हरियाणा के रोहतक में जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजू हुड्डा पर दोहरी तलवार लटक गई है। महिला पार्षद के बेटे के किडनैपिंग केस में मंजू हुड्डा और उनके पति राजेश सरकारी पर मामला दर्ज होने के बाद उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। दूसरा कल यानी 23 अक्टूबर को जिला पार्षदों द्वारा उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा। ऐसे में हुड्डा की कुर्सी जा सकती है। मंजू हुड्डा ने इसी महीने हुए विधानसभा चुनाव में गढ़ी सांपला किलोई सीट पर भाजपा के टिकट पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सामने चुनाव लड़ा था। वह चुनाव हार गई थीं। रोहतक बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट अरविंद श्योराण का कहना है कि बच्चे के अपहरण मामले में जो धाराएं लगाई गई हैं, वे गैर जमानती हैं। इन धाराओं में जमानत का कोई प्रावधान नहीं है। गिरफ्तार करना पुलिस के हाथ में होता है कि वह नामजद आरोपियों को कब तक गिरफ्तार करते हैं। उधर, DSP रजनीश ने बताया कि पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। घूमने निकला था युवक, कार सवारों ने अपहरण किया
इस्माईला गांव के रहने वाले जगबीर खत्री ने बताया कि उसकी पत्नी नीलम जिला पार्षद है। 10वीं क्लास में पढ़ने वाला उसका 15 वर्षीय बेटा धैर्य सोमवार (21 अक्टूबर) सुबह घर से बाहर घूमने के लिए निकला था। इसी दौरान गाड़ी सवार लोगों ने धैर्य का जबरन हथियार के बल पर अपहरण कर लिया और अपनी गाड़ी में लेकर चले गए। कुछ टाइम बाद उनका बेटा दिल्ली रोड पर ढाबे पर सकुशल मिल गया। जगबीर ने आरोप लगाया कि यह किडनैपिंग मंजू हुड्डा और उनके पति राजेश सरकारी ने कराई है। वह 23 अक्टूबर को आने वाले अविश्वास प्रस्ताव को प्रभावित करना चाहते हैं। धैर्य बोला- बाइक को टक्कर मारी
धैर्य ने बताया कि पहले उसकी बाइक को टक्कर मारी और फिर उसे गाड़ी में ले गए। कार सवार 5 लोग थे। पहले उसे मिलन ढाबे पर ले जाया गया। इसके बाद सुनारिया साइड ले गए। वहां उन्होंने गाड़ी एक्सचेंज की। कार सवार कह रहे थे कि अपने पापा को समझा ले, नहीं तो परसों इलेक्शन के बाद देख लेंगे। इसके बाद उसे मिलन ढाबे पर ही छोड़कर चले गए। चेयरपर्सन बोलीं- मेरा अपहरण से कुछ लेना-देना नहीं
खुद पर लगे आरोपों पर चेयरपर्सन मंजू हुड्डा ने वीडियो जारी कर कहा- मेरे पास सुबह से कई फोन आए। हमारी पार्षद नीलम के बेटे का किसी ने अपहरण किया है। इसमें मेरे ऊपर आरोप लगाए गए, जिसमें मेरा कोई लेना-देना नहीं है। मैने अभी-अभी विधानसभा का चुनाव लड़ा है और चुनाव इतना शांतिपूर्वक ढंग से लड़ा है कि किसी से भी ऊंची आवाज में बात नहीं की। मैं इन सभी चीजों में विश्वास नहीं करती। मैं लोकतंत्र में विश्वास करती हूं। जो सरकार ने मेरी जिम्मेवारी लगा रखी है, उसके तहत जनता की सेवा करना चाहती हूं। ये सारी बातें झूठी हैं। राजेश सरकारी बोले- हमारे खिलाफ साजिश वहीं, मंजू हुड्डा के पति राजेश सरकारी ने भी वीडियो जारी कर कहा- इस पूरे मामले से उनका और उनके परिवार का कोई लेना देना नहीं है। ये सब राजनीतिक साजिश के तहत किया जा रहा है। ये सब हमें बदनाम करने के लिए है। हमने अभी-अभी विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से लड़ा, जिसमें हमने किसी से ऊंची आवाज में भी बात नहीं की। हम लगातार जनता कि सेवा कर रहे हैं और करते रहेंगे। ये साजिश हमारे कामों को प्रभावित करने के लिए है। 14 में से 10 पार्षद मंजू हुड्डा के खिलाफ
मंजू हुड्डा 27 दिसंबर 2022 को सर्वसम्मति से जिला परिषद की चेयरपर्सन चुनी गई थीं। अब 14 में से 10 पार्षद मंजू हुड्डा के खिलाफ हैं। 10 पार्षदों ने 7 सितंबर को DC अजय कुमार को ज्ञापन देकर अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कही। पार्षदों ने कहा कि मंजू हुड्डा करीब पौने 2 साल से जिला परिषद की चेयरपर्सन हैं, लेकिन 10 पार्षद उनकी कार्यप्रणाली से संतुष्ट नहीं हैं। इसलिए वे जिला परिषद की चेयरपर्सन पद से हटाना चाहते हैं। दीपेंद्र बोले- अपराधियों को सरकार का संरक्षण
पार्षद के बेटे की अपहरण की सूचना के बाद रोहतक से सांसद दीपेंद्र हुड्डा इस्माईला गांव पहुंचे थे। यहां उन्होंने परिवार से मुलाकात की। दीपेंद्र ने कहा कि ये घटना दर्शाती है कि अपराधियों को भाजपा सरकार का खुला संरक्षण हासिल है। लोग न घर के बाहर सुरक्षित हैं और न ही अपने घरों में। प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति चौपट न हो और प्रदेश अराजकता की तरफ न जाए, इसके लिए पूरी कार्रवाई हो और पीड़ित परिवार समेत सभी पार्षदों को सुरक्षा मुहैया कराई जाए। हरियाणा के रोहतक में जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजू हुड्डा पर दोहरी तलवार लटक गई है। महिला पार्षद के बेटे के किडनैपिंग केस में मंजू हुड्डा और उनके पति राजेश सरकारी पर मामला दर्ज होने के बाद उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। दूसरा कल यानी 23 अक्टूबर को जिला पार्षदों द्वारा उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा। ऐसे में हुड्डा की कुर्सी जा सकती है। मंजू हुड्डा ने इसी महीने हुए विधानसभा चुनाव में गढ़ी सांपला किलोई सीट पर भाजपा के टिकट पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सामने चुनाव लड़ा था। वह चुनाव हार गई थीं। रोहतक बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट अरविंद श्योराण का कहना है कि बच्चे के अपहरण मामले में जो धाराएं लगाई गई हैं, वे गैर जमानती हैं। इन धाराओं में जमानत का कोई प्रावधान नहीं है। गिरफ्तार करना पुलिस के हाथ में होता है कि वह नामजद आरोपियों को कब तक गिरफ्तार करते हैं। उधर, DSP रजनीश ने बताया कि पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। घूमने निकला था युवक, कार सवारों ने अपहरण किया
इस्माईला गांव के रहने वाले जगबीर खत्री ने बताया कि उसकी पत्नी नीलम जिला पार्षद है। 10वीं क्लास में पढ़ने वाला उसका 15 वर्षीय बेटा धैर्य सोमवार (21 अक्टूबर) सुबह घर से बाहर घूमने के लिए निकला था। इसी दौरान गाड़ी सवार लोगों ने धैर्य का जबरन हथियार के बल पर अपहरण कर लिया और अपनी गाड़ी में लेकर चले गए। कुछ टाइम बाद उनका बेटा दिल्ली रोड पर ढाबे पर सकुशल मिल गया। जगबीर ने आरोप लगाया कि यह किडनैपिंग मंजू हुड्डा और उनके पति राजेश सरकारी ने कराई है। वह 23 अक्टूबर को आने वाले अविश्वास प्रस्ताव को प्रभावित करना चाहते हैं। धैर्य बोला- बाइक को टक्कर मारी
धैर्य ने बताया कि पहले उसकी बाइक को टक्कर मारी और फिर उसे गाड़ी में ले गए। कार सवार 5 लोग थे। पहले उसे मिलन ढाबे पर ले जाया गया। इसके बाद सुनारिया साइड ले गए। वहां उन्होंने गाड़ी एक्सचेंज की। कार सवार कह रहे थे कि अपने पापा को समझा ले, नहीं तो परसों इलेक्शन के बाद देख लेंगे। इसके बाद उसे मिलन ढाबे पर ही छोड़कर चले गए। चेयरपर्सन बोलीं- मेरा अपहरण से कुछ लेना-देना नहीं
खुद पर लगे आरोपों पर चेयरपर्सन मंजू हुड्डा ने वीडियो जारी कर कहा- मेरे पास सुबह से कई फोन आए। हमारी पार्षद नीलम के बेटे का किसी ने अपहरण किया है। इसमें मेरे ऊपर आरोप लगाए गए, जिसमें मेरा कोई लेना-देना नहीं है। मैने अभी-अभी विधानसभा का चुनाव लड़ा है और चुनाव इतना शांतिपूर्वक ढंग से लड़ा है कि किसी से भी ऊंची आवाज में बात नहीं की। मैं इन सभी चीजों में विश्वास नहीं करती। मैं लोकतंत्र में विश्वास करती हूं। जो सरकार ने मेरी जिम्मेवारी लगा रखी है, उसके तहत जनता की सेवा करना चाहती हूं। ये सारी बातें झूठी हैं। राजेश सरकारी बोले- हमारे खिलाफ साजिश वहीं, मंजू हुड्डा के पति राजेश सरकारी ने भी वीडियो जारी कर कहा- इस पूरे मामले से उनका और उनके परिवार का कोई लेना देना नहीं है। ये सब राजनीतिक साजिश के तहत किया जा रहा है। ये सब हमें बदनाम करने के लिए है। हमने अभी-अभी विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से लड़ा, जिसमें हमने किसी से ऊंची आवाज में भी बात नहीं की। हम लगातार जनता कि सेवा कर रहे हैं और करते रहेंगे। ये साजिश हमारे कामों को प्रभावित करने के लिए है। 14 में से 10 पार्षद मंजू हुड्डा के खिलाफ
मंजू हुड्डा 27 दिसंबर 2022 को सर्वसम्मति से जिला परिषद की चेयरपर्सन चुनी गई थीं। अब 14 में से 10 पार्षद मंजू हुड्डा के खिलाफ हैं। 10 पार्षदों ने 7 सितंबर को DC अजय कुमार को ज्ञापन देकर अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कही। पार्षदों ने कहा कि मंजू हुड्डा करीब पौने 2 साल से जिला परिषद की चेयरपर्सन हैं, लेकिन 10 पार्षद उनकी कार्यप्रणाली से संतुष्ट नहीं हैं। इसलिए वे जिला परिषद की चेयरपर्सन पद से हटाना चाहते हैं। दीपेंद्र बोले- अपराधियों को सरकार का संरक्षण
पार्षद के बेटे की अपहरण की सूचना के बाद रोहतक से सांसद दीपेंद्र हुड्डा इस्माईला गांव पहुंचे थे। यहां उन्होंने परिवार से मुलाकात की। दीपेंद्र ने कहा कि ये घटना दर्शाती है कि अपराधियों को भाजपा सरकार का खुला संरक्षण हासिल है। लोग न घर के बाहर सुरक्षित हैं और न ही अपने घरों में। प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति चौपट न हो और प्रदेश अराजकता की तरफ न जाए, इसके लिए पूरी कार्रवाई हो और पीड़ित परिवार समेत सभी पार्षदों को सुरक्षा मुहैया कराई जाए। हरियाणा | दैनिक भास्कर