हरियाणा में नौतपा तीन दिनों खूब तपेगा। मौसम विभाग ने इसको देखते हुए प्रदेश के 16 जिलों में 26, 27 और 28 का रेड अलर्ट जारी किया है। रेड अलर्ट वाले जिलों में महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, भिवानी और चरखी दादरी शामिल हैं। यहां तापमान में 1 से 2 डिग्री बढ़ोतरी देखने को मिल सती है। राज्य के बाकी जिलों में भी मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है। इनमें पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल शामिल है। इन जिलों में भी तापमान 44 से 45 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया। डॉक्टरों का कहना है कि इस मौसम में डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। हरियाणा के हांसी में 22 मई को डिहाइड्रेशन से एक 70 वर्षीय बुजुर्ग की मौत का मामला भी सामने आ चुका है। ऐसे में लोगों को खूब पानी पीना चाहिए, साथ ही जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलना चाहिए था। आगे कैसा रहेगा मौसम मौसम विशेषज्ञ का कहना है कि अगले 4-5 दिनों के दौरान हरियाणा में मौसम शुष्क रहेगा। फिलहाल प्रदेश के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 45-46 डिग्री के बीच बना हुआ है। अगले 3-4 दिनों में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे 2-3 डिग्री की बढ़ोतरी होगी। हालांकि प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में यह 42-44 डिग्री के बीच रहने की संभावना है। इससे प्रदेश में हीट वेव जारी रहने की उम्मीद है। खासकर दक्षिणी व पश्चिमी हिस्सों में गंभीर हीट वेव की स्थिति रहेगी, जहां कुछ स्थानों पर दिन का तापमान 46 से 47 डिग्री तक पहुंच सकता है। वहीं, अगले 24 घंटे के दौरान प्रदेश में कुछ स्थानों पर और उसके बाद छिटपुट स्थानों पर गर्म रात की स्थिति बन सकती है। सरकार ने अब तक ये किए इंतजाम हरियाणा में बढ़ती गर्मी को देखते हुए स्कूलों में सरकार ने छुट्टी घोषित कर दी है। साथ ही गर्मियों में बच्चों के लिए स्कूलों वाटर कूलर लगाने के ऑर्डर शिक्षा विभाग ने जारी कर दिए हैं। मुख्यालय की ओर से जारी ऑर्डर में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को कहा गया है कि वह विभाग की आधिकारिक मेल ID पर इसकी जानकारी तुरंत भेजें। विभाग ने यह ऑर्डर लगातार पड़ रही गर्मी को देखते हुए लिया है। 2.5 महीने से नहीं हुई बरसात हरियाणा में पिछले ढाई महीने में 31% कम बारिश हुई है। 4 जिले जींद, कुरुक्षेत्र, कैथल व करनाल में सामान्य से ज्यादा और अंबाला में सामान्य के आसपास बारिश हुई है।जबकि, 17 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। 20 मई तक प्रदेश में 35 MM बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन 24.8 MM बारिश रिकॉर्ड हुई है। हरियाणा में मई में अब तक मात्र 4.2 MM ही बारिश हुई है, जबकि इस माह में 11.3 MM बारिश सामान्य मानी जाती है। हरियाणा में नौतपा तीन दिनों खूब तपेगा। मौसम विभाग ने इसको देखते हुए प्रदेश के 16 जिलों में 26, 27 और 28 का रेड अलर्ट जारी किया है। रेड अलर्ट वाले जिलों में महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, भिवानी और चरखी दादरी शामिल हैं। यहां तापमान में 1 से 2 डिग्री बढ़ोतरी देखने को मिल सती है। राज्य के बाकी जिलों में भी मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है। इनमें पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल शामिल है। इन जिलों में भी तापमान 44 से 45 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया। डॉक्टरों का कहना है कि इस मौसम में डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। हरियाणा के हांसी में 22 मई को डिहाइड्रेशन से एक 70 वर्षीय बुजुर्ग की मौत का मामला भी सामने आ चुका है। ऐसे में लोगों को खूब पानी पीना चाहिए, साथ ही जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलना चाहिए था। आगे कैसा रहेगा मौसम मौसम विशेषज्ञ का कहना है कि अगले 4-5 दिनों के दौरान हरियाणा में मौसम शुष्क रहेगा। फिलहाल प्रदेश के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 45-46 डिग्री के बीच बना हुआ है। अगले 3-4 दिनों में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे 2-3 डिग्री की बढ़ोतरी होगी। हालांकि प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में यह 42-44 डिग्री के बीच रहने की संभावना है। इससे प्रदेश में हीट वेव जारी रहने की उम्मीद है। खासकर दक्षिणी व पश्चिमी हिस्सों में गंभीर हीट वेव की स्थिति रहेगी, जहां कुछ स्थानों पर दिन का तापमान 46 से 47 डिग्री तक पहुंच सकता है। वहीं, अगले 24 घंटे के दौरान प्रदेश में कुछ स्थानों पर और उसके बाद छिटपुट स्थानों पर गर्म रात की स्थिति बन सकती है। सरकार ने अब तक ये किए इंतजाम हरियाणा में बढ़ती गर्मी को देखते हुए स्कूलों में सरकार ने छुट्टी घोषित कर दी है। साथ ही गर्मियों में बच्चों के लिए स्कूलों वाटर कूलर लगाने के ऑर्डर शिक्षा विभाग ने जारी कर दिए हैं। मुख्यालय की ओर से जारी ऑर्डर में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को कहा गया है कि वह विभाग की आधिकारिक मेल ID पर इसकी जानकारी तुरंत भेजें। विभाग ने यह ऑर्डर लगातार पड़ रही गर्मी को देखते हुए लिया है। 2.5 महीने से नहीं हुई बरसात हरियाणा में पिछले ढाई महीने में 31% कम बारिश हुई है। 4 जिले जींद, कुरुक्षेत्र, कैथल व करनाल में सामान्य से ज्यादा और अंबाला में सामान्य के आसपास बारिश हुई है।जबकि, 17 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। 20 मई तक प्रदेश में 35 MM बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन 24.8 MM बारिश रिकॉर्ड हुई है। हरियाणा में मई में अब तक मात्र 4.2 MM ही बारिश हुई है, जबकि इस माह में 11.3 MM बारिश सामान्य मानी जाती है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पानीपत में मिला युवती का शव:चार्जर वायर से घोंटा गया गला, मुंह पर भी चोट थी, पहचान के लिए मोर्चरी में रखवाया हरियाणा के पानीपत शहर में एक युवती का शव मिला। शव के पड़ा होने की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। साथ ही FSL टीम को भी बुलाया गया। यहां दोनों टीमों ने संयुक्त रूप से बॉडी की जांच की। मौके से सभी साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने मौके पर ही शव की पहचान के प्रयास किए। लेकिन उसकी पहचान नहीं हो पाई। इसके बाद शव को सिविल अस्पताल भिजवाया गया। जहां उसका पंचनामा भरवा कर शवगृह में रखवा दिया गया। यहां उसकी शिनाख्त के लिए डेडबॉडी रखवाई गई है। जिसका आज पोस्टमॉर्टम भी होगा। 20 से 25 साल की उम्र है मृतक लड़की की मिली जानकारी के अनुसार मृतक युवती की पहचान नहीं हो पाई। दरअसल, नई सब्जी मंडी में एक शेड के नीचे बोरियों की कटाई का काम होता है। रविवार दोपहर बाद वहां एक व्यक्ति पहुंचा। उक्त व्यक्ति का उस जगह पर बोरी कटाई का काम होता है। उसने वहां आने पर लड़की को मृत पड़ा देखा। उसके गले में चार्जर की तार लपेटी हुई थी। जिससे आशंका है कि उसका गला घोंट कर हत्या की गई है। साथ ही उसके मुंह पर चोट के भी निशान थे। लड़की की उम्र 20 से 25 साल के बीच प्रतीत हुई है। लड़की की पहचान नहीं हो पाई।
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दुष्यंत बोले-मैं BJP के साथ नहीं जाऊंगा:INDIA गठबंधन में जाने को तैयार, केंद्रीय मंत्री खट्टर बोले- किसने बुलाया उनको “मैं अब भाजपा के साथ नहीं जाऊंगा, जिनकी वजह से उनकी पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा। मैं एनडीए में रहा हूं। हमने साढ़े 4 साल तक उनका साथ दिया। शायद ही देश की कोई और पार्टी इतने लंबे समय तक उनका साथ दिया हो, लेकिन हमें सम्मान नहीं मिला। हमारा उनसे कोई झगड़ा नहीं था। हमने उनसे कहा था कि हमें कोई लोकसभा सीट नहीं चाहिए, बस पेंशन बढ़ाकर 5100 रुपए कर दीजिए। लेकिन न तो उन्होंने पेंशन बढ़ाकर 5100 रुपए करने की बात की और न ही सीट बंटवारे पर कोई सहमति बनी। उन्होंने अपना रास्ता चुना और हम भी अलग हो गए।” हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम और जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने एक मीडिया एजेंसी को दिए इंटरव्यू में यह बात कही। उन्होंने INDIA गठबंधन के साथ गठजोड़ पर कहा कि देखते हैं अगर हमारे पास संख्या होती है और हां अगर हमारी पार्टी को प्राथमिकता दी जाती है तो क्यों नहीं। दुष्यंत के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि किसने बुलाया उनको। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से भाजपा तीसरी बार हरियाणा में सरकार बनाएगी, एक नया रिकॉर्ड बनेगा। हम हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में जीत हासिल करेंगे। अब पढ़िए दुष्यंत चौटाला के इंटरव्यू की 5 अहम बातें… 1. मेरी कोई गलती है तो मैं माफी मांग रहा हूं
लोकसभा चुनाव में मिली हार पर दुष्यंत ने कहा-हम आज भी कॉन्फिडेंस में है। जो होना था हो गया, जो गुस्सा था वो निकल गया। हरियाणा में एक कहावत है, आपने को मारे तो छाया में गैरों, मतलब अगर कोई अपना मारता है तो उसे धूप से बचाने के लिए छाया में डालता है। मेरी कोई गलती है तो मैं माफी मांग रहा हूं। क्योंकि हरियाणा के 2 करोड़ लोग मेरे अपने हैं। ये कोई तमिलनाडु से थोड़े आए हैं। मुझे लगता है कि मुझे गले लगाएंगे। 2. जातिगत जनगणना होनी चाहिए
दुष्यंत चौटाला ने इंटरव्यू के दौरान जातिगत जनगणना पर भी बात की। उन्होंने कहा- जातिगत जनगणना होनी चाहिए। ताकि देश के लोगों को सब कुछ पता चल सके। कई देशों में जातिगत जनगणना भी होती है। मुझे हैरानी है कि 2020 में देश में जातिगत जनगणना के अलावा जनसंख्या भी होनी थी। प्रधानमंत्री देश में 140 करोड़ लोगों की बात करते हैं, कोई 141 करोड़ की बात करता है। सबसे पहले जनसंख्या गणना भी होनी चाहिए, ताकि असली आंकड़ा पता चल सकें। क्योंकि प्रधानमंत्री अपने भाषणों में कहते हैं कि हमने इतने लाख लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला है। उदाहरण के तौर पर बता दूं कि जब मेरे पास हरियाणा में खाद्य एवं आपूर्ति मंत्रालय था। 12 लाख नए बीपीएल कार्ड बनाए गए थे। अब देखिए जनसंख्या का सही आंकड़ा न होने के कारण दोनों में कितना अंतर है। 3. विधानसभा चुनाव में मुद्दे अलग हैं
दुष्यंत ने कहा कि हर विधानसभा में हमारा संगठन और कार्यकर्ता है। पिछली बार जब लोकसभा में उतरे तो हमें कोई सीट नहीं मिली, लेकिन 2019 के विधानसभा चुनाव में हमारी पार्टी ने 10 सीटें जीती थी। 2024 के लोकसभा चुनाव में भी हमने बहुत अच्छा किया। छोटी-पर्ची (विधानसभा चुनाव) और बड़ी पर्ची (लोकसभा चुनाव) का जिक्र करते हुए दुष्यंत ने कहा-लोकसभा में मुद्दे और एजेंडा अलग थे, लेकिन छोटी पर्ची यानी विधानसभा चुनाव में मुद्दे अलग हैं। नायब सैनी के कार्यकाल में बढ़े क्राइम से लेकर अन्य तमाम मुद्दे हैं। 4. छोटे स्वार्थ में वर्षों के याराने गए
पिछले कुछ दिनों में दुष्यंत चौटाला की पार्टी के 6 विधायक उनका साथ छोड़ चुके हैं। इस पर दुष्यंत चौटाला ने अपने दादा का एक शेयर सुनाते हुए तंज कसा। उन्होंने कहा-‘छोटे से स्वार्थ के लिए वर्षों के याराने गए, अच्छा हुआ ऐ दोस्त कुछ नकली चेहरे पहचाने गए। ताकत होगी तो लोग साथ आएंगे और कमजोरी होगी तो छोड़ भी जाएंगे, लेकिन मुझे उम्मीद है कि जनता हमें ताकत देगी और फिर से नए चेहरे आएंगे। उन्होंने कहा- मैंने कहा था कि जिस दिन केंद्र सरकार एमएसपी को नुकसान पहुंचाएगी, मैं अलग हो जाऊंगा। मैं प्रधानमंत्री से भी दो बार मिला था। मैंने उनसे भी कहा था कि हम एमएसपी पर समझौता नहीं करेंगे। इसके बावजूद एक आंदोलन खड़ा किया गया। जिसमें दुष्यंत को निशाना बनाया गया। 5. नायब सैनी ने मनोहर के कामों पर यू-टर्न लिए
दुष्यंत चौटाला ने कहा- जब मैंने हरियाणा में सिविल एविएशन डिपार्टमेंट का जिम्मा संभाला तो ताजुब की बात है सिर्फ 38 करोड़ रुपए का बजट था। जब मैंने अधिकारियों से पूछा तो बताया गया कि 48 लोगों का स्टाफ है। ये सिर्फ मुख्यमंत्री के हेलिकॉप्टर और जहाज तक ही सीमित थे, लेकिन हिसार एयरपोर्ट मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट था। हमने सिविल एविएशन डिपार्टमेंट के जरिए बड़े स्तर पर काम किया और जब मैंने डिपार्टमेंट छोड़ा तो इसका बजट 3 हजार 982 करोड़ रुपए था। जब नायब सैनी मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने पहली कैबिनेट बैठक में 94 दिन का विजन पेश किया, लेकिन 2-3 दिन बाद ही लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई। नायब सैनी मनोहर के कामों पर यू-टर्न लेने में लगे हैं। अगर नायब सैनी को सिर्फ इतना ही टर्न लेने के लिए लाया गया था तो बेहतर होता कि मनोहर लाल खुद उनसे यू-टर्न ले लेते।
जेल से लौटे वॉटर कैनन बॉय के सनसनीखेज दावे:मेरे कपड़े उतारे, हाथ-पैर बांध बुरी तरह से पीटा, रिमांड रूम में 45 कर्मचारी थे
जेल से लौटे वॉटर कैनन बॉय के सनसनीखेज दावे:मेरे कपड़े उतारे, हाथ-पैर बांध बुरी तरह से पीटा, रिमांड रूम में 45 कर्मचारी थे किसान आंदोलन के दौरान पुलिस की ओर वाटर कैनन का मुंह मोड़ने वाला वाटर कैनन बॉय नवदीप जलबेड़ा जेल से बाहर आ गया है। करीब 111 दिन जेल में रहने के बाद नवदीप कल यानी मंगलवार को रिहा हुआ। नवदीप को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जेल से बाहर आने के बाद नवदीप ने हरियाणा पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा की गई प्रताड़ना पर आपबीती सुनाई है। नवदीप ने कहा- गिरफ्तारी के तुरंत बाद मुझे रिमांड पर ले लिया गया। रिमांड रूम में करीब 45 कर्मचारी मौजूद थे। रिमांड के दौरान मेरे साथ क्रूरतापूर्ण व्यवहार किया गया। मोहाली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया
किसान नेता नवदीप सिंह जलबेड़ा ने कहा- मुझे पहले ही पता चल गया था कि पुलिस मुझे तलाश रही है। अंबाला में भी पुलिस ने मेरी गाड़ी के पीछे गाड़ी लगा दी, जब हम घर से निकले ही थे। पुलिस काफी देर से हमें तलाश रही थी। किसान आंदोलन के दौरान लेह लद्दाख से कुछ किसान हमारे साथ प्रदर्शन के लिए आए थे। मैं मोहाली से फ्लाइट से लेह गया। वहां मेरी मुलाकात सोनम वांगचुक से हुई जो लेह में प्रदर्शन कर रहे थे, वहां हमने भी सोनम वांगचुक के प्रदर्शन का समर्थन किया। इसके बाद मुझे मोहाली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया। मुंह को पानी में डुबोया
किसान नेता नवदीप सिंह जलबेड़ा ने कहा- कुछ कर्मचारी मुझे गिरफ्तार करने आए थे। गिरफ्तारी के बाद मुझे अंबाला लाया गया। जब मुझे अंबाला के रिमांड रूम में लाया गया तो उक्त रूम में करीब 45 कर्मचारी मौजूद थे। गिरफ्तारी के बाद मेरा फोन तुरंत वापस ले लिया गया। सबसे पहले उन्होंने आते ही मुझसे पगड़ी और कपड़े उतारने को कहा। नवदीप जलबेड़ा ने बताया- मेरे सामने एक सरदार अधिकारी मौजूद था, जिसने आदेश दिया कि मेरे हाथ-पैर बांध दिए जाएं। मेरे हाथ-पैर बांधने के बाद उक्त अधिकारियों ने मुझे पीटना शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने मेरे साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया। उन्होंने मुझसे कहा- तुम बहुत बोलते हो, हम तुम्हें सबक सिखाएंगे। जिसके बाद मेरे मुंह को पानी में डुबाया गया। केंद्रीय एजेंसियों के लोग भी पूछताछ के लिए पहुंचे
नवदीप ने आगे कहा- गिरफ्तारी के बाद मुझे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया। कोर्ट ने दो दिन की रिमांड दी। इस दौरान केंद्रीय एजेंसियों NIA और CBI के अधिकारी भी पूछताछ के लिए आए। इस दौरान उन्होंने मुझसे भी पूछताछ की।वे सुबह से ही पूछताछ शुरू कर देते थे। मुझसे पूछा जाता था कि पैसा कहां से आ रहा है। किसान आंदोलन के लिए फंडिंग कहां से आ रही है। मेरे बैंक अकाउंट समेत सारी जानकारी मुझसे ली गई। बैंक अकाउंट की खूब जांच की गई, लेकिन कुछ नहीं मिला। मेडिकल भी नहीं कराया, वैसे भी हस्ताक्षर ले लिए गए। उसके आधार पर मेडिकल करा लेते थे। सभी झूठे मामलों में न तो पुलिस को कुछ मिला और न ही एजेंसियों को कुछ मिला। मेरे खिलाफ कुल 16 मामले दर्ज किए गए
नवदीप ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मेरे खिलाफ करीब 16 मामले दर्ज किए। इनमें चार मामले ऐसे थे, जिनमें हत्या के प्रयास की धाराएं लगाई गई थीं और कुछ में दंगा फैलाने की धाराएं जोड़ी गई थीं। कोर्ट ने जब सभी मामलों की सुनवाई शुरू की तो उसने कहा कि ऐसा लगता है कि सभी मामले झूठे बनाए गए हैं क्योंकि सभी मामले एक जैसे हैं। नवदीप ने कहा- पुलिस हर तरह से क्रूर रही है, लेकिन मैं अपने समुदाय के लिए खड़ा रहा हूं और आगे भी खड़ा रहूंगा। जब मेरे साथ क्रूरता हो रही थी, तब मैं होश में था। जब दर्द बहुत बढ़ गया तो मैं वाहेगुरु का नाम लेता था। जेल की जिंदगी ने मुझे भगवान की तरफ धकेला
नवदीप जलबेड़ा ने कहा- मैंने जेल में 111 दिन बिताए हैं। इस दौरान मैंने कई बदलाव देखे हैं। सबसे बड़ा बदलाव वाहेगुरु की भक्ति में आया है। पहले मैं सिर्फ गुरु को मानता था। लेकिन जेल के अंदर मैंने रोजाना पाठ करना शुरू कर दिया। मैं जेल में रोजाना 3 बाणियों का जाप करता था। जेल के अंदर एक गुरुद्वारा था, मैं वहां जाता था। नवदीप ने कहा- मैं जेल में रोजाना श्री जपजी साहिब, श्री चौपाई साहिब और श्री आनंदपुर साहिब का पाठ करता था। जेल में मैंने अपने समुदाय का पूरा इतिहास पढ़ा। जेल में बनी लाइब्रेरी के अंदर मैंने वो सब पढ़ा जो हमारे समुदाय के शहीदों ने हमारे लिए किया। जेल हमें बहुत कुछ सिखाती है, मैंने भी वही सीखा। जेल के अंदर कोई किसी का धर्म नहीं देखता
नवदीप ने कहा कि कोई व्यक्ति तब जेल जाता है जब वह कोई बुरा काम करता है। साथ ही, कोई व्यक्ति उन पांच कामों को करने पर भी जेल जाता है जो बाबा जी को पसंद नहीं हैं। जेल के अंदर कोई किसी का धर्म नहीं देखता। सभी मिलजुल कर रहते हैं। एक बैरक में करीब 50 लोग रहते हैं। नवदीप ने कहा- कोई किसी का धर्म के आधार पर साथ नहीं देता। सब एक दूसरे को भाई मानते हैं। कोई जात-पात की बात नहीं करता। सब एक दूसरे की थाली में खाते हैं। सब एक दूसरे का दर्द सुनते हैं और अपना दर्द बताते हैं। मैंने जेल के अंदर विनम्र रहना सीखा है। मैं जितने भी समय जेल में रहा हूं, हमेशा ऊपर की ओर बढ़ा हूं। सरकार को यह नहीं सोचना चाहिए कि जेल जाने के बाद मैं पीछे हट जाऊंगा। अगर सरकार ऐसा सोच रही है तो वह गलत है। मैं अपनी कौम के लिए कभी पीछे नहीं हटूंगा। जब बदन पर कफन होगा तो डर लगेगा, उससे पहले कोई डर नहीं है। कौम के लिए अगर मुझे पूरी जिंदगी जेल में रहना पड़े तो भी रहूंगा।