन से मुलाकात की। उसे विश्वास था कि बहन उसके साथ घर लौट आएगी। उसने बहन को काफी देर समझाया भी, लेकिन वह उसके साथ आने को राजी नहीं हुई। इसके बाद युवक गुस्सा उठा और उसने दुखी व भावनात्मक होकर खुद के पेट में ही चाकू घोंप लिया। युवक बहन की मैरिज के बाद लोगों द्वारा दिए जा रहे तानों से आहत था। पुलिस लाइन में युवक ने खुद के पेट में चाकू घोंपा तो हड़कंप मच गया। युवक लहूलुहान हो गया। उसकी हालत बिगड़ने लगी तो पुलिस में भी हड़कंप मच गया। पुलिसकर्मियों ने तुरंत उसे करनाल के नागरिक अस्पताल के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। वहां डॉक्टरों ने सर्जरी कर चाकू बाहर निकाला और उसका इलाज शुरू किया। पुलिस का कहना है कि युवक की हालत अब स्थिर है, लेकिन वह अभी डॉक्टरों की निगरानी में है।
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