हरियाणा के पानीपत रेलवे स्टेशन पर एक ऑटो ड्राइवर को मंथली न देने पर पीटा गया। एक बार रेलवे पुलिस ने उसे गुंडों से बचाया, दूसरी बार गुंडों ने युवक को अकेला पाकर पीटा। गुंडों ने उसे धमकाया कि वे राहुल कश्यप गैंग के लोग हैं और अगर उसने मंथली नहीं दिया तो वे उसे जान से मार देंगे। पीड़ित ने घटना के 4 दिन बाद अपनी शिकायत दर्ज कराई। उसकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने गुंडों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। घायल का फिलहाल इलाज चल रहा है। पीड़ित की पहचान सचिन के रूप में हुई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए पूरा मामला प्रधान ने टंकी के पास मिलने को कहा जीआरपी थाने में दी शिकायत में सचिन ने बताया कि वह गांधी कॉलोनी का रहने वाला है। वह रेलवे स्टेशन पर ऑटो चलाता है। रेलवे स्टेशन का प्रधान हर किसी से 1000 रुपए लेता है और पिछले 5 महीने से वह उससे 2000 रुपए महीना मांग रहा है। उसने ऐसा करने से मना कर दिया। 28 दिसंबर को सुबह 10 से 11 बजे के बीच प्रधान ने उसे फोन करके टंकी के पास मिलने को कहा। जब वह बताए गए पते पर पहुंचा तो वह करीब 20 मिनट तक वहीं खड़ा रहा, लेकिन प्रधान नहीं आया। बदमाशों के ग्रुप ने 2 बार पीटा
इसी बीच उसकी पत्नी का फोन आया, जिसने उसे सैलून छोड़ आने की बात कही। वह अपनी पत्नी को लाल बत्ती चौक स्थित सैलून पर छोड़ कर वापस आया तो यहां रास्ते में उसे प्रधान मिला। जिसने कहा कि 2 हजार रुपए महीना देगा या नहीं। मना करने पर करण, कल्लु, साहिल ने उसके साथ खूब मारपीट की। मौके पर GRP पहुंची और आरोपियों ने छुड़वा कर उसे मेडिकल करवाने के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया। जैसे ही वे लाल बत्ती चौक पहुंचे तो वहां करण, कल्लु, अर्जुन, साहिल, आकाश उर्फ अक्कु व अन्य 15 से 20 लड़के मिले और उसे ई-रिक्शा से उतारकर मारना शुरू कर दिया। हाथ से चांदी का कड़ा भी निकाला
उसकी जेब से मोबाइल निकाल लिया। फोन के कवर में करीब 3560 रुपए थे। इसके अलावा उन्होंने फोन तोड़ दिया और हाथ से चांदी का कड़ा भी निकाल लिया। आरोपियों ने धमकी दी कि हम लोग राहुल कश्यप गैंग के आदमी हैं। अगर मंथली नहीं दी तो जान से मार देंगे और तेरा ऑटो भी नहीं चलने देंगे। 5 महीने से बना रहा था दबाव
सचिन की पत्नी नेहा ने बताया कि करण नाम का एक लड़का है, जो रेलवे स्टेशन के टेंपो स्टैंड का प्रधान है।वह मंथली मांग रहा था। वह सभी से हजार रुपए लेता है, लेकिन हमसे 2 हजार रुपए मांग रहा था। वह 5 महीने से दबाव बना रहा था, लेकिन आपसी सहमति से मामला सुलझ गया था। अब उसने सारी हदें पार कर दीं। रेलवे स्टेशन पर मारपीट की। वहां से उसके दोस्त मेरे पति को सिविल अस्पताल लेकर आए। मेरे पति एक साल से ऑटो चला रहे हैं और पिछले 5-6 महीने से 2000 रुपए महीने मांगे जा रहे हैं। हरियाणा के पानीपत रेलवे स्टेशन पर एक ऑटो ड्राइवर को मंथली न देने पर पीटा गया। एक बार रेलवे पुलिस ने उसे गुंडों से बचाया, दूसरी बार गुंडों ने युवक को अकेला पाकर पीटा। गुंडों ने उसे धमकाया कि वे राहुल कश्यप गैंग के लोग हैं और अगर उसने मंथली नहीं दिया तो वे उसे जान से मार देंगे। पीड़ित ने घटना के 4 दिन बाद अपनी शिकायत दर्ज कराई। उसकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने गुंडों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। घायल का फिलहाल इलाज चल रहा है। पीड़ित की पहचान सचिन के रूप में हुई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए पूरा मामला प्रधान ने टंकी के पास मिलने को कहा जीआरपी थाने में दी शिकायत में सचिन ने बताया कि वह गांधी कॉलोनी का रहने वाला है। वह रेलवे स्टेशन पर ऑटो चलाता है। रेलवे स्टेशन का प्रधान हर किसी से 1000 रुपए लेता है और पिछले 5 महीने से वह उससे 2000 रुपए महीना मांग रहा है। उसने ऐसा करने से मना कर दिया। 28 दिसंबर को सुबह 10 से 11 बजे के बीच प्रधान ने उसे फोन करके टंकी के पास मिलने को कहा। जब वह बताए गए पते पर पहुंचा तो वह करीब 20 मिनट तक वहीं खड़ा रहा, लेकिन प्रधान नहीं आया। बदमाशों के ग्रुप ने 2 बार पीटा
इसी बीच उसकी पत्नी का फोन आया, जिसने उसे सैलून छोड़ आने की बात कही। वह अपनी पत्नी को लाल बत्ती चौक स्थित सैलून पर छोड़ कर वापस आया तो यहां रास्ते में उसे प्रधान मिला। जिसने कहा कि 2 हजार रुपए महीना देगा या नहीं। मना करने पर करण, कल्लु, साहिल ने उसके साथ खूब मारपीट की। मौके पर GRP पहुंची और आरोपियों ने छुड़वा कर उसे मेडिकल करवाने के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया। जैसे ही वे लाल बत्ती चौक पहुंचे तो वहां करण, कल्लु, अर्जुन, साहिल, आकाश उर्फ अक्कु व अन्य 15 से 20 लड़के मिले और उसे ई-रिक्शा से उतारकर मारना शुरू कर दिया। हाथ से चांदी का कड़ा भी निकाला
उसकी जेब से मोबाइल निकाल लिया। फोन के कवर में करीब 3560 रुपए थे। इसके अलावा उन्होंने फोन तोड़ दिया और हाथ से चांदी का कड़ा भी निकाल लिया। आरोपियों ने धमकी दी कि हम लोग राहुल कश्यप गैंग के आदमी हैं। अगर मंथली नहीं दी तो जान से मार देंगे और तेरा ऑटो भी नहीं चलने देंगे। 5 महीने से बना रहा था दबाव
सचिन की पत्नी नेहा ने बताया कि करण नाम का एक लड़का है, जो रेलवे स्टेशन के टेंपो स्टैंड का प्रधान है।वह मंथली मांग रहा था। वह सभी से हजार रुपए लेता है, लेकिन हमसे 2 हजार रुपए मांग रहा था। वह 5 महीने से दबाव बना रहा था, लेकिन आपसी सहमति से मामला सुलझ गया था। अब उसने सारी हदें पार कर दीं। रेलवे स्टेशन पर मारपीट की। वहां से उसके दोस्त मेरे पति को सिविल अस्पताल लेकर आए। मेरे पति एक साल से ऑटो चला रहे हैं और पिछले 5-6 महीने से 2000 रुपए महीने मांगे जा रहे हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर