कानपुर में मकान मालिक और किराएदार का झगड़ा दशहरे के दिन पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया। मकान मालिक दरवाजा बंद करके 4th फ्लोर पर चढ़ गया और पथराव शुरू कर दिया। मोहल्ले के लोगों की सूचना पर ग्वालटोली थाने की पुलिस पहुंची। पथराव में दरोगा और कॉन्स्टेबल समेत 6 लोग घायल हो गए। वह अपने साथ छत पर सिलेंडर भी ले गया था। धमकी दी कि आज यहीं पर खुद को आग लगा लूंगा। एक-दो बार नीचे आया, दरवाजे के अंदर से बार-बार धमकी देता रहा कि जब तक किराएदार मकान खाली करने के लिए लिखकर नहीं देंगे, वह दरवाजा नहीं खुलेगा। अगर किराएदारों ने खाली नहीं किया तो खुद को चाकू मार कर खत्म कर लेगा। पहले 3 विजुअल देखिए- 3 घंटे बाद नीचे उतारा गया
करीब 3 घंटे तक इसी तरह ग्वालटोली थाने की पुलिस और फायर ब्रिगेड को परेशान करता रहा। फायर ब्रिगेड की टीम ने सीढ़ी लगाकर आरोपी को नीचे उतारा और हिरासत में लिया। DCP सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने बताया- ग्वालटोली में रहने वाले गौरव गुप्ता उर्फ मोलू (30) का उसके किरादार से खाली कराने को लेकर विवाद चल रहा था। इसी के चलते उसने बवाल किया। मकान खाली कराने के लिए थाने-चौकी पर शिकायत की थी
गौरव गुप्ता का कहना है कि मकान खाली कराना है, लेकिन किराएदार खाली नहीं कर रहा। इसको लेकर थाने, चौकी और पुलिस अफसरों से शिकायत की थी, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई। शनिवार सुबह मकान में ताला बंद करके गौरव गुप्ता 4th फ्लोर पर छत पर चढ़ गया। बोला कि आज मैं खुद को जला दूंगा। लोगों ने उसे रोकने का प्रयास किया तो छत से ही पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने उसकी सुनवाई नहीं की, इसलिए उसने निशाना बनाकर पुलिस वालों को घायल कर दिया। परिवार बोला- मानसिक रूप से बीमार है
पथराव में ग्वालटोली थाने में तैनात दरोगा गौरव सोनकर और कॉन्स्टेबल नीलांशु घायल हो गए। पब्लिक के चार लोग भी घायल हुए। इसके बाद फायर ब्रिगेड की टीम को मौके पर बुलाया गया। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने आरोपी गौरव गुप्ता को नीचे उतारा। पुलिस आरोपी गौरव गुप्ता को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। उसकी मानसिक स्थिति की जांच कराने के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। परिवार के लोगों ने उसे मानसिक बीमार होने का दावा किया है। मोहल्ले के लोगों ने बताया- गौरव आए दिन लोगों से मारपीट और गाली-गलौज करता है। पड़ोसी लोग परेशान हैं। —————————— ये खबर भी पढ़िए- कानपुर IIT छात्रा का सुसाइड नोट- एक दोस्त, जो खुशी देता वो भी दूर चला गया कानपुर IIT में 26 साल की रिसर्च स्कॉलर प्रगति ने सुसाइड किया। उसका शव हॉस्टल में फंदे पर लटका मिला। तब न सिर्फ परिवार, बल्कि साथ पढ़ने वाले छात्र भी हैरान थे कि प्रगति ने अपनी जान क्यों दे दी? इस सवाल का जवाब एक दिन बाद मिला, जब प्रगति का 3 पन्नों का सुसाइड लेटर दैनिक भास्कर को मिला है। प्रगति के मन में खुद के भविष्य को लेकर कन्फ्यूजन था। वह किसी खास दोस्त के दूर जाने से परेशान भी थी। इसलिए बेहद तनाव में थी। सुसाइड नोट के आखिरी पन्ने में प्रगति ने अकेलेपन में साथ निभाने वाले दोस्तों के लिए काफी कुछ लिखा। IIT कैंपस के प्रेशर पर लिखा- वो लोग (डीन) सबके बीच कम अपमानित करें तो थोड़ा बेहतर होगा। पढ़ें पूरी खबर… कानपुर में मकान मालिक और किराएदार का झगड़ा दशहरे के दिन पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया। मकान मालिक दरवाजा बंद करके 4th फ्लोर पर चढ़ गया और पथराव शुरू कर दिया। मोहल्ले के लोगों की सूचना पर ग्वालटोली थाने की पुलिस पहुंची। पथराव में दरोगा और कॉन्स्टेबल समेत 6 लोग घायल हो गए। वह अपने साथ छत पर सिलेंडर भी ले गया था। धमकी दी कि आज यहीं पर खुद को आग लगा लूंगा। एक-दो बार नीचे आया, दरवाजे के अंदर से बार-बार धमकी देता रहा कि जब तक किराएदार मकान खाली करने के लिए लिखकर नहीं देंगे, वह दरवाजा नहीं खुलेगा। अगर किराएदारों ने खाली नहीं किया तो खुद को चाकू मार कर खत्म कर लेगा। पहले 3 विजुअल देखिए- 3 घंटे बाद नीचे उतारा गया
करीब 3 घंटे तक इसी तरह ग्वालटोली थाने की पुलिस और फायर ब्रिगेड को परेशान करता रहा। फायर ब्रिगेड की टीम ने सीढ़ी लगाकर आरोपी को नीचे उतारा और हिरासत में लिया। DCP सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने बताया- ग्वालटोली में रहने वाले गौरव गुप्ता उर्फ मोलू (30) का उसके किरादार से खाली कराने को लेकर विवाद चल रहा था। इसी के चलते उसने बवाल किया। मकान खाली कराने के लिए थाने-चौकी पर शिकायत की थी
गौरव गुप्ता का कहना है कि मकान खाली कराना है, लेकिन किराएदार खाली नहीं कर रहा। इसको लेकर थाने, चौकी और पुलिस अफसरों से शिकायत की थी, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई। शनिवार सुबह मकान में ताला बंद करके गौरव गुप्ता 4th फ्लोर पर छत पर चढ़ गया। बोला कि आज मैं खुद को जला दूंगा। लोगों ने उसे रोकने का प्रयास किया तो छत से ही पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने उसकी सुनवाई नहीं की, इसलिए उसने निशाना बनाकर पुलिस वालों को घायल कर दिया। परिवार बोला- मानसिक रूप से बीमार है
पथराव में ग्वालटोली थाने में तैनात दरोगा गौरव सोनकर और कॉन्स्टेबल नीलांशु घायल हो गए। पब्लिक के चार लोग भी घायल हुए। इसके बाद फायर ब्रिगेड की टीम को मौके पर बुलाया गया। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने आरोपी गौरव गुप्ता को नीचे उतारा। पुलिस आरोपी गौरव गुप्ता को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। उसकी मानसिक स्थिति की जांच कराने के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। परिवार के लोगों ने उसे मानसिक बीमार होने का दावा किया है। मोहल्ले के लोगों ने बताया- गौरव आए दिन लोगों से मारपीट और गाली-गलौज करता है। पड़ोसी लोग परेशान हैं। —————————— ये खबर भी पढ़िए- कानपुर IIT छात्रा का सुसाइड नोट- एक दोस्त, जो खुशी देता वो भी दूर चला गया कानपुर IIT में 26 साल की रिसर्च स्कॉलर प्रगति ने सुसाइड किया। उसका शव हॉस्टल में फंदे पर लटका मिला। तब न सिर्फ परिवार, बल्कि साथ पढ़ने वाले छात्र भी हैरान थे कि प्रगति ने अपनी जान क्यों दे दी? इस सवाल का जवाब एक दिन बाद मिला, जब प्रगति का 3 पन्नों का सुसाइड लेटर दैनिक भास्कर को मिला है। प्रगति के मन में खुद के भविष्य को लेकर कन्फ्यूजन था। वह किसी खास दोस्त के दूर जाने से परेशान भी थी। इसलिए बेहद तनाव में थी। सुसाइड नोट के आखिरी पन्ने में प्रगति ने अकेलेपन में साथ निभाने वाले दोस्तों के लिए काफी कुछ लिखा। IIT कैंपस के प्रेशर पर लिखा- वो लोग (डीन) सबके बीच कम अपमानित करें तो थोड़ा बेहतर होगा। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर