हरियाणा के नूंह में 10वीं की ओपन बोर्ड परीक्षा में दूसरे की जगह अंग्रेजी का पेपर देते पकड़े गए 34 फर्जी स्टूडेंट्स की पूरी कहानी सामने आई है। इनमें 2 युवक ऐसे हैं जो गर्लफ्रेंड के कहने पर उसके भाई का एग्जाम देने आए थे। इसके अलावा कुछ रिश्तेदारों तो कुछ रुपए लेकर दूसरे की जगह पेपर दे रहे थे। पकड़े गए फर्जी स्टूडेंट्स में 3 लड़कियां भी शामिल हैं। इनमें एक लड़की नाबालिग भी है। इसके अलावा लड़कों में भी 3 नाबालिग हैं। इस वजह से 30 की फोटो ही सामने आई हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जिन स्टूडेंट्स की जगह ये पेपर दे रहे थे, उन्हें भी पुलिस ने साजिश का आरोपी बनाया है। बता दें कि सोमवार को माउंट अरावली पब्लिक स्कूल नूंह यानी एक ही सेंटर से ये सभी फर्जी स्टूडेंट्स पकड़े गए थे। पुलिस ने जब क्लासरूम में जाकर पूछा कि कोई दूसरे की जगह पेपर तो नहीं दे रहा तो ये सारे खुद ही खड़े हो गए थे। जिसके बाद इन्हें हिरासत में ले लिया गया। इनके खिलाफ नूंह शहर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की। मंगलवार को CJM कोर्ट में इन्हें पेश किया गया। कोर्ट ने 3 आरोपियों का एक दिन का रिमांड दिया है। सबसे पहले फर्जी स्टूडेंट्स की ये तस्वीरें देखिए… पुलिस की एक चेतावनी और सीट से खड़े हुए फर्जी स्टूडेंट्स
नूंह शहर थाना पुलिस के जांच अधिकारी ओमबीर सिंह ने बताया कि उनकी साइबर सेल को जानकारी मिली थी कि रेडियो स्टेशन के बराबर स्थित माउंट अरावली पब्लिक स्कूल में कुछ बोर्ड परीक्षार्थियों की जगह फर्जी स्टूडेंट परीक्षा दे रहे हैं। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए माउंट अरावली पब्लिक स्कूल में छापा मारा। वहां हर क्लासरूम में जाकर चेतावनी दी गई कि यदि कोई फर्जी परीक्षार्थी है तो वह सामने आ जाए, अन्यथा पुलिस आईडी की जांच करेगी और सख्ती की जाएगी। पुलिस की यह सख्ती देख ये 34 परीक्षार्थी अपनी सीटों पर खड़े हो गए। पुलिस ने इनकी जांच की तो पता चला कि ये सभी फर्जी तरीके से परीक्षा दे रहे हैं। इन सभी को हिरासत में ले लिया गया। इसके बाद सभी को थाने लाया गया। फर्जी परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स 12वीं पास कर चुके
पुलिस जांच अधिकारी ओमवीर ने बताया कि फर्जी तरीके से परीक्षा देने वालों में अरबीन, नईम, शाहिद, परशुराम, आशिक, वसीम, आकाश, मोहम्मद कैफ, हमजा, मौसिम, अमजद, आदिल, वसीम, सोहिल, रुखसार, वसीम, जीशान, राहिल, शकील, रचना, शाहिद, हमजा, मुस्तफा, नसीम, साहिल, सलमान, मुनफेद, अजहरूद्दीन, तैमूर, सोहिल आदि शामिल हैं। पुलिस जांच में पता चला कि ये सभी 12वीं पास कर चुके हैं। इसी वजह से 10वीं का पेपर देने आ गए। पुलिस की जांच में स्टूडेंट्स ने क्या बताया?
पुलिस ने जब उनसे पूछताछ की तो पता चला कि इनमें से 2 युवक गर्लफ्रेंड के भाई की जगह पर पेपर देने आए थे। कुछ रिश्तेदारों और दोस्तों के लिए पेपर देने आए थे। कुछ ने दूसरे की जगह पर एग्जाम देने के बदले रुपए भी लिए थे। पुलिस को शक है कि ये सभी किसी गैंग से जुड़े हुए हैं, हालांकि अभी इस मामले की जांच जारी है। कोर्ट ने रुपए लेकर एग्जाम देने वाले 3 युवकों का रिमांड दिया
पुलिस के मुताबिक इन सभी को मंगलवार को CJM कोर्ट में पेश किया गया। जिसमें पुलिस ने मांग की कि जिन आरोपियों ने रुपए लेकर दूसरे की जगह पेपर दिया, उनका रिमांड दिया जाए। जिससे यह पता चल सके कि इसमें उनके साथ कोई और तो शामिल नहीं है। इस वजह से पुलिस ने शाहिद, आशिक और अजहरुद्दीन का रिमांड मंजूर कर लिया। प्रत्येक पेपर का रेट डेढ़ से 2 हजार, 6 का रेट 12 हजार
पुलिस की अभी तक की जांच में सामने आया कि रुपए लेकर पेपर देने वालों ने 10वीं ओपन बोर्ड के हर पेपर का रेट तय कर रखा है। इसके लिए बाकायदा स्कूल संचालक और परीक्षा फॉर्म भरने वाले स्टूडेंट से सेटिंग की जाती है। सूत्रों के मुताबिक परीक्षा फॉर्म भरने वाले स्टूडेंट से प्रत्येक पेपर के 1500 से 2000 रुपए लिए जाते हैं। उदाहरण के तौर पर दसवीं में 6 पेपर के लिए करीब 12 हजार रुपए में डील की जाती है। स्कूल संचालक को परीक्षार्थी अलग से रुपए देता है, ताकि इस पूरे खेल में कहीं कोई खलल न पड़े। पूरी मिलीभगत से यह फर्जीवाड़ा चलता है। स्कूल प्राइवेट, लटकी कार्रवाई की तलवार
नूंह के जिस माउंट अरावली पब्लिक स्कूल में ये परीक्षा का फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है, वह निजी है। यहां 10वीं ओपन बोर्ड की परीक्षाएं चल रही हैं। सोमवार को पकड़े गए 34 फर्जी परीक्षार्थियों के बाद एक ओर जहां पुलिस ने मामला दर्ज किया, वहीं शिक्षा विभाग की ओर से भी जांच बैठा दी गई है। डीसी विश्राम कुमार मीणा ने बताया कि जांच की जा रही है कि इस फर्जीवाड़े में स्कूल संचालक और स्टाफ दोषी पाया जाता है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा सेंटर भी बदला जाएगा। 32 अधिकारी सस्पेंड हुए तो सक्रिय हुई पुलिस
हरियाणा के नूंह में हुए पेपर लीक के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा 4 डीएसपी समेत 25 पुलिस कर्मचारियों सहित 32 अधिकारियों को सस्पेंड किया गया था। इससे सबक लेकर जिला प्रशासन ने एग्जाम में सख्ती दिखाई। छतों पर पुलिस कर्मचारी तैनात दिखाई दिए, तो कहीं ड्रोन से भी परीक्षा केंद्रों पर निगरानी रखी गई। परीक्षा केंद्रों के 500 मीटर दायरे में कोई भी व्यक्ति नजर नहीं आया। इसी सक्रियता के चलते सोमवार को इन 34 फर्जी स्टूडेंट्स को पकड़ा गया है, जिनके खिलाफ नूंह शहर थाना पुलिस ने केस दर्ज किया है। ********************** बोर्ड परीक्षाओं से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… हरियाणा में 12वीं बोर्ड का पेपर, पुलिस ने शौचालय खंगाले, सोनीपत में पर्चियां फेंकते दिखे युवक हरियाणा में मंगलवार(4 मार्च) को 12वीं बोर्ड का फिजिक्स और इकोनॉमिक्स का पेपर हुआ। सुबह साढ़े 12 बजे से लेकर साढ़े 3 बजे तक चले पेपर में नकल रोकने को लेकर पुलिस की पूरी सख्ती दिखी। पुलिस एक घंटे पहले ही परीक्षा केंद्रों पर पहुंच गई और वहां खड़े बाहरी लोगों को खदेड़ दिया। (पढ़ें पूरी खबर) हरियाणा के नूंह में 10वीं की ओपन बोर्ड परीक्षा में दूसरे की जगह अंग्रेजी का पेपर देते पकड़े गए 34 फर्जी स्टूडेंट्स की पूरी कहानी सामने आई है। इनमें 2 युवक ऐसे हैं जो गर्लफ्रेंड के कहने पर उसके भाई का एग्जाम देने आए थे। इसके अलावा कुछ रिश्तेदारों तो कुछ रुपए लेकर दूसरे की जगह पेपर दे रहे थे। पकड़े गए फर्जी स्टूडेंट्स में 3 लड़कियां भी शामिल हैं। इनमें एक लड़की नाबालिग भी है। इसके अलावा लड़कों में भी 3 नाबालिग हैं। इस वजह से 30 की फोटो ही सामने आई हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जिन स्टूडेंट्स की जगह ये पेपर दे रहे थे, उन्हें भी पुलिस ने साजिश का आरोपी बनाया है। बता दें कि सोमवार को माउंट अरावली पब्लिक स्कूल नूंह यानी एक ही सेंटर से ये सभी फर्जी स्टूडेंट्स पकड़े गए थे। पुलिस ने जब क्लासरूम में जाकर पूछा कि कोई दूसरे की जगह पेपर तो नहीं दे रहा तो ये सारे खुद ही खड़े हो गए थे। जिसके बाद इन्हें हिरासत में ले लिया गया। इनके खिलाफ नूंह शहर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की। मंगलवार को CJM कोर्ट में इन्हें पेश किया गया। कोर्ट ने 3 आरोपियों का एक दिन का रिमांड दिया है। सबसे पहले फर्जी स्टूडेंट्स की ये तस्वीरें देखिए… पुलिस की एक चेतावनी और सीट से खड़े हुए फर्जी स्टूडेंट्स
नूंह शहर थाना पुलिस के जांच अधिकारी ओमबीर सिंह ने बताया कि उनकी साइबर सेल को जानकारी मिली थी कि रेडियो स्टेशन के बराबर स्थित माउंट अरावली पब्लिक स्कूल में कुछ बोर्ड परीक्षार्थियों की जगह फर्जी स्टूडेंट परीक्षा दे रहे हैं। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए माउंट अरावली पब्लिक स्कूल में छापा मारा। वहां हर क्लासरूम में जाकर चेतावनी दी गई कि यदि कोई फर्जी परीक्षार्थी है तो वह सामने आ जाए, अन्यथा पुलिस आईडी की जांच करेगी और सख्ती की जाएगी। पुलिस की यह सख्ती देख ये 34 परीक्षार्थी अपनी सीटों पर खड़े हो गए। पुलिस ने इनकी जांच की तो पता चला कि ये सभी फर्जी तरीके से परीक्षा दे रहे हैं। इन सभी को हिरासत में ले लिया गया। इसके बाद सभी को थाने लाया गया। फर्जी परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स 12वीं पास कर चुके
पुलिस जांच अधिकारी ओमवीर ने बताया कि फर्जी तरीके से परीक्षा देने वालों में अरबीन, नईम, शाहिद, परशुराम, आशिक, वसीम, आकाश, मोहम्मद कैफ, हमजा, मौसिम, अमजद, आदिल, वसीम, सोहिल, रुखसार, वसीम, जीशान, राहिल, शकील, रचना, शाहिद, हमजा, मुस्तफा, नसीम, साहिल, सलमान, मुनफेद, अजहरूद्दीन, तैमूर, सोहिल आदि शामिल हैं। पुलिस जांच में पता चला कि ये सभी 12वीं पास कर चुके हैं। इसी वजह से 10वीं का पेपर देने आ गए। पुलिस की जांच में स्टूडेंट्स ने क्या बताया?
पुलिस ने जब उनसे पूछताछ की तो पता चला कि इनमें से 2 युवक गर्लफ्रेंड के भाई की जगह पर पेपर देने आए थे। कुछ रिश्तेदारों और दोस्तों के लिए पेपर देने आए थे। कुछ ने दूसरे की जगह पर एग्जाम देने के बदले रुपए भी लिए थे। पुलिस को शक है कि ये सभी किसी गैंग से जुड़े हुए हैं, हालांकि अभी इस मामले की जांच जारी है। कोर्ट ने रुपए लेकर एग्जाम देने वाले 3 युवकों का रिमांड दिया
पुलिस के मुताबिक इन सभी को मंगलवार को CJM कोर्ट में पेश किया गया। जिसमें पुलिस ने मांग की कि जिन आरोपियों ने रुपए लेकर दूसरे की जगह पेपर दिया, उनका रिमांड दिया जाए। जिससे यह पता चल सके कि इसमें उनके साथ कोई और तो शामिल नहीं है। इस वजह से पुलिस ने शाहिद, आशिक और अजहरुद्दीन का रिमांड मंजूर कर लिया। प्रत्येक पेपर का रेट डेढ़ से 2 हजार, 6 का रेट 12 हजार
पुलिस की अभी तक की जांच में सामने आया कि रुपए लेकर पेपर देने वालों ने 10वीं ओपन बोर्ड के हर पेपर का रेट तय कर रखा है। इसके लिए बाकायदा स्कूल संचालक और परीक्षा फॉर्म भरने वाले स्टूडेंट से सेटिंग की जाती है। सूत्रों के मुताबिक परीक्षा फॉर्म भरने वाले स्टूडेंट से प्रत्येक पेपर के 1500 से 2000 रुपए लिए जाते हैं। उदाहरण के तौर पर दसवीं में 6 पेपर के लिए करीब 12 हजार रुपए में डील की जाती है। स्कूल संचालक को परीक्षार्थी अलग से रुपए देता है, ताकि इस पूरे खेल में कहीं कोई खलल न पड़े। पूरी मिलीभगत से यह फर्जीवाड़ा चलता है। स्कूल प्राइवेट, लटकी कार्रवाई की तलवार
नूंह के जिस माउंट अरावली पब्लिक स्कूल में ये परीक्षा का फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है, वह निजी है। यहां 10वीं ओपन बोर्ड की परीक्षाएं चल रही हैं। सोमवार को पकड़े गए 34 फर्जी परीक्षार्थियों के बाद एक ओर जहां पुलिस ने मामला दर्ज किया, वहीं शिक्षा विभाग की ओर से भी जांच बैठा दी गई है। डीसी विश्राम कुमार मीणा ने बताया कि जांच की जा रही है कि इस फर्जीवाड़े में स्कूल संचालक और स्टाफ दोषी पाया जाता है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा सेंटर भी बदला जाएगा। 32 अधिकारी सस्पेंड हुए तो सक्रिय हुई पुलिस
हरियाणा के नूंह में हुए पेपर लीक के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा 4 डीएसपी समेत 25 पुलिस कर्मचारियों सहित 32 अधिकारियों को सस्पेंड किया गया था। इससे सबक लेकर जिला प्रशासन ने एग्जाम में सख्ती दिखाई। छतों पर पुलिस कर्मचारी तैनात दिखाई दिए, तो कहीं ड्रोन से भी परीक्षा केंद्रों पर निगरानी रखी गई। परीक्षा केंद्रों के 500 मीटर दायरे में कोई भी व्यक्ति नजर नहीं आया। इसी सक्रियता के चलते सोमवार को इन 34 फर्जी स्टूडेंट्स को पकड़ा गया है, जिनके खिलाफ नूंह शहर थाना पुलिस ने केस दर्ज किया है। ********************** बोर्ड परीक्षाओं से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… हरियाणा में 12वीं बोर्ड का पेपर, पुलिस ने शौचालय खंगाले, सोनीपत में पर्चियां फेंकते दिखे युवक हरियाणा में मंगलवार(4 मार्च) को 12वीं बोर्ड का फिजिक्स और इकोनॉमिक्स का पेपर हुआ। सुबह साढ़े 12 बजे से लेकर साढ़े 3 बजे तक चले पेपर में नकल रोकने को लेकर पुलिस की पूरी सख्ती दिखी। पुलिस एक घंटे पहले ही परीक्षा केंद्रों पर पहुंच गई और वहां खड़े बाहरी लोगों को खदेड़ दिया। (पढ़ें पूरी खबर) हरियाणा | दैनिक भास्कर
