हरियाणा में अपराध पर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को सख्त निर्देश दिए हैं। गृह विभाग की समीक्षा बैठक में सीएम ने दो टूक कहा कि हरियाणा पुलिस के पास अपराध दर पर ब्रेक लगाने के लिए 7 दिन का समय है। इस दौरान वे गैंगस्टर नेटवर्क पर ब्रेक लगाएं। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह बाद वे स्वयं पुलिस विभाग की दूसरी बैठक कर अपराध दर की समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही सीएम ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को फील्ड में बेहतर निगरानी रखकर कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के निर्देश दिए। प्रदेश में गैंगस्टरों और शातिर अपराधियों के खिलाफ अभियान में कोई कसर नहीं छोड़ी जानी चाहिए। बैठक में फिरौती समेत अपराध की अन्य घटनाओं पर भी सीएम ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि फील्ड में पुलिस की मौजूदगी ऐसी होनी चाहिए कि इससे अपराधियों में डर पैदा हो और वे डर के कारण बाहर न निकलें। पुलिस को जन-हितैषी छवि बनाए रखनी चाहिए मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अपराध होने पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पीड़ितों से मिलें, ताकि पुलिस के प्रति जनता का विश्वास और बढ़े। साथ ही, आम जनता के बीच पुलिस की छवि को और बेहतर बनाने के लिए छोटी से छोटी सूचना को भी पूरी गंभीरता से लिया जाए और तुरंत कार्रवाई की जाए। नशा कारोबारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करने के निर्देश देते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में नशे के अवैध कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। नशा कारोबारियों की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। पुलिस महानिदेशक को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय न्याय संहिता के तहत लागू किए गए तीन नए कानूनों के बारे में आम नागरिकों सहित युवा पीढ़ी को जानकारी देने के लिए कॉलेजों सहित सिविल सोसायटी के लिए सेमिनार आयोजित किए जाएं। हरियाणा में अपराध पर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को सख्त निर्देश दिए हैं। गृह विभाग की समीक्षा बैठक में सीएम ने दो टूक कहा कि हरियाणा पुलिस के पास अपराध दर पर ब्रेक लगाने के लिए 7 दिन का समय है। इस दौरान वे गैंगस्टर नेटवर्क पर ब्रेक लगाएं। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह बाद वे स्वयं पुलिस विभाग की दूसरी बैठक कर अपराध दर की समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही सीएम ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को फील्ड में बेहतर निगरानी रखकर कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के निर्देश दिए। प्रदेश में गैंगस्टरों और शातिर अपराधियों के खिलाफ अभियान में कोई कसर नहीं छोड़ी जानी चाहिए। बैठक में फिरौती समेत अपराध की अन्य घटनाओं पर भी सीएम ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि फील्ड में पुलिस की मौजूदगी ऐसी होनी चाहिए कि इससे अपराधियों में डर पैदा हो और वे डर के कारण बाहर न निकलें। पुलिस को जन-हितैषी छवि बनाए रखनी चाहिए मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अपराध होने पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पीड़ितों से मिलें, ताकि पुलिस के प्रति जनता का विश्वास और बढ़े। साथ ही, आम जनता के बीच पुलिस की छवि को और बेहतर बनाने के लिए छोटी से छोटी सूचना को भी पूरी गंभीरता से लिया जाए और तुरंत कार्रवाई की जाए। नशा कारोबारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करने के निर्देश देते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में नशे के अवैध कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। नशा कारोबारियों की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। पुलिस महानिदेशक को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय न्याय संहिता के तहत लागू किए गए तीन नए कानूनों के बारे में आम नागरिकों सहित युवा पीढ़ी को जानकारी देने के लिए कॉलेजों सहित सिविल सोसायटी के लिए सेमिनार आयोजित किए जाएं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में रेप केस से बचने के लिए शादी की:बच्चे का पिता, खुद को कुंवारा बताया; पहली पत्नी ससुराल लौटी तो घर से निकाला
हरियाणा में रेप केस से बचने के लिए शादी की:बच्चे का पिता, खुद को कुंवारा बताया; पहली पत्नी ससुराल लौटी तो घर से निकाला हरियाणा के पानीपत शहर की एक महिला के साथ शादीशुदा युवक ने रेप केस से बचने के लिए खुद को कुंवारा बताकर दूसरी शादी कर ली। दूसरी शादी से उसे बच्चा भी हो गया। झगड़ा कर मायके गई पहली पत्नी को ये बात पता चल गई। इसके बाद वह अपने बच्चे के साथ ससुराल लौट आई। इस पर युवक ने मारपीट कर दूसरी पत्नी को घर से निकाल दिया। महिला ने इसकी शिकायत पुलिस को दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी पति समेत अन्य ससुराल वालों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। महिला की शिकायत की अहम बातें शादी में हुई मुलाकात
महिला ने तहसील कैंप थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह शहर की एक कॉलोनी में रहती है। नवंबर 2021 में वह एक शादी में गई हुई थी। यहां भगवान सिंह भी आया हुआ था। यहीं दोनों की मुलाकात हुई। इसके बाद उनके नंबर एक्सचेंज हो गए। नशीला पदार्थ सुंघाकर रेप किया
महिला ने पुलिस को बताया कि फरवरी 2022 में एक दिन वह घर पर अकेली थी। उसी दौरान भगवान सिंह घर पर आया। वहां उसने नशीला पदार्थ सुंघा कर उसके साथ रेप किया। जब वह होश में आई तो उसने विरोध किया और पुलिस में शिकायत देने की बात कही। भगवान सिंह ने उसे धमकी दी कि वह उसके भाई को जान से मार देगा। गर्भवती हुई तो शादी की
डर की वजह से वह चुप हो गई। कुछ समय बाद वह गर्भवती हो गई। उसने भगवान सिंह को इस बारे में बताया तो उसने कहा कि वह कुंवारा है, उससे शादी कर लेगा। दोनों परिवारों की सहमति से मई 2022 में एक मंदिर में उन्होंने शादी कर ली। शादी के बाद से ही भगवान सिंह के पिता, भाई, बहनें, जीजा ने उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। कहा कि दहेज के लिए ही उससे शादी की थी। सास ने सोने की चेन और बाइक की मांग की। मायके से पहली पत्नी लौटी
अक्टूबर 2022 में उसे बेटी पैदा हुई। इसके बाद ससुराल वालों के ताने और बढ़ गए। कुछ दिन पहले ही एक प्रिया नाम की महिला घर पर आई। जिसके बाद 5 साल का बेटा भी था। पूछने पर उसने बताया कि वह भगवान सिंह की पत्नी है और वह गाजियाबाद से है। उसका पति के साथ झगड़ा चल रहा था, जिसके चलते वह अपने मायका चली गई थी। लेकिन अब उसे पता लगा कि उसका पति किसी दूसरी महिला को रख रहा है, तो वह यहां आई है। जब महिला ने अपने पति और ससुराल वालों से इस बारे में पूछा, तो उन्होंने उसके साथ मारपीट की। जुलाई 2024 में उसे घर से निकाल दिया।
हरियाणा में प्रेमी जोड़े ने निगला जहर:पानीपत के मंदिर में की शादी, मांग में सिंदूर भरने के बाद खाया पॉइजन
हरियाणा में प्रेमी जोड़े ने निगला जहर:पानीपत के मंदिर में की शादी, मांग में सिंदूर भरने के बाद खाया पॉइजन हरियाणा के पानीपत में शुक्रवार को प्रेमी जोड़े ने जहरीला पदार्थ निगल लिया। दोनों को बेसुध हालत में देखकर मंदिर में आए श्रद्धालुओं ने डायल 112 पर सूचना दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को पानीपत के सिविल अस्पताल में लाया गया। जहां दोनों की उपचार के दौरान हालत स्थिर है। दोनों झज्जर जिले के अलग-अलग गांव के रहने वाले हैं। फिलहाल दोनों का अस्पताल में इलाज जारी है। 1 साल पहले दोनों में दोस्ती हुई
युवक विष्णु ने बताया कि वह झज्जर जिले के एक गांव का रहने वाला है और राजस्थान के RTO विभाग में DC रेट पर कंप्यूटर के पद कार्यरत है। वह पास के ही गांव की रहने वाली 11वीं कक्षा की छात्रा से लगभग 1 साल पहले मिला था। दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई। लड़की के घर वाले शादी के लिए नहीं माने
दोनों के परिजनों को प्रेम प्रसंग के बारे में पता लग गया था। उसके परिजन शादी के लिए राजी हो गए थे, लेकिन प्रियंका के घर वालों ने शादी के लिए मना कर दिया और उसका रिश्ता दूसरी जगह तय कर दिया। 10 जुलाई को घर से भागे
परिजनों की नाराजगी से दोनों ने 10 जुलाई को घर से भाग कर शादी करने की योजना बनाई। दोनों 10 जुलाई को घर से भाग कर सीधा राजस्थान के खाटू श्याम पहुंचे। वहां दो दिन रुकने के बाद सालासर धाम पर पहुंचे और फिर 2 दिन पहले पानीपत के गांव सिंक में पथरी माता मंदिर पहुंचे। यहां धर्मशाला में कमरा लेकर ठहरे हुए थे। शुक्रवार सुबह 7 बजे दोनों ने मंदिर में शादी की। यहां प्रियंका की मांग में सिंदूर भरा और दोनों ने साथ ही मरने की कसम खाई। इसके बाद मंदिर के प्रांगण में ही जहर निगल लिया।
हरियाणा में AAP की एंट्री से कांग्रेस चिंतित:इंडिया ब्लॉक से अलग होने के बाद खूब हुई रैलियां, वोटों का ध्रुवीकरण बिगाड़ सकता है खेल
हरियाणा में AAP की एंट्री से कांग्रेस चिंतित:इंडिया ब्लॉक से अलग होने के बाद खूब हुई रैलियां, वोटों का ध्रुवीकरण बिगाड़ सकता है खेल हरियाणा में आम आदमी पार्टी ने इंडिया ब्लॉक से खुद को अलग कर लिया है। कांग्रेस से नाता तोड़ने के बाद आप ने प्रदेश की सभी 90 सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। आप के सभी नेता पूरे प्रदेश में रैलियां कर रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल से लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री और सांसद संजय सिंह तक, सभी जनसभाएं कर केजरीवाल की गारंटियां गिना रहे हैं। ऐसे में आप के आने से किसे नुकसान होगा और किसे फायदा? यह सबसे बड़ा सवाल है। राजनेताओं की मानें तो भले ही कांग्रेस ने सभी 90 सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया हो, लेकिन आप के आने से कांग्रेस को नुकसान होने की संभावना ज्यादा है। अगर चुनाव के दौरान वोटों का ध्रुवीकरण हुआ तो खेल भी बिगड़ सकता है। क्योंकि आप ने प्रदेश के कई जिलों में अपनी पकड़ पहले ही बना ली है। इनमें पंजाब की सीमा से सटे जिलों अंबाला, कैथल, कुरुक्षेत्र, सिरसा और फतेहाबाद में आप ने अपना संगठन मजबूत करने की पूरी कोशिश की है। इसके अलावा शहरी क्षेत्र के कई अन्य इलाकों में भी आप का संगठन खड़ा हो चुका है। कांग्रेस के लिए चुनौती आप राजनीतिक जानकार बताते हैं कि आम आदमी पार्टी का हरियाणा में उभरना सीधे तौर पर कांग्रेस के वोट बैंक पर असर डालेगा। खासकर शहरी और युवा वोटर्स को आप अपनी तरफ आकर्षित कर सकती है। शहरी युवा भ्रष्टाचार और सुशासन के मुद्दे पर आप की नीतियों की तरफ आकर्षित हो सकते हैं। जिससे भाजपा को अप्रत्यक्ष रूप से लाभ मिल सकता है। क्योंकि विपक्ष के वोट का बिखराव भाजपा की जीत की संभावनाओं को बढ़ा सकता है। ये समीकरण दोनों पार्टियों के अलग राह चुनने के बाद बनते दिख रहे हैं। गठबंधन के बाद कांग्रेस का वोट शेयर बढ़ा इस बार लोकसभा चुनाव में जब कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने इंडिया ब्लॉक के तहत मिलकर चुनाव लड़ा तो आप को 1 सीट मिली जबकि कांग्रेस ने 9 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे। हालांकि आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कुरुक्षेत्र से चुनाव हार गए, लेकिन कांग्रेस पांच लोकसभा सीटें जीतने में कामयाब रही। 2019 में भाजपा का वोट शेयर 58.20% था। लोकसभा चुनाव के बाद अब यह घटकर 46.30% रह गया है। जबकि 2019 में कांग्रेस का वोट शेयर 28.50% था, जो अब बढ़कर 43.80% हो गया है। आप ने पिछले लोकसभा चुनाव में तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन इस बार उसने सिर्फ एक सीट पर उम्मीदवार उतारा। इसके बावजूद उसका वोट शेयर 0.36% से बढ़कर 3.94% हो गया। यानी गठबंधन में आप का वोट शेयर बढ़ा है। चुनाव में अभी 3 महीने से ज्यादा का समय बाकी है। ऐसे में आप की कोशिश वोट शेयर बढ़ाने के साथ-साथ कुछ सीटें जीतने की भी है। अगर विधानसभा चुनाव में आप का वोट शेयर बढ़ता है तो इसका सीधा असर कांग्रेस पर पड़ेगा। वोटों का ध्रुवीकरण कांग्रेस के लिए नुकसान, भाजपा को फायदे हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव के नतीजों पर नजर डालें तो हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 44 सीटों पर सबसे ज्यादा वोट हासिल किए हैं। इस लिहाज से कांग्रेस भाजपा के काफी करीब है। कांग्रेस ने 42 सीटों पर बढ़त भी बना ली है। जबकि आप 4 सीटों पर आगे है। इनेलो और जेजेपी किसी भी विधानसभा क्षेत्र में बढ़त नहीं बना पाई। राजनीति पर गहरी पकड़ रखने वालों का मानना है कि अगर आप और कांग्रेस लोकसभा चुनाव की तरह विधानसभा चुनाव भी साथ मिलकर लड़ते तो भाजपा को नुकसान होता। लेकिन अब दोनों ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। ऐसे में भाजपा को बड़े नुकसान से राहत मिल सकती है। चूंकि हरियाणा में भाजपा को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा के रणनीतिकारों को भी लगता है कि इस नुकसान की भरपाई विपक्षी दलों के बीच वोटों के बंटवारे से ही हो सकती है। क्योंकि हरियाणा की आबादी में सबसे अहम जाट और एससी वोटर पहले ही लोकसभा चुनाव में उनके लिए खतरे की घंटी बजा चुके हैं।