हरियाणा में BJP ने पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर के लिए सांसद संजय भाटिया की सियासी कुर्बानी ली थी। इसके बाद न उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया और न ही विधानसभा चुनाव में शामिल किया। हालांकि अब उनके लिए एक विधायक के सियासी कुर्बानी ली जा सकती है। करनाल के पूर्व सांसद संजय भाटिया को पानीपत शहरी सीट से चुनाव लड़ाया जा सकता है। इसके लिए यहां के मौजूदा विधायक प्रमोद विज की टिकट काटी जा सकती है। भाटिया हरियाणा में भाजपा के बड़े पंजाबी चेहरे हैं। जिससे उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। पार्टी ने पानीपत शहरी सीट के पैनल के 3 दावेदारों प्रमोद विज और पूर्व मेयर अवनीत कौर के साथ संजय भाटिया को शामिल किया है। चूंकि संजय भाटिया अब केंद्रीय मंत्री बन चुके मनोहर लाल के करीबी हैं। ऐसे में उनकी टिकट की दावेदारी दूसरे नेताओं से मजबूत मानी जा रही है। संजय भाटिया पानीपत के ही रहने वाले हैं। संजय भाटिया को पानीपत से चुनाव लड़ाने के 4 संकेत 1. मनोहर लाल ने विज से पूछा था- आप भी बलिदान देंगे
लोकसभा चुनावों में पानीपत में बीजेपी उम्मीदवार मनोहर लाल के लिए एक जनसभा का आयोजन किया गया था। इसमें उन्होंने बहुत ही चुनिंदा शब्दों में आने वाले विधानसभा चुनावों के बारे में एक टिप्पणी की थी। अपने संबोधन में मनोहर लाल ने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी बलिदानियों की पार्टी है। मैंने भी इस पार्टी के लिए बलिदान दिया (सीएम पद को छोड़ा)। ऐसे ही संजय भाटिया ने मेरे लिए बलिदान दिया (एमपी पद के लिए खुद की दावेदारी नहीं की)। इतना कहने के बाद उन्होंने मंच पर मौजूद विधायक प्रमोद विज की ओर इशारा करते हुए पूछा था कि, क्यों प्रमोद जी पार्टी के लिए बलिदान तो आप भी दे ही देंगे। इसके बाद वहां बैठे लोग हंसने लगे। तभी से चर्चाएं जोरों पर थी कि हरियाणा में पानीपत शहरी सीट से प्रमोद विज की जगह पर संजय भाटिया को मौका दिया जा सकता है। 2. न प्रदेश अध्यक्ष बनाया और न राज्यसभा भेजा
हरियाणा में नायब सैनी के सीएम बनने जाने के बाद नया प्रदेशाध्यक्ष चुने जाने के लिए पार्टी में आपसी विचार-विमर्श शुरू हुआ। इस दौरान संजय भाटिया का नाम उठाया गया। लेकिन बाद में मोहन लाल बड़ौली को अध्यक्ष बना दिया गया। वहीं, राज्यसभा सांसद के लिए भी संजय भाटिया के नाम ने खूब चर्चाएं पकड़ी। लेकिन, पार्टी ने ये चर्चाएं भी ठंडी कर कांग्रेस से बीजेपी में आई किरण चौधरी के नाम को आगे बढ़ा दिया। 3. तीन संभावित नामों में दूसरे नंबर पर संजय भाटिया
पार्टी के विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार करीब 20 दिन पहले हाईकमान ने पानीपत शहरी सीट पर तीन सबसे मजबूत नाम मांगे थे। इन नामों में पहले नंबर पर मौजूदा विधायक प्रमोद विज, दूसरे पर संजय भाटिया है। दरअसल, संजय भाटिया केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के करीबी और विश्वसनीय है। 4. भाजपा में पंजाबी चेहरे का संकट
प्रदेश में भाजपा के पास पंजाबी चेहरे के तौर पर 2 बड़े नाम हैं। इनमें एक मनोहर लाल खट्टर और दूसरे अनिल विज हैं। खट्टर अब केंद्र में जा चुके हैं। वहीं अनिल विज सीएम बदलने के बारे में न बताने से नाराज होकर घर बैठ चुके हैं। प्रदेश में 25 से 26 विधानसभा ऐसी हैं, जहां पंजाबी बिरादरी की पकड़ है। ऐसे में संजय भाटिया के जरिए खट्टर-विज की वजह से पैदा हुए खालीपन को भरा जा सकता है। कांग्रेस में भी सीट के 9 दावेदार
पानीपत शहरी सीट पर कांग्रेस की तरफ से भी 9 दावेदार हैं। इनमें सबसे बड़ा नाम रोहिता रेवड़ी का है। रोहिता ने 2014 में यहां से चुनाव जीता। हालांकि 2019 में उनकी टिकट काटकर प्रमोद विज को दे दी गई। विज जीत गए लेकिन रोहिता ने पार्टी से किनारा कर लिया। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले रोहिता कांग्रेस में शामिल हो गई थी। अब रोहिता रेवड़ी भी कांग्रेस पार्टी की टिकट से पानीपत शहरी विधानसभा के लिए दावेदारी कर रही है। रोहिता रेवड़ी के साथ-साथ 9 अन्य भी टिकट की दावेदारी दिखा रहे हैं। हरियाणा में BJP ने पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर के लिए सांसद संजय भाटिया की सियासी कुर्बानी ली थी। इसके बाद न उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया और न ही विधानसभा चुनाव में शामिल किया। हालांकि अब उनके लिए एक विधायक के सियासी कुर्बानी ली जा सकती है। करनाल के पूर्व सांसद संजय भाटिया को पानीपत शहरी सीट से चुनाव लड़ाया जा सकता है। इसके लिए यहां के मौजूदा विधायक प्रमोद विज की टिकट काटी जा सकती है। भाटिया हरियाणा में भाजपा के बड़े पंजाबी चेहरे हैं। जिससे उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। पार्टी ने पानीपत शहरी सीट के पैनल के 3 दावेदारों प्रमोद विज और पूर्व मेयर अवनीत कौर के साथ संजय भाटिया को शामिल किया है। चूंकि संजय भाटिया अब केंद्रीय मंत्री बन चुके मनोहर लाल के करीबी हैं। ऐसे में उनकी टिकट की दावेदारी दूसरे नेताओं से मजबूत मानी जा रही है। संजय भाटिया पानीपत के ही रहने वाले हैं। संजय भाटिया को पानीपत से चुनाव लड़ाने के 4 संकेत 1. मनोहर लाल ने विज से पूछा था- आप भी बलिदान देंगे
लोकसभा चुनावों में पानीपत में बीजेपी उम्मीदवार मनोहर लाल के लिए एक जनसभा का आयोजन किया गया था। इसमें उन्होंने बहुत ही चुनिंदा शब्दों में आने वाले विधानसभा चुनावों के बारे में एक टिप्पणी की थी। अपने संबोधन में मनोहर लाल ने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी बलिदानियों की पार्टी है। मैंने भी इस पार्टी के लिए बलिदान दिया (सीएम पद को छोड़ा)। ऐसे ही संजय भाटिया ने मेरे लिए बलिदान दिया (एमपी पद के लिए खुद की दावेदारी नहीं की)। इतना कहने के बाद उन्होंने मंच पर मौजूद विधायक प्रमोद विज की ओर इशारा करते हुए पूछा था कि, क्यों प्रमोद जी पार्टी के लिए बलिदान तो आप भी दे ही देंगे। इसके बाद वहां बैठे लोग हंसने लगे। तभी से चर्चाएं जोरों पर थी कि हरियाणा में पानीपत शहरी सीट से प्रमोद विज की जगह पर संजय भाटिया को मौका दिया जा सकता है। 2. न प्रदेश अध्यक्ष बनाया और न राज्यसभा भेजा
हरियाणा में नायब सैनी के सीएम बनने जाने के बाद नया प्रदेशाध्यक्ष चुने जाने के लिए पार्टी में आपसी विचार-विमर्श शुरू हुआ। इस दौरान संजय भाटिया का नाम उठाया गया। लेकिन बाद में मोहन लाल बड़ौली को अध्यक्ष बना दिया गया। वहीं, राज्यसभा सांसद के लिए भी संजय भाटिया के नाम ने खूब चर्चाएं पकड़ी। लेकिन, पार्टी ने ये चर्चाएं भी ठंडी कर कांग्रेस से बीजेपी में आई किरण चौधरी के नाम को आगे बढ़ा दिया। 3. तीन संभावित नामों में दूसरे नंबर पर संजय भाटिया
पार्टी के विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार करीब 20 दिन पहले हाईकमान ने पानीपत शहरी सीट पर तीन सबसे मजबूत नाम मांगे थे। इन नामों में पहले नंबर पर मौजूदा विधायक प्रमोद विज, दूसरे पर संजय भाटिया है। दरअसल, संजय भाटिया केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के करीबी और विश्वसनीय है। 4. भाजपा में पंजाबी चेहरे का संकट
प्रदेश में भाजपा के पास पंजाबी चेहरे के तौर पर 2 बड़े नाम हैं। इनमें एक मनोहर लाल खट्टर और दूसरे अनिल विज हैं। खट्टर अब केंद्र में जा चुके हैं। वहीं अनिल विज सीएम बदलने के बारे में न बताने से नाराज होकर घर बैठ चुके हैं। प्रदेश में 25 से 26 विधानसभा ऐसी हैं, जहां पंजाबी बिरादरी की पकड़ है। ऐसे में संजय भाटिया के जरिए खट्टर-विज की वजह से पैदा हुए खालीपन को भरा जा सकता है। कांग्रेस में भी सीट के 9 दावेदार
पानीपत शहरी सीट पर कांग्रेस की तरफ से भी 9 दावेदार हैं। इनमें सबसे बड़ा नाम रोहिता रेवड़ी का है। रोहिता ने 2014 में यहां से चुनाव जीता। हालांकि 2019 में उनकी टिकट काटकर प्रमोद विज को दे दी गई। विज जीत गए लेकिन रोहिता ने पार्टी से किनारा कर लिया। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले रोहिता कांग्रेस में शामिल हो गई थी। अब रोहिता रेवड़ी भी कांग्रेस पार्टी की टिकट से पानीपत शहरी विधानसभा के लिए दावेदारी कर रही है। रोहिता रेवड़ी के साथ-साथ 9 अन्य भी टिकट की दावेदारी दिखा रहे हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर