शिमला में एक कार पलट गई, जिसमें सवार एक एक व्यक्ति की मौत हुई है। फिलहाल कार कैसे पलटी पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना जुब्बल तहसील की है। दोची निवासी धर्मेंद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि शनिवार करीब 9 बजे जब वह अपने कमरे की तरफ जा रहा था तो उसे NH-705 पर एक गाड़ी के गिरने की आवाज सुनाई दी। जिसके बाद वह मौके पर पहुंचा तो देखा कि हिमाचल नंबर HP 10 B4141 NH 705 पर पलट गई थी। जब उन्होंने कार में देखा तो उसमें एक व्यक्ति बेहोशी की हालत में पड़ा हुआ था, उन्होंने उसे बाहर निकाला। इलाज के लिए CH जुब्बल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान लाहौरी सिंह उम्र 40 से 45 के बीच निवासी बधाल पीओ दोची तहसील जुब्बल शिमला के रूप में हुई है। पुलिस ने बयान दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शिमला में एक कार पलट गई, जिसमें सवार एक एक व्यक्ति की मौत हुई है। फिलहाल कार कैसे पलटी पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना जुब्बल तहसील की है। दोची निवासी धर्मेंद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि शनिवार करीब 9 बजे जब वह अपने कमरे की तरफ जा रहा था तो उसे NH-705 पर एक गाड़ी के गिरने की आवाज सुनाई दी। जिसके बाद वह मौके पर पहुंचा तो देखा कि हिमाचल नंबर HP 10 B4141 NH 705 पर पलट गई थी। जब उन्होंने कार में देखा तो उसमें एक व्यक्ति बेहोशी की हालत में पड़ा हुआ था, उन्होंने उसे बाहर निकाला। इलाज के लिए CH जुब्बल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान लाहौरी सिंह उम्र 40 से 45 के बीच निवासी बधाल पीओ दोची तहसील जुब्बल शिमला के रूप में हुई है। पुलिस ने बयान दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में वोकेश्नल-टीचर को नौकरी से निकालने की धमकियां:आज वार्ता को नहीं बुलाया तो जारी रहेगी हड़ताल, सचिवालय के लिए कूच की तैयारी
हिमाचल में वोकेश्नल-टीचर को नौकरी से निकालने की धमकियां:आज वार्ता को नहीं बुलाया तो जारी रहेगी हड़ताल, सचिवालय के लिए कूच की तैयारी हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में वोकेश्नल सब्जेक्ट पढ़ा रहे टीचरों को नौकरी से निकालने की धमकियां मिल रही है। वोकेश्नल टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्वनी कुमार ने बताया कि सेवा प्रदाता कंपनियां टीचरों पर दबाव डाल रही है। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं का जाती तो वोकेश्नल टीचर अपनी हड़ताल जारी रखेंगे। बता दें कि 1100 से ज्यादा सरकारी स्कूलों के 2174 वोकेश्नल टीचर शिमला के चौड़ा मैदान में 2 दिन से हड़ताल पर बैठे हैं। वोकेश्नल टीचर सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों को बाहर करने, हरियाणा की तर्ज पर शिक्षा विभाग के अधीन करने और समय पर सैलरी देने की मांग कर रहे है। इसी तरह वोकेश्नल टीचर दिवाली पर बढ़े हुए वेतन का एरियर नहीं मिलने से भी नाखुश है। इससे नाराज होकर वोकेश्नल टीचरों ने शिमला में हड़ताल पर बैठे हैं। वार्ता को नहीं बुलाया तो जारी रहेगा आंदोलन: अश्वनी अश्वनी कुमार ने बताया कि यदि राज्य सरकार आज उन्हें वार्ता के लिए नहीं बुलाती है तो शिक्षक हड़ताल पर डटे रहेंगे। उन्होंने बताया कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वोकेश्नल टीचर चौड़ा मैदान से सचिवालय के लिए भी कूच कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि वोकेश्नल टीचर हरियाणा की तर्ज पर उन्हें शिक्षा विभाग के अधीन लाने की मांग कर रहे हैं। अभी उनकी सेवाएं कंपनियों के माध्यम से ली जा रही है, जो कि मोटी रकम कमीशन के तौर पर लेती है। टीचरों का आरोप है कि कंपनियां उनका शोषण कर रही है। शिक्षा विभाग के आदेशों के बावजूद एरियर नहीं दिया अध्यक्ष अश्वनी ने बताया कि अधिकांश कंपनियों ने दिवाली पर भी उनका एरियर नहीं दिया, जबकि शिक्षा निदेशक ने 5 अक्टूबर को एक ऑर्डर जारी किए थे। जिसमें कहा गया कि 20 अक्टूबर तक सभी वोकेश्नल टीचर को सैलरी का एरियर एकमुश्त दिया जाए। उन्होंने बताया कि कुछ कंपनियों ने एक-दो महीने का एरियर दिया है, जबकि शिक्षा निदेशक के ऑर्डर के मुताबिक 6 माह के एरियर का भुगतान एकमुश्त होना था। सैलरी भी 28 अक्टूबर को नहीं दी गई राज्य सरकार ने अपने सभी कर्मचारियों को दिवाली को देखते हुए 28 अक्टूबर को सैलरी का भुगतान किया है। मगर वोकेश्नल टीचर को अब तक अक्टूबर की सैलरी नहीं मिल पाई। 1100 स्कूलों में वोकेश्नल सब्जेक्ट प्रदेश के सरकारी हाई और सेकेंडरी स्कूलों में साल 2013 से वोकेश्नल सब्जेक्ट 9वीं से 12वीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं को पढ़ाया जा रहा है। इन पाठ्यक्रमों में 80 हजार से ज्यादा छात्र पंजीकृत है। इसके लिए शिक्षा विभाग ने एक-दो नहीं बल्कि पूरी 17 कंपनियां पंजीकृत कर रखी है। दक्ष कामगार तैयार करने को वोकेश्नल पाठयक्रम सरकारी स्कूलों में वोकेश्नल टीचर केंद्र सरकार की स्कूलों में दक्ष कामगार तैयार करने की योजना के तहत रखे गए हैं। इनमें 90 प्रतिशत बजट केंद्र और 10 फीसदी बजट राज्य सरकार देती है। सरकार ने इस साल इनका मानदेय अप्रैल माह में बढ़ा दिया था। इसका भुगतान अब तक नहीं हो पाया था। इसे देखते हुए शिक्षा निदेशक ने 20 अक्टूबर तक कंपनियों को बढ़े हुए वेतन का एरियर देने के आदेश जारी किए थे। कई सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों ने विभाग के आदेशों की भी परवाह नहीं की और टीचरों को दिवाली पर भी एरियर नहीं दिया गया।
HRTC की बसों पर नशे के विज्ञापन होंगे बंद:सब्जियों और दूध का नहीं लगेगा किराया, महिलाओं को छूट देने में खर्च होता है 50 लाख
HRTC की बसों पर नशे के विज्ञापन होंगे बंद:सब्जियों और दूध का नहीं लगेगा किराया, महिलाओं को छूट देने में खर्च होता है 50 लाख हिमाचल प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्नहोत्री की अध्यक्षता में मंगलवार को शिमला में HRTC निदेशक मंडल की बैठक हुई। हिमाचल प्रदेश में अब HRTC की बसों में किसानों का सब्जियों व दूध का किराया नहीं लगेगा। मंगलवार को HRTC की निदेशक मंडल की बैठक में यह निर्णय हुआ है। लगेज पॉलिसी में होगा संशोधन
डिप्टी सीएम व विभाग के मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बैठक के बाद प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज बैठक में कई निर्णय हुए है। मुकेश अग्नहोत्री ने कहा कि BOD (बोर्ड ऑफ डायरेक्टर) ने निर्णय लिया है कि आज से HRTC की बसों में किसानों के सब्जी व दूध का कोई किराया नही लगेगा। उन्होंने कहा कि काफी समय से उन्हें इसको लेकर शिकायत मिल रही थी। जिसके बाद उन्होंने आज बैठक में निर्णय किया है कि HRTC किसानों से सब्जी व दूध को मार्किट तक ले जाने के लिए कोई नही लेंगे। HRTC लगेज पॉलिसी में संशोधन करेगी। नशे के विज्ञापन नही लेंगे.?
अग्नहोत्री ने कहा कि HRTC की BOD की बैठक में निर्णय हुआ है, HRTC अब अपनी बसों पर किसी भी तरह के गुटखा व शराब का विज्ञापन नही लगाएंगे। उन्होंने कहा कि यह समझौता उनके आने से पहले हुआ था। लेकिन उन्होंने निर्णय लिया है कि समाज मे कोई गलत संदेश ना जाएं। इसलिए उन्होंने निर्णय लिया है कि HRTC अब किसी भी तरह नशे के विज्ञापन नही लेगा। HRTC घाटे में क्यों है…?
डिप्टी सीएम ने कहा कि अक्सर यह सवाल उठता है कि HRTC घाटे में क्यों है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे दो मुख्य वजह रियायती सफर व घाटे के रूट हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक पहाड़ी प्रदेश है और दुर्गम क्षेत्रों में जहां कोई नहीं जाता, वहां HRTC लोगों को उनके घर पहुंचाती है। उन्होंने कहा कि HRTC रोज 5 लाख लोगों को लाती व छोड़ती है और 27 तरह की रियायतें लोगो को देती है। डिप्टी सीएम ने बताया कि अकेले महिलाओं को किराए में 50% छूट के लिए HRTC रोजाना 50 लाख रु खर्च कर रही है। लेकिन HRTC व्यवसायिक नही हिमाचल प्रदेश के लोगों की सेवा माध्यम है। HRTC ने 148 रूट निजी हाथों को सौंपे
मुकेश अग्नहोत्री ने कहा कि HRTC ने जो रूट जो रूट सरेंडर किए थे, उनमें से प्रदेशभर में 148 रूट प्राइवेट को चले गए हैं। सामान्य रूट 29 में 23, 80 सीटर वाली बसों के 72 में से 38 व इसके अलावा अन्य 107 रूट में से 87 इस तरह कुल मिलाकर 148 रुट निजी आपरेटरों को अलॉट हो गए हैं। उन्होंने कहा कि HRTC बस तब तक रुट पर बस बन्द नहीं करेगी जब तक निजी ऑपरेटर वहां बस नही चला देता। ऊना, हमीरपुर में बनेंगे ATS सेंटर
डिप्टी CM ने कहा कि HRTC ऊना और हमीरपुर में ऑटोमेटिक टेस्टिंग सेंटर बनाने जा रहा है। बसों की फिटनेस की वहां पर टेस्टिंग होगी। उन्होंने कहा कि ऊना में HRTC जबकि हमीरपुर में परिवहन विभाग ATS सेंटर स्थापित करेगा।
हरियाणा में कांग्रेस की हार से हिमाचल की गरमाई राजनीति:भाजपा ने सुक्खू सरकार का जताया आभार, कहा- झूठी गारंटियों का असर
हरियाणा में कांग्रेस की हार से हिमाचल की गरमाई राजनीति:भाजपा ने सुक्खू सरकार का जताया आभार, कहा- झूठी गारंटियों का असर हिमाचल प्रदेश के पड़ोसी राज्य हरियाणा के चुनावी नतीजों ने कांग्रेस को बेकफुट पर ला दिया है। हरियाणा के साथ हिमाचल प्रदेश में भी राजनीति गरमा गई है। हरियाणा में कांग्रेस की हार के लिए भाजपा हिमाचल की कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही है। हिमाचल भाजपा का शीर्ष नेतृत्व दावा कर रहा है कि कांग्रेस द्वारा हिमाचल प्रदेश की जनता को दिए गए झूठे वादे ही हरियाणा में कांग्रेस की हार का कारण बने हैं। भाजपा के इन दावों पर पलटवार करते हुए राज्य सरकार के उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने इसे पूरी तरह से खारिज किया। स्थानीय मुद्दों पर लड़े जाते हैं चुनाव हर्षवर्धन चौहान ने भाजपा पर पलटवार करते हुए विपक्ष के दावों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा में चुनाव परिणाम उम्मीदों के विपरीत रहे हैं। सभी रिपोर्ट कांग्रेस के पक्ष में थीं। हार के कारणों पर पार्टी हाईकमान विचार-विमर्श करेगा। मगर कल से प्रदेश में भाजपा नेता यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि हिमाचल की गारंटियों का हरियाणा चुनाव पर असर पड़ा है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। चौहान ने कहा कि राज्यों में चुनाव स्थानीय मुद्दों और नेताओं के रिपोर्ट कार्ड पर लड़े जाते हैं। जम्मू-कश्मीर में इंडिया गठबंधन की सरकार बन रही है। मीडिया का आकलन भी कांग्रेस के पक्ष में था मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि हरियाणा में नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे। मीडिया का आकलन भी कांग्रेस के पक्ष में था। इसके बावजूद वे चुनाव नहीं जीत पाए। हरियाणा में वे चुनाव क्यों हारे, इसका आकलन करने की जरूरत है और पार्टी हाईकमान इसका आकलन जरूर करेगा। इस बीच, भाजपा प्रवक्ता संदीप भारद्वाज ने प्रेस को जारी बयान में हरियाणा में भाजपा की जीत के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सुखू का आभार जताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू के हरियाणा दौरे के बाद भाजपा के चुनाव प्रचार को उस समय बल मिला जब हरियाणा की जनता को पता चला कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस द्वारा दी गई सभी 10 गारंटी झूठी थीं। हिमाचल प्रदेश की जनता ठगा हुआ महसूस कर रही है और हरियाणा की जनता समझ गई है कि कांग्रेस के सभी चुनावी हथकंडे लोगों को गुमराह करने के लिए चुनावी हथकंडे थे।