हरियाणा में 20 दिसंबर को होने वाले राज्यसभा उपचुनाव के लिए भाजपा ने राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व चेयरपर्सन रेखा शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। 10 दिसंबर यानी आज रेखा शर्मा अपना नामांकन दाखिल करेंगी। इस दौरान रेखा शर्मा के साथ मुख्यमंत्री नायब सैनी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली भी मौजूद रहेंगे। पार्टी के सभी विधायक और मंत्री भी चंडीगढ़ पहुंच गए हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक भाजपा के कई बड़े चेहरे रेखा शर्मा के नामांकन कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसराना से भाजपा विधायक और कैबिनेट मंत्री कृष्णलाल पंवार के इस्तीफे के बाद ये सीट खाली हुई थी। कयास लगाए जा रहे थे कि दलित कोटे से खाली हुई इस सीट के लिए भाजपा किसी दलित चेहरे को ही उम्मीदवार बनाएगी, लेकिन पार्टी ने ब्राह्मण चेहरे को उम्मीदवार बनाकर बड़ा दांव खेला। रेखा शर्मा हरियाणा के पंचकूला जिले की रहने वाली हैं। यहां उन्होंने सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय रूप से अपनी अलग पहचान बनाई। इसके बाद वह लोकल स्तर पर भी भाजपा में काफी सक्रिय रहीं, जिसके कारण उनकी पहुंच भाजपा के बड़े नेताओं तक है। हरियाणा के इन दिग्गज चेहरों को लगा झटका
इस राज्यसभा सीट के लिए पार्टी के दिग्गज नेता कुलदीप बिश्नोई, सुनीता दुग्गल, मोहनलाल बड़ौली, कैप्टन अभिमन्यु, रामबिलास शर्मा, ओपी धनखड़, डॉ. बनवारी लाल समेत एक दर्जन नेताओं का नाम सामने आ रहा था। हालांकि भाजपा ने राज्यसभा के लिए रेखा शर्मा का नाम फाइनल कर सभी को चौंका दिया। रेखा शर्मा का नाम इन 3 वजहों से फाइनल हुआ… 1. पीएम मोदी की करीबी होने का फायदा मिला
रेखा शर्मा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की काफी करीबी हैं। जब मोदी हरियाणा के संगठन मंत्री थे, तब रेखा पंचकूला में भाजपा ऑफिस संभालती थीं। इसके अलावा वह सामाजिक कार्यों में भी काफी एक्टिव रहीं। 2. दिल्ली में काम करने का अच्छा अनुभव
जितने भी नेता इस राज्यसभा सीट पर दावा ठोक रहे थे, उनमें दिल्ली का अनुभव रेखा के मुकाबले कम था। रेखा दिल्ली में 2015 से एक्टिव हैं। नरेंद्र मोदी जब प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने रेखा शर्मा को राष्ट्रीय महिला आयोग में बतौर सदस्य के रूप में जिम्मेदारी भी सौंपी थी। इसके बाद वह अध्यक्ष भी बनीं। उनका कार्यकाल लगभग 9 साल का रहा। 3. नया चेहरा होना भी उनके फेवर में रहा
तीसरा फैक्टर उनके फेवर में यह रहा कि वह हरियाणा की एक्टिव पॉलिटिक्स में नए चेहरे के रूप में उभरी हैं। हालांकि अभी तक वह दिल्ली में ही एक्टिव रहकर काम कर रही थीं, लेकिन अब हरियाणा में वह बड़ी पहचान लेकर राजनीति में सक्रिय रहेंगी। उनके नाम के ऐलान को लेकर हरियाणा की सियासत में काफी हलचल है, क्योंकि किसी को भी उनके राज्यसभा में जाने की उम्मीद नहीं थी। रेखा शर्मा का राजनीतिक करियर
साल 1964 में जन्मी रेखा शर्मा ने उत्तराखंड से पॉलिटिकल साइंस की डिग्री लेने के बाद मार्केटिंग और एडवरटाइजिंग में डिप्लोमा किया। हालांकि, इसके बाद उनका करियर सीधे राजनीति को ओर बढ़ निकला। हरियाणा में पंचकूला भाजपा की जिला सेक्रेटरी थीं। साथ ही साथ मीडिया विभाग भी संभाला करती थीं। इसमें उनकी एडवरटाइजिंग की पढ़ाई काफी काम आई। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद वर्ष 2015 में उन्हें राष्ट्रीय महिला आयोग का चेयरपर्सन लगाया गया था। जिसके बाद 2018 में उनका कार्यकाल दोबारा बढ़ा दिया गया था। रेखा शर्मा लगभग 9 वर्ष तक राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन रही हैं। इसलिए रेखा शर्मा का राज्यसभा जाना तय
हरियाणा में राज्यसभा के लिए एक सीट पर होने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत तय है। 90 विधायकों वाली हरियाणा विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या 48 है। वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस के पास 37 विधायक हैं। हालांकि, यह पहला मौका है जब इतनी बड़ी संख्या में विपक्ष के विधायक जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। लेकिन इसके बावजूद भी रेखा शर्मा को राज्यसभा भेजने में भारतीय जनता पार्टी को कोई दिक्कत नहीं आएगी। 48 विधायकों के बल पर भाजपा आसानी से अपने प्रत्याशी को वर्ष 2028 तक के लिए राज्यसभा भेज सकती है। इसके अलावा तीन निर्दलीय विधायक भी भाजपा के साथ हैं, जबकि दो इनेलो विधायकों ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। कांग्रेस नहीं उतारेगी उम्मीदवार
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा कह चुके हैं कि राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार खड़ा नहीं करेगी। कांग्रेस के पास नंबर नहीं हैं। ऐसे में अगर आज रेखा शर्मा के अलावा कोई अन्य नामांकन नहीं करता है तो 20 दिसंबर को वोटिंग नहीं होगी और रेखा को विजयी घोषित कर दिया जाएगा। ****************************** राज्यसभा उपचुनाव से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- BJP ने NCW की पूर्व चेयरपर्सन रेखा शर्मा को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया हरियाणा में 20 दिसंबर को होने वाले राज्यसभा उपचुनाव के लिए भाजपा ने रेखा शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। 9 दिसंबर को पानीपत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले भाजपा ने हरियाणा के अलावा, आंध्र प्रदेश और ओडिशा के उम्मीदवारों का ऐलान किया। पढ़ें पूरी खबर हरियाणा में 20 दिसंबर को होने वाले राज्यसभा उपचुनाव के लिए भाजपा ने राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व चेयरपर्सन रेखा शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। 10 दिसंबर यानी आज रेखा शर्मा अपना नामांकन दाखिल करेंगी। इस दौरान रेखा शर्मा के साथ मुख्यमंत्री नायब सैनी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली भी मौजूद रहेंगे। पार्टी के सभी विधायक और मंत्री भी चंडीगढ़ पहुंच गए हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक भाजपा के कई बड़े चेहरे रेखा शर्मा के नामांकन कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसराना से भाजपा विधायक और कैबिनेट मंत्री कृष्णलाल पंवार के इस्तीफे के बाद ये सीट खाली हुई थी। कयास लगाए जा रहे थे कि दलित कोटे से खाली हुई इस सीट के लिए भाजपा किसी दलित चेहरे को ही उम्मीदवार बनाएगी, लेकिन पार्टी ने ब्राह्मण चेहरे को उम्मीदवार बनाकर बड़ा दांव खेला। रेखा शर्मा हरियाणा के पंचकूला जिले की रहने वाली हैं। यहां उन्होंने सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय रूप से अपनी अलग पहचान बनाई। इसके बाद वह लोकल स्तर पर भी भाजपा में काफी सक्रिय रहीं, जिसके कारण उनकी पहुंच भाजपा के बड़े नेताओं तक है। हरियाणा के इन दिग्गज चेहरों को लगा झटका
इस राज्यसभा सीट के लिए पार्टी के दिग्गज नेता कुलदीप बिश्नोई, सुनीता दुग्गल, मोहनलाल बड़ौली, कैप्टन अभिमन्यु, रामबिलास शर्मा, ओपी धनखड़, डॉ. बनवारी लाल समेत एक दर्जन नेताओं का नाम सामने आ रहा था। हालांकि भाजपा ने राज्यसभा के लिए रेखा शर्मा का नाम फाइनल कर सभी को चौंका दिया। रेखा शर्मा का नाम इन 3 वजहों से फाइनल हुआ… 1. पीएम मोदी की करीबी होने का फायदा मिला
रेखा शर्मा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की काफी करीबी हैं। जब मोदी हरियाणा के संगठन मंत्री थे, तब रेखा पंचकूला में भाजपा ऑफिस संभालती थीं। इसके अलावा वह सामाजिक कार्यों में भी काफी एक्टिव रहीं। 2. दिल्ली में काम करने का अच्छा अनुभव
जितने भी नेता इस राज्यसभा सीट पर दावा ठोक रहे थे, उनमें दिल्ली का अनुभव रेखा के मुकाबले कम था। रेखा दिल्ली में 2015 से एक्टिव हैं। नरेंद्र मोदी जब प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने रेखा शर्मा को राष्ट्रीय महिला आयोग में बतौर सदस्य के रूप में जिम्मेदारी भी सौंपी थी। इसके बाद वह अध्यक्ष भी बनीं। उनका कार्यकाल लगभग 9 साल का रहा। 3. नया चेहरा होना भी उनके फेवर में रहा
तीसरा फैक्टर उनके फेवर में यह रहा कि वह हरियाणा की एक्टिव पॉलिटिक्स में नए चेहरे के रूप में उभरी हैं। हालांकि अभी तक वह दिल्ली में ही एक्टिव रहकर काम कर रही थीं, लेकिन अब हरियाणा में वह बड़ी पहचान लेकर राजनीति में सक्रिय रहेंगी। उनके नाम के ऐलान को लेकर हरियाणा की सियासत में काफी हलचल है, क्योंकि किसी को भी उनके राज्यसभा में जाने की उम्मीद नहीं थी। रेखा शर्मा का राजनीतिक करियर
साल 1964 में जन्मी रेखा शर्मा ने उत्तराखंड से पॉलिटिकल साइंस की डिग्री लेने के बाद मार्केटिंग और एडवरटाइजिंग में डिप्लोमा किया। हालांकि, इसके बाद उनका करियर सीधे राजनीति को ओर बढ़ निकला। हरियाणा में पंचकूला भाजपा की जिला सेक्रेटरी थीं। साथ ही साथ मीडिया विभाग भी संभाला करती थीं। इसमें उनकी एडवरटाइजिंग की पढ़ाई काफी काम आई। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद वर्ष 2015 में उन्हें राष्ट्रीय महिला आयोग का चेयरपर्सन लगाया गया था। जिसके बाद 2018 में उनका कार्यकाल दोबारा बढ़ा दिया गया था। रेखा शर्मा लगभग 9 वर्ष तक राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन रही हैं। इसलिए रेखा शर्मा का राज्यसभा जाना तय
हरियाणा में राज्यसभा के लिए एक सीट पर होने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत तय है। 90 विधायकों वाली हरियाणा विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या 48 है। वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस के पास 37 विधायक हैं। हालांकि, यह पहला मौका है जब इतनी बड़ी संख्या में विपक्ष के विधायक जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। लेकिन इसके बावजूद भी रेखा शर्मा को राज्यसभा भेजने में भारतीय जनता पार्टी को कोई दिक्कत नहीं आएगी। 48 विधायकों के बल पर भाजपा आसानी से अपने प्रत्याशी को वर्ष 2028 तक के लिए राज्यसभा भेज सकती है। इसके अलावा तीन निर्दलीय विधायक भी भाजपा के साथ हैं, जबकि दो इनेलो विधायकों ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। कांग्रेस नहीं उतारेगी उम्मीदवार
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा कह चुके हैं कि राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार खड़ा नहीं करेगी। कांग्रेस के पास नंबर नहीं हैं। ऐसे में अगर आज रेखा शर्मा के अलावा कोई अन्य नामांकन नहीं करता है तो 20 दिसंबर को वोटिंग नहीं होगी और रेखा को विजयी घोषित कर दिया जाएगा। ****************************** राज्यसभा उपचुनाव से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- BJP ने NCW की पूर्व चेयरपर्सन रेखा शर्मा को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया हरियाणा में 20 दिसंबर को होने वाले राज्यसभा उपचुनाव के लिए भाजपा ने रेखा शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। 9 दिसंबर को पानीपत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले भाजपा ने हरियाणा के अलावा, आंध्र प्रदेश और ओडिशा के उम्मीदवारों का ऐलान किया। पढ़ें पूरी खबर हरियाणा | दैनिक भास्कर