हरियाणा में भजनलाल परिवार ने खट्टर से बनाई दूरी:100 रुपए रिश्वत वाले किस्से से रिश्तों में आई खटास, इस बार जन्माष्टमी पर निमंत्रण नहीं

हरियाणा में भजनलाल परिवार ने खट्टर से बनाई दूरी:100 रुपए रिश्वत वाले किस्से से रिश्तों में आई खटास, इस बार जन्माष्टमी पर निमंत्रण नहीं

हरियाणा में भजनलाल परिवार ने पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर से किनारा कर लिया है। एक साल पहले जहां खट्टर को जन्माष्टमी कार्यक्रम में बुलाया गया था, वहीं इस बार उन्हें दरकिनार कर दिया गया है। पिछली बार मनोहर लाल जन्माष्टमी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे। लेकिन इस बार उनकी जगह मौजूदा सीएम नायब सैनी को बुलाया गया है। हिसार के बिश्नोई मंदिर में 26 अगस्त को गुरु जम्भेश्वर भगवान की 574वीं जयंती और जन्माष्टमी महोत्सव मनाया जाएगा। इस कार्यक्रम को लेकर बिश्नोई समाज ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बार भी कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई करेंगे। इस बार खट्टर का कार्यक्रम से नदारद रहना चर्चा का विषय बन गया है। बताया जा रहा है कि बिश्नोई परिवार खट्टर के हिसार में चौधरी भजनलाल पर दिए गए बयान से असहज है। इस बयान का असर यह हुआ कि बिश्नोई समाज के इलाकों में भाजपा बुरी तरह हारी। यहां तक ​​कि बिश्नोई परिवार के गढ़ आदमपुर में भी भाजपा पिछड़ गई। रणजीत चौटाला की सभा में खट्टर ने सुनाया था किस्सा वरिष्ठ भाजपा नेता, केंद्रीय मंत्री और पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर 10 अप्रैल 2024 को भाजपा प्रत्याशी रणजीत चौटाला के लिए प्रचार करने हिसार आए थे। कैमरी गांव में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए मनोहर लाल ने मंच से कुछ किस्से सुनाए जो हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्रियों से जुड़े थे। मनोहर लाल ने कहा- मैं आपको एक पुराना किस्सा बता रहा हूं। हालांकि, मैं इसमें शामिल नेता का नाम नहीं बताऊंगा। उसी इलाके (हिसार जिले) का एक व्यक्ति चंडीगढ़ में उनके नेता के पास गया और शिकायत की कि गांव के पटवारी ने फर्द (भूमि रिकॉर्ड की नकल) जारी करने के लिए उससे 100 रुपये की रिश्वत ली है। मनोहर लाल के मुताबिक, इस पर नेता ने उस व्यक्ति से पूछा कि चंडीगढ़ आने में आपका कितना खर्च हुआ? तो उसने कहा कि चंडीगढ़ आने में उसे 200 रुपये खर्च हुए और 2 दिन भी बर्बाद हुए। यह सुनने के बाद नेता ने उस व्यक्ति को डांटते हुए कहा कि जब उसने कम पैसे देकर अपना काम करवा लिया तो चंडीगढ़ आने के लिए 200 रुपये क्यों बर्बाद किए? इस कहानी को पूरा करते हुए खट्टर ने आगे कहा कि पहले हरियाणा के नेताओं की मानसिकता ऐसी ही थी। बिश्नोई परिवार का मानना ​​है कि जिस नेता की कहानी खट्टर ने सुनाई वह पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल थे। इसी बात को लेकर बिश्नोई परिवार नाराज है। आदमपुर में पिछड़ी भाजपा 56 साल से भजनलाल परिवार का अभेद किला कहे जाने वाले आदमपुर में इस लोकसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। भजनलाल 1968 में पहली बार इस सीट से विधायक बने थे। तब से लेकर अब तक हुए सभी चुनावों में भजनलाल परिवार आदमपुर से जीतता आया है। स्वर्गीय भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई भाजपा में हैं और उनके बेटे भव्य बिश्नोई 2022 में भाजपा के टिकट पर यहां से विधायक चुने गए। हालांकि, इस बार भजनलाल परिवार का कोई सदस्य इस सीट से उम्मीदवार नहीं था, लेकिन भाजपा के समर्थन में वोट देने की अपील की गई थी। इसके बाद भी हिसार से भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार रणजीत चौटाला को आदमपुर में सिर्फ 53156 वोट मिले। जबकि, कांग्रेस के जयप्रकाश जेपी 59544 वोट पाने में कामयाब रहे। इस तरह जयप्रकाश जेपी ने आदमपुर में 6384 वोटों से बढ़त हासिल की। 28 साल बाद कोई सीएम बिश्नोई मंदिर पहुंचा था मनोहर लाल खट्टर पिछले साल जन्माष्टमी पर हिसार के बिश्नोई मंदिर में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे। भजन लाल के बाद मनोहर लाल दूसरे सीएम थे जो बिश्नोई मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए थे। मनोहर लाल ने पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजन लाल की प्रतिमा का अनावरण भी किया था। खट्टर ने तब कहा था कि रेलवे स्टेशन का नाम भी पूर्व सीएम भजन लाल के नाम पर रखा जाएगा और इसके लिए वे रेलवे विभाग को पत्र लिखेंगे। इसके अलावा हिसार में मटका चौक का नाम चौधरी भजन लाल के नाम पर रखने की घोषणा की थी। लेकिन ये दोनों घोषणाएं आज तक पूरी नहीं हो सकीं। हरियाणा में भजनलाल परिवार ने पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर से किनारा कर लिया है। एक साल पहले जहां खट्टर को जन्माष्टमी कार्यक्रम में बुलाया गया था, वहीं इस बार उन्हें दरकिनार कर दिया गया है। पिछली बार मनोहर लाल जन्माष्टमी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे। लेकिन इस बार उनकी जगह मौजूदा सीएम नायब सैनी को बुलाया गया है। हिसार के बिश्नोई मंदिर में 26 अगस्त को गुरु जम्भेश्वर भगवान की 574वीं जयंती और जन्माष्टमी महोत्सव मनाया जाएगा। इस कार्यक्रम को लेकर बिश्नोई समाज ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बार भी कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई करेंगे। इस बार खट्टर का कार्यक्रम से नदारद रहना चर्चा का विषय बन गया है। बताया जा रहा है कि बिश्नोई परिवार खट्टर के हिसार में चौधरी भजनलाल पर दिए गए बयान से असहज है। इस बयान का असर यह हुआ कि बिश्नोई समाज के इलाकों में भाजपा बुरी तरह हारी। यहां तक ​​कि बिश्नोई परिवार के गढ़ आदमपुर में भी भाजपा पिछड़ गई। रणजीत चौटाला की सभा में खट्टर ने सुनाया था किस्सा वरिष्ठ भाजपा नेता, केंद्रीय मंत्री और पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर 10 अप्रैल 2024 को भाजपा प्रत्याशी रणजीत चौटाला के लिए प्रचार करने हिसार आए थे। कैमरी गांव में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए मनोहर लाल ने मंच से कुछ किस्से सुनाए जो हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्रियों से जुड़े थे। मनोहर लाल ने कहा- मैं आपको एक पुराना किस्सा बता रहा हूं। हालांकि, मैं इसमें शामिल नेता का नाम नहीं बताऊंगा। उसी इलाके (हिसार जिले) का एक व्यक्ति चंडीगढ़ में उनके नेता के पास गया और शिकायत की कि गांव के पटवारी ने फर्द (भूमि रिकॉर्ड की नकल) जारी करने के लिए उससे 100 रुपये की रिश्वत ली है। मनोहर लाल के मुताबिक, इस पर नेता ने उस व्यक्ति से पूछा कि चंडीगढ़ आने में आपका कितना खर्च हुआ? तो उसने कहा कि चंडीगढ़ आने में उसे 200 रुपये खर्च हुए और 2 दिन भी बर्बाद हुए। यह सुनने के बाद नेता ने उस व्यक्ति को डांटते हुए कहा कि जब उसने कम पैसे देकर अपना काम करवा लिया तो चंडीगढ़ आने के लिए 200 रुपये क्यों बर्बाद किए? इस कहानी को पूरा करते हुए खट्टर ने आगे कहा कि पहले हरियाणा के नेताओं की मानसिकता ऐसी ही थी। बिश्नोई परिवार का मानना ​​है कि जिस नेता की कहानी खट्टर ने सुनाई वह पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल थे। इसी बात को लेकर बिश्नोई परिवार नाराज है। आदमपुर में पिछड़ी भाजपा 56 साल से भजनलाल परिवार का अभेद किला कहे जाने वाले आदमपुर में इस लोकसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। भजनलाल 1968 में पहली बार इस सीट से विधायक बने थे। तब से लेकर अब तक हुए सभी चुनावों में भजनलाल परिवार आदमपुर से जीतता आया है। स्वर्गीय भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई भाजपा में हैं और उनके बेटे भव्य बिश्नोई 2022 में भाजपा के टिकट पर यहां से विधायक चुने गए। हालांकि, इस बार भजनलाल परिवार का कोई सदस्य इस सीट से उम्मीदवार नहीं था, लेकिन भाजपा के समर्थन में वोट देने की अपील की गई थी। इसके बाद भी हिसार से भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार रणजीत चौटाला को आदमपुर में सिर्फ 53156 वोट मिले। जबकि, कांग्रेस के जयप्रकाश जेपी 59544 वोट पाने में कामयाब रहे। इस तरह जयप्रकाश जेपी ने आदमपुर में 6384 वोटों से बढ़त हासिल की। 28 साल बाद कोई सीएम बिश्नोई मंदिर पहुंचा था मनोहर लाल खट्टर पिछले साल जन्माष्टमी पर हिसार के बिश्नोई मंदिर में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे। भजन लाल के बाद मनोहर लाल दूसरे सीएम थे जो बिश्नोई मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए थे। मनोहर लाल ने पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजन लाल की प्रतिमा का अनावरण भी किया था। खट्टर ने तब कहा था कि रेलवे स्टेशन का नाम भी पूर्व सीएम भजन लाल के नाम पर रखा जाएगा और इसके लिए वे रेलवे विभाग को पत्र लिखेंगे। इसके अलावा हिसार में मटका चौक का नाम चौधरी भजन लाल के नाम पर रखने की घोषणा की थी। लेकिन ये दोनों घोषणाएं आज तक पूरी नहीं हो सकीं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर