हिमाचल प्रदेश के 5 जिलों में आज सुबह 11.30 बजे बारिश बाढ़ का अलर्ट दिया गया है। यह चेतावनी चंबा, कांगड़ा, शिमला, सोलन और सिरमौर के कुछ क्षेत्रों में दी गई है। इससे पहाड़ों पर लैंडस्लाइड और निचले इलाकों में जल भराव की समस्या हो सकती है। अन्य जिलों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, आज से 2 दिन तक मानसून कमजोर रहेगा। 2 सितंबर को फिर से मानसून एक्टिव होगा। इससे प्रदेश के ज्यादातर भागों में हल्की बारिश हो सकती है। 3 और 4 सितंबर को मौसम फिर साफ हो जाएगा। प्रदेश में इस मानसून सीजन में सामान्य से 23 प्रतिशत कम बारिश हुई है। एक जून से 29 अगस्त तक 603.7 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 464.1 मिलीमीटर सामान्य बादल बरसे है। शिमला को छोड़कर कोई भी जिला ऐसा नहीं है जहां सामान्य से ज्यादा बारिश हुई हो। शिमला में सामान्य से 12 प्रतिशत ज्यादा हुई है। हिमाचल के 11 जिलों में सामान्य से कम बारिश 135 सड़कें, 132 बिजली ट्रांसफार्मर, 54 पेयजल स्कीम बंद प्रदेश में बीते तीन दिन के दौरान हुई बारिश से 1 नेशनल हाईवे समेत 135 सड़कें यातायात के लिए बंद पड़ी है। 132 ट्रांसफार्मर बंद होने से कई गांव में बिजली गुल है। प्रदेश में 54 जल आपूर्ति स्कीम भी ठप हैं। सबसे ज्यादा सेवाएं शिमला, मंडी, कुल्लू और सिरमौर जिले में प्रभावित हैं। हिमाचल प्रदेश के 5 जिलों में आज सुबह 11.30 बजे बारिश बाढ़ का अलर्ट दिया गया है। यह चेतावनी चंबा, कांगड़ा, शिमला, सोलन और सिरमौर के कुछ क्षेत्रों में दी गई है। इससे पहाड़ों पर लैंडस्लाइड और निचले इलाकों में जल भराव की समस्या हो सकती है। अन्य जिलों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, आज से 2 दिन तक मानसून कमजोर रहेगा। 2 सितंबर को फिर से मानसून एक्टिव होगा। इससे प्रदेश के ज्यादातर भागों में हल्की बारिश हो सकती है। 3 और 4 सितंबर को मौसम फिर साफ हो जाएगा। प्रदेश में इस मानसून सीजन में सामान्य से 23 प्रतिशत कम बारिश हुई है। एक जून से 29 अगस्त तक 603.7 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 464.1 मिलीमीटर सामान्य बादल बरसे है। शिमला को छोड़कर कोई भी जिला ऐसा नहीं है जहां सामान्य से ज्यादा बारिश हुई हो। शिमला में सामान्य से 12 प्रतिशत ज्यादा हुई है। हिमाचल के 11 जिलों में सामान्य से कम बारिश 135 सड़कें, 132 बिजली ट्रांसफार्मर, 54 पेयजल स्कीम बंद प्रदेश में बीते तीन दिन के दौरान हुई बारिश से 1 नेशनल हाईवे समेत 135 सड़कें यातायात के लिए बंद पड़ी है। 132 ट्रांसफार्मर बंद होने से कई गांव में बिजली गुल है। प्रदेश में 54 जल आपूर्ति स्कीम भी ठप हैं। सबसे ज्यादा सेवाएं शिमला, मंडी, कुल्लू और सिरमौर जिले में प्रभावित हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल कैबिनेट मीटिंग आज:मिड सेशन में टीचरों की ट्रांसफर पर लग सकता है बैन; विधानसभा के मानसून सत्र की तिथि हो सकती है तय हिमाचल कैबिनेट की मीटिंग आज सचिवालय में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में होगी। इसमें शिक्षा विभाग में टीचरों की ट्रांसफर पॉलिसी में बदलाव और मिड सेशन में इनकी ट्रांसफर पर बैन लग सकता है। कैबिनेट में चर्चा के बाद सरकार इस पर निर्णय ले सकती है। मंत्रिमंडल में यह निर्णय लिया गया तो टीचरों की ट्रांसफर साल में एक बार ही शैक्षणिक सत्र शुरू होने से पहले हो सकेगी। हिमाचल में टीचरों की ट्रांसफर हमेशा हर सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण रही है, क्योंकि प्रदेश में शिक्षा विभाग में सबसे ज्यादा कर्मचारी है। इनमें लगभग 60 हजार अकेले टीचर है। मिड सेशन में ट्रांसफर पर बैन लगने से बच्चों की पढ़ाई पर बुरा असर नहीं पड़ेगा। स्कूल बंद करने को मिल सकती है मंजूरी कैबिनेट में 700 से ज्यादा मिडल व प्राइमरी स्कूलों को बंद करने और साथ लगती दूसरी पाठशाला में मर्ज करने के फैसला पर मुहर लग सकती है, क्योंकि प्रदेश में 100 स्कूल ऐसे है, जिनमें एक भी बच्चा नहीं है। लगभग 600 स्कूलों में पांच या इससे कम छात्र-छात्राएं पंजीकृत है। इसे देखते हुए कम बच्चों वाले स्कूल भी साथ लगती पाठशाला में मर्ज किए जाने है। जिन क्षेत्रों में दो स्कूल दो से तीन किलोमीटर के दायरे में चल रहे हैं, वहां पर ऐसी पाठशालाओं को मर्ज किया जा सकता है। विधानसभा के मानसून सत्र की तिथि तय हो सकती है मंत्रिमंडल मीटिंग में विधानसभा के मानसून सत्र की तिथि भी तय हो सकती है। विधानसभा का मानसून सत्र 28 अगस्त से पहले बुलाना जरूरी है। कायदे से पिछला सत्र संपन्न होने के छह महीने के भीतर सत्र बुलाना होता है। इसके लिए विधानसभा सचिवालय प्रशासन ने सरकार को प्रस्ताव भेज रखा है। अब कैबिनेट में सत्र की तारीख तय की जा सकती है। पटवारी कानूनगो के स्टेट कॉडर के फैसले को रिव्यू कर सकती है कैबिनेट इसी तरह कैबिनेट में पटवारी और कानूनगो की हड़ताल को देखते हुए इन्हें स्टेट कॉडर बनाने के फैसले पर रिव्यू किया जा सकता है। पिछली कैबिनेट में सरकार ने पटवारी और कानूनगो को स्टेट कॉडर बनाने का निर्णय लिया था। मगर पटवारी-कानूनगो इससे भड़क गए हैं और 11 दिन से इन्होंने ऑनलाइन सेवाएं बंद कर दी है। आज इन्होंने एडिशनल चार्ज वाले पटवार और कानूनगो सर्कल दफ्तरों का काम भी बंद करने का निर्णय लिया है। ऐसे में कैबिनेट में इस निर्णय को रिव्यू किया जा सकता है। HRTC के घाटे वाले बस रूट बंद करने पर हो सकता है फैसला कैबिनेट मीटिंग में आज हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (HRTC) की रिपोर्ट भी पेश की जा सकती है। इसमें ज्यादा घाटे वाले बस रूट बंद करने को लेकर चर्चा की जा सकती है। देहरा जिला पुलिस में नए पद सृजित करने पर भी फैसला हो सकता है। सेब, आम आदि फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने के मामले में भी निर्णय लिया जा सकता है। नगर नियोजन नियमों को मंजूरी देने का मामला भी बैठक में भेजा जा रहा है।
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