आगरा में 2 बंदूकधारी पुलिसकर्मियों के मामले में हिमाचल पुलिस ने स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिख रहा जवान मंडी पुलिस का नहीं है और न ही किसी कैदी को यूपी ले जाने के लिए किसी को तैनात किया गया है। दरअसल, पिछले मंगलवार से सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि हिमाचल पुलिस के 2 बंदूकधारी एक कैदी को लेकर उत्तर प्रदेश के आगरा में ताजमहल देखने पहुंचे। कैदी के हाथ में हथकड़ी लगी हुई थी। पुलिस ने कैदी को एंट्री गेट से अंदर ले जाने की कोशिश की। लेकिन गेट पर तैनात जवान ने उसे अंदर नहीं जाने दिया। पुलिस वालों ने जवान पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। काफी देर तक तीखी नोकझोंक होती रही, लेकिन जवान ने नियमों का हवाला देकर उन्हें भगा दिया। इस दौरान जब पर्यटकों ने वीडियो बनाने की कोशिश की तो पुलिस वालों ने उनसे भी हाथापाई की। उनके मोबाइल छीनने की कोशिश की। इसके बाद इस वीडियो को हिमाचल पुलिस से जोड़ दिया गया। हिमाचल पुलिस ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से इसे पोस्ट किया और इस वीडियो को फर्जी बताया। आगरा में 2 बंदूकधारी पुलिसकर्मियों के मामले में हिमाचल पुलिस ने स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिख रहा जवान मंडी पुलिस का नहीं है और न ही किसी कैदी को यूपी ले जाने के लिए किसी को तैनात किया गया है। दरअसल, पिछले मंगलवार से सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि हिमाचल पुलिस के 2 बंदूकधारी एक कैदी को लेकर उत्तर प्रदेश के आगरा में ताजमहल देखने पहुंचे। कैदी के हाथ में हथकड़ी लगी हुई थी। पुलिस ने कैदी को एंट्री गेट से अंदर ले जाने की कोशिश की। लेकिन गेट पर तैनात जवान ने उसे अंदर नहीं जाने दिया। पुलिस वालों ने जवान पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। काफी देर तक तीखी नोकझोंक होती रही, लेकिन जवान ने नियमों का हवाला देकर उन्हें भगा दिया। इस दौरान जब पर्यटकों ने वीडियो बनाने की कोशिश की तो पुलिस वालों ने उनसे भी हाथापाई की। उनके मोबाइल छीनने की कोशिश की। इसके बाद इस वीडियो को हिमाचल पुलिस से जोड़ दिया गया। हिमाचल पुलिस ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से इसे पोस्ट किया और इस वीडियो को फर्जी बताया। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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