हरियाणा सरकार ने शाम को बड़ा प्रशासनिक फेरबदल कर दिया। सरकार की ओर से 47 HCS अधिकारियों के ट्रांसफर कर दिए गए। गुरुग्राम नगर निगम के एडिशनल कमिश्नर पद की जिम्मेदारी महाबीर प्रसाद को दी गई। वहीं जगदीप ढांडा को एडिशनल डायरेक्टर (एडमिनिस्ट्रेशन) फूड, सिविल सप्लाई और कंज्यूमर अफेयर बनाया गया है। यहां देखें पूरी लिस्ट… हरियाणा सरकार ने शाम को बड़ा प्रशासनिक फेरबदल कर दिया। सरकार की ओर से 47 HCS अधिकारियों के ट्रांसफर कर दिए गए। गुरुग्राम नगर निगम के एडिशनल कमिश्नर पद की जिम्मेदारी महाबीर प्रसाद को दी गई। वहीं जगदीप ढांडा को एडिशनल डायरेक्टर (एडमिनिस्ट्रेशन) फूड, सिविल सप्लाई और कंज्यूमर अफेयर बनाया गया है। यहां देखें पूरी लिस्ट… हरियाणा | दैनिक भास्कर
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अभय चौटाला ने हुड्डा को बताया भाजपा का एजेंट:कहा- जेपी ने बदली थी स्याही, हुड्डा ने राज्यसभा चुनाव में खाली पर्ची छोड़ी
अभय चौटाला ने हुड्डा को बताया भाजपा का एजेंट:कहा- जेपी ने बदली थी स्याही, हुड्डा ने राज्यसभा चुनाव में खाली पर्ची छोड़ी हिसार में इनेलो के कार्यकर्ता के सम्मेलन में इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कई राज खोले। अभय चौटाला ने कहा कि किरण चौधरी पर राज्यसभा में स्याही बदलने का आरोप लगाया जाता है मगर खुद किरण चौधरी ने इसका जवाब दिया है। अभय चौटाला ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में जब सुभाष चंद्रा मैदान में थे। उस समय हमारे 21 विधायक थे और कांग्रेस के 17 विधायक थे। कुलदीप और उनकी पत्नी के 2 वोट थे और वो भी कांग्रेस के शामिल हो गए थे। ऐसे में हमारे पास 38 वोट थे मगर तब जयप्रकाश जेपी जो निर्दलीय विधायक था। यह कांग्रेस के नजदीक था। यह सबसे ज्यादा सुभाष चंद्रा के प्रचार में लगा था। जपी ने उस चुनाव में 15 वोटों की स्याही बदली थी। मगर किरण इसलिए चुप रही क्योंकि वो कांग्रेस में थी। हुड्डा अपना वोट इसी चुनाव में खाली छोड़कर आया था। अभय चौटाला ने कहा कि ऊपर से हुड्डा मेरे पर आरोप लगाता है कि यह भाजपा से मिला हुआ है। अगर कभी हुड्डा मेरे सामने आ गया तो ऐसी हालत कर दूंगा कि उठकर भी जा नहीं जा पाएगा। विधानसभा चुनाव आ रहा है अबकी बार इनके ऐसे कपड़े उतारूंगा लोग देखेंगे। हुड्डा ने जनता से विश्वास घात किया
अभय चौटाला ने कहा कि अबकी बार प्रदेश में लोग बदलाव करना चाहते थे मगर भूपेंद्र हुड्डा ने जनभावना के अनुरूप जाकर ऐसे कैंडिडेट उतारने पर कांग्रेस हाईकमान को मजबूर किया जो डमी थे। करनाल में मनोहर लाल के आगे ऐसा उम्मीदवार उतारा जो कार्यकर्ताओं को जानता ही नहीं था। अपने पूरे ऑफिस ही खोल पाया। मैंने करनाल में वीरेंद्र मराठा को इंडिया गठबंधन के रूप में उतारने का प्रयास किया मगर हुड्डा ने मनोहर लाल से मिलकर डमी कैंडिडेट उतरवाया। रोहतक में दीपेंद्र को जीतवाने के लिए भिवानी में राव दान सिंह को टिकट दिया जो अहीरवाल क्षेत्र में हार गया। इसका फायदा दीपेंद्र को कोसली में मिला। अगर किरण को भिवानी से और गुरुग्राम से कैप्टन अजय को टिकट मिलता तो इंडिया गठबंधन की और सीटें आती। हुड्डा पर लगाया सरकार बचाने का आरोप
अभय चौटाला ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले जब भाजपा-जजपा गठबंधन टूटने की कगार पर था। मगर हुड्डा ने नंबर गेम ना होते हुए भी तब अविश्वास प्रस्ताव लाया जब सरकार के पास पूर्ण बहुमत था। नियमानुसार एक बार अश्विवास प्रस्ताव लाने के बाद 6 महीने तक दूसरा विश्वास प्रस्ताव नहीं ला सकते। इस तरह हुड्डा ने सरकार को बचाया। अब दोबारा राज्यपाल के पास जाकर सिर्फ दिखावा कर रहे हैं। अभय चौटाला ने कहा कि हुड्डा को भाजपा के खिलाफ राज्यसभा में उम्मीदवार उतारना चाहिए और विपक्ष को एकजुट करना चाहिए। प्रदेश में थर्ड फ्रंट बनाएगी इनेलो
अभय चौटाला ने कहा कि कांग्रेस ने साफ कह दिया है कि वह विधानसभा में अकेले चुनाव लड़ेगी। इसलिए इनेलो प्रदेश में तीसरा मोर्चा यानि थर्ड फ्रंट बनाएगी। इसके लिए सभी पार्टियों से प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा बात करेंगे। यह गठबंधन उन लोगों के लिए होगा जो कांग्रेस और भाजपा दोनों से दुखी है। चौटाला ने कहा कि मगर इस तीसरे फ्रंट में भाजपा की सहयोगी पार्टी जजपा को साथ नहीं लेंगे। हुड्डा अपने ऊपर लगे मुकदमों से डरा
अभय चौटाला ने कहा कि हुड्डा अपने ऊपर लगे मुकदमों से डरा हुआ है। आज भी जब मुकदमों का जिक्र आता है तो हुड्डा के चेहरे का रंग उड़ जाता है। हुड्डा मेरे खिलाफ आरोप लगाता है। अगर हुड्डा में दम है तो वह अपना अध्यक्ष भेज दे मैं अपनी पार्टी का अध्यक्ष भेज दूंगा मेरे 4 सवालों का जवाब हुड्डा दे दे तो मैं हमेशा के लिए हुड्डा के साथ चला जाउंगा। अगर हुड्डा जवाब नहीं दे पाता लोगों को संतुष्ठ नहीं कर पाता तो उसे सरेआम माफी मांगने चाहिए।
जींद में 14 मिमी बारिश से तापमान में गिरावट:पिल्लूखेड़ा में 16 मिमी वर्षा, आज रात से बढ़ेगी मानसून की सक्रियता
जींद में 14 मिमी बारिश से तापमान में गिरावट:पिल्लूखेड़ा में 16 मिमी वर्षा, आज रात से बढ़ेगी मानसून की सक्रियता हरियाणा के जींद जिले में सोमवार अल सुबह अगस्त माह की दूसरी बारिश हुई। इसके बाद तापमान गिरा और गर्मी से राहत मिली है। जींद में 14 एमएम और पिल्लूखेड़ा में 16 एमएम बारिश दर्ज की गई, तो बाकी जगह बूंदाबांदी हुई। इस मानसून सीजन में जींद में बहुत कम बारिश देखने काे मिली है। हालांकि छह और सात अगस्त को भी बारिश के आसार हैं। सोमवार सुबह छह बजे अचानक से मौसम बदला और बारिश शुरू हो गई। बारिश के बाद गर्मी से राहत मिली। न्यूनतम तापमान 27 डिग्री तक पहुंच गया, वहीं अधिकतम तामपन 33 डिग्री के आसपास बना हुआ है। मानसून सत्र में जुलाई माह में सामान्य से 42 प्रतिशत कम बारिश हुई। जिसके कारण धान की फसल में काफी नुकसान हुआ है। हजारों एकड़ धान की फसल वर्षा नहीं होने से सूख गई। जिसके कारण किसानों को दोबारा रोपाई करनी पड़ी। मानसून सीजन में औसतन 115.7 एमएम बारिश मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार जींद जिले में जुलाई में सामान्य वर्षा 206 एमएम होती है, लेकिन इस मानसून सीजन में जुलाई में जिले में औसतन 115.7 एमएम बारिश ही हुई। हालांकि अगस्त माह की शुरुआत वर्षा के साथ हुई। पिल्लूखेड़ा, अलेवा और सफीदों में अच्छी वर्षा हुई। वहीं जींद, जुलाना, उचाना में हल्की वर्षा हुई। मौसम विभाग के अनुसार आज रात को दोबारा से मानसून की सक्रियता बढ़ सकती है। जींद जिले में धान का रकबा 1.50 लाख हेक्टेयर है। जिसमें से अब तक 1.30 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई हो चुकी है। मौसम वैज्ञानिक डा. राजेश कुमार ने बताया कि सात और आठ अगस्त को लगभग पूरे जिले में ही हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।
नारनौंद से किसानों का खनौरी बॉर्डर कूच:हरियाणा और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी, बोले- मांग ना मारी तो तेज होगा संघर्ष
नारनौंद से किसानों का खनौरी बॉर्डर कूच:हरियाणा और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी, बोले- मांग ना मारी तो तेज होगा संघर्ष हिसार के नारनौंद में किसान आंदोलन ने नया मोड़ लिया है। रविवार को भारतीय किसान नौजवान यूनियन के सैकड़ों किसान खेड़ी चौपटा से खनौरी बॉर्डर की ओर कूच कर गए। संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा के 13 फरवरी के दिल्ली कूच के आह्वान के बाद यह कदम उठाया गया है। किसान नेताओं दशरथ मलिक, बलवान लोहान और अन्य के नेतृत्व में किसानों ने केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। उनकी प्रमुख मांगों में सभी फसलों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुसार फसलों के दाम तय करना और किसान-मजदूरों की संपूर्ण कर्जमाफी शामिल हैं। ये मांगें रखी किसान नेताओं ने भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 को पूरे देश में पुनः लागू करने और भूमि अधिग्रहण से पहले किसानों की लिखित सहमति के साथ कलेक्टर रेट से चार गुना मुआवजा देने की मांग भी रखी। साथ ही लखीमपुर खीरी कांड के दोषियों को सजा, 2020-21 के किसान आंदोलन के मुकदमों की वापसी और भारत को विश्व व्यापार संगठन से बाहर निकालने की मांग भी की गई। आंदोलन को तेज करने की चेतावनी किसान नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। यह आंदोलन गैर-राजनीतिक स्वरूप का है और किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए चलाया जा रहा है। किसानों और खेत मजदूरों पेंशन देने की मांग उन्होंने कहा कि किसानों और खेत मजदूरों को 10 हजार रुपए महीना पेंशन दी जाए, पीएम फसल बीमा योजना में सुधार किए जाएं, फसलों में नुकसान होने पर एक एकड़ को यूनिट मानकर मुआवजा दिया जाए व प्रीमियम सरकार द्वारा भरा जाए, विद्युत संशोधन विधेयक 2023 को रद्द किया जाए, मनरेगा के तहत प्रति वर्ष 200 दिन का रोजगार, 700 रुपए का मजदूरी भत्ता दिया जाए, मनरेगा को खेती के साथ जोड़ा जाए। इसके अलावा, नकली बीज, कीटनाशक दवाइयां व खाद बनाने वाली कंपनियों पर सख्त दंड और जुर्माना लगाने के प्रावधान तय किए जाए एवं बीजों की गुणवत्ता में सुधार किए जाए, मिर्च, हल्दी एवं अन्य मसालों के लिए राष्ट्रीय आयोग का गठन किया जाए, संविधान की 5 सूची को लागू किया जाए, जल, जंगल, जमीन पर आदिवासियों के अधिकार सुनिश्चित कर के कंपनियों द्वारा आदिवासियों की जमीन की लूट बंद की जाए, किसान आंदोलन-2 के दौरान निहत्थे व निर्दोष किसानों पर गोलियां चलाने एवं अत्याचार करने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।