हरियाणा में राज्यसभा चुनाव लड़ने के मूड में नहीं कांग्रेस:हुड्डा ने दिए संकेत, बोले- हमारे विधायक कम, कोई 13 MLA लेकर आए तो साथ देंगे

हरियाणा में राज्यसभा चुनाव लड़ने के मूड में नहीं कांग्रेस:हुड्डा ने दिए संकेत, बोले- हमारे विधायक कम, कोई 13 MLA लेकर आए तो साथ देंगे

कांग्रेस पार्टी हरियाणा में राज्यसभा की एक सीट के लिए होने वाला चुनाव लड़ने के मूड में नहीं है। इसके संकेत खुद पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा ने दिए हैं। हुड्‌डा का कहना है कि कांग्रेस के पास राज्यसभा चुनाव जीतने लायक विधायक नहीं हैं। हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस के केवल 28 विधायक हैं। इनमें तोशाम की विधायक किरण चौधरी शामिल नहीं है क्योंकि वह भाजपा में शामिल हो चुकी हैं। पर्याप्त संख्याबल नहीं होने के कारण कांग्रेस चुनाव से दूर रहेगी। हुड्‌डा ने कहा कि कांग्रेस के पास 28 विधायक हैं। 3 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी पार्टी को प्राप्त है। इन्हें मिलाकर कांग्रेस के पास 31 विधायक ही बनते हैं। किरण चौधरी के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस ने उन्हें अयोग्य करार देने के लिए स्पीकर को याचिका दी लेकिन स्पीकर उस पर एक्शन ही नहीं ले रहे। हुड्‌डा ने कहा कि राज्यसभा सीट का चुनाव जीतने के लिए विधानसभा में 44 विधायकों की जरूरत है। अगर कोई 13 विधायक लेकर आता है तो कांग्रेस उसका समर्थन करने को तैयार है। भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा पहले भी राज्यसभा सीट के लिए होने वाले चुनाव में कांग्रेस के कैंडिडेट नहीं उतारने के संकेत दे चुके हैं। 3 सितंबर को होगा चुनाव
हरियाणा में राज्यसभा की कुल 5 सीटें हैं। मौजूदा चार सांसदों में 3 भाजपा के हैं जबकि चौथे सांसद कार्तिकेय शर्मा है जो निर्दलीय जीते थे। पांचवीं सीट दीपेंद्र सिंह हुड्‌डा के इस्तीफा देने के बाद खाली हुई है क्योंकि दीपेंद्र हाल ही में रोहतक लोकसभा सीट से कांग्रेस के सांसद चुने जा चुके हैं। दीपेंद्र सिंह हुड्‌डा के लोकसभा मेंबर बनते ही नियमानुसार उनकी राज्यसभा सीट स्वत: ही खाली हो गई। चुनाव आयोग ने 7 अगस्त को इसी सीट पर 3 सितंबर को चुनाव कराने का ऐलान किया है। जजपा-कांग्रेस एक-दूसरे के पाले में डाल रहे गेंद
राज्यसभा की खाली हुई सीट को लेकर कांग्रेस और जननायक जनता पार्टी (JJP) के नेता दुष्यंत चौटाला के बीच बयानबाजी होती रही है। दोनों दलों के नेता एक-दूसरे से अपने सभी विधायक लेकर आने की सूरत में समर्थन देने की बात कहते रहे हैं। JJP नेता अजय चौटाला कह चुके हैं कि भाजपा को हराने के लिए वह अपने सभी 10 विधायकों के साथ कांग्रेस का समर्थन करने को तैयार हैं। दूसरी ओर, हुड्‌डा का दावा है कि JJP के सभी 10 विधायक ही चौटाला के साथ नहीं है इसलिए उनके दावे का कोई तुक नहीं बनता। हुड्‌डा यहां तक भी कह चुके हैं कि अगर JJP 13 विधायक ले आती है तो वह भाजपा को हराने के लिए उनका समर्थन करने को तैयार हैं। नवीन जयहिन्द जता चुके दावा
रोहतक के ताल्लुक रखने वाले, जयहिन्द सेना के प्रमुख नवीन जयहिन्द राज्यसभा चुनाव लड़ने का दावा कर चुके हैं। महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू उनका समर्थन करने की बात कह चुके हैं। हालांकि राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार बनने के लिए 10 विधायकों का समर्थन होना जरूरी है। नवीन जयहिन्द इसके लिए सभी पार्टियों के अलावा निर्दलीय विधायकों का समर्थन मांग चुके हैं। कांग्रेस पार्टी हरियाणा में राज्यसभा की एक सीट के लिए होने वाला चुनाव लड़ने के मूड में नहीं है। इसके संकेत खुद पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा ने दिए हैं। हुड्‌डा का कहना है कि कांग्रेस के पास राज्यसभा चुनाव जीतने लायक विधायक नहीं हैं। हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस के केवल 28 विधायक हैं। इनमें तोशाम की विधायक किरण चौधरी शामिल नहीं है क्योंकि वह भाजपा में शामिल हो चुकी हैं। पर्याप्त संख्याबल नहीं होने के कारण कांग्रेस चुनाव से दूर रहेगी। हुड्‌डा ने कहा कि कांग्रेस के पास 28 विधायक हैं। 3 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी पार्टी को प्राप्त है। इन्हें मिलाकर कांग्रेस के पास 31 विधायक ही बनते हैं। किरण चौधरी के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस ने उन्हें अयोग्य करार देने के लिए स्पीकर को याचिका दी लेकिन स्पीकर उस पर एक्शन ही नहीं ले रहे। हुड्‌डा ने कहा कि राज्यसभा सीट का चुनाव जीतने के लिए विधानसभा में 44 विधायकों की जरूरत है। अगर कोई 13 विधायक लेकर आता है तो कांग्रेस उसका समर्थन करने को तैयार है। भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा पहले भी राज्यसभा सीट के लिए होने वाले चुनाव में कांग्रेस के कैंडिडेट नहीं उतारने के संकेत दे चुके हैं। 3 सितंबर को होगा चुनाव
हरियाणा में राज्यसभा की कुल 5 सीटें हैं। मौजूदा चार सांसदों में 3 भाजपा के हैं जबकि चौथे सांसद कार्तिकेय शर्मा है जो निर्दलीय जीते थे। पांचवीं सीट दीपेंद्र सिंह हुड्‌डा के इस्तीफा देने के बाद खाली हुई है क्योंकि दीपेंद्र हाल ही में रोहतक लोकसभा सीट से कांग्रेस के सांसद चुने जा चुके हैं। दीपेंद्र सिंह हुड्‌डा के लोकसभा मेंबर बनते ही नियमानुसार उनकी राज्यसभा सीट स्वत: ही खाली हो गई। चुनाव आयोग ने 7 अगस्त को इसी सीट पर 3 सितंबर को चुनाव कराने का ऐलान किया है। जजपा-कांग्रेस एक-दूसरे के पाले में डाल रहे गेंद
राज्यसभा की खाली हुई सीट को लेकर कांग्रेस और जननायक जनता पार्टी (JJP) के नेता दुष्यंत चौटाला के बीच बयानबाजी होती रही है। दोनों दलों के नेता एक-दूसरे से अपने सभी विधायक लेकर आने की सूरत में समर्थन देने की बात कहते रहे हैं। JJP नेता अजय चौटाला कह चुके हैं कि भाजपा को हराने के लिए वह अपने सभी 10 विधायकों के साथ कांग्रेस का समर्थन करने को तैयार हैं। दूसरी ओर, हुड्‌डा का दावा है कि JJP के सभी 10 विधायक ही चौटाला के साथ नहीं है इसलिए उनके दावे का कोई तुक नहीं बनता। हुड्‌डा यहां तक भी कह चुके हैं कि अगर JJP 13 विधायक ले आती है तो वह भाजपा को हराने के लिए उनका समर्थन करने को तैयार हैं। नवीन जयहिन्द जता चुके दावा
रोहतक के ताल्लुक रखने वाले, जयहिन्द सेना के प्रमुख नवीन जयहिन्द राज्यसभा चुनाव लड़ने का दावा कर चुके हैं। महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू उनका समर्थन करने की बात कह चुके हैं। हालांकि राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार बनने के लिए 10 विधायकों का समर्थन होना जरूरी है। नवीन जयहिन्द इसके लिए सभी पार्टियों के अलावा निर्दलीय विधायकों का समर्थन मांग चुके हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर