मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. साकेत कुमार ने हरियाणा जन संवाद, सीएम विंडो तथा एसएमजीटी पर प्राप्त शिकायतों के समाधान में लापरवाही बरतने पर राजस्व विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी को नाखुश पत्र (डिस्पलेजर नोट) जारी करने के आदेश दिए हैं। इसके अलावा, राजस्व विभाग के एसएमजीटी के नोडल अधिकारी को लंबित शिकायतों के समाधान में लापरवाही बरतने पर जल्द से जल्द स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने को कहा गया है। राजस्व विभाग की समीक्षा के दौरान पाया गया कि मुख्यालय तथा जिला स्तर पर बड़ी संख्या में शिकायतें लंबित हैं तथा जिला स्तर पर न तो प्रभावी निगरानी हो रही है और न ही नियमित समीक्षा हो रही है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डॉ. साकेत कुमार ने निर्देश दिए कि राजस्व विभाग की एक अलग समीक्षा बैठक शीघ्र ही आयोजित की जाएगी, जिसमें लंबित मामलों की विस्तृत समीक्षा की जाएगी। सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता से मांगा जवाब सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता (CEBWUS) से जन संवाद पोर्टल पर लंबित 745 मामलों के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है। साथ ही जिलों से प्राप्त शिकायतों का समय पर समाधान करने के लिए सिंचाई विभाग के अंबाला व यमुनानगर सर्कल के अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी गई है। बैठक के दौरान निर्माण, मरम्मत कार्यों, जलापूर्ति एवं बाढ़ नियंत्रण से संबंधित विभिन्न विषयों पर भी विस्तार से चर्चा की गई, जिसमें नहरों, नालों, माइनरों, पुलों, जल मार्गों, सड़कों का निर्माण एवं मरम्मत, तालाबों के सौंदर्यीकरण की योजना, गांवों के तालाबों व जल कार्यों के लिए जलापूर्ति तथा विनियमन संबंधी मुद्दे शामिल थे। समस्याओं का त्वरित समाधान करें अधिकारी बैठक में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग तथा राजस्व विभाग के कार्यों की समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव ने राजस्व व सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग को निर्देश दिए कि वे आमजन से जुड़ी शिकायतों का तत्काल और पूरी ईमानदारी से निपटान करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का ध्येय है कि जनता को हर हाल में तय समयावधि में सभी सुविधाएं मिले, इसमें किसी स्तर पर भी किसी प्रकार की ढिलाई न बरती जाए। हर मामले का ब्योरा तलब किया गया मुख्यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी विवेक कालिया ने बताया कि बैठक में संबंधित विभागों के सभी अधिकारियों की लंबित जनसंवाद, सीएम विंडो, एसएमजीटी प्रकरणों की गहन समीक्षा की गई तथा प्रत्येक मामले की प्रगति पर ब्योरा लिया गया। उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान कई अधिकारियों से व्यक्तिगत रूप से फोन पर संपर्क कर लंबित मामलों की स्थिति की जानकारी भी ली गई। डॉ. साकेत कुमार ने देर रात सीएम विंडो, जनसंवाद और एसएमजीटी पर रिव्यू मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी श्री विवेक कालिया व राकेश संधु भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव ने विभागों के नोडल अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए की सभी विभागों को आने वाली समस्याओं पर समन्वय बनाकर तुरंत समाधान करें, ताकि नागरिकों की समस्याओं का समाधान समय पर हो सके। मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. साकेत कुमार ने हरियाणा जन संवाद, सीएम विंडो तथा एसएमजीटी पर प्राप्त शिकायतों के समाधान में लापरवाही बरतने पर राजस्व विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी को नाखुश पत्र (डिस्पलेजर नोट) जारी करने के आदेश दिए हैं। इसके अलावा, राजस्व विभाग के एसएमजीटी के नोडल अधिकारी को लंबित शिकायतों के समाधान में लापरवाही बरतने पर जल्द से जल्द स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने को कहा गया है। राजस्व विभाग की समीक्षा के दौरान पाया गया कि मुख्यालय तथा जिला स्तर पर बड़ी संख्या में शिकायतें लंबित हैं तथा जिला स्तर पर न तो प्रभावी निगरानी हो रही है और न ही नियमित समीक्षा हो रही है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डॉ. साकेत कुमार ने निर्देश दिए कि राजस्व विभाग की एक अलग समीक्षा बैठक शीघ्र ही आयोजित की जाएगी, जिसमें लंबित मामलों की विस्तृत समीक्षा की जाएगी। सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता से मांगा जवाब सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता (CEBWUS) से जन संवाद पोर्टल पर लंबित 745 मामलों के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है। साथ ही जिलों से प्राप्त शिकायतों का समय पर समाधान करने के लिए सिंचाई विभाग के अंबाला व यमुनानगर सर्कल के अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी गई है। बैठक के दौरान निर्माण, मरम्मत कार्यों, जलापूर्ति एवं बाढ़ नियंत्रण से संबंधित विभिन्न विषयों पर भी विस्तार से चर्चा की गई, जिसमें नहरों, नालों, माइनरों, पुलों, जल मार्गों, सड़कों का निर्माण एवं मरम्मत, तालाबों के सौंदर्यीकरण की योजना, गांवों के तालाबों व जल कार्यों के लिए जलापूर्ति तथा विनियमन संबंधी मुद्दे शामिल थे। समस्याओं का त्वरित समाधान करें अधिकारी बैठक में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग तथा राजस्व विभाग के कार्यों की समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव ने राजस्व व सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग को निर्देश दिए कि वे आमजन से जुड़ी शिकायतों का तत्काल और पूरी ईमानदारी से निपटान करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का ध्येय है कि जनता को हर हाल में तय समयावधि में सभी सुविधाएं मिले, इसमें किसी स्तर पर भी किसी प्रकार की ढिलाई न बरती जाए। हर मामले का ब्योरा तलब किया गया मुख्यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी विवेक कालिया ने बताया कि बैठक में संबंधित विभागों के सभी अधिकारियों की लंबित जनसंवाद, सीएम विंडो, एसएमजीटी प्रकरणों की गहन समीक्षा की गई तथा प्रत्येक मामले की प्रगति पर ब्योरा लिया गया। उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान कई अधिकारियों से व्यक्तिगत रूप से फोन पर संपर्क कर लंबित मामलों की स्थिति की जानकारी भी ली गई। डॉ. साकेत कुमार ने देर रात सीएम विंडो, जनसंवाद और एसएमजीटी पर रिव्यू मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी श्री विवेक कालिया व राकेश संधु भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव ने विभागों के नोडल अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए की सभी विभागों को आने वाली समस्याओं पर समन्वय बनाकर तुरंत समाधान करें, ताकि नागरिकों की समस्याओं का समाधान समय पर हो सके। हरियाणा | दैनिक भास्कर
