हिमाचल प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। प्रदेश में हालात ये है कि कई शहरों का तापमान माइनस में चला गया है। बीते 8 दिसंबर को हुई हल्की बारिश-बर्फबारी के बाद से मौसम साफ बना हुआ है। आगामी 5 दिनों तक बारिश होने के कोई आसार नहीं है। IMD का पूर्वानुमान है कि आगामी 19 दिसंबर तक हिमाचल में मौसम बिल्कुल साफ बना रहेगा। सिरमौर- चंबा के लोग बारिश की बूंद देखने के लिए तरस गए है । इन दोनों जिलों में इस पूरे विंटर सीजन में लगभग शून्य के बराबर बारिश दर्ज की गई है। हिमाचल प्रदेश में सामान्य से 96 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। इन शहरों का तापमान माइनस में IMD के अनुसार हिमाचल प्रदेश न्यूनतम तापमान सामान्य से कम चला हुआ है। करीब 11 शहरों का तापमान माइनस में चला गया है। जिसमें सुंदरनगर -0.2 डिग्री, भुंतर -1.7 डिग्री, कल्पा -1.0, ऊना -1.0, हमीरपुर -0.2, कुकुमसेरी-8.2 सियोबाग-1.5, बरठी-1.2, समदो -5.7 ताबो 11.5 और बजौरा का न्यूनतम तापमान- 1.7 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। अधिकतम तापमान भी सामान्य से ज्यादा IMD के पूर्वानुमान के अनुसार हिमाचल प्रदेश में अधिकतम तापमान भी सामान्य से ज्यादा है। ऊना में दिसंबर माह में भी पारा 26 डिग्री सेल्सियस तक बना हुआ है। शिमला में अधिकतम तापमान 18.9, सुंदरनगर में 23.4 भुंतर में 21, नाहन में 23.7 सोलन में 26, कांगड़ा में 23.8 डिग्री सेल्सियस तापमान बना हुआ है। सामान्य से 96% फीसदी कम बारिश हिमाचल प्रदेश में मानसून विदा होने के बाद बादल हिमाचल प्रदेश का रास्ता भटक गया है। प्रदेश में मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार मानसून के बाद इस विंटर सीजन में 96 फीसदी कम बारिश अभी तक दर्ज की गई है। सिरमौर और चंबा के लोग बारिश की बूंद देखने के लिए तरस गए हैं। यहां पर लगभग शून्य के बराबर बारिश दर्ज की गई है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार बिलासपुर में 0.4 , चंबा में 0, हमीरपुर में 3.1, कांगड़ा में 1.5 ,किन्नौर में 3.3, कुल्लू में 0.2, लाहौल स्पिति में 3.9 , मंडी में 3.7, शिमला में 2.1, सिरमौर में 0, सोलन में 1.2 जबकि ऊना में 8.7 mm बारिश दर्ज की गई है। हिमाचल प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। प्रदेश में हालात ये है कि कई शहरों का तापमान माइनस में चला गया है। बीते 8 दिसंबर को हुई हल्की बारिश-बर्फबारी के बाद से मौसम साफ बना हुआ है। आगामी 5 दिनों तक बारिश होने के कोई आसार नहीं है। IMD का पूर्वानुमान है कि आगामी 19 दिसंबर तक हिमाचल में मौसम बिल्कुल साफ बना रहेगा। सिरमौर- चंबा के लोग बारिश की बूंद देखने के लिए तरस गए है । इन दोनों जिलों में इस पूरे विंटर सीजन में लगभग शून्य के बराबर बारिश दर्ज की गई है। हिमाचल प्रदेश में सामान्य से 96 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। इन शहरों का तापमान माइनस में IMD के अनुसार हिमाचल प्रदेश न्यूनतम तापमान सामान्य से कम चला हुआ है। करीब 11 शहरों का तापमान माइनस में चला गया है। जिसमें सुंदरनगर -0.2 डिग्री, भुंतर -1.7 डिग्री, कल्पा -1.0, ऊना -1.0, हमीरपुर -0.2, कुकुमसेरी-8.2 सियोबाग-1.5, बरठी-1.2, समदो -5.7 ताबो 11.5 और बजौरा का न्यूनतम तापमान- 1.7 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। अधिकतम तापमान भी सामान्य से ज्यादा IMD के पूर्वानुमान के अनुसार हिमाचल प्रदेश में अधिकतम तापमान भी सामान्य से ज्यादा है। ऊना में दिसंबर माह में भी पारा 26 डिग्री सेल्सियस तक बना हुआ है। शिमला में अधिकतम तापमान 18.9, सुंदरनगर में 23.4 भुंतर में 21, नाहन में 23.7 सोलन में 26, कांगड़ा में 23.8 डिग्री सेल्सियस तापमान बना हुआ है। सामान्य से 96% फीसदी कम बारिश हिमाचल प्रदेश में मानसून विदा होने के बाद बादल हिमाचल प्रदेश का रास्ता भटक गया है। प्रदेश में मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार मानसून के बाद इस विंटर सीजन में 96 फीसदी कम बारिश अभी तक दर्ज की गई है। सिरमौर और चंबा के लोग बारिश की बूंद देखने के लिए तरस गए हैं। यहां पर लगभग शून्य के बराबर बारिश दर्ज की गई है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार बिलासपुर में 0.4 , चंबा में 0, हमीरपुर में 3.1, कांगड़ा में 1.5 ,किन्नौर में 3.3, कुल्लू में 0.2, लाहौल स्पिति में 3.9 , मंडी में 3.7, शिमला में 2.1, सिरमौर में 0, सोलन में 1.2 जबकि ऊना में 8.7 mm बारिश दर्ज की गई है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल की ऊंची चोटियों पर सीजन का पहला हिमपात:तापमान में गिरावट; 6.1 डिग्री गिरा कल्पा का पारा; आज 8 जिलों में बारिश का अलर्ट हिमाचल प्रदेश के ट्राइबल जिला किन्नौर की ऊंची चोटियों पर बीती शाम को हल्का हिमपात हुआ। खासकर छितकुल दुमती की चोटियों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ दी है। किन्नौर जिला में इस सीजन का यह पहला हिमपात है। छितकुल दुमती के अलावा कल्पा, निचार और पूह के ऊंचे पहाड़ों पर भी बर्फ के फाहे गिरे। किन्नौर में ताजा बर्फबारी के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। किन्नौर के अन्य क्षेत्रों में अच्छी बारिश हुई। कल्पा के तापमान में 6.1 डिग्री की गिरावट प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान सामान्य से 1 डिग्री नीचे गिर गया है। किन्नौर जिला के कल्पा के तापमान में सबसे ज्यादा 6.1 डिग्री की कमी आई है। कल्पा का अधिकतम तापमान 14.6 डिग्री सेल्सियस रह गया है। शिमला का पारा 3 डिग्री लुढ़का शिमला के तापमान में भी बीते 24 घंटे के दौरान 3 डिग्री की कमी आई है और अधिकतम तापमान 21.4 डिग्री रह गया है। सोलन का तापमान भी बीते 24 घंटे में 6 डिग्री गिरने के बाद 24 डिग्री सेल्सियस रह गया है। धर्मशाला में 41 मिलीमीटर बारिश किन्नौर की ऊंची चोटियों पर ताजा हिमपात और प्रदेश के कई अन्य क्षेत्रों में बीती शाम और रात में भी बारिश हुई है। शिमला में भी रात में अच्छी बारिश हुई। धर्मशाला में सबसे ज्यादा 41 मिलीमीटर और कल्पा में 15 मिलीमीटर बादल बरसे। मौसम विभाग की माने तो आज ऊना, हमीरपुर, चंबा और लाहौल स्पीति को छोड़कर अन्य सभी जिलों में बारिश का पूर्वानुमान है। कल से अगले चार दिन मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है।
ऊना से चलने वाली 6 ट्रेनें रद्द:किसान आंदोलन के चलते फैसला, हिमाचल से पंजाब को जाने वाली बसों की आवाजाही भी प्रभावित होगी
ऊना से चलने वाली 6 ट्रेनें रद्द:किसान आंदोलन के चलते फैसला, हिमाचल से पंजाब को जाने वाली बसों की आवाजाही भी प्रभावित होगी हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला को आवाजाही करने वाली 6 ट्रेनें आज नहीं चलेगी। पंजाब में किसान आंदोलन की वजह से इन्हें रद्द किया गया है। लिहाजा वंदे भारत सहित समेत छह रेलगाड़ियां आज रद्द रहेंगी। केवल हिमाचल एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 14053/54 ही चलेगी, क्योंकि ये सुबह सात बजे ऊना पहुंच गई है। यह ट्रेन शाम को ऊना से दिल्ली लौटेगी। बता दें कि किसान संगठनों के अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पंजाब बंद का एलान कर रखा है। इससे सड़क व ट्रेनों के बाधित होने संभावना है। इसे देखते हुए रेलवे प्रबंधन ने रेलगाड़ियों की आवाजाही बंद की है। लोगों को झेलनी पड़ेगी परेशानी ट्रेनों की आवाजाही बंद होने से लोगों को परेशानी है, क्योंकि रविवार की छुट्टी की वजह से खासकर ऊना और कांगड़ा जिला के लोग बड़ी संख्या में घर आते हैं। ऐसे में ट्रेनें नहीं चलने से लोगों को परेशानी होगी। हिमाचल से पंजाब जाने वाले बसों की आवाजाही भी प्रभावित होगी हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) ने भी किसान आंदोलन को देखते हुए बसों के परिचालन के लिए पंजाब बॉर्डर पर इंस्पेक्टर तैनात किए हैं। पंजाब में हालात ठीक होने पर इनके कहने पर ही हिमाचल से पंजाब को बसे भेजी जाएगी। जहां रास्ते बंद होंगे, वहां कानून व्यवस्था की समस्या देखते हुए बसें नहीं भेजी जाएगी। HRTC ने यात्रियों से भी लोकल बस अड्डे से बसों के संचालन को लेकर जानकारी प्राप्त करने की अपील की है।
हाईकोर्ट ने आउटसोर्स की सेवाएं समाप्त करने पर रोक लगाई:12 दिसंबर को अगली सुनवाई, राज्य सरकार को देना होगा जवाब
हाईकोर्ट ने आउटसोर्स की सेवाएं समाप्त करने पर रोक लगाई:12 दिसंबर को अगली सुनवाई, राज्य सरकार को देना होगा जवाब हिमाचल हाईकोर्ट ने कौशल विकास निगम में तैनात तीन आउटसोर्स जूनियर ऑफिस असिस्टेंट की सेवाएं समाप्त करने के फैसले पर रोक लगा दी है। निगम ने 30 नवंबर तक इनकी सेवाएं समाप्त करने के फैसला लिया था। मगर अब तीनों जूनियर ऑफिस असिस्टेंट अगली सुनवाई तक अपने पद पर बने रहेंगे। तीनों असिस्टेंट इंजीनियर ने कौशल विकास निगम के बीते 14 नवंबर के फैसले को कोर्ट में चुनौती दी थी। इनकी याचिका की सुनवाई करते हुए न्यायाधीश ज्योत्सना रिवाल दुआ की बैंच ने इन्हें राहत दी है। कोर्ट ने अगली सुनवाई को राज्य सरकार और सभी प्रतिवादियों को जवाब देने के आदेश जारी किए है। अब यह मामला 12 दिसंबर को सुना जाएगा। याचिकाकर्ताओं के एडवोकेट ने कोर्ट को राज्य सरकार के 26 अक्तूबर के आदेश के बारे में अवगत कराया। इसके तहत कौशल विकास निगम ने प्रोजेक्ट को 30 जून 2025 तक बढ़ाया है। कर्मचारियों की नियुक्तियां वर्ष 2017 में की गई थी। सरकार की ओर से स्वीकृत पदों पर कौशल विकास निगम ने नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट के माध्यम से आउटसोर्स आधार पर तैनाती दी थी। निगम ने इससे पहले तीनों आउटसोर्स जूनियर ऑफिस असिस्टेंट का कार्यकाल समय-समय पर बढ़ाया है। याचिकाकर्ता के एडवोकेट ने इनकी सेवाओं को देखते हुए इनकी सेवाएं कंटीन्यू करने की अपील की है। 15 सालों से की जा रही आउटसोर्स भर्ती बता दें कि राज्य में आउटसोर्स भर्ती बड़ा मुद्दा बना चुकी है। आर्थिक तंगहाली की वजह से सरकार रेगुलर नियुक्तियां नहीं कर पा रही। बीते 15 सालों से पूर्व और वर्तमान सरकारों ने आउटसोर्स पर भर्तियां की है और इनका खूब शोषण किया गया है। जब चाहे इन्हें नाममात्र मानदेय पर नौकरी पर रखा गया और जब मन किया, इन्हें बाहर का रास्ता दिखाया गया है। आउटसोर्स भर्ती पर रोक लगा चुका हाईकोर्ट हालांकि दो सप्ताह पहले हिमाचल हाईकोर्ट ने बेरोजगारों की याचिका पर आउटसोर्स भर्ती पर रोक लगा दी है। मगर राज्य के विभिन्न विभागों, बोर्ड व निगमों में 40 हजार से ज्यादा आउटसोर्स कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं, जो अपने भविष्य को लेकर चिंतित है।