हिमाचल प्रदेश में दिन में गर्मी और रात में ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। पिछले एक सप्ताह में हिमाचल प्रदेश में सामान्य से 91 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। प्रदेश के 7 जिलों में बारिश लगभग शून्य रही है। जिसके चलते प्रदेश के मैदानी इलाकों में ठंड और कोहरा लगातार बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान में सामान्य से -1.1 डिग्री से ज्यादा की गिरावट आई है। प्रदेश का औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से -1.2 डिग्री नीचे चला गया है। 24 घंटों में पांवटा साहिब और जुब्बड़हट्टी के तापमान में सबसे ज्यादा 3 डिग्री की गिरावट आई है। मनाली का न्यूनतम पारा भी 8.4 डिग्री प्रदेश के 5 शहरों का न्यूनतम पारा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे गिर गया है। केलांग का तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया है। कल्पा का पारा भी 4.5 डिग्री, केलांग 2.7 , कुकुमसैरी 2.1 डिग्री, समदो 5.6 डिग्री , सराहन में 9 डिग्री और दुनियाभर में मशहूर पर्यटन स्थल मनाली का न्यूनतम पारा भी 8.4 डिग्री रह गया है। इससे इन शहरों में सुबह शाम को ठंड का एहसास होने लगा है। वहीं दिन के समय मे मैदानी क्षेत्रों में गर्मी सर्दियों में भी पसीने छुड़ा रही है। प्रदेश के 9 शहरों का अधिकतम पारा अभी भी 30 डिग्री से ज्यादा चल रहा है। ऊना का तापमान सबसे ज्यादा 34.4 डिग्री सेल्सियस चल रहा है। मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में अगले 5,6 दिन मौसम साफ रहेगा। इससे दिन का तापमान अभी सामान्य से ज्यादा बना रहेगा, लेकिन सुबह शाम के तापमान में गिरावट आएगी। हिमाचल प्रदेश में बीते 24 घण्टो में 0.2% बारिश दर्ज की गई है। हिमाचल प्रदेश में दिन में गर्मी और रात में ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। पिछले एक सप्ताह में हिमाचल प्रदेश में सामान्य से 91 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। प्रदेश के 7 जिलों में बारिश लगभग शून्य रही है। जिसके चलते प्रदेश के मैदानी इलाकों में ठंड और कोहरा लगातार बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान में सामान्य से -1.1 डिग्री से ज्यादा की गिरावट आई है। प्रदेश का औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से -1.2 डिग्री नीचे चला गया है। 24 घंटों में पांवटा साहिब और जुब्बड़हट्टी के तापमान में सबसे ज्यादा 3 डिग्री की गिरावट आई है। मनाली का न्यूनतम पारा भी 8.4 डिग्री प्रदेश के 5 शहरों का न्यूनतम पारा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे गिर गया है। केलांग का तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया है। कल्पा का पारा भी 4.5 डिग्री, केलांग 2.7 , कुकुमसैरी 2.1 डिग्री, समदो 5.6 डिग्री , सराहन में 9 डिग्री और दुनियाभर में मशहूर पर्यटन स्थल मनाली का न्यूनतम पारा भी 8.4 डिग्री रह गया है। इससे इन शहरों में सुबह शाम को ठंड का एहसास होने लगा है। वहीं दिन के समय मे मैदानी क्षेत्रों में गर्मी सर्दियों में भी पसीने छुड़ा रही है। प्रदेश के 9 शहरों का अधिकतम पारा अभी भी 30 डिग्री से ज्यादा चल रहा है। ऊना का तापमान सबसे ज्यादा 34.4 डिग्री सेल्सियस चल रहा है। मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में अगले 5,6 दिन मौसम साफ रहेगा। इससे दिन का तापमान अभी सामान्य से ज्यादा बना रहेगा, लेकिन सुबह शाम के तापमान में गिरावट आएगी। हिमाचल प्रदेश में बीते 24 घण्टो में 0.2% बारिश दर्ज की गई है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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मंडी सांसद कंगना को BJP हाईकमान की फटकार:अपने बयान पर खेद व्यक्त किया; वापस लिए शब्द, कृषि कानून पर दिया था बयान हिमाचल की मंडी सीट से सांसद एवं अभिनेत्री कंगना रनोट ने कृषि कानून पर दिए बयान पर किसानों से खेद व्यक्त किया हैं। कंगना ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करके कहा कि यदि उनके शब्दों से किसी को भी ठेस पहुंची हैं, तो वह अपने शब्द वापस लेती हैं। इसका उन्हें खेद रहेगा। कंगना ने कहा कि बीते दिनों मीडिया ने उनसे कुछ सवाल किए और उन्होंने कहा कि किसानों को प्रधानमंत्री से कृषि कानून वापस लाने की अपील करनी चाहिए। मेरी इस बात से बहुत सारे लोग निराश है। सांसद ने कहा, जब कृषि कानून प्रस्तावित किए गए थे, तब इन कानूनों का बहुत सारे लोगों ने समर्थन किया था। मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहानुभूति से ये कानून वापस ले लिए थे। इसलिए हम सब कार्यकर्ताओं का कर्तव्य बनता है कि हम PM के शब्दों की गरिमा रखे। उन्हें इस बात की भी गरिमा रखनी होगी कि अब वह एक कलाकार ही नहीं, भारतीय जनता पार्टी की कार्यकर्ता हैं। उनके ओपिनियन अपने नहीं होने चाहिए, वो पार्टी का स्टैंड होना चाहिए। इससे पहले भी कंगना रनोट ने किसान आंदोलन को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं दे चुकी हैं, जिसकी वजह से किसान कंगना का विरोध करते रहे हैं। हिमाचल में भी संयुक्त किसान मंच ने लोकसभा चुनाव के दौरान कंगना का विरोध किया था। कंगना ने मंडी में किसानों से की थी कानून वापसी की अपील बता दें कि बीते सोमवार को मंडी में कंगना रनोट में मीडिया से बातचीत में किसानों से अपील की थी कि वह 3 कृषि कानून वापस लाने के लिए खुद आवाज उठाए। कंगना के इस बयान का खासकर पंजाब-हरियाणा में किसान और विपक्षी पार्टियां विरोध कर रही है। हरियाणा में विधानसभा चुनाव चल रहे है। इससे कंगना का बयान वहां मुद्दा बन रहा हैं, क्योंकि इन तीनों कानूनों को वापस करने की मांग को लेकर लड़े गए, आंदोलन के दौरान कई किसानों की जान चली गई और कंगना उन्हीं कानूनों की पैरवी कर रही थी। कंगना को हाईकमान से लगी फटकार पार्टी सूत्र बताते हैं कि हाईकमान द्वारा कंगना को भी फटकार लगाई और कहा कि इस तरह के बयान न दें। पहले भी कंगना को एक बार पार्टी हाईकमान द्वारा इस तरह के बयान के लिए अधिकृत नहीं होने की बात कही गई थी। क्योंकि कंगना कई बार संवेदनशील मुद्दों पर बयानबाजी नहीं करती रही है। इससे पार्टी भी बेकफुट पर आ रही है। अब कंगना ने सोशल मीडिया पर एक मिनट से ज्यादा वीडियो डालकर खेद व्यक्त और अपनी राय के बजाय पार्टी के स्टैंड पर कायम रहने का दावा किया है।
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हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र:आज कानून व्यवस्था, स्कूल बंद करने, अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी और पुलिस की मुफ्त यात्रा पर तपेगा सदन हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन आज सदन में कानून व्यवस्था को लेकर तपिश देखने को मिलेगी। BJP विधायक त्रिलोक जम्वाल, बलवीर वर्मा, सुखराम चौधरी और राकेश जम्वाल ने बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर चर्चा मांग रखी है। विपक्ष ने इसे लेकर बीते कल भी सदन में स्थगन प्रस्ताव लाया था। चर्चा नहीं मिलने पर विपक्ष ने वाक-ऑउट किया था। लिहाजा बीते दिनों के दौरान प्रदेश के अलग अलग क्षेत्रों में मर्डर, रेप, गोलीकांड जैसी घटनाओं को लेकर विपक्ष सदन में सत्तापक्ष को घेरने का प्रयास करेगा। सदन की कार्यवाही की शुरुआत प्रश्नकाल से होगी। आज ज्यादातर प्रश्न आपदा, स्कूल बंद करने, सरकारी बसों में पुलिस की मुफ्त यात्रा से जुड़े पूछे गए है। लोकेंद्र के सवाल पर तपेगा सदन आनी से विधायक लोकेंद्र कुमार ने बीते 31 जुलाई की रात को उनके विधानसभा क्षेत्र में बादल फटने के बाद कई क्षेत्रों में हुई तबाही से जुड़ा सवाल पूछा है। लोकेंद्र कुमार सदन में सत्तापक्ष को बागीपुल, केदस, जायल, पोखनी, गुशैनी, डरोपा और शाहनू में राहत एवं बचाव कार्य को लेकर घेरने का प्रयास करेंगे। इसी तरह पुलिस की बस यात्रा को लेकर भी सदन में तपिश देखने को मिल सकती है। डॉक्टरों की कमी का मामला उठाएंगे केवल पठानिया प्रश्नकाल के बाद शाहपुर से विधायक केवल सिंह पठानिया उनके चुनाव क्षेत्र शाहचक्कियां व लंज अस्पताल में डॉक्टरों की कमी का मामला सदन में उठाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल इसका जवाब देंगे। इसके बाद बंजार के सुराग शिल्ह जंगल में अवैध कटान का मामला स्थानीय विधायक सुरेंद्र शौरी सदन में उठाएंगे। अवैध वन कटान पर सत्तापक्ष को घेरेंगे शौरी दोपहर बाद सदन में आपदा को लेकर चर्चा होगी। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और बीजेपी के अन्य विधायकों ने सत्र के पहले दिन सदन में भारी बारिश से सड़कों, विभिन्न पेयजल योजनाओं, सरकारी भूमि, आम जन मानस, घरों को हुए नुकसान को लेकर चर्चा मांगी थी। इस पर बीते कल भी 6 विधायक अपनी अपनी बात रख चुके है। आज भी इस पर चर्चा जारी रहेगी।
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हिमाचल में बनने जा रहा भारत का सबसे लंबा रोपवे:डिप्टी सीएम बोले- एनवायरमेंट क्लियरेंस को 20 करोड़ जारी किए, 14KM होगी लंबाई हिमाचल के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने शिमला में प्रेस कॉफ्रेंस में कहा कि हिंदुस्तान का सबसे लंबा रोपवे शिमला में बनने जा रहा है। इसकी लंबाई 14 किलोमीटर की होगी। 1734 करोड़ रुपए की लागत से बनने जा रहे इस प्रोजेक्ट की एनवायरमेंट क्लियरेंस के लिए 20 करोड़ रुपए सरकार ने जारी कर दिए है। पहाड़ों की रानी शिमला में इस प्रोजेक्ट के बनने से स्थानीय लोगों सहित शिमला आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों को यहां लगने वाले ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिलेगा। रोपवे में लगेगी 660 ट्रॉली डिप्टी CM ने कहा कि इस प्रोजेक्ट में 660 ट्रॉली लगेगी। प्रत्येक की क्षमता 8 से 10 सवारी की होगी। एक घंटे में 6000 यात्री सफर कर सकेंगे। तारादेवी से शुरू होने वाले इस रोपवे में कुल 13 स्टेशन बनाए जाएंगे। पहला स्टेशन तारादेवी में बनेगा, इसके बाद जूडिशियल कॉम्पलेक्स चक्कर, टूटीकंडी पार्किंग, न्यू ISBT टूटीकंडी, रेलवे स्टेशन, ओल्ड ISBT शिमला, लिफ्ट, सचिवालय छोटा शिमला, नव-बहार, संजौली, IGMC, आइस स्केटिंग रिंक और 103 नीयर होटल चेतन पर 13 स्टेशन बनाए जाएंगे। कुछ लोग श्रेय लेने का प्रयास कर रहे: अग्निहोत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा, जिन लोगों ने एक रुपए इस प्रोजेक्ट के लिए नहीं दिया। डीपीआर तक नहीं बनाई वह लोग अब कुछ लोग इसका श्रेय लेने का प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट शिमला के टूरिज्म के लिए संजीवनी साबित होगा। वह खुद इस प्रोजेक्ट को सीरे चढ़ाने के लिए ऑस्ट्रिया और स्विटरलेंड गए। वहां बड़े रोपने बनाने वाली कंपनियों से बात की। शिमला में बनने प्रस्तावित रोपवे से बड़ा दुनिया में केवल बोलेरिया में एक रोपने है। प्रत्येक दो मिनट बाद मिलेगी ट्रॉली अग्निहोत्री ने कहा कि प्रत्येक दो से तीन मिनट बाद यात्रियों को ट्रॉली उपलब्ध होगी। इसमें तीन लाइन होगी। रेड लाइन ग्रीन और ब्लू लाइन बनेगी। शिमला में इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजाना के ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिलेगा। यह पूरी तरह इको फ्रैंडली ग्रीन प्रोजेक्ट होगा। यह प्रोजेक्ट आने वाले 40 साल को देखते हुए डिजाइन किया गया है। NDB बैंक कर रहा मदद मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि इस रोपवे को न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) की मदद से बनाया जा रहा है। इसमें 20 फीसदी हिमाचल की इक्विटी होगी। 8 फीसदी लोन और 72 फीसदी ग्रांट होगी। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट की सारी औपचारिकताएं पूरी कर दी गई है। अब ग्लोबल टेंडर करने की तैयारी है। बस के जितना होगा किराया: अग्निहोत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि रोपवे का किराया बस के आसपास होगा। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट को पांच साल में पूरा करने का डेडलाइन रखी गई है, जबकि इसके पहले चरण को ढाई साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट की DPR बनकर तैयार है। इसे NDB को सब्मिट कर दिया है। अभी शिमला की सड़कों पर रोजाना जैसी है ट्रैफिक जाम के कारण इस तरह की स्थिति (फाइल फोटो) तारादेवी से शिमला पहुंचना हो जाता है मुश्किल शिमला में ट्रैफिक कंजेशन की वजह से आदमी चंडीगढ़ से तारादेवी आसानी से पहुंच जाता है, लेकिन तारा देवी से शिमला तक 10 किलोमीटर की दूरी तय करने में कई कई घंटे लग जाते हैं। इस वजह से खासकर सेब सीजन, न्यू ईयर, क्रिसमस, समर टूरिस्ट सीजन आदि के दौरान तो 10 किलोमीटर के सफर में चार से छह घंटे लग जाते हैं। ऐसे में रोपवे बनने से शहरवासियों को फायदा होगा। अभी साउथ अमेरिका में दुनिया का सबसे लंबा यानी 32 किलोमीटर रोपवे प्रोजेक्ट है। हिमाचल में बनेगा दुनिया का सबसे लंबा रोपवे मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि शिमला सफल रहा तो परवाणू से शिमला को 39 किलोमीटर लंबा रोपवे बनाया जाएगा। यह दुनिया का सबसे लंबा रोवने होगा। इसकी लागत 6600 करोड़ रुपए आएगी। हिमाचल प्रदेश के रोपवे डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है। इससे PPP (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) में शुरू किया जाएगा।