हिमाचल प्रदेश की नेशनल वॉलीबॉल टीम (पुरुष वर्ग) के लिए ट्रायल कल इंदिरा गांधी खेल परिसर में होंगे। नई टीम का चयन वीडियो ग्राफी करके किया जाएगा। ट्रायल के लिए राज्य का खेल विभाग और नेशनल वॉलीबॉल एसोसिएशन द्वारा तैनात ऑब्जर्वर किए जा रहे है। इसके बाद हिमाचल की वॉलीबॉल टीम 7 जनवरी से जयपुर में हो रहे नेशनल के रवाना होगी। बता दें कि बीते 26 दिसंबर को भी नेशनल टीम के लिए ट्रायल लिए गए थे। इसमें खिलाड़ियों ने बड़े स्तर पर धांधली के आरोप लगाए थे। मीडिया में मामला आने के बाद बाद इन्हें रद्द किया गया। अब नए सीरे से टीम के चयन का फैसला लिया गया है। इसके लिए खिलाड़ियों को सुबह 8 बजे खेल परिसर पहुंचना होगा। 9 बजे से ट्रायल शुरू होंगे। हिमाचल के खेल विभाग के एडिशनल डायरेक्ट हितेश आजाद ने बताया ट्रायल पूरी पारदर्शिता के साथ करवाए जाएंगे। इसकी वीडियोग्राफी होगी। उन्होंने खिलाड़ियों से सुबह समय पर खेल परिसर पहुंचने की अपील की। इसलिए रद्द करने पड़े थे ट्रायल बता दें कि इंडिया टीम का हिस्सा रहे प्लेयर और दो से चार बार सीनियर नेशनल गेम खेल चुके खिलाड़ी भी टीम से बाहर किया गया था। युवा खिलाड़ी उदित ने इसका वीडियो बनाकर विरोध किया। इसके बाद 8 से 10 खिलाड़ी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के पास शिकायत लेकर पहुंचे। मीडिया में मामला आने के बाद खेल विभाग ने दोबारा ट्रायल कराने का फैसला लिया। वीडियो बनाकर खिलाड़ी ने लगाए थे गंभीर आरोप उदित नाम के युवा खिलाड़ी ने हिम्मत जुटाकर एक वीडियो बनाया और टीम के चयन में हुई धांधलियों का भंडाफोड़ किया था। उदित ने कहता है कि गरीब परिवार के बच्चों को कोई भी खेल नहीं खेलना चाहिए। खासकर वॉलीबॉल तो बिल्कुल भी नहीं। यहां टैलेंट के लिए जगह नहीं है। आखिर में उदित ने कहा, गरीबी हार गई और सिफारिश जीत गई है। चयनकर्ताओं ने टीम में सिर्फ अपने चहेतों को चुना है। इसके बाद 7-8 अन्य खिलाड़ी खुलकर तो सामने नहीं आए। मगर मुख्यमंत्री से दो बार मिल कर धांधली की शिकायत की। 7 जनवरी को जयपुर में होने वाली नेशनल गेम के लिए हिमाचल की महिला वर्ग की टीम आज राजस्थान रवाना हो चुकी है। पुरुष की टीम का आज चयन होगा। अगले कल इसे भी जयपुर रवाना किया जाएगा। हिमाचल प्रदेश की नेशनल वॉलीबॉल टीम (पुरुष वर्ग) के लिए ट्रायल कल इंदिरा गांधी खेल परिसर में होंगे। नई टीम का चयन वीडियो ग्राफी करके किया जाएगा। ट्रायल के लिए राज्य का खेल विभाग और नेशनल वॉलीबॉल एसोसिएशन द्वारा तैनात ऑब्जर्वर किए जा रहे है। इसके बाद हिमाचल की वॉलीबॉल टीम 7 जनवरी से जयपुर में हो रहे नेशनल के रवाना होगी। बता दें कि बीते 26 दिसंबर को भी नेशनल टीम के लिए ट्रायल लिए गए थे। इसमें खिलाड़ियों ने बड़े स्तर पर धांधली के आरोप लगाए थे। मीडिया में मामला आने के बाद बाद इन्हें रद्द किया गया। अब नए सीरे से टीम के चयन का फैसला लिया गया है। इसके लिए खिलाड़ियों को सुबह 8 बजे खेल परिसर पहुंचना होगा। 9 बजे से ट्रायल शुरू होंगे। हिमाचल के खेल विभाग के एडिशनल डायरेक्ट हितेश आजाद ने बताया ट्रायल पूरी पारदर्शिता के साथ करवाए जाएंगे। इसकी वीडियोग्राफी होगी। उन्होंने खिलाड़ियों से सुबह समय पर खेल परिसर पहुंचने की अपील की। इसलिए रद्द करने पड़े थे ट्रायल बता दें कि इंडिया टीम का हिस्सा रहे प्लेयर और दो से चार बार सीनियर नेशनल गेम खेल चुके खिलाड़ी भी टीम से बाहर किया गया था। युवा खिलाड़ी उदित ने इसका वीडियो बनाकर विरोध किया। इसके बाद 8 से 10 खिलाड़ी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के पास शिकायत लेकर पहुंचे। मीडिया में मामला आने के बाद खेल विभाग ने दोबारा ट्रायल कराने का फैसला लिया। वीडियो बनाकर खिलाड़ी ने लगाए थे गंभीर आरोप उदित नाम के युवा खिलाड़ी ने हिम्मत जुटाकर एक वीडियो बनाया और टीम के चयन में हुई धांधलियों का भंडाफोड़ किया था। उदित ने कहता है कि गरीब परिवार के बच्चों को कोई भी खेल नहीं खेलना चाहिए। खासकर वॉलीबॉल तो बिल्कुल भी नहीं। यहां टैलेंट के लिए जगह नहीं है। आखिर में उदित ने कहा, गरीबी हार गई और सिफारिश जीत गई है। चयनकर्ताओं ने टीम में सिर्फ अपने चहेतों को चुना है। इसके बाद 7-8 अन्य खिलाड़ी खुलकर तो सामने नहीं आए। मगर मुख्यमंत्री से दो बार मिल कर धांधली की शिकायत की। 7 जनवरी को जयपुर में होने वाली नेशनल गेम के लिए हिमाचल की महिला वर्ग की टीम आज राजस्थान रवाना हो चुकी है। पुरुष की टीम का आज चयन होगा। अगले कल इसे भी जयपुर रवाना किया जाएगा। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में भारी बारिश व फ्लैश-फ्लड का अलर्ट:लैंडस्लाइड से 81 सड़कें अवरुद्ध; मानसून की एंट्री के बाद मंडी में नॉर्मल से 135% ज्यादा बारिश
हिमाचल में भारी बारिश व फ्लैश-फ्लड का अलर्ट:लैंडस्लाइड से 81 सड़कें अवरुद्ध; मानसून की एंट्री के बाद मंडी में नॉर्मल से 135% ज्यादा बारिश हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में बीती रात से बारिश हो रही है। मौसम विभाग (IMD) ने आज के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी कर रखा है। IMD के अनुसार, अगले दो दिनों के दौरान पूरे प्रदेश में मानसून ज्यादा एक्टिव होगा। इससे ज्यादातर भागों में अच्छी बारिश के आसार है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल ने बताया कि ऊना, चंबा, मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, शिमला, सोलन और सिरमौर जिला में एक दो स्थानों पर भारी से भारी बारिश हो सकती है। 8 जुलाई के बाद अगले दो तीन दिन तक मानसून थोड़ा कमजोर पड़ेगा। 4 जिलों में फ्लैश फ्लड की चेतावनी मौसम विभाग ने शिमला, सिरमौर और मंडी जिले में आज फ्लैश फ्लड की भी चेतावनी जारी कर रखी है। इन जिलों में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात पैदा हो सकते है। इसे देखते हुए स्थानीय लोगों सहित पर्यटकों को सावधानी बरतने और नदी नालों के आसपास नहीं जाने की एडवाइजरी जारी की गई है। भारी बारिश के बाद 81 सड़कें बंद प्रदेश के कई इलाकों में बीती दो दिन से हो रही बारिश के कारण 81 सड़कें बंद पड़ी है। इनमें 59 सड़कें अकेले मंडी जिला और शिमला में 21 सड़कें वाहनों के लिए अवरुद्ध पड़ी है। लोक निर्माण महकमा इन सड़कों की बहाली में जुटा हुआ है। 10 जुलाई तक बारिश का पूर्वानुमान मौसम विभाग के अनुसार, 10 जुलाई तक लगातार बारिश होने की संभावना है। आज के लिए ऑरेंज अलर्ट दिया गया है, जबकि कल से 10 जुलाई तक येलो अलर्ट की चेतावनी दी गई है। मानसून की एंट्री के बाद मंडी में नॉर्मल से 135% ज्यादा बारिश प्रदेश के सात जिलों में मानसून ने 27 जून और अन्य पांच जिलों में 28 जून को दस्तक दी। मानसून की एंट्री के बाद से 4 जुलाई तक प्रदेश में नॉर्मल से 12 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो गई है। बिलासपुर जिला में नॉर्मल से 26 प्रतिशत ज्यादा, हमीरपुर में 37%, कांगड़ा में 11%, मंडी में 135% और शिमला जिला में नॉर्मल से 137% ज्यादा बादल बरसे हैं। इन जिलों में नॉर्मल से कम बारिश वहीं चंबा जिला में नॉर्मल से 10% कम, किन्नौर में 30%, कुल्लू में 24%, लाहौल स्पीति में 100%, सिरमौर में 52% और ऊना जिला में नॉर्मल से 58% कम बारिश हुई है।
हिमाचल प्रांत के प्रथम संघचालक जगन्नाथ शर्मा का निधन:AIIMS बिलासपुर में देह दान की; पूरा जीवन संघ कार्य को समर्पित
हिमाचल प्रांत के प्रथम संघचालक जगन्नाथ शर्मा का निधन:AIIMS बिलासपुर में देह दान की; पूरा जीवन संघ कार्य को समर्पित हिमाचल प्रांत के प्रथम संघचालक पंडित जगन्नाथ शर्मा का सोमवार को निधन हो गया। उन्होंने अपनी मृत्यु से पहले ही देहदान की इच्छा जाहिर की थी। इसके बाद जगन्नाथ शर्मा का परिवार उनकी देह लेकर एम्स अस्पताल बिलासपुर पहुंचा और यहां पर देह-दान किया। इससे पहले उनके परिजनों ने अंग दान से संबंधित औपचारिकताएं पूरी की। जगन्नाथ शर्मा ने अपनी पूरा जीवन संघ कार्य को समर्पित किया। पंडित जगन्नाथ शर्मा का जन्म 27 जून 1927 को बिलासपुर के अमरपुर गांव में हुआ था। प्रारंभिक शिक्षा शिमला के सर बटलर हाई स्कूल (वर्तमान में केंद्रीय विद्यालय) में की। उन्होंने 1944 में मैट्रिक की परीक्षा पास की और 1946 में डीएवी कॉलेज लाहौर से विज्ञान में शिक्षा प्राप्त की। 1941 में संघ से जुड़े पंडित शर्मा ने अपने जीवनकाल में विभिन्न दायित्वों का निर्वहन किया। 1958 में गुरदासपुर जिला के संघचालक और 1960 में अमृतसर विभाग के संघचालक बने। उनकी सेवाएं हिमगिरी प्रांत के संघचालक और 2000 में हिमाचल प्रांत के प्रथम संचालक बने। भारत विभाजन के दौरान लाहौर में कर रहे थे पढ़ाई भारत विभाजन के दौरान पंडित शर्मा लाहौर में अध्ययनरत थे। उन्होंने संघ की पंजाब रिलीफ कमेटी के माध्यम से विस्थापित हिंदुओं को सुरक्षित भारत लाने में अहम भूमिका निभाई। यह कमेटी संघ प्रचारक हुकूमत राय की देखरेख में कार्यरत थी। 10 जुलाई 2023 को देहदान का संकल्प लिया 10 जुलाई 2023 को उन्होंने एम्स जाकर देहदान का संकल्प लिया था। उनका यह कदम समाज के प्रति उनकी सेवा भावना को दर्शाता है। पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा पंडित जगन्नाथ शर्मा जैसे महान व्यक्तित्व कम ही मिलते हैं। उनका जीवन समाज और देश के लिए समर्पित रहा। उनके बेटे संदीप ने बताया पिताजी ने हमेशा समाज सेवा को प्राथमिकता दी। उनकी शिक्षाएं और आदर्श हमारे जीवन का मार्गदर्शन करेंगे। पंडित जगन्नाथ शर्मा का जीवन और योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।
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हमीरपुर में पेयजल किल्लत, ग्रामीणों ने हाईवे किया जाम:साइट इंजीनियर से हाथापाई, सड़क निर्माण कंपनी ने उखाड़े पाइप, ग्रामीण नाराज हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के दरकोटी (टौणी देवी) के ग्रामीणों ने सोमवार को अटारी-मनाली एनएच पर पानी के मटके लेकर प्रदर्शन किया। दो माह से पानी न मिलने से गुस्साए ग्रामीणों ने हाईवे पर वाहनों की आवाजाही रोककर अपना गुस्सा जाहिर किया। इस दौरान जल शक्ति विभाग और एनएच का निर्माण कर रही कंपनी के खिलाफ नारेबाजी की गई। बता दें कि हाईवे निर्माण के चलते पेयजल लाइन टूट गई है। इसके चलते दरकोटी के ग्रामीण दो माह से पेयजल के लिए तरस रहे हैं। जल शक्ति विभाग को कई बार अवगत कराने के बावजूद पानी की आपूर्ति बहाल नहीं की जा रही है। प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों की साइट इंजीनियर सुशील कुमार से नोकझोंक भी हुई। साइट इंजीनियर के साथ धक्का-मुक्की सुशील कुमार ने बताया कि वह ग्रामीणों की समस्या के समाधान को आए थे। मगर ग्रामीण उनसे उलझ गए। हाईवे पर ग्रामीणों के प्रदर्शन के बाद सड़क पर दोनों ओर वाहनों की लंबी लंबी कतारे लग गई। इससे गाड़ियों में भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। कंपनी पर पेयजल आपूर्ति बाधित करने का आरोप ग्रामीणों का आरोप है कि हाईवे बना रही कंपनी आए दिन पाइप लाइन तोड़ कर सप्लाई ठप्प कर देती है। इस वजह से दरकोटी गांव में पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही। इससे मजबूर होकर ग्रामीणों को हाईवे में आकर प्रदर्शन करना पड़ा। ग्रामीणों में जल शक्ति विभाग के प्रति रोष पनप रहा है।