हरियाणा में परिवार ने शव लौटाया:बोले- यह हमारा बेटा नहीं, इसकी जींस का कलर अलग; लापता बेटे की लाश समझकर लिया था

हरियाणा में परिवार ने शव लौटाया:बोले- यह हमारा बेटा नहीं, इसकी जींस का कलर अलग; लापता बेटे की लाश समझकर लिया था

हरियाणा के करनाल में एक परिवार ने यह कहकर शव पुलिस को लौटा दिया कि यह लाश उनके बेटे की नहीं है। इसकी जींस का कलर अलग है। इसके बाद पुलिस ने फिर शव काे शिनाख्त के लिए मॉर्च्युरी में रखवा दिया है। यह शव कल शनिवार रात को गोगड़ीपुर के पास यमुना नहर से बाहर निकाला गया था। फिलहाल पुलिस ने अब शव के शरीर पर मिले कपड़ों और हुलिए के आधार पर उसकी पहचान की कोशिश शुरू कर दी है। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए पूरा मामला… एक हफ्ते पहले लापता हुआ था युवक
एक हफ्ते पहले करनाल के मंगलौरा का अजय नाम का युवक गायब हो गया था। अजय के दोस्त साहिल ने बताया था कि अजय ने उसे गांव के बाहर छोड़ने को कहा था। वह उसे साथ ले गया लेकिन वह बीच रास्ते में ही उतर गया। इसके बाद न तो वह घर लौटा और न ही उसका कोई सुराग लगा। बेटा तलाश में जुटा था, नहर में शव देख गोताखोर बुलाया इसी दौरान शिव कालोनी से 5-6 दिन पहले लापता हुए एक व्यक्ति का बेटा आशु नहर में डूबे अपने पिता की तलाश कर रहा था। शनिवार की शाम आशू ने नहर में एक लाश देखी। यह लाश कही उसके पिता की न हो, इस संदेह के चलते उसने तुरंत गोताखोर प्रगट सिंह को कॉल किया। गोताखोर अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए और शव को बाहर निकाला तो पता चला कि यह शव किसी 22 साल के युवक का हैं। शिनाख्त न होने पर पुलिस ने शव को मोर्चेरी हाउस करनाल में रखवा दिया और पहचान के प्रयास तेज कर दिए।
अर्धनग्न था शव, नीले रंग की जींस पहनी थी
जब शव को रस्सी के सहारे बाहर निकाला गया तो वह अर्धनग्न था। उसके शरीर पर नीले रंग की जींस और नीले रंग का ही अंडरवियर था। गोताखोर ने कहा कि यह शव करीब एक हफ्ते पुराना है। हालांकि उसके कपड़ों की जेब से ऐसा कुछ नहीं मिला, जिससे उसकी शिनाख्त हो सके। जिसके बाद पुलिस पहुंची और शव को करनाल अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवा दिया। परिवार ने शव देखा, कहा- यह लाश अजय की है
इसके बाद परिवार के दूसरे सदस्य भी रविवार को मॉर्च्युरी पहुंच गए। वहां उन्होंने यमुना से मिला शव देखा। परिवार ने मीडिया को कहा कि यह शव उनके ही परिवार के सदस्य अजय का है। इसके बाद अजय के दोस्तों मंगलौरा के रहने वाले सुशील, रवि और साहिल ने भी उसकी शिनाख्त की। 14 दिसंबर को गायब हुआ, गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई
साहिल और सुशील ने बताया कि अजय 14 दिसंबर को लापता हुआ था। उन्होंने काफी तलाश की लेकिन जब वह नहीं मिला तो 17 दिसंबर को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी। मंगलौरा पुलिस अजय की तलाश कर रही थी। जब उन्हें पता चला कि शव भी उतना ही पुराना है, जितने दिन से अजय गायब है तो उन्होंने इसकी शिनाख्त की। पुलिस ने कागजी कार्रवाई कर शव दिया
करनाल में पुलिस पहुंची। परिजनों के शिनाख्त करने के बाद पुलिस ने कागजी कार्रवाई की। इसके बाद शव को परिजनों के दावे के हिसाब से उनके हवाले कर दिया ताकि उसका अंतिम संस्कार किया जा सके। जींस का कलर देख इनकार किया
इसके बाद परिजनों ने दोबारा शव को देखा। जब उन्होंने उसके बदन पर नीली जींस देखी तो उन्होंने उसके अजय का शव होने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि जब अजय घर से निकला था तो उसने ऐसी जींस नहीं पहनी थी। न ही उसके पास इस रंग की कोई जींस है। इस वजह से वह शव नहीं ले जा सकते। उन्होंने शव को वहीं छोड़ दिया। जिसे पुलिस ने वापस मॉर्च्युरी में रखवा दिया। चौकी प्रभारी बोले- पूरे परिवार ने दूसरी बार में इनकार किया
इस बारे में मंगलौरा पुलिस चौकी प्रभारी रोहताश ने बताया कि गोगड़ीपुर नहर से रात एक शव बरामद हुआ था। जिसकी शिनाख्त के लिए लापता अजय के परिवार वाले मॉर्च्युरी में पहुंचे थे। उन्होंने पहली बार शव को देखा और कहा कि यह अजय का शव है। इसके बाद जब दोबारा उन्होंने शव देखा तो कहने लगे कि यह अजय का शव नहीं है। अब शव को फिर सुरक्षित रख उसकी शिनाख्त की कोशिश की जा रही है। हरियाणा के करनाल में एक परिवार ने यह कहकर शव पुलिस को लौटा दिया कि यह लाश उनके बेटे की नहीं है। इसकी जींस का कलर अलग है। इसके बाद पुलिस ने फिर शव काे शिनाख्त के लिए मॉर्च्युरी में रखवा दिया है। यह शव कल शनिवार रात को गोगड़ीपुर के पास यमुना नहर से बाहर निकाला गया था। फिलहाल पुलिस ने अब शव के शरीर पर मिले कपड़ों और हुलिए के आधार पर उसकी पहचान की कोशिश शुरू कर दी है। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए पूरा मामला… एक हफ्ते पहले लापता हुआ था युवक
एक हफ्ते पहले करनाल के मंगलौरा का अजय नाम का युवक गायब हो गया था। अजय के दोस्त साहिल ने बताया था कि अजय ने उसे गांव के बाहर छोड़ने को कहा था। वह उसे साथ ले गया लेकिन वह बीच रास्ते में ही उतर गया। इसके बाद न तो वह घर लौटा और न ही उसका कोई सुराग लगा। बेटा तलाश में जुटा था, नहर में शव देख गोताखोर बुलाया इसी दौरान शिव कालोनी से 5-6 दिन पहले लापता हुए एक व्यक्ति का बेटा आशु नहर में डूबे अपने पिता की तलाश कर रहा था। शनिवार की शाम आशू ने नहर में एक लाश देखी। यह लाश कही उसके पिता की न हो, इस संदेह के चलते उसने तुरंत गोताखोर प्रगट सिंह को कॉल किया। गोताखोर अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए और शव को बाहर निकाला तो पता चला कि यह शव किसी 22 साल के युवक का हैं। शिनाख्त न होने पर पुलिस ने शव को मोर्चेरी हाउस करनाल में रखवा दिया और पहचान के प्रयास तेज कर दिए।
अर्धनग्न था शव, नीले रंग की जींस पहनी थी
जब शव को रस्सी के सहारे बाहर निकाला गया तो वह अर्धनग्न था। उसके शरीर पर नीले रंग की जींस और नीले रंग का ही अंडरवियर था। गोताखोर ने कहा कि यह शव करीब एक हफ्ते पुराना है। हालांकि उसके कपड़ों की जेब से ऐसा कुछ नहीं मिला, जिससे उसकी शिनाख्त हो सके। जिसके बाद पुलिस पहुंची और शव को करनाल अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवा दिया। परिवार ने शव देखा, कहा- यह लाश अजय की है
इसके बाद परिवार के दूसरे सदस्य भी रविवार को मॉर्च्युरी पहुंच गए। वहां उन्होंने यमुना से मिला शव देखा। परिवार ने मीडिया को कहा कि यह शव उनके ही परिवार के सदस्य अजय का है। इसके बाद अजय के दोस्तों मंगलौरा के रहने वाले सुशील, रवि और साहिल ने भी उसकी शिनाख्त की। 14 दिसंबर को गायब हुआ, गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई
साहिल और सुशील ने बताया कि अजय 14 दिसंबर को लापता हुआ था। उन्होंने काफी तलाश की लेकिन जब वह नहीं मिला तो 17 दिसंबर को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी। मंगलौरा पुलिस अजय की तलाश कर रही थी। जब उन्हें पता चला कि शव भी उतना ही पुराना है, जितने दिन से अजय गायब है तो उन्होंने इसकी शिनाख्त की। पुलिस ने कागजी कार्रवाई कर शव दिया
करनाल में पुलिस पहुंची। परिजनों के शिनाख्त करने के बाद पुलिस ने कागजी कार्रवाई की। इसके बाद शव को परिजनों के दावे के हिसाब से उनके हवाले कर दिया ताकि उसका अंतिम संस्कार किया जा सके। जींस का कलर देख इनकार किया
इसके बाद परिजनों ने दोबारा शव को देखा। जब उन्होंने उसके बदन पर नीली जींस देखी तो उन्होंने उसके अजय का शव होने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि जब अजय घर से निकला था तो उसने ऐसी जींस नहीं पहनी थी। न ही उसके पास इस रंग की कोई जींस है। इस वजह से वह शव नहीं ले जा सकते। उन्होंने शव को वहीं छोड़ दिया। जिसे पुलिस ने वापस मॉर्च्युरी में रखवा दिया। चौकी प्रभारी बोले- पूरे परिवार ने दूसरी बार में इनकार किया
इस बारे में मंगलौरा पुलिस चौकी प्रभारी रोहताश ने बताया कि गोगड़ीपुर नहर से रात एक शव बरामद हुआ था। जिसकी शिनाख्त के लिए लापता अजय के परिवार वाले मॉर्च्युरी में पहुंचे थे। उन्होंने पहली बार शव को देखा और कहा कि यह अजय का शव है। इसके बाद जब दोबारा उन्होंने शव देखा तो कहने लगे कि यह अजय का शव नहीं है। अब शव को फिर सुरक्षित रख उसकी शिनाख्त की कोशिश की जा रही है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर