हरियाणा में 3 निर्दलीयों का BJP को समर्थन:सावित्री और जून ने कहा- हम विकास चाहते हैं, कादियान बोले- मैं पहले से भाजपा में था

हरियाणा में 3 निर्दलीयों का BJP को समर्थन:सावित्री और जून ने कहा- हम विकास चाहते हैं, कादियान बोले- मैं पहले से भाजपा में था

हरियाणा में नायब सैनी के सरकार बनाने का दावा पेश करने के साथ 3 निर्दलीय विधायकों ने ‌BJP को समर्थन का पत्र सौंपा। इसमें हिसार से सावित्री जिंदल, बहादुरगढ़ से राजेश जून और गन्नौर से देवेंद्र कादियान शामिल हैं। हालांकि चुनावी परिणाम आने के बाद तीनों ही विधायकों ने दिल्ली पहुंचकर भाजपा को सर्मथन दे दिया था। बुधवार को चंडीगढ़ में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को समर्थन पत्र सौंपने के बाद सावित्री जिंदल ने कहा कि उन्होंने हिसार के विकास के लिए भाजपा को समर्थन दिया है। वहीं राजेश जून ने कहा कि नीतियों से प्रभावित होकर BJP को समर्थन दिया। उधर, देवेंद्र कादियान ने कहा कि मैं काफी लंबे समय से भाजपा में हूं। टिकट कटने से पहले भी मैं भाजपा में ही था। अब विस्तार से पढ़िए तीनों विधायकों ने BJP को समर्थन पर क्या कहा… 1. सावित्री जिंदल बोलीं- नायब सैनी करेंगे हरियाणा का विकास
सावित्री जिंदल ने कहा कि मैं हिसार से निर्दलीय विधायक के तौर पर चुनी गई हूं और मैं हरियाणा सरकार का समर्थन कर रही हूं, क्योंकि मैं हरियाणा और हिसार का विकास चाहती हूं। नायब सैनी को बधाई देती हूं। मुझे पता है कि नायब सैनी हरियाणा का विकास करेंगे। उन्होंने पिछले 3 महीने के कार्यकाल में बहुत काम किया है। इसी प्रगति को देखते हुए मैं अपना समर्थन दे रही हूं। 2. राजेश जून ने कहा- नीतियों से प्रभावित होकर दिया समर्थन
राजेश जून ने कहा कि भाजपा की नीतियां आम जनमानस तक पहुंचती हैं, इससे प्रभावित होते हुए और अपने विकास के लिए मैं अपना समर्थन बीजेपी सरकार को देता हूं। मैं नायब सिंह सैनी को बहुत-बहुत बधाई देना चाहता हूं वो हमारे मुख्यमंत्री रहेंगे। पिछले तीन महीनों में उनके द्वारा काफी अच्छे फैसले लिए गए हैं। मैं आशा करता हूं कि आने वाले पांच सालों में आम जनता तक उनका हक नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में पहुंचेगा। 3. टिकट कटने से पहले में भाजपा में था; देवेंद्र कादियान
देवेंद्र कादियान ने कहा- अपने क्षेत्र के विकास के लिए और उन्नति के लिए हमने ये फैसला लिया है। मैं पिछले काफी लंबे समय से बीजेपी में रहा हूं और इस चुनाव के कुछ 20-25 दिन छोड़ दें तो टिकट कटने से पहले मैं पार्टी में ही रहा हूं। हमेशा से ही मेरी विचारधारा पार्टी के साथ ही रही है। समर्थन देने वाले तीनों विधायकों के बारे में पढ़ें… सावित्री हिसार से BJP ने टिकट नहीं दी, निर्दलीय चुनाव लड़ा सावित्री जिंदल हाल ही में देश की सबसे अमीर महिला घोषित की गईं थी। वह अपना आखिरी चुनाव बताकर हिसार से BJP की टिकट पर दावेदारी जता रहीं थी। हालांकि भाजपा से लगातार 2 बार के विधायक डॉ. कमल गुप्ता टिकट लेने में कामयाब रहे। इसके बाद सावित्री जिंदल पहले कांग्रेस में जाने वाली थी। ऐन मौके पर भाजपा को इसकी भनक लग गई। उन्होंने पार्टी के कुरुक्षेत्र से सांसद और सावित्री जिंदल के बेटे नवीन जिंदल को फोन कर इसे रुकवाया। इसके बाद सावित्री ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत गईं। जून ने पहले भी निर्दलीय चुनाव लड़ा, दूसरी बार नामांकन वापस लिया
हरियाणा की बहादुरगढ़ सीट पर राजेश जून ने निर्दलीय चुनाव जीता है। झज्जर जिले की बहादुरगढ़ सीट से राजेश जून कांग्रेस से टिकट की दावेदारी कर रहे थे, लेकिन उनको टिकट नहीं मिला तो वह निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे थे। कांग्रेस ने उनकी जगह राजिंद्र जून को बहादुरगढ़ से टिकट दिया जो 2019 में भी इस सीट पर जीते थे। राजेश जून ने 2014 के विधानसभा चुनावों में बहादुरगढ़ विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। साल 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने राजेंद्र जून के पक्ष में अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया था। टिकट कटने पर पार्टी छोड़ी, लाइव आकर रोए
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले देवेंद्र कादियान ने भाजपा का साथ छोड़ा था। वह करीब 10 साल से क्षेत्र में सक्रिय थे। पार्टी छोड़ने का कारण उन्हें गन्नौर से भाजपा का टिकट न मिलना रहा। देवेंद्र पार्टी से टिकट मांग रहे थे, लेकिन भाजपा ने देवेंद्र कौशिक को अपना उम्मीदवार बना लिया था। इसके बाद देवेंद्र कादियान ने पार्टी छोड़ दी। देवेंद्र ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर पार्टी छोड़ने व निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। इस दौरान उनकी आंखों से आंसू भी निकल आए थे। हरियाणा में नायब सैनी के सरकार बनाने का दावा पेश करने के साथ 3 निर्दलीय विधायकों ने ‌BJP को समर्थन का पत्र सौंपा। इसमें हिसार से सावित्री जिंदल, बहादुरगढ़ से राजेश जून और गन्नौर से देवेंद्र कादियान शामिल हैं। हालांकि चुनावी परिणाम आने के बाद तीनों ही विधायकों ने दिल्ली पहुंचकर भाजपा को सर्मथन दे दिया था। बुधवार को चंडीगढ़ में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को समर्थन पत्र सौंपने के बाद सावित्री जिंदल ने कहा कि उन्होंने हिसार के विकास के लिए भाजपा को समर्थन दिया है। वहीं राजेश जून ने कहा कि नीतियों से प्रभावित होकर BJP को समर्थन दिया। उधर, देवेंद्र कादियान ने कहा कि मैं काफी लंबे समय से भाजपा में हूं। टिकट कटने से पहले भी मैं भाजपा में ही था। अब विस्तार से पढ़िए तीनों विधायकों ने BJP को समर्थन पर क्या कहा… 1. सावित्री जिंदल बोलीं- नायब सैनी करेंगे हरियाणा का विकास
सावित्री जिंदल ने कहा कि मैं हिसार से निर्दलीय विधायक के तौर पर चुनी गई हूं और मैं हरियाणा सरकार का समर्थन कर रही हूं, क्योंकि मैं हरियाणा और हिसार का विकास चाहती हूं। नायब सैनी को बधाई देती हूं। मुझे पता है कि नायब सैनी हरियाणा का विकास करेंगे। उन्होंने पिछले 3 महीने के कार्यकाल में बहुत काम किया है। इसी प्रगति को देखते हुए मैं अपना समर्थन दे रही हूं। 2. राजेश जून ने कहा- नीतियों से प्रभावित होकर दिया समर्थन
राजेश जून ने कहा कि भाजपा की नीतियां आम जनमानस तक पहुंचती हैं, इससे प्रभावित होते हुए और अपने विकास के लिए मैं अपना समर्थन बीजेपी सरकार को देता हूं। मैं नायब सिंह सैनी को बहुत-बहुत बधाई देना चाहता हूं वो हमारे मुख्यमंत्री रहेंगे। पिछले तीन महीनों में उनके द्वारा काफी अच्छे फैसले लिए गए हैं। मैं आशा करता हूं कि आने वाले पांच सालों में आम जनता तक उनका हक नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में पहुंचेगा। 3. टिकट कटने से पहले में भाजपा में था; देवेंद्र कादियान
देवेंद्र कादियान ने कहा- अपने क्षेत्र के विकास के लिए और उन्नति के लिए हमने ये फैसला लिया है। मैं पिछले काफी लंबे समय से बीजेपी में रहा हूं और इस चुनाव के कुछ 20-25 दिन छोड़ दें तो टिकट कटने से पहले मैं पार्टी में ही रहा हूं। हमेशा से ही मेरी विचारधारा पार्टी के साथ ही रही है। समर्थन देने वाले तीनों विधायकों के बारे में पढ़ें… सावित्री हिसार से BJP ने टिकट नहीं दी, निर्दलीय चुनाव लड़ा सावित्री जिंदल हाल ही में देश की सबसे अमीर महिला घोषित की गईं थी। वह अपना आखिरी चुनाव बताकर हिसार से BJP की टिकट पर दावेदारी जता रहीं थी। हालांकि भाजपा से लगातार 2 बार के विधायक डॉ. कमल गुप्ता टिकट लेने में कामयाब रहे। इसके बाद सावित्री जिंदल पहले कांग्रेस में जाने वाली थी। ऐन मौके पर भाजपा को इसकी भनक लग गई। उन्होंने पार्टी के कुरुक्षेत्र से सांसद और सावित्री जिंदल के बेटे नवीन जिंदल को फोन कर इसे रुकवाया। इसके बाद सावित्री ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत गईं। जून ने पहले भी निर्दलीय चुनाव लड़ा, दूसरी बार नामांकन वापस लिया
हरियाणा की बहादुरगढ़ सीट पर राजेश जून ने निर्दलीय चुनाव जीता है। झज्जर जिले की बहादुरगढ़ सीट से राजेश जून कांग्रेस से टिकट की दावेदारी कर रहे थे, लेकिन उनको टिकट नहीं मिला तो वह निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे थे। कांग्रेस ने उनकी जगह राजिंद्र जून को बहादुरगढ़ से टिकट दिया जो 2019 में भी इस सीट पर जीते थे। राजेश जून ने 2014 के विधानसभा चुनावों में बहादुरगढ़ विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। साल 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने राजेंद्र जून के पक्ष में अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया था। टिकट कटने पर पार्टी छोड़ी, लाइव आकर रोए
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले देवेंद्र कादियान ने भाजपा का साथ छोड़ा था। वह करीब 10 साल से क्षेत्र में सक्रिय थे। पार्टी छोड़ने का कारण उन्हें गन्नौर से भाजपा का टिकट न मिलना रहा। देवेंद्र पार्टी से टिकट मांग रहे थे, लेकिन भाजपा ने देवेंद्र कौशिक को अपना उम्मीदवार बना लिया था। इसके बाद देवेंद्र कादियान ने पार्टी छोड़ दी। देवेंद्र ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर पार्टी छोड़ने व निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। इस दौरान उनकी आंखों से आंसू भी निकल आए थे।   हरियाणा | दैनिक भास्कर