हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (JJP) और आजाद समाज पार्टी (ASP) ने 13 उम्मीदवारों की छठी लिस्ट जारी की है। लिस्ट में JJP के 9 और ASP के 4 उम्मीदवार शामिल हैं। पार्टी ने सोनीपत की खरखौदा सीट पर रमेश खटक को मैदान में उतारा है। राज्य में 90 विधानसभा सीटों के लिए सिंगल फेज में 5 अक्टूबर को वोटिंग होगी। रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएगा। हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (JJP) और आजाद समाज पार्टी (ASP) ने 13 उम्मीदवारों की छठी लिस्ट जारी की है। लिस्ट में JJP के 9 और ASP के 4 उम्मीदवार शामिल हैं। पार्टी ने सोनीपत की खरखौदा सीट पर रमेश खटक को मैदान में उतारा है। राज्य में 90 विधानसभा सीटों के लिए सिंगल फेज में 5 अक्टूबर को वोटिंग होगी। रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हिसार में बस स्टैंड शिफ्ट करने का विरोध:स्वास्थ्य मंत्री सावित्री जिंदल के ड्रीम प्रोजेक्ट को रोकेंगे व्यापारी, सीएम से मिलेंगी पूर्व विधायक
हिसार में बस स्टैंड शिफ्ट करने का विरोध:स्वास्थ्य मंत्री सावित्री जिंदल के ड्रीम प्रोजेक्ट को रोकेंगे व्यापारी, सीएम से मिलेंगी पूर्व विधायक हरियाणा में हिसार बस स्टैंड को शिफ्ट करने का विरोध शुरू हो गया है। हिसार के विधायक और कैबिनेट मंत्री डॉ. कमल गुप्ता हिसार बस स्टैंड को शहर से बाहर शिफ्ट करना चाहते हैं। इसके लिए प्रस्ताव तैयार हो चुका है और जमीन भी फाइनल हो चुकी है। दूसरी ओर, हिसार के व्यापारी इसके विरोध में उतर आए हैं। 25 से ज्यादा मार्केट एसोसिएशन के एक समूह ने हिसार की पूर्व विधायक सावित्री जिंदल से मुलाकात की और कहा कि अगर यह बस स्टैंड शिफ्ट किया गया तो उनका कारोबार ठप हो जाएगा। खास बात यह है कि भाजपा पार्षद भी इसके खिलाफ हैं और वे व्यापारियों के साथ सावित्री जिंदल से मिलने भी गए। सावित्री जिंदल ने आश्वासन दिया कि अगर सभी दस्तावेज तैयार करके उन्हें दिए जाएं तो वे मुख्यमंत्री नायब सैनी से मिलकर इस प्रोजेक्ट को रद्द करवाएंगी। दूसरी ओर, हिसार के विधायक डॉ. कमल गुप्ता इस प्रोजेक्ट पर दिन-रात काम कर रहे हैं और इसे शहर के लिए जरूरी बता रहे हैं। आपको बता दें कि हिसार बस स्टैंड 11 अगस्त 1969 को बना था और यह 21 एकड़ में फैला हुआ है। हिसार डिपो में करीब 279 रोडवेज बसें हैं और करीब 300 निजी बसें ग्रामीण व लंबे रूटों पर चलती हैं। हिसार बस स्टैंड को शिफ्ट करने के विरोध का कारण हिसार बस स्टैंड शहर में ऐसी जगह पर है जो सभी के लिए सुविधाजनक है। लोग आसानी से बाजार से खरीदारी कर वापस जा सकते हैं। दूसरा एजुकेशन और मेडिकल हब नजदीक है और बाजार से जुड़ा हुआ है। इसको लेकर एसोसिएशन ने रविवार को बैठक की। एसोसिएशन 24 जुलाई को फिर से बैठक करेगी। बस स्टैंड को शिफ्ट न करने की मांग को लेकर कैबिनेट मंत्री डॉ. कमल गुप्ता और मुख्यमंत्री से भी मुलाकात करेगी। शहरवासियों का कहना है कि अगर बस स्टैंड पहले से ही सही जगह पर है तो नए बस स्टैंड पर बेवजह करोड़ों रुपये क्यों खर्च किए जा रहे हैं। अगर बस स्टैंड को शिफ्ट किया गया तो लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़ जाएगा। व्यापारियों ने कहा- इससे बेहतर स्थान नहीं हो सकता व्यापारियों ने कहा कि हिसार बस स्टैंड प्रदेश के सबसे अच्छे बस स्टैंड में से एक है और यहां पर्याप्त जगह भी है। मंत्री का कहना है कि इससे यातायात व्यवस्था में सुधार आएगा। वहीं व्यापारियों का कहना है कि अगर बस स्टैंड के पास से अतिक्रमण हटा दिया जाए और रेहड़ी-पटरी वालों को कहीं और जगह दी जाए तो यातायात आसानी से चलेगा। नया बस स्टैंड एयरपोर्ट के पास 30 एकड़ जमीन पर बनेगा। यहां से शहर में आने पर लोगों का अनावश्यक खर्च बढ़ेगा और रात में आना मुश्किल होगा। अभी सभी कॉलेज, यूनिवर्सिटी, कोचिंग सेंटर और मेडिकल हब नजदीक हैं। इसके अलावा नागोरी गेट, तलाकी गेट और अन्य बाजारों से कनेक्टिविटी है। शहर में स्कूल-कॉलेजों के करीब 20 हजार विद्यार्थी आते हैं। बसों में रोजाना 30 हजार से ज्यादा यात्री सफर करते हैं। सभी बाईपास बस स्टैंड से जुड़े हुए हैं भाजपा पार्षद अनिल जैन, पार्षद अमित ग्रोवर और आशीष लावट का कहना है कि हिसार बस स्टैंड बाहरी स्थान पर है। बस स्टैंड से सिविल अस्पताल और अनाज मंडी 500 मीटर की दूरी पर है। सिरसा बाईपास का बाकी हिस्सा खुला रास्ता है। इसके लिए करोड़ों खर्च किए जाएंगे। आज भी ऋषिनगर निवासी पिछले गेट का स्वागत करते हैं। पहले भी पिछला गेट खोला गया था। एलिवेटेड रोड बनाई जानी चाहिए। जिसकी लागत 40 करोड़ आई है। सभी बाईपास इस बस स्टैंड से जुड़े हुए हैं। अगर कोई यात्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास उतरता है तो उसे दूर आना पड़ेगा।
फरीदाबाद में युवक की नाले में गिरने से मौत:नशे में था धूत, गले से खून आ रहा था; झगड़े में हमला की आशंका
फरीदाबाद में युवक की नाले में गिरने से मौत:नशे में था धूत, गले से खून आ रहा था; झगड़े में हमला की आशंका फरीदाबाद में एक युवक की नाले में गिरने से मौत हो गई। घटना रात करीब 12:30 बजे के आस-पास की है। युवक नशे की हालत में था, वो नाले में गिरने के बाद खुद से ही बाहर निकल। फिर वो लड़खड़ाते हुए आगे बढ़ा तो दूसरे नाले में जा गिरा। लोगों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी, जब तक पुलिस मौके पर पहुंची और उसे बाहर निकाला गया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। शोर सुन कर पड़ोसी निकलने बाहर
इस मामले में जानकारी देते हुए जवाहर कॉलोनी निवासी रामवीर ने बताया कि घटना रात को कुछ शोर सुनाई देने पर वह और उनके पड़ोसी घर से बाहर निकले थे। तब एक युवक उन्हें नाले में गिरा हुआ नजर आया लेकिन उसे नाले से वह खुद खड़ा हुआ, जो की काफी नशे में लग रहा था। स्थानीय निवासी रामवीर के मुताबिक जैसा की शोर शराबा हो रहा था उन्हें लगता है कि पहले यहां पर झगड़ा हुआ था इसके बाद वह युवक नाले में गिर गया और अन्य झगड़ा करने वाली मौके से भाग गए क्योंकि जब युवक को नाले से बाहर निकाला गया तो उसकी गर्दन से खून आ रहा था। हालांकि ये स्पष्ट नहीं है कि युवक को नाले में गिरने से चोट लगने के कारण खून आ रहा था या फिर किसी ने उस पर हमला किया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इसकी जांच हो सकेगी। युवक की उम्र करीब 25 साल बताई जा रही है, फिलहाल उसकी पहचान नहीं हो सकी है। अक्सर कॉलोनी में होता है झगड़ा
पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम और पहचान के लिए बादशाह खान सिविल हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवा दिया है। स्थानीय निवासी रामवीर व अन्य लोगों ने बताया कि यहां पर आए दिन नशेड़ी किस्म के युवक इकट्ठा होते हैं और यहां पर आए दिन झगड़ा होता रहता है।
हरियाणा में 2 दिन बाद फिर एक्टिव होगा मानसून:3 दिन से नहीं हुई बारिश; 5 डिग्री तक बढ़ा तापमान, चरखी-दादरी सबसे गर्म
हरियाणा में 2 दिन बाद फिर एक्टिव होगा मानसून:3 दिन से नहीं हुई बारिश; 5 डिग्री तक बढ़ा तापमान, चरखी-दादरी सबसे गर्म हरियाणा में 2 दिन बाद फिर से मानसून एक्टिव हो जाएगा। हालांकि पिछले 3 दिनों से प्रदेश में बारिश नहीं होने से दिन के पारे में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। अब तक 5 डिग्री तक की बढ़ोतरी हो चुकी है। 24 घंटे के दौरान सूबे का चरखी दादरी सबसे गर्म दर्ज किया गया। यहां का अधिकतम तापमान 37.8 रिकॉर्ड किया गया। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 2 दिन मौसम खुश्क रहेगा। दिन के तापमान में 1-2 डिग्री और बढ़ने के आसार हैं। 25 से बदल जाएगा मौसम मानसून ट्रफ सामान्य स्थिति से दक्षिण की तरफ जाने तथा नमी वाली हवाओं में कमी आने से 25 सितंबर तक मानसून की सक्रियता में कमी से राज्य में ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम खुश्क रहेगा। हालांकि उत्तरी जिलों पंचकूला, पूर्वी यमुनानगर, अंबाला, उत्तरी कुरुक्षेत्र, कैथल, उत्तरी जींद, उत्तरी फतेहाबाद, उत्तरी सिरसा में कुछ एक स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी की संभावना है। इस दौरान हवा उत्तर पश्चिमी रहने से दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही वातावरण में नमी की मात्रा में गिरावट आने की संभावना है। लेकिन 25 सितंबर के बाद एक बार फिर नमी वाली हवाएं आने की संभावना से राज्य में फिर से मानसून के एक्टिव होने के पूरे आसार हैं। बारिश नहीं होने से 5 डिग्री चढ़ा पारा हरियाणा में पिछले 3 दिनों से बारिश नहीं हो रही है। 24 घंटे में किसी भी जिले में बारिश नहीं हुई है। इसकी वजह से दिन के तापमान में बढ़ोतरी हुई है। सबसे ज्यादा चरखी-दादरी गर्म रहा, यहां का अधिकतम तापमान 37.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं सूबे के 3 जिले पानीपत, रोहतक और करनाल जिलों को छोड़कर अन्य जिलों का अधिकतम तापमान 35.0 डिग्री के पार रिकॉर्ड किया गया। 29 तक मौसम में होंगे बदलाव हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (HAU) के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन लाल खीचड़ ने बताया कि हरियाणा में अभी मानसून की 2 दिन वापसी नहीं होगी। 29 सितंबर तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान मानसून हवाओं की सक्रियता बढ़ने की संभावना है, जिसके चलते प्रदेश के अधिकांश जिलों में रुक-रुक कर तेज हवाएं चलने तथा गरज के साथ छींटे पड़ने के साथ कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इससे दिन के तापमान में हल्की गिरावट तथा वातावरण में नमी की मात्रा में वृद्धि होने की भी संभावना है। सीजन में अब तक 390.4 MM बारिश प्रदेशभर में मानसून की सक्रियता के चलते पिछले 24 घंटे में 15.9 मिलीमीटर बारिश हुई है। सीजन में अब तक 390.4 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जो सामान्य 401.1 मिलीमीटर से महज 3 फीसदी ही कम है। जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। 2018 में 549 मिमी बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में सिर्फ 97.9 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है।