हिमाचल कांग्रेस की सभी कार्यकारिणी भंग करने के बाद पदों के लिए लॉबिंग तेज हो गई है। अंदरखाते पदों की लालसा रखने वाले नेता, सीनियर लीडरों से तार भिड़ाने में लग गए हैं। महासचिव और कोषाध्यक्ष के लिए ज्यादा लॉबिंग हो रही है। बड़े नेताओं की नजरें महासचिव पद पर टिकी है। मगर सरकार में ताजपोशी पाने वाले कई दिग्गज नेता वन मैन, वन पोस्ट सिद्धांत के कारण दौड़ से बाहर माने जा रहे हैं, क्योंकि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह बार-बार कहती रही हैं कि एक व्यक्ति को एक ही पद दिया जाएगा। सरकार और संगठन में दोनों जगह पद नहीं दिए जाएंगे। संगठन में ताजपोशी के लिए आने वाले दिनों में होली लॉज और सुक्खू गुट के नेताओं में ज्यादा खींचतान देखने को मिलेगी। वन मैन, वन पोस्ट का सिद्धांत तोड़ेगा कई नेताओं के सपने वन मैन, वन पोस्ट का सिद्धांत लागू किया गया तो होली-लॉज गुट के यशवंत छाजटा, सुक्खू गुट के नरेश चौहान जैसे दिग्गज नेता संगठन में पद पाने से वंचित रह जाएंगे, जबकि इन दोनों नेताओं को महासचिव पद का सबसे सशक्त दावेदार माना जा रहा है। किमटा की दोबारा ताजपोशी की चर्चा सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस हाईकमान रजनीश किमटा को फिर से महासचिव बना सकती है और उन्हें संगठन महासचिव का जिम्मा दिया जा सकता है। किमटा प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला के भी करीबी हैं। इसलिए उन्हें दोबारा सशक्त दावेदार माना जा रहा है। उक्त नामों पर सहमति नहीं बनी तो सुक्खू गुट के प्रेम कौशल, होली लॉज गुट के अतुल वर्मा और हरि कृष्ण हिमराल को महासचिव पद का दावेदार माना जा रहा है। सुक्खू, प्रतिभा और अग्निहोत्री जल्द करेंगे मीटिंग सूत्रों की माने तो अगले पांच-छह दिन के भीतर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री नई कार्यकारिणी के गठन को लेकर आपस में मीटिंग कर सकते हैं। इसमें नई कार्यकारिणी के गठन को लेकर चर्चा की जाएगी। इसके बाद संभावित पदाधिकारियों की लिस्ट हाईकमान को मंजूरी के लिए भेजी जाएगी। वहीं प्रतिभा सिंह ने प्रदेश कांग्रेस के सीनियर नेताओं से वन टू वन बात शुरू कर दी है। प्रतिभा सिंह सीनियर नेताओं से नई कार्यकारिणी के लिए नेताओं के नाम सुझाने को लेकर बात कर रही हैं। मार्ग दर्शक मंडल बनाने की चर्चा सूत्र बताते हैं कि सीनियर नेताओं को राज्य कार्यकारिणी से बाहर रखकर मार्गदर्शक मंडल बनाया जाएगा। इसमें कौल सिंह ठाकुर, राम लाल ठाकुर, आशा कुमार, विप्लव ठाकुर, गंगू राम मुसाफिर, कुलदीप कुमार इत्यादि को शामिल किया जा सकता है। खड़गे ने भंग की राज्य, जिला व ब्लाक कार्यकारिणी बता दें कि बीते 2 नवंबर को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हिमाचल कांग्रेस की राज्य, जिला व ब्लाक कार्यकारिणी को भंग कर दिया है। प्रदेश में अब केवल प्रतिभा सिंह ही इकलौती पदाधिकारी बची हैं। लिहाज नई कार्यकारिणी के गठन की तैयारी शुरू हो गई है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश कार्यकारिणी का गठन सूत्र बताते हैं महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद नई कार्यकारिणी का गठन कर दिया जाएगा। प्रतिभा सिंह ने कहा कि संगठन में अच्छा काम करने वाले नेताओं को मौका दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि नया संगठन 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों के दृष्टिगत बनाया जाएगा। हिमाचल कांग्रेस की सभी कार्यकारिणी भंग करने के बाद पदों के लिए लॉबिंग तेज हो गई है। अंदरखाते पदों की लालसा रखने वाले नेता, सीनियर लीडरों से तार भिड़ाने में लग गए हैं। महासचिव और कोषाध्यक्ष के लिए ज्यादा लॉबिंग हो रही है। बड़े नेताओं की नजरें महासचिव पद पर टिकी है। मगर सरकार में ताजपोशी पाने वाले कई दिग्गज नेता वन मैन, वन पोस्ट सिद्धांत के कारण दौड़ से बाहर माने जा रहे हैं, क्योंकि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह बार-बार कहती रही हैं कि एक व्यक्ति को एक ही पद दिया जाएगा। सरकार और संगठन में दोनों जगह पद नहीं दिए जाएंगे। संगठन में ताजपोशी के लिए आने वाले दिनों में होली लॉज और सुक्खू गुट के नेताओं में ज्यादा खींचतान देखने को मिलेगी। वन मैन, वन पोस्ट का सिद्धांत तोड़ेगा कई नेताओं के सपने वन मैन, वन पोस्ट का सिद्धांत लागू किया गया तो होली-लॉज गुट के यशवंत छाजटा, सुक्खू गुट के नरेश चौहान जैसे दिग्गज नेता संगठन में पद पाने से वंचित रह जाएंगे, जबकि इन दोनों नेताओं को महासचिव पद का सबसे सशक्त दावेदार माना जा रहा है। किमटा की दोबारा ताजपोशी की चर्चा सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस हाईकमान रजनीश किमटा को फिर से महासचिव बना सकती है और उन्हें संगठन महासचिव का जिम्मा दिया जा सकता है। किमटा प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला के भी करीबी हैं। इसलिए उन्हें दोबारा सशक्त दावेदार माना जा रहा है। उक्त नामों पर सहमति नहीं बनी तो सुक्खू गुट के प्रेम कौशल, होली लॉज गुट के अतुल वर्मा और हरि कृष्ण हिमराल को महासचिव पद का दावेदार माना जा रहा है। सुक्खू, प्रतिभा और अग्निहोत्री जल्द करेंगे मीटिंग सूत्रों की माने तो अगले पांच-छह दिन के भीतर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री नई कार्यकारिणी के गठन को लेकर आपस में मीटिंग कर सकते हैं। इसमें नई कार्यकारिणी के गठन को लेकर चर्चा की जाएगी। इसके बाद संभावित पदाधिकारियों की लिस्ट हाईकमान को मंजूरी के लिए भेजी जाएगी। वहीं प्रतिभा सिंह ने प्रदेश कांग्रेस के सीनियर नेताओं से वन टू वन बात शुरू कर दी है। प्रतिभा सिंह सीनियर नेताओं से नई कार्यकारिणी के लिए नेताओं के नाम सुझाने को लेकर बात कर रही हैं। मार्ग दर्शक मंडल बनाने की चर्चा सूत्र बताते हैं कि सीनियर नेताओं को राज्य कार्यकारिणी से बाहर रखकर मार्गदर्शक मंडल बनाया जाएगा। इसमें कौल सिंह ठाकुर, राम लाल ठाकुर, आशा कुमार, विप्लव ठाकुर, गंगू राम मुसाफिर, कुलदीप कुमार इत्यादि को शामिल किया जा सकता है। खड़गे ने भंग की राज्य, जिला व ब्लाक कार्यकारिणी बता दें कि बीते 2 नवंबर को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हिमाचल कांग्रेस की राज्य, जिला व ब्लाक कार्यकारिणी को भंग कर दिया है। प्रदेश में अब केवल प्रतिभा सिंह ही इकलौती पदाधिकारी बची हैं। लिहाज नई कार्यकारिणी के गठन की तैयारी शुरू हो गई है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश कार्यकारिणी का गठन सूत्र बताते हैं महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद नई कार्यकारिणी का गठन कर दिया जाएगा। प्रतिभा सिंह ने कहा कि संगठन में अच्छा काम करने वाले नेताओं को मौका दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि नया संगठन 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों के दृष्टिगत बनाया जाएगा। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र:हंगामेदार रहने के आसार, सर्व दलीय मीटिंग का बायकॉट कर टकराव के संकेत दे चुका विपक्ष, सदन में गूजेंगे 936 सवाल हिमाचल विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है। 9 सितंबर तक चलने वाले इस सत्र में 10 सीटिंग रखी गई है। सत्र के हंगामेदार रहने के आसार है। विपक्ष इसके संकेत बीती शाम को शिमला में संपन्न विधायक दल मीटिंग में दे चुका है। बीते सोमवार को स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया द्वारा बुलाई सर्व दलीय मीटिंग का भी विपक्ष बहिष्कार कर चुका है। बीजेपी विधायक लोकसभा चुनाव के दौरान स्पीकर के बयान से नाराज है। इसी वजह से विपक्ष ने सर्व दलीय मीटिंग का बहिष्कार किया है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के अनुसार, स्पीकर ने चुनाव के दौरान कहा, 6 विधायकों के सिर कलम हो गए है। अब तीन के आरी के नीचे लगे हैं। इस पर विपक्ष नाराज है। उन्होंने कहा, मानसून सत्र में सत्तापक्ष को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। विभिन्न विभागों में हुए भ्रष्टाचार, स्कूलों बंद करने, आपदा, बिगड़ी कानून व्यवस्था जैसे मुद्दे सदन में उठाए जाएंगे। 3 विधायकों के शोकोद्गार से शुरू होगी सदन की कार्यवाही सदन की कार्यवाही की शुरुआत तीन दिवंगत विधायक टेक चंद, नारायण सिंह स्वामी और दौलत राम चौधरी के शोकोद्गार से शुरू होगी। इसके पश्चात प्रश्नकाल होगा। प्रश्नकाल के बाद राज्यपाल द्वारा मंजूर विधेयक सदन में प्रस्तुत किए जाएंगे। इसमे मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष समेत कई विधायक अपनी अपनी बात रखेंगे। विधानसभा में गूंजेंगे 936 सवाल मानसून सत्र में 936 सवाल गूंजेंगे। इनमें से 640 तारांकित प्रश्न है, जिनका सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और उनके मंत्री मौखिक जवाब देंगे। वहीं 296 अतारांकित प्रश्न है, इनका विधायकों को लिखित में जवाब दिया जाएगा। सभी प्रश्न संबंधित विभागों को जवाब के लिए भेज दिए गए है। 14वीं विधानसभा में बीजेपी पहली बार 28 विधायकों के साथ सदन में आएगी। प्रदेश में बीते दिनों 9 सीटों पर हुए उप चुनाव में 3 सीटों पर भाजपा को जीत मिली है। इससे भाजपा के विधायकों की संख्या 25 से बढ़कर 28 हुई है। वहीं कांग्रेस के पास पहले की तरह अभी भी 40 विधायक है। मुख्यमंत्री लेंगे कांग्रेस विधायक दल मीटिंग आज होने वाले विधानसभा सत्र से पहले मुख्यमंत्री सुक्खू कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग लेंगे। इसमें विपक्ष के हमलों का जवाब देने की रणनीति बनेगी।