हरियाणा के हिसार जिले के हांसी शहर की रहने वाली एक 26 वर्षीय महिला ने अपने पति पर दहेज के लिए मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने, मारपीट कर घर से निकालने, अप्राकृतिक रूप से यौन शोषण करने और जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। महिला थाना पुलिस हांसी ने महिला की शिकायत पर पति के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जबरदस्ती बनाए अप्राकृतिक संबंध महिला थाना हांसी को दी शिकायत में महिला ने बताया कि वह हांसी क्षेत्र की रहने वाली है और घरेलू कार्य करती है। शादी के कुछ दिन बाद से ही उसका पति उसको कम दहेज लाने को लेकर तंग व परेशान करने लगा था और अक्सर उसे उसके पिता के पास से पैसे लाने के लिए कहता था और उसके मना करने पर उसके साथ मारपीट करता था। उसका पति अक्सर उसके साथ जबरदस्ती अप्राकृतिक संबंध बनाकर प्रताड़ित करता था और उसके साथ मारपीट करता था। पुलिस ने जांच की शुरू दहेज की मांग को लेकर उसको लगातार शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। फिर उसके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी देते हुए मुझे घर से निकाल दिया। उसके बाद से वह अपने पिता के घर रह रही है। महिला थाना पुलिस ने महिला की शिकायत पर पति के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा के हिसार जिले के हांसी शहर की रहने वाली एक 26 वर्षीय महिला ने अपने पति पर दहेज के लिए मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने, मारपीट कर घर से निकालने, अप्राकृतिक रूप से यौन शोषण करने और जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। महिला थाना पुलिस हांसी ने महिला की शिकायत पर पति के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जबरदस्ती बनाए अप्राकृतिक संबंध महिला थाना हांसी को दी शिकायत में महिला ने बताया कि वह हांसी क्षेत्र की रहने वाली है और घरेलू कार्य करती है। शादी के कुछ दिन बाद से ही उसका पति उसको कम दहेज लाने को लेकर तंग व परेशान करने लगा था और अक्सर उसे उसके पिता के पास से पैसे लाने के लिए कहता था और उसके मना करने पर उसके साथ मारपीट करता था। उसका पति अक्सर उसके साथ जबरदस्ती अप्राकृतिक संबंध बनाकर प्रताड़ित करता था और उसके साथ मारपीट करता था। पुलिस ने जांच की शुरू दहेज की मांग को लेकर उसको लगातार शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। फिर उसके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी देते हुए मुझे घर से निकाल दिया। उसके बाद से वह अपने पिता के घर रह रही है। महिला थाना पुलिस ने महिला की शिकायत पर पति के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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सरकारी स्कूल के मिड-डे मील में बड़ी लापरवाही:चार बच्चों की तबीयत बिगड़ी, चार दिन पहले ही शिक्षा मंत्री ने ली थी SMC की बैठक
सरकारी स्कूल के मिड-डे मील में बड़ी लापरवाही:चार बच्चों की तबीयत बिगड़ी, चार दिन पहले ही शिक्षा मंत्री ने ली थी SMC की बैठक हरियाणा में करनाल के पुंडरी गांव के सरकारी स्कूल में मिड-डे मील अंदर से अब सनसनीखेज तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें चावलों में सुरसरी चलती हुई नजर आ रही है। जिसके बाद राशन की गुणवत्ता और स्कूल प्रबंधन भी सवालों के घेरे में है। यह हाल तब है जब शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने चार दिन पहले SMC के साथ बैठक कर मिड्डे मिल को लेकर स्पष्ट निर्देश दिए थे, उसके बावजूद भी लापरवाही बरती गई। जब इस स्कूल का ऐसा हाल है, तो अन्य स्कूलों में बच्चों को किस तरह का खाना दिया जाता होगा, इस पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं। हालांकि सुरसरी मिलने के बाद खाद्य सामग्री के सैंपल लेकर लैब में जांच के लिए भेज दिया है। लैब रिपोर्ट में क्या कुछ सामने आता है वह भी देखने वाली बात है। कल खाने के बाद बिगड़ी तबीयत बतादें कि वीरवार को मिड मिल के खाने के बाद चार बच्चों की तबियत बिगड़ने की घटना ने शिक्षा महकमे में हड़कंप मचा दिया है। यह घटना शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा द्वारा चार दिन पहले ही मिड-डे मील की गुणवत्ता पर जोर देने और सख्त निर्देश जारी करने के बावजूद हुई है। मिड-डे मील की खिचड़ी खाने के बाद चार छात्रों को उल्टी, पेट दर्द और अन्य समस्याएं होने लगीं। आनन-फानन में सभी बच्चों को पानीपत के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इस मामले की जानकारी मिलते ही घरौंडा के खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) रविंद्र कुमार भी बच्चों की सेहत की जानकारी लेने के लिए अस्पताल पहुंचे। मिड-डे मील में बड़ी लापरवाही पुंडरी के सरकारी स्कूल में छठी कक्षा के छात्रों ने मिड-डे मील का खाना खाया और खाना खाने के कुछ समय बाद ही बच्चों को उल्टियां, पेट दर्द और चक्कर आने लगे। तुरंत ही बच्चों को स्थानीय मेडिकल स्टोर पर ले जाया गया, जहां उनकी प्रारंभिक चिकित्सा की गई। घटना के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। बच्चों को फूड पॉइजनिंग की आशंका है। बच्चों की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें पानीपत के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। हड़ताल के कारण देरी से पहुंचे डॉक्टर वीरवार को डॉक्टरों की हड़ताल के कारण एनएचएम के डॉक्टर आधे घंटे की देरी से पहुंचे। प्रारंभिक उपचार के बाद बच्चों को अस्पताल में भर्ती कर लिया गया। यहां पर चार बच्चे एडमिट हुए हैं, जिसमें भारती, कृष, धैर्य और नवीन शामिल हैं। वहीं परिजनों का दावा है कि 10 बच्चों की तबियत खराब हुई थी। स्थानीय निवासियों की चिंता पुंडरी गांव की निवासी देबो ने बताया कि उनकी पोती भारती (11) भी उन्हीं बच्चों में शामिल है जिनकी तबीयत बिगड़ी। भारती छठी कक्षा की छात्रा है और उसने भी मिड-डे मील खाया था। देबो ने बताया, “स्कूल से कुछ बच्चे घर आए और बताया कि खिचड़ी खाने से भारती समेत कई बच्चे बीमार हो गए हैं। जब हम मौके पर पहुंचे तो बच्चों को उल्टियां हो रही थीं, पेट दर्द और चक्कर आ रहे थे।” प्रिंसिपल का बचाव पुंडरी स्कूल के प्रिंसिपल रणबीर सिंह ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि मिड-डे मील से बच्चों की तबीयत बिगड़ने का कोई मामला नहीं है। उन्होंने कहा, “मिड-डे मील का खाना बच्चों ने भी खाया था और टीचर ने भी। दो बच्चों को जरूर उल्टियां हुईं, लेकिन वह पानी पीकर ठीक हो गए। कई बार बच्चे चिप्स और कुरकुरे भी खाकर आते हैं। बीईओ का आश्वासन खंड शिक्षा अधिकारी रविंद्र कुमार ने कहा कि पुंडरी गांव में बच्चों की तबीयत बिगड़ने का मामला सामने आया है और मैंने पानीपत अस्पताल में जाकर बच्चों की तबियत की जानकारी ली है। चार बच्चों की तबीयत खराब हुई थी। उन्होंने कहा, “किसी भी तरह की लापरवाही की जांच की जाएगी और तथ्य सामने आने पर उचित कार्रवाई की जाएगी। ”शिक्षा मंत्री के आदेशों की अनदेखी गौरतलब है कि शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने हाल ही में चार दिन पहले एसएमसी की बैठक में मिड-डे मील इंचार्जों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि मिड-डे मील का ध्यान रखें और किसी भी तरह की कोताही न बरती जाए। इसके बावजूद, चार दिन के भीतर ही एक बड़ी लापरवाही सरकारी स्कूल में सामने आई और इस लापरवाही का खामियाजा छोटे बच्चों को भुगतना पड़ा। मिड-डे मील की गुणवत्ता पर सवाल सरकारी स्कूल के मिड-डे मील के अंदर से अब सनसनीखेज तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें चावलों में सुरसरी चलती हुई नजर आ रही है। जब इस स्कूल का ऐसा हाल है, तो अन्य स्कूलों में बच्चों को किस तरह का खाना दिया जाता होगा, इस पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं। आगे की कार्रवाई इस घटना के बाद शिक्षा विभाग की साख पर सवाल उठे हैं। बीईओ रविंद्र कुमार ने पूरे मामले की जांच करने की बात कही है। अब देखने वाली बात यह है कि इस मामले को शिक्षा विभाग कितनी गंभीरता से लेता है और किसके खिलाफ क्या कार्रवाई होती है।इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि मिड-डे मील की गुणवत्ता और निगरानी में अब भी कई खामियां हैं। बच्चों की सुरक्षा और सेहत को प्राथमिकता देते हुए शिक्षा विभाग को इस मामले में सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
हरियाणा के हिंदू नेता से 5 करोड़ फिरौती मांगी:जान से मारने की धमकी भी दी, पंजाब पुलिस बोली- आरोपी पाकिस्तान से, सुरक्षा बढ़ाई
हरियाणा के हिंदू नेता से 5 करोड़ फिरौती मांगी:जान से मारने की धमकी भी दी, पंजाब पुलिस बोली- आरोपी पाकिस्तान से, सुरक्षा बढ़ाई हरियाणा के हिंदू नेता वीरेश शांडिल्य को जान से मारने की धमकी मिली हैं। यहीं नहीं उनसे 5 करोड़ की फिरौती भी मांगी गई है। ये धमकी उन्हें जसवीर चौधरी नाम के आतंकी ने दी। उसने सुरक्षा टाइट रखते हुए अंबाला से बाहर न निकलने की बात कही है। वीरेश शांडिल्य विश्व हिंदू तख्त के प्रमुख हैं। उन्होंने बताया कि 30 जनवरी को उन्हें धमकी मिली थी। उन्होंने उसी दिन पुलिस को शिकायत दी थी, लेकिन मामला दर्ज नहीं हुआ। फिर 23 अप्रैल को पंजाब पुलिस ने अंबाला पुलिस को पत्र भेज बताया कि जिस जसवीर चौधरी ने शांडिल्य को धमकी दी है, वह पाकिस्तान से संबंध रखता है और हथियारों का तस्कर है। तब बलदेव नगर थाना पुलिस ने 11 जून को मुकदमा दर्ज किया। घर के बाहर सुरक्षा बढ़ाई
अंबाला पुलिस ने शांडिल्य की सुरक्षा बढ़ा दी है। शांडिल्य ने कहा कि 13 अप्रैल को रोपड़ में भी हिंदू नेता की हत्या हो चुकी है। वह खालिस्तान, बब्बर खालसा के आतंकवादियों और जरनैल सिंह भिंडरावाला की मुहिम सहित पाकिस्तानी आतंकवाद के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ रहे हैं। एक साले पहले भी मिली थी धमकी
वीरेश शांडिल्य को करीब एख साल पहले भी जान से मारने की धमकी मिली थी। शांडिल्य ने तुरंत इसकी सूचना अंबाला के SP को दी थी। पुलिस ने धमकी देने वाले के खिलाफ अंबाला शहर पुलिस थाना में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। तब उन्होंने अमृतसर में अजनाला हिंसा को लेकर अमृतपाल सिंह को लेकर बयान दिया था। शांडिल्य ने था कि पंजाब में आग लगा रहे अमृतपाल का इलाज सिर्फ गोली है। उन्होंने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मांग की थी कि पंजाब को भारतीय सेना के हवाले किया जाए। शांडिल्य ने अमृतपाल पर आरोप लगाया था कि वह दो धर्मों के लोगों को आपस में लड़वाने की साजिश रच रहा है।
फतेहाबाद में युवक चलती बस के नीचे आया, मौत:बारिश के कारण स्कूटी फिसली; डॉक्टरों ने मृत घोषित किया
फतेहाबाद में युवक चलती बस के नीचे आया, मौत:बारिश के कारण स्कूटी फिसली; डॉक्टरों ने मृत घोषित किया फतेहाबाद के टोहाना में देर शाम निजी बस के नीचे आने से स्कूटी सवार युवक की मौत हो गई। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए टोहाना अस्पताल लाया गया है। ग्राम शकरपुर के ग्रामीणों ने बताया कि शाम को गांव में बरसात हो रही थी। इसी दौरान गांव का 16 साल का साहिल किसी परिचित को ढाणी में छोड़ने के लिए स्कूटी पर गया था और वापस गांव लौट रहा था। उन्होंने बताया कि गांव की तरफ आ रही निजी बस के सामने अचानक साहिल की स्कूटी बरसात के पानी के कारण फिसल गई और साहिल बस के नीचे आ गया। गांव का ही रहने वाला एक टैक्सी चालक मौके पर पीछे-पीछे चल रहा था, उसने तुरंत साहिल को उठाकर टोहाना अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।