<p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Pradesh Politics:</strong> हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस का संगठन पैरालाइज हो गया है. यह कोई और नहीं, बल्कि हिमाचल प्रदेश सरकार में कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार कह रहे हैं. चंद्र कुमार हिमाचल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुके हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उनकी पहचान प्रदेश भर में कांग्रेस के बड़े OBC नेता के तौर पर है. वह कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से सांसद भी रह चुके हैं. ऐसे में जब इतने वरिष्ठ नेता की ओर से अपने ही संगठन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए जाएं, तो चर्चा होना तो लाजमी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तीन महीने पहले भंग हुई थी कार्यकारिणी </strong><br />नवंबर, 2024 में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हिमाचल कांग्रेस की कार्यकारिणी को भंग कर दिया था. केवल हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह को ही पद पर रखा गया. हिमाचल कांग्रेस के नेताओं की ओर से आलाकमान को एक संयुक्त पत्र लिखकर कार्यकारिणी भंग करने की बात कही गई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने यह कहा था कि पार्टी को नई कार्यकारिणी की जरूरत है, जो आने वाले चुनाव की तैयारियों के लिए ग्राउंड पर जुट सकें. अब तीन महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है, लेकिन नई नियुक्तियों को लेकर कोई चर्चा नहीं है. मामला ठंडे बस्ते में चला गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कार्यकर्ता कर रहे नई कार्यकारिणी गठन का इंतज़ार!</strong><br />कांग्रेस के कार्यकर्ता भी पार्टी आलाकमान के इस ढुलमुल रवैये से परेशान नजर आ रहे हैं. चाय की दुकानों पर आलाकमान के विरोध में स्वर सुनाई सजा सकते हैं. मंगलवार को शिमला स्थित राज्य सचिवालय में मीडिया के साथ बातचीत के दौरान चौधरी चंद्र कुमार ने जो बात कही, वह कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ताओं के भी मन की बात है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं कि जल्द से जल्द नई कार्यकारिणी का गठन किया जाए. कार्यकारिणी को विस्तार देना बेहद ज़रूरी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को लगातार तीसरा बड़ा झटका</strong><br />साल 2022 में विधानसभा चुनाव और साल 2023 में नगर निगम शिमला का चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस को साल 2024 के लोकसभा चुनाव में करारा झटका लगा. लगातार तीसरी बार कांग्रेस सभी चारों सीटों पर चुनाव हार गई. जिस मंडी सीट से कांग्रेस को जीत की बड़ी उम्मीद थी, वह भी कांग्रेस के हाथ नहीं आई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>तब कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ग्राउंड पर जाकर पार्टी को मजबूती देने की बात कही थी, लेकिन यहां तो बात दोबारा ठंडे बस्ते में दफन हो चुकी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पदाधिकारी बनने के लिए पार्टी को वक्त देना जरूरी</strong><br />हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा था कि पार्टी में कई ऐसे नेता भी हैं, जिनके पास सरकार और संगठन दोनों जगह पर ही पद हैं. उन्होंने पहले भी ऐसे नेताओं से संगठन में अपना पद छोड़ने का आग्रह किया था. हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा था कि अब पार्टी में ऐसे सक्रिय कार्यकर्ताओं को पदाधिकारी बनाया जाएगा, जो पार्टी के लिए अपना वक्त दे सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>साल 2027 के चुनाव की तैयारियों की हुई थी बात </strong><br />प्रतिभा सिंह यह भी कह चुकी हैं कि नई कार्यकारिणी का गठन करने के लिए वरिष्ठ लोगों की राय ली जाएगी. पार्टी अभी से ही एकजुट होकर आगे बढ़े, इसके लिए हिमाचल कांग्रेस की ओर से कोशिश की जा रही है. सभी की सहमति के बाद ही सक्रिय कार्यकर्ताओं को पदाधिकारी बनाकर फील्ड में उतारा जाएगा, ताकि साल 2027 के विधानसभा चुनाव में जीत के लिए कांग्रेस मजबूती से फील्ड पर उतरे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”Himachal BJP Chief: कौन होगा हिमाचल BJP का नया अध्यक्ष? इन नेताओं के नाम की खूब हो रही है चर्चा” href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/himachal-bjp-chief-race-trilok-jamwal-rajeev-bindal-sikander-kumar-bikram-singh-thakur-rajiv-bhardwaj-ann-2882786″ target=”_self”>Himachal BJP Chief: कौन होगा हिमाचल BJP का नया अध्यक्ष? इन नेताओं के नाम की खूब हो रही है चर्चा</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Pradesh Politics:</strong> हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस का संगठन पैरालाइज हो गया है. यह कोई और नहीं, बल्कि हिमाचल प्रदेश सरकार में कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार कह रहे हैं. चंद्र कुमार हिमाचल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुके हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उनकी पहचान प्रदेश भर में कांग्रेस के बड़े OBC नेता के तौर पर है. वह कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से सांसद भी रह चुके हैं. ऐसे में जब इतने वरिष्ठ नेता की ओर से अपने ही संगठन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए जाएं, तो चर्चा होना तो लाजमी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तीन महीने पहले भंग हुई थी कार्यकारिणी </strong><br />नवंबर, 2024 में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हिमाचल कांग्रेस की कार्यकारिणी को भंग कर दिया था. केवल हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह को ही पद पर रखा गया. हिमाचल कांग्रेस के नेताओं की ओर से आलाकमान को एक संयुक्त पत्र लिखकर कार्यकारिणी भंग करने की बात कही गई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने यह कहा था कि पार्टी को नई कार्यकारिणी की जरूरत है, जो आने वाले चुनाव की तैयारियों के लिए ग्राउंड पर जुट सकें. अब तीन महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है, लेकिन नई नियुक्तियों को लेकर कोई चर्चा नहीं है. मामला ठंडे बस्ते में चला गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कार्यकर्ता कर रहे नई कार्यकारिणी गठन का इंतज़ार!</strong><br />कांग्रेस के कार्यकर्ता भी पार्टी आलाकमान के इस ढुलमुल रवैये से परेशान नजर आ रहे हैं. चाय की दुकानों पर आलाकमान के विरोध में स्वर सुनाई सजा सकते हैं. मंगलवार को शिमला स्थित राज्य सचिवालय में मीडिया के साथ बातचीत के दौरान चौधरी चंद्र कुमार ने जो बात कही, वह कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ताओं के भी मन की बात है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं कि जल्द से जल्द नई कार्यकारिणी का गठन किया जाए. कार्यकारिणी को विस्तार देना बेहद ज़रूरी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को लगातार तीसरा बड़ा झटका</strong><br />साल 2022 में विधानसभा चुनाव और साल 2023 में नगर निगम शिमला का चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस को साल 2024 के लोकसभा चुनाव में करारा झटका लगा. लगातार तीसरी बार कांग्रेस सभी चारों सीटों पर चुनाव हार गई. जिस मंडी सीट से कांग्रेस को जीत की बड़ी उम्मीद थी, वह भी कांग्रेस के हाथ नहीं आई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>तब कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ग्राउंड पर जाकर पार्टी को मजबूती देने की बात कही थी, लेकिन यहां तो बात दोबारा ठंडे बस्ते में दफन हो चुकी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पदाधिकारी बनने के लिए पार्टी को वक्त देना जरूरी</strong><br />हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा था कि पार्टी में कई ऐसे नेता भी हैं, जिनके पास सरकार और संगठन दोनों जगह पर ही पद हैं. उन्होंने पहले भी ऐसे नेताओं से संगठन में अपना पद छोड़ने का आग्रह किया था. हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा था कि अब पार्टी में ऐसे सक्रिय कार्यकर्ताओं को पदाधिकारी बनाया जाएगा, जो पार्टी के लिए अपना वक्त दे सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>साल 2027 के चुनाव की तैयारियों की हुई थी बात </strong><br />प्रतिभा सिंह यह भी कह चुकी हैं कि नई कार्यकारिणी का गठन करने के लिए वरिष्ठ लोगों की राय ली जाएगी. पार्टी अभी से ही एकजुट होकर आगे बढ़े, इसके लिए हिमाचल कांग्रेस की ओर से कोशिश की जा रही है. सभी की सहमति के बाद ही सक्रिय कार्यकर्ताओं को पदाधिकारी बनाकर फील्ड में उतारा जाएगा, ताकि साल 2027 के विधानसभा चुनाव में जीत के लिए कांग्रेस मजबूती से फील्ड पर उतरे.</p>
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हिमाचल कांग्रेस के सामने नया संकट! तीन महीने पहले भंग हुई थी कार्यकारिणी लेकिन…
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