कैथल में हरियाणा शिक्षा बोर्ड की ओर से जारी किया गया 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 91% रहा। पिछले बार कैथल जिले का 12वीं कक्षा का परिणाम 88.78 प्रतिशत रहा था। कैथल में कुल 9426 विद्यार्थियों ने 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा दी थी, जिसमें से 8578 विद्यार्थी पास हुए हैं, जबकि 176 विद्यार्थी फेल हुए हैं। इनके अलावा 681 विद्यार्थियों की कंपार्टमेंट आई है। जिला शिक्षा अधिकारी रामदिया गागट ने बताया कि रिजल्ट में बीते वर्ष की अपेक्षा काफी सुधार हुआ है। उन्होंने पास होने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी व जो विद्यार्थी फेल हुए हैं या फिर उनकी कंपार्टमेंट आई है, उन्हें और ज्यादा मेहनत करने की सलाह दी। अर्पणदीप ने किया टॉप कैथल के गांव श्योमाजरा के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थी अर्पणदीप सिंह ने 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में स्टेट में टॉप किया है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से परीक्षा परिणाम में अर्पणदीप सिंह ने 497 अंक प्राप्त किए हैं। छात्र की उसे उपलब्धि पर घर, गांव और स्कूल में खुशी का माहौल रहा। विद्यार्थी को बधाई देने वाले और मिठाई खिलाने वालों का तांता लगा रहा। ढोल नगाड़े बजाकर प्रसन्नता जाहिर की स्कूल में शिक्षकों ने रिजल्ट आते ही अर्पणदीप को स्कूल बुला लिया और माला पहनाकर उसका स्वागत किया। वहीं छात्र व स्कूल की उपलब्धि पर स्कूल में ढोल नगाड़े बजाकर प्रसन्नता जाहिर की गई। अर्पणदीप के पिता यादवेंद्र सिंह ने बताया कि अर्पण दीप शुरुआत से ही पढ़ाई में काफी होशियार रहा है। वह स्कूल के बाद भी घर पर रोजाना कम से कम 4 से 5 घंटे तक पढ़ाई करता है। उनका परिवार खेती बाड़ी पर आधारित है और माता बूटीक चलाती हैं। खेती करता है परिवार परिवार में अर्पणदीप के अलावा उनका एक और बेटा है। उन्हें काफी प्रसन्नता है कि उनके बेटे ने स्टेट को टॉप करके बड़ा मुकाम हासिल किया है। वहीं स्कूल की प्रिंसिपल चरणजीत कौर ने बताया कि बच्चे का पढ़ाई के अलावा पाठ्य सहगामी क्रियाओं में भी पार्टिसिपेट रहा। बच्चा स्कूल में कभी गैरहाजिर नहीं रहा। उन्होंने अर्पण दीप के शिक्षकों को भी इस उपलब्धि पर बधाई दी व उनकी सराहना की। शिक्षकों का योगदान अर्पणदीप ने बताया कि उनके कक्षा इंचार्ज सुखदेव सिंह व कॉमर्स अध्यापिका निधि का उनको इस मुकाम तक पहुंचाने में बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने शिक्षकों और परिवार को दिया। अर्पणदीप ने बताया कि उसका सपना एक सफल चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने का है। इसमें परिवार की ओर से पूरा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए ज्यादा से ज्यादा समय निकालना चाहिए। वहीं माता रमनदीप ने बताया कि वे अर्पणदीप से घर पर ज्यादा काम नहीं करवाते थे। वह अपनी मर्जी से ही घर के कार्यों में सहयोग करता है। उन्होंने कहा कि बच्चा आगे जो भी बनना चाहता है, उसमें परिवार की ओर से पूरा सहयोग किया जाएगा। कैथल में हरियाणा शिक्षा बोर्ड की ओर से जारी किया गया 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 91% रहा। पिछले बार कैथल जिले का 12वीं कक्षा का परिणाम 88.78 प्रतिशत रहा था। कैथल में कुल 9426 विद्यार्थियों ने 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा दी थी, जिसमें से 8578 विद्यार्थी पास हुए हैं, जबकि 176 विद्यार्थी फेल हुए हैं। इनके अलावा 681 विद्यार्थियों की कंपार्टमेंट आई है। जिला शिक्षा अधिकारी रामदिया गागट ने बताया कि रिजल्ट में बीते वर्ष की अपेक्षा काफी सुधार हुआ है। उन्होंने पास होने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी व जो विद्यार्थी फेल हुए हैं या फिर उनकी कंपार्टमेंट आई है, उन्हें और ज्यादा मेहनत करने की सलाह दी। अर्पणदीप ने किया टॉप कैथल के गांव श्योमाजरा के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थी अर्पणदीप सिंह ने 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में स्टेट में टॉप किया है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से परीक्षा परिणाम में अर्पणदीप सिंह ने 497 अंक प्राप्त किए हैं। छात्र की उसे उपलब्धि पर घर, गांव और स्कूल में खुशी का माहौल रहा। विद्यार्थी को बधाई देने वाले और मिठाई खिलाने वालों का तांता लगा रहा। ढोल नगाड़े बजाकर प्रसन्नता जाहिर की स्कूल में शिक्षकों ने रिजल्ट आते ही अर्पणदीप को स्कूल बुला लिया और माला पहनाकर उसका स्वागत किया। वहीं छात्र व स्कूल की उपलब्धि पर स्कूल में ढोल नगाड़े बजाकर प्रसन्नता जाहिर की गई। अर्पणदीप के पिता यादवेंद्र सिंह ने बताया कि अर्पण दीप शुरुआत से ही पढ़ाई में काफी होशियार रहा है। वह स्कूल के बाद भी घर पर रोजाना कम से कम 4 से 5 घंटे तक पढ़ाई करता है। उनका परिवार खेती बाड़ी पर आधारित है और माता बूटीक चलाती हैं। खेती करता है परिवार परिवार में अर्पणदीप के अलावा उनका एक और बेटा है। उन्हें काफी प्रसन्नता है कि उनके बेटे ने स्टेट को टॉप करके बड़ा मुकाम हासिल किया है। वहीं स्कूल की प्रिंसिपल चरणजीत कौर ने बताया कि बच्चे का पढ़ाई के अलावा पाठ्य सहगामी क्रियाओं में भी पार्टिसिपेट रहा। बच्चा स्कूल में कभी गैरहाजिर नहीं रहा। उन्होंने अर्पण दीप के शिक्षकों को भी इस उपलब्धि पर बधाई दी व उनकी सराहना की। शिक्षकों का योगदान अर्पणदीप ने बताया कि उनके कक्षा इंचार्ज सुखदेव सिंह व कॉमर्स अध्यापिका निधि का उनको इस मुकाम तक पहुंचाने में बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने शिक्षकों और परिवार को दिया। अर्पणदीप ने बताया कि उसका सपना एक सफल चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने का है। इसमें परिवार की ओर से पूरा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए ज्यादा से ज्यादा समय निकालना चाहिए। वहीं माता रमनदीप ने बताया कि वे अर्पणदीप से घर पर ज्यादा काम नहीं करवाते थे। वह अपनी मर्जी से ही घर के कार्यों में सहयोग करता है। उन्होंने कहा कि बच्चा आगे जो भी बनना चाहता है, उसमें परिवार की ओर से पूरा सहयोग किया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
