हरियाणा के हिसार में स्वतंत्रता सेनानी सरदार बाज सिंह का 104 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। रविवार 26 जनवरी को हिसार के सपड़ा अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। बाज सिंह का आज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार गांव बीड़ बबरान में किया जाएगा। सरदार बाज का परिवार मूलत अमृतसर के गांव सोहल का रहने वाला है। सरदार बाज सिंह ने अंग्रेजों के जमींदारों पर लगाए जजिया टैक्स एक एकड़ एक रुपया के खिलाफ लाहौर में आंदोलन किया था और टैक्स वापस करवाया था। संयुक्त पंजाब सरकार ने स्वतंत्रता सेनानी के परिवार को 12 एकड़ जमीन हिसार में दी थी। इनके साथ शहीद भगत सिंह के परिवार को भी हिसार में जमीन दी गई थी। बाज सिंह के बेटे कुलबीर सोहल ने बताया कि उनके पिता जी की तरह दादा भी स्वतंत्रा सेनानी थे। दादा जत्थेदार खेम सिंह ने आजादी की लड़ाई लड़ी थी। दादा जी ने बबर लहर के जरिये लड़ाई लड़ी। देश को आजाद करवाया। दादा खेम सिंह ने ही अमृतसर के अंदर पहला तिरंगा फहराया था। कुलबीर सोहल ने बताया कि संयुक्त पंजाब के मुख्यमंत्री प्रताप सिंह कैरों ने पिता बाज सिंह जी को हिसार के गांव बीड़ बबरान में 12 एकड़ जमीन दी थी। शहीद भगत सिंह के परिवार को भी गांव बीड़ बबरान में जमीन मिली थी मगर अब वह जमीन बेचकर जा चुके हैं। हरियाणा के हिसार में स्वतंत्रता सेनानी सरदार बाज सिंह का 104 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। रविवार 26 जनवरी को हिसार के सपड़ा अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। बाज सिंह का आज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार गांव बीड़ बबरान में किया जाएगा। सरदार बाज का परिवार मूलत अमृतसर के गांव सोहल का रहने वाला है। सरदार बाज सिंह ने अंग्रेजों के जमींदारों पर लगाए जजिया टैक्स एक एकड़ एक रुपया के खिलाफ लाहौर में आंदोलन किया था और टैक्स वापस करवाया था। संयुक्त पंजाब सरकार ने स्वतंत्रता सेनानी के परिवार को 12 एकड़ जमीन हिसार में दी थी। इनके साथ शहीद भगत सिंह के परिवार को भी हिसार में जमीन दी गई थी। बाज सिंह के बेटे कुलबीर सोहल ने बताया कि उनके पिता जी की तरह दादा भी स्वतंत्रा सेनानी थे। दादा जत्थेदार खेम सिंह ने आजादी की लड़ाई लड़ी थी। दादा जी ने बबर लहर के जरिये लड़ाई लड़ी। देश को आजाद करवाया। दादा खेम सिंह ने ही अमृतसर के अंदर पहला तिरंगा फहराया था। कुलबीर सोहल ने बताया कि संयुक्त पंजाब के मुख्यमंत्री प्रताप सिंह कैरों ने पिता बाज सिंह जी को हिसार के गांव बीड़ बबरान में 12 एकड़ जमीन दी थी। शहीद भगत सिंह के परिवार को भी गांव बीड़ बबरान में जमीन मिली थी मगर अब वह जमीन बेचकर जा चुके हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
गुरूग्राम में स्वास्थ्य मंत्री ने किया एसएनसीयू का उद्घाटन:एक बार में होगा 14 बच्चों का उपचार, नवजात मृत्यु की रूकेगी दर
गुरूग्राम में स्वास्थ्य मंत्री ने किया एसएनसीयू का उद्घाटन:एक बार में होगा 14 बच्चों का उपचार, नवजात मृत्यु की रूकेगी दर हरियाणा के गुरूग्राम जिला में स्वास्थ्य क्षेत्र के ढांचागत तंत्र को मजबूती प्रदान करते हुए सोमवार को हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री डॉ कमल गुप्ता ने वर्चुअल माध्यम से उप-मंडल अस्पताल सोहना स्थित नागरिक अस्पताल में विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई (एसएनसीयू) का उद्घाटन किया। 41 लाख की लागत से निर्मित इस इकाई में एक बार में 14 बच्चों का उपचार हो सकेगा। यह यूनिट उन्नत इनक्यूबेटर, व्यापक निगरानी प्रणाली, गंभीर देखभाल के लिए विशेष उपचार क्षेत्र, नवजात स्वास्थ्य पेशेवरों की एक समर्पित टीम सहित अन्य आधुनिक उपकरणों से लैस है। प्रत्येक बच्चे को जीवन में सर्वोत्तम संभव मिले शुरुआत स्वास्थ्य मंत्री डॉ कमल गुप्ता ने कहा कि यह इकाई नवजात मृत्यु दर को रोकने के लिए कारगर साबित होगी। यह इकाई समय से पहले जन्म, जन्म के समय कम वजन, संक्रमण और जन्म के समय श्वास में अवरोध जैसी गंभीर स्वास्थ्य स्थितियों वाले नवजात शिशुओं को गहन देखभाल प्रदान करेगी। उन्होंने हरियाणा में स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे और सेवाओं में सुधार के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह पहल यह सुनिश्चित करने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है कि राज्य में जन्म लेने वाले प्रत्येक बच्चे को जीवन में सर्वोत्तम संभव शुरुआत मिले। इस दौरान उन्होंने सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र यादव से अस्पताल में मरीजों की संख्या, संस्थान की उपलब्धियों और अन्य प्रमुख पहलुओं के बारे में जानकारी ली। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि नवजात को समय पर बेहतर इलाज के माध्यम से हर वर्ष बढ़ रही शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सकता है। इसके लिए लोगों को भी जागरूक करने की आवश्यकता है। सिविल सर्जन ने बताई इकाई की विशेषता सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र यादव ने स्वास्थ्य मंत्री को इकाई की अन्य प्रमुख पहलुओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह एसएनसीयू गहन चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता वाले नवजात शिशुओं के लिए विशेष देखभाल प्रदान करने के लिए समर्पित है। यह इकाई उन्नत चिकित्सा तकनीक से सुसज्जित है और इसमें अत्यधिक कुशल नवजात शिशु विशेषज्ञों, नर्सों और सहायक कर्मचारियों की एक टीम है, जो सबसे कमजोर रोगियों के लिए देखभाल के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करती है। देखभाल की गुणवत्ता को बढ़ाना उद्देश्य उन्होंने कहा कि एसएनसीयू की स्थापना सोहना क्षेत्र में नवजात स्वास्थ्य सेवा में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम है। इसका उद्देश्य शिशु मृत्यु दर को कम करना और नवजात शिशुओं की देखभाल की गुणवत्ता को बढ़ाना है। इन सुविधाओं से लैस है, इकाई सिविल सर्जन ने बताया कि इकाई में 14 रेडिएंट वार्मर, एलईडी फोटोथेरेपी की 4 यूनिट, 6 पल्स ऑक्सीमीटर उपलब्ध है। वहीं नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए एक बाल रोग विशेषज्ञ, 9 नर्सिंग अधिकारी 2 चिकित्सा अधिकारी 24-7 अपनो सेवाएं दे रहे हैं।
सिरसा में चेन स्नेचिंग का लाइव VIDEO:मंदिर में परिवार संग मत्था टेकने आई थी महिला; झपटमार के पीछे भागते हुए गिरी
सिरसा में चेन स्नेचिंग का लाइव VIDEO:मंदिर में परिवार संग मत्था टेकने आई थी महिला; झपटमार के पीछे भागते हुए गिरी हरियाणा के सिरसा शहर के आईटीआई रोड स्थित काली माता मंदिर के बाहर एक युवक महिला के गले से सोने की चेन छीन कर ले गया। महिला उसके पीछे दौड़ी, लेकिन रोड पर गिर पड़ी। बाइक पर पति ने युवक का पीछा किया, लेकिन युवक अपने साथियों के साथ कार में सवार होकर डबवाली बाइपास की ओर फरार हो गया। स्नेचिंग के ये वारदात मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। सिटी पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार हरि विष्णु कालोनी निवासी कपिल सेठी 21 जून की रात को अपनी पत्नी सुनीता और बच्चों के साथ बाइक पर सवार होकर काली माता के मंदिर में मत्था टेकने आया था। रात करीब साढ़े 8 बजे वह मत्था टेककर पत्नी और बच्चों के साथ मंदिर से बाहर आया। कपिल का कहना है कि उसकी पत्नी सुनीता बाइक के पीछे बैठी थी। इतने में पीछे से एक युवक आया और सुनीता के गले से सोने की चेन छीन कर भाग गया। सुनीता उसके पीछे भागी, लेकिन गिर गई। कपिल ने युवक का पीछा किया। कुछ ही दूरी पर युवक के साथी कार लेकर खड़े थे। वह कार में बैठकर फरार हो गया। मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे में ये वारदात कैद हो गई। सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दे रहा है कि बच्चों के साथ महिला अपने पति की बाइक पर बैठती है। वे चलने ही वाले होते हैं कि पास खड़े युवक ने पीछे से गले पर झपटा मार कर सोने की चेन तोड़ लेता है। महिला बाइक से उतर उसके पीछे भागती है, लेकिन कुछ कदम चलने पर गिर जाती है। उसका पति कुछ समझ नहीं पाता कि हुआ क्या है। महिला खड़े होकर पति के पास आती है और उनको जानकारी देती है। सूचना के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और कपिल और सुनीता का बयान दर्ज किया। पुलिस का कहना है कि अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। सीसीटीवी में कैद युवक की फुटेज के आधार पर जल्द ही उसकी पहचान कर ली जाएगी।
नूंह में गाय काटने वाले 2 दोषियों को 9-9 साल:90 हजार का लगाया जुर्माना, दोनों 150 किलो बीफ के साथ पकड़े थे
नूंह में गाय काटने वाले 2 दोषियों को 9-9 साल:90 हजार का लगाया जुर्माना, दोनों 150 किलो बीफ के साथ पकड़े थे हरियाणा के नूंह सेशन जज सुशील कुमार की अदालत ने गो हत्यारों के खिलाफ कड़ा फैसला सुनाया है। अदालत ने गोकशी करने के दो दोषियों को सुनाई 9/9 साल की कैद और 90/90 हजार के जुर्माना की सजा सुनाई है। एक धारा में 5/5 और दूसरी धारा में 4/4 साल की सजा सुनाई। दोनों सजाएं एक साथ चलेंगी यानी दोनों दोषियों को 5/5 साल सजा काटनी होगी। पुलिस ने रंगे हाथ किया था गिरफ्तार सरकारी वकील मोहित तंवर ने बताया कि नूंह जिले के थाना फिरोजपुर झिरका की पुलिस ने चार साल पहले 150 किलो बीफ रखने के आरोप में 4 आरोपियों खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। पुलिस ने मोहम्मद साद और ताहिर को दोषी मानते हुए उनका चालान अदालत में पेश कर दिया था। पुलिस ने जांच में 2 आरोपियों की बेकसूर पाया था। उन्होंने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि ताहिर निवासी अहमदबास, मोहम्मद साद निवासी पाडला शाहपुरी, रिज्जा व सिरदार निवासी कालाखेडा मिलकर गोकशी करने का धंधा करते है। 2 आरोपियों को किया था गिरफ्तार जो हरियाणा नस्ल गाय की हन्जनपुर गांव के ज्वार के खेतों में गौकशी कर रहे थे। पुलिस ने मौके पर दबिश दी तो 4 व्यक्ति मिलकर एक गाय को गाड़ी की लाईट की रोशनी में काटते हुए नजर आए। चारों व्यक्ति पुलिस को अपनी तरफ आता देखकर एकदम भागने लगे तो पुलिस कर्मचारियों ने चारों व्यक्तियों को पकड़ने की कोशिश की। जिनमें से ताहिर और मोहम्मद साद नाम के आरोपी को मौके से गिरफ्तार कर लिया था। दोनों सजा चलेगी साथ पुलिस ने मौके से 150 किलो गो मांस व एक गाय की खाल, कुल्हाड़ी व तराजू आदि बरामद हुआ। सरकारी वकील मोहित तंवर ने बताया कि शुक्रवार को जिला सेशन जज सुशील कुमार की अदालत ने दोषी मोहम्मद साद और दोषी ताहिर को एक सेक्शन 5/5 साल और दूसरे सेशन में 4-4 साल की कैद की सजा और 90/90 जुर्माना भी लगाया है। जुर्माना अदा न करने पर दोनों दोषियों को चार-चार महीने अतिरिक्त सजा भुगतनी पड़ेगी। उन्होंने दोनों धाराओं को सजा एक साथ चलेंगी।