हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति जिला के उदयपुर सब डिवीजन में बीती रात को तेज बारिश के बाद फ्लैश फ्लड आ गया। इससे उदयपुर-तांदी स्टेट हाइवे मधग्राम नाला के पास रात तीन बजे से ही बंद हो गया। इसके बंद होने के बाद बड़ी संख्या में वाहन सड़क के दोनों ओर फंसे रहे। सोमवार सुबह 11.30 तक हाइवे को सभी प्रकार के वाहनों के लिए खोल दिया गया है। स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट आथोरिटी (SDMA) के अनुसार, रविवार तीन बजे उदयपुर सब डिवीजन में तेज बारिश हुई। इससे मधग्राम नाले में तेज बाढ़ आई और उदयपुर को तांदी से जोड़ने वाली सड़क पर भारी मलबा आ गया। जिससे सड़क सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद हो गई। BRO की मशीनरी सड़क बहाल करने में जुटी इसके बाद बॉर्डर रोड आर्गेनाइजेशन (BRO) की मशीनरी मौके पर पहुंची और करीब आठ घंटे बाद सड़क को बहाल किया जा सका। स्टेट हाइवे पर फंसे हुए सभी वाहन अब निकाल दिए गए है। हिमाचल में प्री मानसून की शुरुआत हो गई है। 27 जून से मानसून भी दस्तक दे सकता है। प्री-मानसून की पहली बारिश में ही उदयपुर सब डिवीजन में मौसम ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति जिला के उदयपुर सब डिवीजन में बीती रात को तेज बारिश के बाद फ्लैश फ्लड आ गया। इससे उदयपुर-तांदी स्टेट हाइवे मधग्राम नाला के पास रात तीन बजे से ही बंद हो गया। इसके बंद होने के बाद बड़ी संख्या में वाहन सड़क के दोनों ओर फंसे रहे। सोमवार सुबह 11.30 तक हाइवे को सभी प्रकार के वाहनों के लिए खोल दिया गया है। स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट आथोरिटी (SDMA) के अनुसार, रविवार तीन बजे उदयपुर सब डिवीजन में तेज बारिश हुई। इससे मधग्राम नाले में तेज बाढ़ आई और उदयपुर को तांदी से जोड़ने वाली सड़क पर भारी मलबा आ गया। जिससे सड़क सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद हो गई। BRO की मशीनरी सड़क बहाल करने में जुटी इसके बाद बॉर्डर रोड आर्गेनाइजेशन (BRO) की मशीनरी मौके पर पहुंची और करीब आठ घंटे बाद सड़क को बहाल किया जा सका। स्टेट हाइवे पर फंसे हुए सभी वाहन अब निकाल दिए गए है। हिमाचल में प्री मानसून की शुरुआत हो गई है। 27 जून से मानसून भी दस्तक दे सकता है। प्री-मानसून की पहली बारिश में ही उदयपुर सब डिवीजन में मौसम ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल हाईकोर्ट के नए चीफ जस्टिस राजीव शकधर होंगे:सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने की सिफारिश; न्यायाधीश एमएस रामचंद्र राव झारखंड के मुख्य न्यायाधीश बने
हिमाचल हाईकोर्ट के नए चीफ जस्टिस राजीव शकधर होंगे:सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने की सिफारिश; न्यायाधीश एमएस रामचंद्र राव झारखंड के मुख्य न्यायाधीश बने दिल्ली हाईकोर्ट से वरिष्ठ जज जस्टिस राजीव शकधर हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस होंगे। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने राजीव शकधर को हिमाचल का मुख्य न्यायाधीश बनाने की सिफारिश की है। वह, न्यायाधीश एमएस रामचंद्र राव की जगह लेंगे। जस्टिस रामचंद्र राव को हिमाचल से झारखंड हाईकोर्ट ट्रांसफर किया गया है। मई 2023 में हिमाचल के चीफ जस्टिस बने एमएस रामचंद्र राव अब झारखंड हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश बनाए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने हिमाचल सहित 7 हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किए जाने की सिफारिश की है। 2008 में अतिरिक्त न्यायाधीश बने राजीव शकधर को 11 अप्रैल, 2008 को दिल्ली हाईकोर्ट के जज के रूप में नियुक्त किया गया था। 17 अक्टूबर, 2011 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में उनकी पुष्टि की गई। उन्हें 2016 में मद्रास हाईकोर्ट में ट्रांसफर किया गया, जहां उन्होंने 11 अप्रैल, 2016 से सेवा की, उसके बाद 15 जनवरी, 2018 को उन्हें वापस अपने दिल्ली हाईकोर्ट स्थानांतरित किया गया। अब जानते हैं कौन है जस्टिस शकधर… जस्टिस राजीव शकधर ने बीकॉम (ऑनर्स), सीए, एलएलबी की पढ़ाई कर रखी है। उन्होंने दिल्ली के सेंट कोलंबा स्कूल से शिक्षा पूरी की। 1984 में दिल्ली विश्वविद्यालय से बी-कॉम (ऑनर्स) में स्नातक किया। 1987 में दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि संकाय से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। 19 नवंबर, 1987 को वकील के रूप में नामित हुए। 1987 में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया से चार्टर्ड अकाउंटेंसी पूरी की। अप्रत्यक्ष करों के साथ-साथ विदेशी मुद्रा और सेवा कानून के विशेषज्ञ 29 जनवरी, 1988 को इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के एसोसिएट सदस्य के रूप में भर्ती हुए। 1994 में यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस लीगल स्टडीज से लॉ का एडवांस कोर्स किया। उन्होंने वकील के तौर पर सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली हाईकोर्ट और देश के अन्य हाईकोर्ट में प्रेक्टिस की। वह अप्रत्यक्ष करों के साथ-साथ विदेशी मुद्रा और सेवा कानून जैसे संबद्ध विषयों के विशेषज्ञ हैं। अब वह हिमाचल हाईकोर्ट में सेवाएं देंगे।
खट्टर ने ऊर्जा मंत्री का कार्यभार संभाला:कहा- विकसित भारत के लिए लगातार काम करेंगे, नड्डा, गुर्जर और बिट्टू भी मंत्रालय पहुंचे
खट्टर ने ऊर्जा मंत्री का कार्यभार संभाला:कहा- विकसित भारत के लिए लगातार काम करेंगे, नड्डा, गुर्जर और बिट्टू भी मंत्रालय पहुंचे मोदी कैबिनेट में विभागों के बंटवारे के बाद मंगलवार को मंत्रियों ने पदभार संभाला। हरियाणा के करनाल से सांसद व पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर ने ऊर्जा मंत्री के रूप में अपना कार्यभार संभाला। इस दौरान उन्होंने कुर्सी पर बैठकर कागज पर साइन भी किए। पदभार संभालने की वीडियो उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की। वीडियो शेयर करने के साथ उन्होंने लिखा कि आज केंद्रीय ऊर्जा मंत्री के रूप में अपना कार्यभार ग्रहण किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यशस्वी नेतृत्व में उर्जा मंत्रालय ‘विकसित भारत’ के लिए लगातार काम करेगा। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने स्वास्थ्य मंत्रालय में पदभार ग्रहण किया। इससे पहले वे पार्टी ऑफिस गए और नेताओं से मुलाकात की। नड्डा 2014 से 2019 तक मोदी के पहले मंत्रिमंडल में भी स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री थे। कृष्ण पाल गुर्जर ने भी सहकारिता मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। वह पहले भी मोदी सरकार के दोनों टर्म में राज्यमंत्री रह चुके हैं। वहीं पंजाब से पूर्व सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने भी दिल्ली में रेल राज्य मंत्री का पदभार संभाला। इस दौरान उनके साथ उनका परिवार भी मौजूद रहा। बिट्टू ने कहा कि रेल को आगे बढ़ाने के लिए वह हर संभव प्रयास करेंगे। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से कंधे के साथ कंधा मिलाकर रेल सेवाओं को बेहतर बनाने का काम किया जाएगा। खट्टर के बिजली मंत्री बनने से प्रोजेक्टों में आएगी तेजी
मनोहर लाल के बिजली मंत्री बनने से हरियाणा में धीमे चल रहे बिजली प्रोजेक्ट तेज गति से पूरे हो सकेंगे। हरियाणा, दिल्ली और हिमाचल के साथ लगता राज्य है। हरियाणा में बिजली को लेकर काफी संभावनाएं हैं। यमुनानगर में दीनबंधु छोटू राम थर्मल पावर प्लांट में अब 800 मेगावाट की एक ओर इकाई स्थापित की जा रही है। 300 मेगावाट की 2 इकाइयां पहले से स्थापित हैं। इसके अलावा 600 मेगावाट की 2 इकाइयां हिसार व 250 की 2 और 210 मेगावाट की एक इकाई पानीपत में है। वहीं फतेहाबाद के गोरखपुर में भी परमाणु संयंत्र स्थापित है। बिट्टू के मंत्री बनने से ये काम हो सकते हैं पूरे
बिट्टू के राज्यमंत्री बनने पर अमृतसर से दिल्ली के बीच हाई स्पीड रेल परियोजना मुकम्मल हो सकती है। यह ट्रैक करीब 465 किलोमीटर लंबा है। इसमें पंजाब ही नहीं बल्कि हरियाणा भी जुड़ेगा। अभी इस परियोजना की शुरुआत हुई है। इसके पूरे होने से अमृतसर से दिल्ली तक सफर करने में समय की बचत होगी। चंडीगढ़-राजपुरा रेलवे मार्ग पूरे होने की उम्मीद
इसके अलावा चंडीगढ़ राजपुरा रेलवे मार्ग है, जो कि 2016 में मंजूर हुआ था, लेकिन अभी तक पूरा नहीं हुआ है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसके अलावा पंजाब में रेलवे पर आधारित इंडस्ट्री काफी है। लुधियाना, मोहाली व जालंधर में रेल से जुड़े कई पुर्जे तैयार होते हैं। ये खबर भी पढ़ें… हरियाणा-पंजाब,हिमाचल के मंत्रियों के विभागों का एनालिसिस: खट्टर से शहरी वोट साधे, बिट्टू से 70% किसानों पर पकड़; नड्डा से BJP की गुटबाजी खत्म प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3.0 सरकार में मंत्रियों के विभागों का बंटवारा हो गया है। हरियाणा से 3 मंत्रियों मनोहर लाल खट्टर, राव इंद्रजीत सिंह और कृष्णपाल गुर्जर को कुल 6 विभाग मिले हैं। मनोहर लाल खट्टर हरियाणा में बड़ा गैर जाट चेहरा हैं। आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय के जरिए भाजपा ने जहां अपने कोर शहरी वोट बैंक को साधा है। वहीं हरियाणा में शहरी क्षेत्र की जीटी रोड बेल्ट को साधने की कोशिश की है। (पूरी खबर पढ़ें)
शिमला-कांगड़ा NH पर रात में फिर लैंडस्लाइड:वन-वे खोला गया; अल्टरनेटिव सड़कों से चल रहा ट्रैफिक, 30 घंटे बाद भी पूरी तरह बहाल नहीं
शिमला-कांगड़ा NH पर रात में फिर लैंडस्लाइड:वन-वे खोला गया; अल्टरनेटिव सड़कों से चल रहा ट्रैफिक, 30 घंटे बाद भी पूरी तरह बहाल नहीं शिमला-कांगड़ा नेशनल हाईवे 30 घंटे से ज्यादा समय बीतने के बाद भी पूरी तरह बहाल नहीं हो पाया है। सोलन जिले के कराड़ाघाट में बीती रात करीब 9 बजे दोबारा से सड़क पर पहाड़ गिर गया। इससे रातभर हाईवे दोबारा बंद हो गया था। आज सुबह हाईवे को वन-वे बहाल कर दिया गया है। मगर मौके पर अभी मलबा हटाने का काम जारी है। इससे बीच बीच में गाड़ियां अल्टरनेटिव सड़कों से भेजी जा रही है। शिमला-कांगड़ा एनएच 205 के पूरी तरह बहाल होने में शाम तक का वक्त लग सकता है। इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बीती रात में दोबारा हुआ लैंडस्लाइड बता दें कि बीते रविवार की रात 70 मीटर हाईवे पर पहाड़ आ गया था। इससे बीते कल 15 घंटे तक हाईवे पूरी तरह बंद रहा। बीते सोमवार शाम छह बजे हाईवे को वन वे बहाल किया जा सका। मगर 3 घंटे बाद रात करीब 9 बजे दोबारा लैंडस्लाइड से सड़क बंद हो गई। आज सुबह से एक तरफ से वाहनों की आवाजाही हो रही है। इससे मौके पर ट्रैफिक जाम लग रहा है। मौके पर पुलिस के जवान दोनों छोर पर यातायात को व्यवस्थित करने में लगे है। शाम तक सड़क को पूरी तरह बहाल किया जाएगा: NHAI नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के डिप्टी मैनेजर अमित प्रभात ने बताया कि कराडाघाट के समीप पहाड़ी का काफी बड़ा हिस्सा सड़क पर आ गया था, जिसे विभाग द्वारा हटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभी सड़क को वन वे किया गया है। आज शाम तक इसे पूरी तरह से गाड़ियों के लिए खोल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ समय के लिए गाड़ियों को वैकल्पिक मार्ग से भेज जाएगा ताकि सड़क से मिट्टी हटाने का कार्य जल्द से जल्द पूरा हो। इन वैकल्पिक सड़क से जा रही गाड़ियां शिमला से कांगड़ा और कांगड़ा से शिमला के लिए आने-जाने वाली बसों और छोटी गाड़ियों को शालाघाट-अर्की-धुंधन-भराड़ीघाट, पिपलुघाट-काकड़ा, अर्की-घनागुघाट-कराड़ागली व मांगू-सेर-गलोटिया सड़क मार्ग को वैकल्पिक सड़क मार्ग से भेजा जा रहा है। 9 जिलों का राजधानी से कटा संपर्क बता दें कि यह हाईवे लोअर हिमाचल को शिमला से जोड़ता है। इसी हाईवे से प्रदेश के 12 में से 9 जिलों की जनता शिमला पहुंचती है। इसके बंद पड़ने से आधे से ज्यादा हिमाचल का राजधानी से संपर्क खत्म हो गया था। अव वन-वे कर दिया गया है। कल सुबह तक हाईवे पूरी तरह खुलने की उम्मीद है।