चरखी दादरी जिले में भारतीय किसान पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए बाढड़ा सहित 11 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। वीरवार को भारतीय किसान पार्टी की हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र जेवली के अध्यक्षता में उनके फार्म हाउस पर मीटिंग आयोजित की गई। जिसमें राष्ट्रीय पदाधिकारी के विचार विमर्श के लिस्ट जारी की गई। इन सीटों पर उतारे उम्मीदवार महेंद्र सिंह जेवली ने बताया कि बाढडा से महेन्द्र सिंह जेवली, सोहना से दान सिंह चौधरी, तोशाम से संजय, हांसी से मास्टर विजेन्द्र , बवानीखेड़ा से सुरज भाटोल, आदमपुर से समशेर कसवा,उकलाना से रोहतास छान,ऐलनाबाद से जगदीश, रतिया से जोगेंद्र ,बरवाला से विनोद धांसू, गुरुग्राम से राजेश श्योराण को उम्मीदवार बनाया गया है। 5 सितंबर को आएगी दूसरी लिस्ट उन्होंने कहा कि मीटिंग मे मौजूद रहे राष्ट्रीय महासचिव दान सिंह चौधरी ,राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष सुरेश, हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र जेवली, हरियाणा महासचीव मास्टर विजेंद्र सिंह, जिला अध्यक्ष हिसार रोहतास छान, हरियाणा मीडिया प्रभारी राजेश गुरुग्राम हरियाणा कोषाध्यक्ष राजेश धांसू आदि ने विचार विमर्श के बाद उम्मीदवार घोषित किए है। अब दूसरी लिस्ट 5 सितंबर को घोषित की जाएगी। चरखी दादरी जिले में भारतीय किसान पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए बाढड़ा सहित 11 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। वीरवार को भारतीय किसान पार्टी की हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र जेवली के अध्यक्षता में उनके फार्म हाउस पर मीटिंग आयोजित की गई। जिसमें राष्ट्रीय पदाधिकारी के विचार विमर्श के लिस्ट जारी की गई। इन सीटों पर उतारे उम्मीदवार महेंद्र सिंह जेवली ने बताया कि बाढडा से महेन्द्र सिंह जेवली, सोहना से दान सिंह चौधरी, तोशाम से संजय, हांसी से मास्टर विजेन्द्र , बवानीखेड़ा से सुरज भाटोल, आदमपुर से समशेर कसवा,उकलाना से रोहतास छान,ऐलनाबाद से जगदीश, रतिया से जोगेंद्र ,बरवाला से विनोद धांसू, गुरुग्राम से राजेश श्योराण को उम्मीदवार बनाया गया है। 5 सितंबर को आएगी दूसरी लिस्ट उन्होंने कहा कि मीटिंग मे मौजूद रहे राष्ट्रीय महासचिव दान सिंह चौधरी ,राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष सुरेश, हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र जेवली, हरियाणा महासचीव मास्टर विजेंद्र सिंह, जिला अध्यक्ष हिसार रोहतास छान, हरियाणा मीडिया प्रभारी राजेश गुरुग्राम हरियाणा कोषाध्यक्ष राजेश धांसू आदि ने विचार विमर्श के बाद उम्मीदवार घोषित किए है। अब दूसरी लिस्ट 5 सितंबर को घोषित की जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पलवल की तनू की विदेश में हादसे में मौत:एमबीबीएस करने किर्गिस्तान गई थी; दादा पुलिस इंस्पेक्टर, पिता एडवोकेट हैं
पलवल की तनू की विदेश में हादसे में मौत:एमबीबीएस करने किर्गिस्तान गई थी; दादा पुलिस इंस्पेक्टर, पिता एडवोकेट हैं हरियाणा के पलवल में हथीन उपमंडल के लखनाका गांव निवासी एडवोकेट जाहुल खान की बीस वर्षीय बेटी तनू का किर्गिस्तान में एक सड़क हादसे में निधन हो गया। तनू एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थी। उसके निधन से पूरे गांव में शोक की लहर है। शुक्रवार शाम को उसका शव गांव पहुंचा ओर वहां उसे सुपुर्द ए खाक कर दिया गया। जानकारी के अनुसार हथीन उपमंडल के लखनाका गांव निवासी जाहुल खान एडवोकेट के दो बच्चे हैं। उनमें एक बेटा और दूसरी बेटी तनू खान है। तनू खान के दादा हरियाणा पुलिस में बतौर इंस्पेक्टर तैनात हैं। तनू के पिता की इच्छा थी कि उनकी बेटी पढ़ लिखकर मेवात के लोगों के लिये बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करे। इसके लिए उसने तनू को एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिये पिछले वर्ष किर्गिस्तान भेजा था। तनू ने एक वर्ष तक किर्गिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई की। अब दूसरे वर्ष में तनू की एक सडक हादसे में मौत हो गई। तनू की सड़क दुर्घटना में मौत की खबर मिलते ही परिवार व गांव में मातम छा गया। परिजन शुक्रवार को देर शाम तनू के शव को लेकर पैतृक गांव लखनाका पहुंचे। जहां तनू को अपने गांव की मिट्टी में सुपुर्द ए खाक कर दिया गया। ग्रामीणों का कहना था कि उन्हें क्या पता था कि तनू डॉक्टर बनने गई है और जब वापस लौटेगी तो इस तरह। तनू खान के रूप में उन्हें एक अच्छा डॉक्टर मिलने वाला था, जिसे उन्होंने खो दिया।
हरियाणा में BJP के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष बागी:रामबिलास के खिलाफ CS की कार्रवाई का लेटर वायरल; पार्टी ने टिकट होल्ड की
हरियाणा में BJP के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष बागी:रामबिलास के खिलाफ CS की कार्रवाई का लेटर वायरल; पार्टी ने टिकट होल्ड की हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेशध्यक्ष रामबिलास शर्मा के खिलाफ एक पुजारी की पत्नी ने करोड़ों रुपए हड़ने का संगीन आरोप लगा है। इसमें उनके बेटे गौतम शर्मा सहित अन्य लोगों को शामिल किया गया। इस शिकायत के आधार पर हरियाणा के एडिशनल होम सेक्रेटरी ने आदेश जारी कर तुरंत प्रभाव से एफआईआर दर्ज करने के आदेश का एक लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। हालांकि रामबिलास शर्मा के बेटे ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया है। बता दें कि महेंद्रगढ़ से टिकट मांग रहे रामबिलास की सीट को बीजेपी ने होल्ड पर किया हुआ है। दो सूची में भी नाम नहीं आने पर एक दिन पहले ही रामबिलास शर्मा ने बिना टिकट मिले ही आज नामांकन भरने का ऐलान किया है। इसके तुरंत बाद रामबिलास शर्मा के खिलाफ पुजारी कैलाश चंद शर्मा की पत्नी नीलम शर्मा के नाम से दी गई यह लेटर 4 सितंबर का बताया जा रहा है। ये शिकायत इसी साल 19 अगस्त को की गई थी। हालांकि दैनिक भास्कर इस वायरल लेटर की पुष्टि नहीं करता। वायरल लेटर में कई संगीन आरोप दरअसल, 19 अगस्त 2024 को महेंद्रगढ़ के भागोत गांव निवासी पुजारी कैलाश चंद शर्मा की पत्नी नीलम शर्मा ने मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार, गृहमंत्री, हरियाणा पुलिस महानिदेशक, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, पुलिस अधीक्षक नारनौल और मानवाधिकार आयोग शिकायत भेजी, जिसमें बताया कि उसके पति कैलाश पुजारी पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा के राजनीतिक प्रभाव में आकर उनके झांसे में आ गए। जिस कारण मंत्री ने उनको बार-बार अपने कामों व खर्चों में प्रयोग किया। उनके पति ने बहकावे में आकर अपने करोड़ों रुपए की धन दौलत रामबिलास शर्मा के प्रचार, नकदी, खाने-पीने, रैली के खर्चे, ज्वेलरी, लड़की की शादी, पिता के काज, दामाद के इलाज, सतनाली के फार्म हाउस का निर्माण तथा नई गाड़ी आदि दिलवाने में खर्च कर दी। रामबिलास शर्मा ने 15 करोड़ रुपए नकद भी ले लिए। इस प्रकार उसके पति ने रामबिलास शर्मा के ऊपर 20 वर्षों में करीब 22 करोड़ रुपए लगा दिए। उसके पति ने पाइप फैक्ट्री की पूरी कमाई उस पर लगा दी। जब उसके पति के पास कोई पैसा नहीं बचा तब रामबिलास शर्मा ने उसके पति को दुत्कार दिया। बार-बार उसके पति द्वारा दी गई नकद रकम और खर्च किए गए करोड़ों राशि जब वापस मांगी गई तो राजनीतिक प्रभाव के कारण उसके बेटे मोहित को झूठे पॉक्सो एक्ट में बंद करवा दिया। उसके पति पर एक चेक का केस डलवा दिया, जमीन पर दावा डलवा दिया। पुरानी पुश्तैनी हवेली पर कब्जा कर लिया। खेती की जमीन की ट्यूबवेल का बिजली कनेक्शन कटवा दिया। रामबिलास के बेटे ने आरोपों को नकारा वायरल लेटर को लेकर रामबिलास शर्मा के बेटे गौतम शर्मा ने कहा कि ये हमारे खिलाफ एक षड़यंत्र है। ये पुरानी चीजें चुनाव के वक्त में हमारे खिलाफ षड़यंत्र के तहत उछाली जा रही है। इन शिकायतों में कोई दम नहीं है। रामबिलास की टिकट होल्ड की 3 वजह 1. रामबिलास शर्मा महेंद्रगढ़ सीट से विधायक रह चुके हैं। 2019 का चुनाव इसी सीट से मंत्री रहते हुए हार गए थे। पार्टी द्वारा कराए गए सर्वे और RSS के फीडबैक में रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं मिली। अंदर खाने उनसे कार्यकर्ता भी नाराज बताए गए। जिसकी वजह से पार्टी ने टिकट देने में जल्दबाजी नहीं की। 2. रामबिलास शर्मा जिस महेंद्रगढ़ सीट से चुनाव लड़ते हैं। वह सीट अहीरवाल बेल्ट में आती है और यहां केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के परिवार रामपुरा हाउस का दबदबा है। राव इंद्रजीत सिंह को महेंद्रगढ़ सीट पर रामबिलास को टिकट देने में कोई आपत्ति नहीं थी। जबकि दूसरे बड़े नेताओं की रामबिलास की राव इंद्रजीत सिंह से नजदीकियां रास नहीं आई। जिसकी वजह यहां प्रत्याशी की घोषणा दो सूची में भी नहीं हुई। केंद्रीय मंत्री से नजदीकी के कारण ही 3 महीनें पहले रामबिलास शर्मा पार्टी प्रदेशाध्यक्ष बनते-बनते भी रह गए। 3. महेंद्रगढ़ सीट पर RSS से जुड़े रिटायर्ड टीचर कैलाश चंद पाली ने 5 दिन पहले खुद को बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर बताते हुए नामांकन भी दाखिल कर दिया। कैलाश चंद का दावा था कि उन्होंने आरएसएस के कहने पर ही पर्चा दाखिल किया है। जिसके बाद रामबिलास ने बगावती संकेत दिए। प्रेशर पॉलिटिक्स के जरिए राम बिलास ने इशारों ही इशारों में पार्टी को नसीहत भी दी। 5 बार विधायक बने, दो बार अध्यक्ष, अब टिकट पर संकट बता दें कि रामबिलास शर्मा महेंद्रगढ़ सीट से 5 बार विधायक रह चुके हैं। वह दो बार 1991 और 2013 में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। 2014 का विधानसभा चुनाव पार्टी ने उनकी ही अगुवाई में लड़ा। लेकिन सीएम पद का दावेदार होने के बावजूद उन्हें दरकिनार कर मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री बनाया गया। हालांकि वह मनोहर लाल की अगुवाई वाली सरकार में दूसरे नंबर के पावरफुल मंत्री थे लेकिन 2019 के चुनाव में मिली हार ने हालात पूरी तरह बदल दिए। इस बार भी टिकट का मजबूत दावेदार माना जा रहा था पर पार्टी ने पहले जारी की दोनों सूची में उनका नाम भी दर्ज नहीं किया।
हरियाणा में सांसों पर संकट:गुरुग्राम में AQI 500, फतेहाबाद में 416 पहुंचा, पराली जलने पर 11 अधिकारी चार्जशीट, 383 को नोटिस, 26 सस्पेंड
हरियाणा में सांसों पर संकट:गुरुग्राम में AQI 500, फतेहाबाद में 416 पहुंचा, पराली जलने पर 11 अधिकारी चार्जशीट, 383 को नोटिस, 26 सस्पेंड हरियाणा में प्रदूषण की स्थिति लगातार खराब हो रही है। गुरुग्राम में गुरुग्राम में प्रदूषण का स्तर 500 और फतेहाबाद में 416 तक पहुंच गया है। दिन प्रतिदिन पराली जलाने की घटनाएं बढ़ती जा रही है। इसको लेकर हरियाणा सरकार एक्शन में दिख रही है। हरियाणा में पराली जलाने के 13 नए मामले दर्ज किए हैं वहीं अब तक 713 जगहों पर पराली जलाई गई है। ऐसे में हरियाणा सरकार भी सख्ती के मूड में दिख रही है। हरियाणा सरकार ने पराली जलाने से रोकने में कोताही बरतने के मामले में 11 अधिकारियों को चार्ज शीट किया है। 383 अधिकारियों को नोटिस दिए जा चुके हैं वही 26 कर्मचारियों को संस्पेंड किया जा चुका है। बावजूद इसके पराली जलाने की घटनाएं नहीं रुक रही हैं। अब तक 186 किसानों पर एफआईआर दर्ज की गई है व 34 की गिरफ्तारी हो चुकी है। अब प्रदेश में पीएम 10 बढ़ने लगा है। गुरुग्राम और फतेहाबाद में पीएम 10 बढ़ने से दिक्कते बढ़ सकती हैं। बता दें कि दिल्ली एनसीआर में ग्रैप टू लागू हो चुका है। हरियाणा के 14 जिले एनसीआर में आते हैं। जिसमें फरीदाबाद, गुरुग्राम, नूंह, रोहतक, सोनीपत, रेवाड़ी, झज्जर, पानीपत, पलवल, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, जींद और करनाल शामिल हैं। दिवाली के बाद ठंड बढ़ेगी
वहीं दूसरी ओर हरियाणा में मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है। सुबह और शाम को हल्की ठंड रहती है। हालांकि अब उत्तर पश्चिमी हवाओं के कारण मौसम में लगातार गिरावट देखने को मिलेगी। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार दिवाली के बाद हरियाणा में लोगों को ठंड का अहसास होने लगेगा।
प्रदेश में फिलहाल अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर चल रहा है। वहीं रात के तापमान में आधा डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालयके कृषि मौसम विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि दिवाली के बाद मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। क्या होता है PM10
PM10 में निर्माण स्थलों, लैंडफिल और कृषि, जंगल की आग और ब्रश/कचरा जलाने, औद्योगिक स्रोतों, खुली जमीन से हवा में उड़ने वाली धूल, पराग और बैक्टीरिया के टुकड़े भी शामिल होते हैं।
पीएम 10 कण इतने छोटे होते हैं कि वे आपके गले और फेफड़ों में जा सकते हैं । पीएम 10 का उच्च स्तर आपको खांसी, नाक बहना और आंखों में जलन पैदा कर सकता है। पीएम 10 का स्तर अधिक होने पर हृदय या फेफड़ों की बीमारी वाले लोगों में अधिक लक्षण हो सकते हैं। लक्षणों में घरघराहट, सीने में जकड़न या सांस लेने में कठिनाई शामिल हो सकती है। पराली जलाने के 13 नए मामले आए
प्रदेश में पराली जलाने के 13 नए केस सामने आए हैं। आलम है कि कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र व यमुनानगर जिले में सबसे ज्यादा दो से तीन पराली जलाने के मामले सामने आए हैं। फतेहाबाद, जींद व अंबाला जिले में भी एक-एक केस मिला है। वहीं हिसार जिले में पिछले तीन दिनों से राहत है कि कोई केस सामने नहीं आया है। हिसार में पराली जलाने पर 11 चालान किए गए हैं और 11 केस दर्ज हुए हैं। 8 किसानों की मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रेड एंट्री कर दी गई है, जिनसे एमएसपी पर फसल खरीद नहीं की जाएगी। प्रदेश के 16 शहरों में AQI 300 पार
वहीं प्रदेश के 16 शहरों में AQI 300 के पार चल रहा है। इसमें फरीदाबाद, गुरुग्राम, अंबाला, बहादुरगढ़, भिवानी, हिसार, चरखीदादरी, धारूहेड़ा, जींद, कैथल, कुरूक्षेत्र, मंडीखेड़ा, पंचकुला, सोनीपत और यमुनानगर जिले शामिल हैं। वहीं पानीपत और पलवल प्रदूषण का स्तर कम है। WHO के मुताबिक वायु प्रदूषण से इन बीमारियों का खतरा 1. अस्थमा: सांस लेने में कठिनाई होती है, छाती में दबाव महसूस होता है और खांसी भी आती है। ऐसा तब होता है जब व्यक्ति की श्वसन नली में रुकावट आने लगती है। यह रुकावट एलर्जी (हवा या प्रदूषण) और कफ से आती है। कई रोगियों में यह भी देखा गया है कि सांस लेने की नली में सूजन भी आ जाती है। 2. फेफड़ों का कैंसर: स्मॉल सेल लंग कैंसर (SCLC) प्रदूषण और धूम्रपान से होने वाला कैंसर है। इसका पता तब चलता है जब SCLC शरीर के अलग-अलग हिस्सों में फैल चुका होता है। साथ ही, नॉन-स्मॉल सेल लंग कैंसर (NSCLC) तीन तरह के होते हैं। एडेनोकार्सिनोमा, स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा और लार्ज सेल कार्सिनोमा। 3. हार्ट अटैक : वायु प्रदूषण से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। जहरीली हवा के PM 2.5 के बारीक कण खून में चले जाते हैं। इससे धमनियां सूज जाती हैं। 4. बच्चों में सांस की दिक्कत: बच्चों को सांस लेने में दिक्कत होती है। यह नाक, गले और फेफड़ों को संक्रमित करता है, जो सांस लेने में मदद करने वाले अंग हैं। बच्चों को इस बीमारी का खतरा अधिक होता है। 5 साल से कम उम्र के बच्चे इस बीमारी से सबसे ज्यादा मरते हैं। 5. क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) : क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) एक सांस संबंधी बीमारी है जिसमें मरीज को सांस लेने में दिक्कत होती है। यह बहुत खतरनाक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक सबसे ज्यादा लोग सीओपीडी से मरते हैं।