हिमाचल सरकार ने दिवाली से पेंशनभोगियों और क्लास-4 श्रेणी कर्मचारियों को दिवाली का तोहफा दिया है। वित्त सचिव ने 75 साल से अधिक आयु के सभी पेंशनर के बकाया एरियर और चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को 20 प्रतिशत एरियर के भुगतान की अधिसूचना जारी कर दी है। इसके अनुसार, सभी पेंशन भोगियों को 28 अक्टूबर की सैलरी के साथ बकाया एरियर और DA मिल जाएगा। इसी तरह चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को भी 20 प्रतिशत एरियर का भुगतान अक्टूबर की सैलरी के साथ कर दिया जाएगा। राज्य सरकार के इस फैसले से लगभग 15 हजार पेंशनर और लगभग 60 हजार चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को फायदा मिलेगा। 28 अक्टूबर के बाद पेंशन धारकों का पे स्केल का एरियर जीरो हो जाएगा, जबकि महंगाई भत्ते का एरियर ड्यू रहेगा। 1 जनवरी 2016 से पेंडिंग है एरियर हिमाचल की पूर्व सरकार ने 2021-22 में अपने सभी कर्मचारियों व पेंशनर को 1 जनवरी 2016 से नए वेतनमान के लाभ दे दिए थे। मगर पूर्व की सरकार ने एरियर का भुगतान नहीं किया। इस वजह से कर्मचारी और पेंशन एक-जनवरी 2016 से ड्यू एरियर की मांग कर रहे हैं। सीएम ने 15 अगस्त को की थी घोषणा हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 15 अगस्त को 75 साल से अधिक आयु के सभी पेंशन धारकों के एरियर के भुगतान की घोषणा की थी। अब इस घोषणा को अमलीजामा पहना दिया गया है। DA की अधिसूचना भी जारी इसी तरह एक जनवरी 2023 से 1 अक्टूबर 2024 तक के DA के भुगतान की अधिसूचना जारी कर दी गई है। इन पेंशनधारकों को अक्टूबर महीने की सैलरी व एरियर के साथ DA की किश्त भी दे दी जाएगी। राज्य सरकार ने इनका DA मौजूदा दर 38% से बढ़ाकर 42% किया है। हिमाचल सरकार ने दिवाली से पेंशनभोगियों और क्लास-4 श्रेणी कर्मचारियों को दिवाली का तोहफा दिया है। वित्त सचिव ने 75 साल से अधिक आयु के सभी पेंशनर के बकाया एरियर और चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को 20 प्रतिशत एरियर के भुगतान की अधिसूचना जारी कर दी है। इसके अनुसार, सभी पेंशन भोगियों को 28 अक्टूबर की सैलरी के साथ बकाया एरियर और DA मिल जाएगा। इसी तरह चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को भी 20 प्रतिशत एरियर का भुगतान अक्टूबर की सैलरी के साथ कर दिया जाएगा। राज्य सरकार के इस फैसले से लगभग 15 हजार पेंशनर और लगभग 60 हजार चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को फायदा मिलेगा। 28 अक्टूबर के बाद पेंशन धारकों का पे स्केल का एरियर जीरो हो जाएगा, जबकि महंगाई भत्ते का एरियर ड्यू रहेगा। 1 जनवरी 2016 से पेंडिंग है एरियर हिमाचल की पूर्व सरकार ने 2021-22 में अपने सभी कर्मचारियों व पेंशनर को 1 जनवरी 2016 से नए वेतनमान के लाभ दे दिए थे। मगर पूर्व की सरकार ने एरियर का भुगतान नहीं किया। इस वजह से कर्मचारी और पेंशन एक-जनवरी 2016 से ड्यू एरियर की मांग कर रहे हैं। सीएम ने 15 अगस्त को की थी घोषणा हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 15 अगस्त को 75 साल से अधिक आयु के सभी पेंशन धारकों के एरियर के भुगतान की घोषणा की थी। अब इस घोषणा को अमलीजामा पहना दिया गया है। DA की अधिसूचना भी जारी इसी तरह एक जनवरी 2023 से 1 अक्टूबर 2024 तक के DA के भुगतान की अधिसूचना जारी कर दी गई है। इन पेंशनधारकों को अक्टूबर महीने की सैलरी व एरियर के साथ DA की किश्त भी दे दी जाएगी। राज्य सरकार ने इनका DA मौजूदा दर 38% से बढ़ाकर 42% किया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में प्रतिभा ने कार्यकारिणी भंग करने की गिनाई वजह:बोली-2027 के चुनाव को संगठन की मजबूती जरूरी; वन-मैन-वन पोस्ट का रखेंगे ध्यान
हिमाचल में प्रतिभा ने कार्यकारिणी भंग करने की गिनाई वजह:बोली-2027 के चुनाव को संगठन की मजबूती जरूरी; वन-मैन-वन पोस्ट का रखेंगे ध्यान हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सभी कार्यकारिणी भंग होने के बाद सियासी हलचल बढ़ गई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह को छोड़कर पूरी प्रदेश कार्यकारिणी, जिला व ब्लाक कार्यकारिणी के पदाधिकारी हटा दिए गए हैं। अब 2027 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए नई कार्यकारिणी का गठन होना है। प्रतिभा सिंह ने कहा कि कई पदाधिकारी निष्क्रिय थे। इसलिए संगठन की मजबूती के लिए कार्यकारिणी को भंग करना जरूरी हो गया था। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी की बात को दरकिनार करते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए संगठन को मजबूत करना है। इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री से चर्चा के बाद निष्क्रिय नेताओं को हटाने की मांग की थी। इसे लेकर उन्होंने जॉइंट लेटर भी हाईकमान को सौंप रखा। उन्होंने कहा कि संगठन में अब काम करने वाले सक्रिय नेता शामिल किए जाएंगे। इसे लेकर वह पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगी और हाईकमान को नाम सुझाए जाएंगे। प्रतिभा बोली- वन मैन- वन पोस्ट का ध्यान रखा जाएगा प्रतिभा सिंह ने कहा कि पार्टी और संगठन में दोनों जगह नेताओं को तैनाती नहीं दी जानी चाहिए। इसे लेकर वह पहले भी कई बार बात कर चुकी हैं। उन्होंने कहा कि वह खुद वन मैन- वन पोस्ट की हिमायती है। लिहाजा नई कार्यकारिणी के गठन के वक्त इसका ध्यान रखा जाएगा। होलीलॉजी या सुक्खू कैंप, कौन किस पर रहेगा भारी अब देखना दिलचस्प रहेगा कि नई कार्यकारिणी में सीएम सुखविंदर सुक्खू गुट या फिर होलीलॉज गुट भारी पड़ता है। मुख्यमंत्री सुक्खू अपने गुट के नेताओं को पार्टी में डालने का प्रयास करेंगे, जबकि सरकार में की जा रही तैनाती को लेकर होलीलॉज गुट की अनदेखी के आरोप लगाने वाली प्रतिभा सिंह अपने समर्थकों को पार्टी में शामिल करने का प्रयास करेगी। राजीव शुक्ला भी सीनियर लीडर से करेंगे बात सूत्र बताते हैं कि, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला नई कार्यकारिणी बनाने से पहले सुखविंदर सुक्खू, प्रतिभा सिंह समेत कौल सिंह ठाकुर, रामलाल ठाकुर, आशा कुमारी, कुलदीप राठौर इत्यादि सीनियर लीडर से चर्चा करेंगे। खड़गे ने भंग की सभी कार्यकारिणी बता दें कि, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हिमाचल की राज्य, जिला व ब्लाक कार्यकारिणी को भंग किया है। कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कई बार हाईकमान से निष्क्रिय पदाधिकारियों को बाहर करने का आग्रह किया था। बीते माह सीएम सुखविंदर सुक्खू ने भी केरल से लौटने के बाद इसे लेकर हाईकमान से चर्चा की थी। लोकसभा चुनाव में चार-जीरो से करारी हार के बाद पीएल पुनिया और रजनी पाटिल की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी को बदलने की सिफारिश की थी, क्योंकि हिमाचल में प्रदेश कांग्रेस कमेटी में 250 से ज्यादा पदाधिकारी हो गए थे। मगर जब पार्टी की मीटिंग होती थी तो ज्यादातर नेता मीटिंग में नहीं पहुंचते थे और लोकसभा चुनाव में भी फील्ड में नहीं उतरे। इस वजह से हाईकमान ने कांग्रेस की सभी कार्यकारिणी को भंग किया है। अब नए सिरे से पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी जाएगी।
अंब पहुंचे सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश सूर्यकांत:न्यायिक परिसर का किया उद्घाटन, कार्यप्रणाली में डिजिटल तकनीक पर दिया जोर
अंब पहुंचे सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश सूर्यकांत:न्यायिक परिसर का किया उद्घाटन, कार्यप्रणाली में डिजिटल तकनीक पर दिया जोर ऊना जिले के अंब में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने रविवार को 17.16 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित बहुमंजिला न्यायिक परिसर का लोकार्पण किया। इस अत्याधुनिक परिसर में 6 कोर्ट रूम, 2 बार रूम, पुस्तकालय और महिलाओं व पुरुषों के लिए प्रसाधन सुविधाएं उपलब्ध हैं। परिसर में आने वाले नागरिकों की सुविधा के लिए भी विशेष प्रबंध हैं। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान, ऊना मंडल की प्रशासनिक न्यायाधीश न्यायमूर्ति ज्योत्सना रिवाल दुआ और अन्य न्यायाधीश भी उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने साल 2019 में हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रहते हुए इस न्यायिक परिसर की आधारशिला रखी थी। अपने संबोधन में न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने न्यायिक परिसर अंब के उद्घाटन पर प्रसन्नता व्यक्त की, और इसे हिमाचल प्रदेश में न्यायिक प्रणाली के विकास की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम बताया। उन्होंने अधिक से अधिक न्यायिक परिसरों के निर्माण पर बल देते हुए कोर्ट में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति के प्रति मानवीय दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। डिजिटल तकनीक पर दिया जा रहा जोर न्यायमूर्ति ने सभी कोर्ट की कार्यप्रणाली में डिजिटल तकनीक के अधिकतम उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत के सर्वोच्च न्यायालय में ई-तकनीक के उपयोग से ऑनलाइन सुनवाई की सुविधा के माध्यम से भौगोलिक सीमाओं में अब कोई बाधा नहीं रही हैं। जिससे न्याय की पहुंच सभी के लिए सुगम हो गई है। इसके साथ ही, देश के विभिन्न जिला और उप मंडल बार के वकीलों को भी सुप्रीम कोर्ट के कार्यों का अनुभव प्राप्त हो रहा है। न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने अंब बार एसोसिएशन को भी ई-तकनीक का अधिक से अधिक सदुपयोग करने और एक ई-लाइब्रेरी विकसित करने की सलाह दी। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के न्यायिक समुदाय की कार्य संस्कृति की सराहना करते हुए इसे देश के सबसे समर्पित समुदायों में से एक बताया। इस दौरान अपने संबोधन में न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान ने न्यायिक परिसर अंब के निर्माण में समय-समय पर मिले सभी के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि न्यायिक परिसरों की महत्वपूर्ण भूमिका प्रशासनिक दक्षता को बेहतर बनाने और सभी लोगों तक न्याय की आसान पहुँच सुनिश्चित करने में होती है, जिससे न्याय प्रणाली को सुदृढ़ बनाया जा सकता है। ऊना जिले की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की दी जानकारी हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय की न्यायाधीश एवं ऊना मंडल की प्रशासनिक न्यायाधीश, न्यायमूर्ति ज्योत्सना रिवाल दुआ ने मुख्य अतिथि सहित सभी मेहमानों का स्वागत करते हुए ऊना जिले की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। उन्होंने न्यायिक परिसर अंब के निर्माण से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा करते हुए इसे न्याय प्रणाली के विस्तार और प्रशासनिक सुधार की दिशा में एक अहम कदम बताया। उन्होंने मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान को सम्मानित किया। न्यायाधीशों सम्मानित को किया सम्मानित वहीं, जिला एवं सत्र न्यायाधीश नरेश कुमार ठाकुर ने सभी मेहमानों का स्वागत करते हुए ऊना मंडल की प्रशासनिक न्यायाधीश न्यायमूर्ति ज्योत्सना रिवाल दुआ और कार्यक्रम में उपस्थित हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के सभी न्यायाधीशों को सम्मानित किया। इस मौके पर प्रदेश सरकार की ओर से एडवोकेट जनरल अनूप रतन तथा जिला प्रशासन की ओर से उपायुक्त जतिन लाल ने मुख्य अतिथि और सभी मेहमानों को माता श्री चिन्तपूर्णी जी के मंदिर की प्रतिकृति और माता की चुनरी भेंट कर सम्मानित किया।
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चंबा के युवक ने चंडीगढ़ में लगाई फांसी:कुछ दिन पहले हुई थी गर्ल फ्रेंड से कहासुनी, ट्रेनिंग के लिए आया था मृतक चंडीगढ़ में इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 स्थित एक होटल में ट्रेनिंग के लिए आए युवक ने कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के 23 वर्षीय रोहन के रूप में हुई है, जो सेक्टर-29 के एक मकान में किराये पर रह रहा था। घटना शुक्रवार देर शाम की है। जैसे ही घटना की जानकारी मिली तो पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को फंदे से नीचे उतारकर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया है और उसके परिवार को इस दुखद घटना की सूचना दे दी गई है। पुलिस को घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे आत्महत्या के पीछे की वजहों का पता चल सके। हालांकि, मृतक के दोस्तों से पूछताछ करने पर यह खुलासा हुआ कि रोहन की एक करीबी गर्ल फ्रेंड से कुछ दिनों पहले कहासुनी हुई थी। इस घटना के बाद से ही वह मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। दोस्तों ने बताया कि गर्ल फ्रेंड ने उसका फोन नंबर भी ब्लॉक कर दिया था, जिससे वह और अधिक अवसाद में चला गया था। गर्ल फ्रेंड से बात न होने से उदास मृतक के दोस्तों ने यह भी बताया कि बीते दो-तीन दिनों से रोहन की अपने गर्ल फ्रेंड से कोई बातचीत नहीं हो पाई थी, जिसके कारण वह अत्यधिक उदास रहने लगा था। हालांकि, पुलिस ने इस मामले की जांच कई एंगल से शुरू कर दी है और हर पहलू पर ध्यान दिया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि आत्महत्या के असली कारणों का पता जांच पूरी होने के बाद ही चल सकेगा। फिलहाल, पुलिस इस दुखद घटना की गहन जांच कर रही है और यह सुनिश्चित कर रही है कि कहीं आत्महत्या के पीछे कोई अन्य कारण तो नहीं है। पुलिस मृतक के दोस्तों, परिवार और अन्य परिचितों से भी पूछताछ कर रही है ताकि इस मामले के सभी पहलुओं को समझा जा सके और किसी भी तरह की अनदेखी न हो।